Monthly Archives: April 2018

pm narendra modi ne di manjoori ab deshbhar ke schoolo me shuru hogi sex education

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी मंजूरी, अब देश भर के स्कूलों में शुरू होगी सेक्स एजुकेशन

तो अब यह आधिकारिक बात है। सेक्स एजुकेशन देश के स्कूलों के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनने जा रहा है। इस कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना ‘आयुष्मान भारत’ के तहत ही शनिवार, 14 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के बीजापुर से होगा।

स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत ‘रोल प्ले और एक्टिविटी बेस्ड’ मॉड्यूल को बाद में कई चरणों में पूरे देश के स्कूलों में लागू किया जाएगा और इसके लिए खासतौर से प्रशिक्षित शिक्षकों और साथी एजुकेटर (चुने हुए स्टूडेंट) की मदद ली जाएगी।

इससे पहले यूपीए सरकार द्वारा भी इसी तरह का एक कार्यक्रम शुरू किया गया था, लेकिन साल 2005 में बीजेपी नेता वेंकैया नायडू की अध्यक्षता वाली राज्यसभा की समिति ने इसकी आलोचना की थी और इसे ‘चालाकी भरी मीठी भाषा बताया था, जिसका वास्तविक उद्देश्य स्कूलों में सेक्स शिक्षा देना और स्वच्छंदता को बढ़ावा देना है।’

इस पाठ्यक्रम में बढ़ते बच्चों के जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओें को शामिल किया जाएगा, जिनमें यौन और प्रजनन संबंधी स्वास्थ्य, यौन उत्पीड़न, गुड टच और बैड टच, पोषण, मानसिक स्वास्थ्य, यौन संबंधों से होने वाले रोग (STD), गैर संक्रामक रोग, चोट और हिंसा आदि शामिल होंगे। करीब 22 घंटे का यह कार्यक्रम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय की संयुक्त पहल है और इससे करीब 26 करोड़ किशोरों को फायदा मिलेगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘यह निर्देश दिए गए हैं कि हफ्ते में एक पीरियड इस कार्यक्रम के लिए हो। इस मॉड्यूल में उपयुक्त तरीके से किशोरों से संबंधि‍त समस्याओं के बारे में बताया जाएगा।’

बीजपुर पूरे देश के 115 ‘आकांक्षी जिलों’ में शामिल हैं, जिनकी पहचान सरकार ने की है। इस कार्यक्रम के तहत सरकार जिलों में हर समय निगरानी के द्वारा विकास कार्य करती है। अधिकारी ने बताया, ‘पहले चरण में नौवीं से बारहवीं तक के स्टूडेंट्स पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और बाद में इसमें छोटी क्लासेज के बच्चों को भी शामिल किया जाएगा।’ इसके लिए हर स्कूल के दो शिक्षकों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा।

pm narendra modi ne jallianwala bagh ke saheedo ko shraddhanjali arpit ki

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के जलियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।प्रधन्मन्त्री नरेंद्र मोदी ने जलियांवाला बाग कांड में शहीद हुए लोगों को भी याद किया। आज ही के दिन पंजाब में जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलियांवाला बाग हत्याकांड में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट कर कहा कि जलियांवाला बाग नरसंहार के बहादुर शहीदों को श्रद्धांजलि। शहीदों की अदम्य भावना हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने हमारी आज़ादी के लिए अपना जीवन बलिदान किया। शहीदों की कुर्बानी को कभी नहीं भुलाया जा सकता।


बता दें कि 13 अप्रैल 1919 को ब्रिटेन के ब्रिगेडियर जनरल रेजिनाल्ड डायर ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में इकट्ठे हुए हजारों निहत्थे मासूम भारतीयों पर अंधाधुंध गोलियां चलवा दी थीं। इस गोलीबारी में कई महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शहीद हो गए थे। जलियांवाल बाग से बाहर निकलने के लिए सिर्फ एक ही दरवाजा था या दो-तीन छोटी गलियां थी। लेकिन अंग्रेजों ने लोगों को चारों ओर से घेर कर फायरिंग शुरू कर दी थी।

pm narendra modi ne chennai me cancer institute ke diamond jubilee building ka udghaatan kiya

PM Modi Inaugurates Diamond Jubilee Building of Cancer Institute in Chennai

Governor of Tamil Nadu,

Chief Minister of Tamil Nadu

My Ministerial colleagues

Deputy Chief Minister of Tamil Nadu

Other distinguished dignitaries on the dais

Ladies and Gentlemen

On the upcoming occasion of the Vilambhi Tamil New Year on April 14th, I extend my warm greetings to all Tamil people across the world. I am happy to be at Cancer Institute,Adyar.This is one of the oldest and most significant comprehensive cancer care centers in India.

Changing lifestyles are adding to the burden of non-communicable diseases.According to some estimates, non-communicable diseases now account for about sixty percent of total deaths in our country.

The Union Government has planned the setting up of 20 State Cancer Institutes and 50 Tertiary Care Cancer Centres in different parts of the country.Proposals can be approved, for eligible institutions, upto Rs. 45 crore for setting up of Tertiary Care Cancer Centre and upto Rs. 120 crore for setting up of State Cancer Institute. I am happy to note that proposals for setting up of 15 State Cancer Institutes and 20 Tertiary Care Cancer Centres have been approved so far.14 new All India Institutes of Medical Sciences are being set up, with focus on oncology in its various aspects.

Under Pradhan MantriSwasthya Suraksha Yojana,8existing institutions are being upgraded with provision of oncology services.The National Health Policy of 2017 under-lines the importance of preventive healthcare.

Under the Comprehensive Primary Health Care aspect of Ayushman Bharat, we will provide preventive and curative services at primary care level to people near their homes.

We have initiated Population-based Prevention, Control, Screening and Management of common non-communicable diseases such as Diabetes, Hyper-tension and Common Cancers.

Ayushman Bharat also includes the Pradhan Mantri National Health Protection Mission.

This will cover over ten crore families.Approximately 50 crore people will be benefited through this mission. Insurance coverage upto 5 lakh rupees per family, per year for secondary and tertiary care hospitalization will be provided under this mission.

This will be the world’s largest government funded health care programme. The benefits of the scheme will be portable across the country.People will be able to get benefits in both public and empanelled private facilities.The scheme intends to reduce out of pocket expenditure on health.

To prevent, control and manage diseases like cancer we need action from all sections of society including NGOs and private sector.

The Cancer Institute W.I.A. Chennai is a voluntary charitable institution, founded by a group voluntary women social workers under the inspiring leadership of the late Dr.Muthulaxmi Reddy.

This institute started as a small cottage hospital. It was the first cancer specialty hospital in South India and the second in the country.Today, the Institute has a Cancer Hospital with 500 beds. I am informed that 30 percent of these beds are free beds, which means patients are not charged.

The molecular oncology department of the institute was designated a “Centre of Excellence” in 2007 by the Union Government. It was the first super specialty college in India established in 1984.These are pioneering, and praise-worthy achievements.

Dr. Shantha, in her opening speech spoke about some of the difficulties being faced by the Institute. I would like to assure her that we would look into them and I would also request the Chief Minister of Tamil Nadu to see what can be done.Lastly, let me turn for a while, to an issue that has been raised by certain vested interests over the last few days.

A baseless allegation is being made, about the Terms of Reference of the 15th Finance Commission, being biased against certain states, or a particular region. Let me tell you something, that our critics seem to have missed.The Union Government has suggested to the Finance Commission to consider incentivizing States who have worked on population control.By this yard-stick, a state like Tamil Nadu, which has devoted a lot of effort, energy and resources towards population control would certainly benefit.This was not the case earlier.


Friends,

The Union Government is committed to cooperative federalism. Our mantra is Sabka Saath, Sabka Vikas. Let us all work together to build a New India, which would make our great freedom fighters proud.

Thank You.

Thank you very much.

pm narendra modi ne kiya defence expo 2018 ka udghaatan

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया Defence Expo 2018 का उद्घाटन, कहा शांति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता मजबूत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को चेन्नई में Defence Expo 2018 का उद्धाटन किया। इस मौके पर संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने हुए कहा ‘तमिलनाडु में कांचीपुरम के इस ऐतिहासिक क्षेत्र में एक उत्साही सभा को देखकर मैं बहुत खुश हूं। यह हमारी महिमापूर्ण समुद्री विरासत की भूमि है।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह देखना आश्चर्यजनक है कि 500 से अधिक भारतीय कंपनियां और 150 से अधिक विदेशी कंपनियां यहाँ हैं। 40 से अधिक देशों ने अपने आधिकारिक प्रतिनिधि मंडल भी भेजे हैं।


पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि शांति को लेकर हमारी प्रतिबद्धता उतनी ही मजबूत है जितना की हमारी जनता और सीमा की सुरक्षा को लेकर हमारा निश्चय। उन्होंने कहा कि रणनीतिक रूप से स्वतंत्र रक्षा उद्योग परिसर की स्थापना करने सहित सशस्त्र सेनाओं को हथियारों से लैस करने के लिए हर कदम उठाने को तैयार हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए रक्षा खरीद प्रक्रिया में विभिन्न विशेष प्रावधानों को शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कंपनियों का स्वागत करते हुए कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि इस बार इस प्रदर्शनी में 500 से अधिक भारतीय कंपनियां भाग ले रहीं है जबकि 150 से अधिक विदेशी कंपनियां हिस्सा ले रही हैं।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं महान चोला साम्राज्य की भूमि में आकर बहुत खुश हूं। यही वह जगह है जहां से भारत ने पूर्व की ओर देखना शुरू किया। इतनी सारी कंपनियों को देख कर मुझे काफी हर्ष है। यह भारत की रक्षा क्षमताओं को दिखाने का मंच है। देश में निर्माण कर दूसरे देशों को बेचने की रक्षा रणनीति पहले किसी भी समय की तुलना में आज सबसे अधिक सुदृढ़ है।


उन्होंने कहा कि भारत देशों को जीतने की बजाय, दिल जीतने में यक़ीन रखता है। यह वह भूमि है जहां से बुद्ध की रौशनी पूरे विश्व में फैली। यह वह देश है जिसके एक लाख तीस हज़ार भारतीय सैनिकों ने विश्व युद्ध में अपनी जान दी। भारतीय सैनिकों का संयुक्त राष्ट्र शान्ति सेना में भी महती योगदान है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शान्ति के प्रति हमारा समर्पण वैसा ही है जैसा अपनी सीमाओं की सुरक्षा करने के प्रति है। रक्षा विनिर्माण का क्षेत्र में सरकार की भागीदारी के मामले में यह युग अनूठा है। सरकार इसके लिए लाइसेंस देती है, सुविधाएं देती है। रक्षा उत्पादन के मामले में हमारे नियमन, विधियों और प्रक्रियाओं को उद्योगों के लिये अधिक दोस्ताना बनाया गया है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑफसेट गाइडलाइन्स को आसान बनाया गया है। अनेक प्रक्रियाओं को आसान और सरल बनाया गया है। रक्षा अधिग्रहण की प्रक्रिया का भी नवीनीकरण किया गया है। ताकि लघु और मझौले उपक्रम भी इस क्षेत्र में आ सकें। हम दो औद्योगिक रक्षा कॉरिडोर बनाने के प्रति समर्पित हैं। एक तमिलनाडु में और दूसरा उत्तर प्रदेश में। यह कॉरिडोर आर्थिक विकास का आधार बनेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा निर्माण के क्षेत्र में पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को याद करते हुए सपना देखने और उसको एक्शन में बदलने की बात कही।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट्स की खरीद और वायुसेना के लिए लड़ाकू विमान की खरीद में लेटलतीफ़ी के लिए इशारों ही इशारों में पिछली सरकार पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि आपने देखा होगा सेना के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट्स की दरकार थी जो कई सालों से लंबित थी, हमने अब उसको अंजाम तक पहुंचा कर कामयाब बनाया है। आपने लड़ाकू जहाज़ों की खरीद की कोशिशें भी देखी होंगी, जो कभी अंजाम तक नहीं पहुँच पाई। हम इसको भी कामयाब अंजाम तक पहुंचा रहे हैं।


इस कार्यक्रम में स्वदेशी तकनीकी से विकसित सैन्य हेलीकॉप्टर, विमान, मिसाइलें, रॉकेट, पनडुब्बियां, जंगी जहाज विकसित करने की क्षमता प्रदर्शित की जाएगी। टाटा, एलएंडटी, कल्याण, भारत फोर्ज, महिंद्रा, डीआरडीओ, एचएएल, ओर्डेनेंस फैक्ट्रीज जैसी निजी एवं सार्वजनिक विशाल कंपनियां प्रदर्शनी में हिस्सा ले रही हैं। इस डिफेंस एक्सपो में कई रक्षा सौदों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसरा भारत निर्मित मिसाइलों में कई देशों ने दिलचस्पी दिखाई है। अब तक भारत दूसरे देशों से रक्षा उपकरणों का आयात करता रहा है लेकिन अब भारत रक्षा उपकरणों के निर्माण और निर्यात करने में सक्षम है। रक्षा मंत्री ने निजी क्षेत्र की कंपनियां से भारतीय तकनीक को बढ़ावा देने की अपील की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चेन्‍नई के अड्यार स्थित कैंसर संस्‍थान का भी दौरा करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी इस अवसर पर हीरक जयंती भवन, श्रीपेरंबदूर स्थित उपशामक देखभाल केंद्र (महावीर आश्रय) और अड्यार कैंसर संस्थान स्थित डे केयर सेंटर एवं नर्सों के क्वार्टर का उद्घाटन करने वाली पट्टिका का अनावरण करेंगे।

pm narendra modi ne 3d avtaar me bataya bhadrasan karane ka tarika or laabh

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3डी अवतार में बताया भद्रासन करने का तरीका और लाभ

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का योग को लेकर लगाव किसी से छिपा नहीं है। जब भी समय मिलता है वह देश के लोगों को योग के महत्व के बारे में जरूर समझाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वि‍टर अकाउंट पर भद्रासन का वीडियो शेयर कर लोगो को इसका लाभ बताया है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योग के प्रचार प्रसार के लिए काम करते रहे हैं और पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयास से ही 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रुप में मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 3डी अवतार से अर्ध भद्रासन के गुर सिखाए हैं।

भद्रासन एक ध्यानात्मक आसन है और इसके नियमित अभ्यास से एकाग्रता बढ़ती है। भद्रासन करने के लिए वज्रासन का अभ्यास होना भी जरूरी है। भद्रासन संस्कृत शब्द भद्र से निकला है जिसका मतलब होता है सज्जनता या शालीनता। यह आसन बहुत सारे रोगों को नष्ट करने में सहायक है। जानकारों के मुताबिक भद्रासन करने से शरीर सुदृढ़, स्थिर और मजबूत बनता है।

pm narendra modi 2 din baad denge sabse bada tohafa 5lakh ka hoga faayada

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 दिन बाद देंगे सबसे बड़ा तोहफा, 5 लाख का होगा फायदा

बस दो दिन और बचे हैं यानी 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी महायोजना लॉन्च करेंगे। इस योजना को छत्‍तीसगढ़ से लॉन्च किया जाएगा। 14 अप्रैल यानी डॉ. भीमराव आम्बेडकर की जयंति के दिन यह योजना लॉन्च होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महत्वाकांक्षी योजना में प्रति वर्ष 10 करोड़ परि‍वारों को इलाज के लिए 5-5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा कवर मि‍लेगा। इस योजना को मोदी केयर का नाम भी दि‍या गया है। असल में इस योजना का नाम है आयुषमान योजना है।

इस योजना का आरंभ छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के जांगला से होगा। सरकार ने बजट के दौरान प्रत्‍येक परिवार को हर साल 5 लाख रुपए तक का इलाज फ्री में कराने का वादा किया था। इसके बाद अब ये सुविधा शुरू होने जा रही है। इस स्‍कीम में फायदा लेने वाले परिवार में कितने भी सदस्‍य हों, सभी उसका फायदा उठा सकेंगे। इस स्‍कीम का फायदा ठीक से सभी को मिले, इसके लिए एक काउंसिल का गठन भी किया जाएगा। इसकी अध्यक्षता हेल्थ मिनिस्टर करेंगे।

ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वालों को इस स्कीम का फायदा तभी मिलेगा, जब उनके पास एक कमरे का कच्‍चा मकान, खपरैल में रहने वाली फैमली और ऐसा परिवार जिसमें 16 से 59 वर्ष के बीच की उम्र का कोई अडल्‍ट सदस्‍य न हो, महिला मुखिया वाले परिवार, जिनमें 16 से 59 वर्ष के बीच का कोई पुरुष न हो। ऐसे परिवार जिनमें विकलांग सदस्‍य हों और उसकी देखरेख करने वाला कोई अडल्‍ट सदस्‍य परिवार में न हो। एससी और एसटी के अलावा ऐसे परिवार जिनके पास जमीन न हो और उनकी आमदनी कैजुअल मजदूरी हो। जिन परिवारों के पास छत न हो और कानूनी रूप से बंधुआ मजदूरी से मुक्‍त कराए गए हों।

शहरी में रहने वालों के लिए शर्तें अलग हैं। सरकार ने शहरी क्षेत्र में रहने वाले गरीबों को भी स्‍कीम का फायदा मिलेगा, गरीबों के चयन के लिए कई कैटेगरी बनाई गई हैं, कुल मिलाकर 11 कैटेगरी में शहरी गरीबों को बांटा गया है, जो इस स्‍कीम का फायदा ले सकेंगे।

इसके अंतर्गत प्रति परिवार सालाना 5 लाख रुपए तक का कवर मिलेगा। इसमें लगभग सभी गंभीर बीमारियों का इलाज कवर होगा। इसके अलावा कोई भी व्यक्ति (विशेष रूप से महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग) इलाज से वंचित न रह जाए, इसके लिए स्कीम में फैमिली साइज और उम्र पर कोई सीमा नहीं लगाई गई है। इस स्कीम में हॉस्पिटलाइजेशन से पहले और बाद के खर्च को भी शामिल किया गया है। हर बार हॉस्पिटलाइजेशन के लिए ट्रांसपोर्टेशन अलाउंस का भी उल्लेख किया गया है, जिसका भुगतान लाभार्थी को किया जाएगा।

इस स्कीम के तहत पैनल में शामिल देश के किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में कैशलेस इलाज कराया जा सकेगा। राज्यों के सभी सरकारी अस्पताल इस स्कीम में शामिल माने जाएंगे। संबंधित अस्पतालों को बेड ऑक्यूपैंसी रेश्यो के पैरामीटर के आधार पर इसके पैनल में शामिल किया जा सकता है। प्राइवेट अस्पतालों के मामले में निश्चित क्राइटीरिया के आधार ऑनलाइन इम्पैनल्ड किया जाएगा।

pm narendra modi ne mudra yojna ke 100 labharthiyo se aavaas par ki mulakaat

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुद्रा योजना के 100 लाभार्थियों से आवास पर की मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह एक ऐसा वातावरण बनाना चाहते हैं जहां लोगों की पहचान उनके परिश्रम और एंटरप्रेन्योरशिप के आधार पर बने। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना ने लोगों में आत्मविश्वास का भाव जगाने का काम किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर मुद्रा योजना के तहत वितरीत कर्ज से लाभ पा चुके करीब 100 लोगों से बातचीत के दौरान यह बात कही।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वे इन लोगों में आत्मविश्वास की भावना को देखकर काफी खुशी महसूस कर रहे हैं। इसी उद्देश्य से मुद्रा योजना शुरू की गई थी। वे चाहते हैं कि सभी भारतीय सम्मानपूर्ण जीवन व्यतीत करें।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुद्रा योजना के लाभार्थियों से कहा, “मैं आपसे एक आग्रह करता हूं कि आप बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दें।” पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपका जन्म सुविधाओं के साथ नहीं हुआ, आपने जो हासिल किया है, वह अपने परिश्रम से किया और इसलिए आप दूसरे को प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे यहां निजी क्षेत्र और सार्वजनिक क्षेत्र है। हमारा ध्यान पर्सनल सेक्टर पर है। “हम ऐसा वातावरण बनाना चाहते हैं जहां लोगों की पहचान उनके परिश्रम और एंटरप्रेन्योरशिप के आधार पर बने।”


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि उन्हें सभी लाभार्थियों से मिलकर प्रसन्नता हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुद्रा योजना के लाभार्थियों से कहा कि आपकी सफलता में यह देखते हैं कि सही नीति और नीयत कितने सारे नागरिकों के जीवन में बदलाव ला सकती है। आपकी सफलता देशभर में लोगों को सफलता के लिये प्रेरित करती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके मुद्रा योजना के कुछ लाभार्थियों का जिक्र भी किया। इसमें उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जयापुर के चंद्रबली वर्मा शामिल है जो पाल्टी फार्म का कारोबार चलाते हैं। इनमें फार्मा कंपनी में काम करने वाले विप्लव सिंह के अलावा राजस्थान के कोटा के मनोज सुखलानी, तमिलनाडु के शनमुघ प्रियम, केरल के कन्नूर के पी सिजेश, झारखंड के बोकारो से किरण कुमारी शामिल हैं।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने वाले मुद्रा योजना के लाभार्थियों ने उनके साथ अपने अनुभव भी साझा किए। उल्लेखनीय है कि एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरूआत अप्रैल 2015 में हुई थी।

pm modi ne ki bjp vidhayako se phone par baat kshetra ki samasyao ki jankari le

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की बीजेपी विधायकों से फोन पर बात, क्षेत्र की समस्याओं की जानकारी ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भाजपा विधायकों से मोबाइल फोन के जरिए सीधे बात की। प्रधानमंत्री ने विधायकों की मांग पर भरोसा दिलाया कि यहां किसानों की फसलों के लिए फूड प्रोसेसिंग सेंटर, कोल्ड स्टोरेज व मजदूरों को निजी व सरकारी क्षेत्र में वाजिब मजदूरी दिलाने पर काम करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये काम कहीं जल्दी तो कहीं पूरा होने में कुछ दिन लेट हो सकते हैं, लेकिन होंगे जरूर। पीएम नरेंद्र मोदी ने विधायकों से भी वादा किया कि वे 22 अप्रैल को फिर से सभी विधायकों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात करेंगे, ताकि वे एक दूसरे से वीडियो के जरिए पर सीधे रूबरू हो सकें।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब 20 मिनट तक केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर अपनी बात रखी। विधायकों को अपना विजन बताया। बाद में पीएम नरेंद्र मोदी ने विधायकों को अलग से फोन करके बात की और सुझाव भी मांगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधायकों को उनके दौरे के वक्त बस्तर आने को भी कहा। सबका साथ सबका विकास का मूलमंत्र देते हुए मोदी ने विधायकों से कहा कि गांव-गांव जाकर लोगों को सरकार की योजनाओं की जानकारी दें।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधायकों से कहा लोगो को योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए फार्म भरवाएं। ताकि जिस सोच को लेकर योजनाएं बनाई गई हैं वे पूरी हो सकें। लोगों का जीवन स्तर ऊपर उठ सके। वे मुख्यधारा में आ सकें। सामूहिक संवाद के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने विधायकों से सीधी बात की। आरंग विधायक नवीन मारकंडेय रायपुर में ही थे।उनसे बातचीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाव मांगा तो मारकंडेय ने किसानों की फसलों के बंपर उत्पादन की बात कही, लेकिन बताया कि फूड प्रोसेसिंग केंद्र व उचित मार्केट न मिलने से उन्हें फसलों के वाजिब दाम नहीं मिल पाते। मेहनत बेकार चली जाती है। इसी तरह मजदूरों को भी निजी व सरकारी स्तर पर उचित मजदूरी मिले तो उन्हें राहत मिलेगी। दौरे के वक्त ऐसी मांगे सामने आती हैं। मोदी ने इन मांगों पर विचार करने की बात कही।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन वनमंत्री महेश गागड़ा के पास भी आया। पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे 14 अप्रैल को प्रस्तावित बीजापुर दौरे को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि मैं आ रहा हूं। वहां खुलकर बात होगी। गागड़ा ने उनसे बस्तर में अशिक्षा, कुपोषण व स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन क्षेत्रों में लगातार काम करने की जरूरत है। बातचीत करीब पांच मिनट तक चली।केंद्र सरकार ने देश के कुछ जिलों को स्पेशल डिस्ट्रिक्ट घोषित किया है। इनमें गागड़ा का संसदीय क्षेत्र बीजापुर भी शामिल है। इसे लेकर भी मोदी-गागड़ा में चर्चा हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बस्तर में सामाजिक कुरीतियों को लेकर जानकारी ली।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रायपुर उत्तर के विधायक श्रीचंद सुंदरानी से भी बात हुई। मनेंद्रगढ़ विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि वे केवल आॅडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर दो बजे तक विधायकों से संवाद करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधायकों को कुछ महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए।

  • गांव-गांव का दौरा करें, गावों में रात बिताएं।
  • आदिवासी, दलित व अंतिम छोर के व्यक्ति की सुधि लें।
  • कोई गांव बिना बिजली के न रह जाए।
  • पंचायती राज को और अधिक सशक्त व प्रभावी बनाएं।
  • स्वच्छता को बढ़ावा दें, शत-प्रतिशत शौचालयों का उपयोग हो।
  • लोगों को उदाहरण पेश करना है तो खुद झाड़ू लगाएं।
  • कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रह जाए।
  • कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न जाए।
  • किसान की आय दोगुनी करने व लागत कम करने में तकनीकी रूप से मदद करें।
  • मजदूरों को टूल्स देकर जीवन में समृद्धि लाएं।
pm modi ne kaha agle 25 saalo tak 45 phesad ki dar se badhegi bharat me urja ki khapat

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, अगले 25 सालों तक 4.5 फीसद की दर से बढ़ेगी भारत में ऊर्जा की खपत

16वें इंटरनेशनल एनर्जी फोरम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगले 25 सालों तक भारत में ऊर्जा की खपत 4.5 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से बढ़ेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में ऊर्जा के भविष्य को लेकर मेरा विजन चार स्तंभों पर खड़ा है। ये एनर्जी एक्सेस, एनर्जी इफिशियंसी, एनर्जी सस्टेनेबिलिटी और एनर्जी सिक्योरिटी हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ऊर्जा के एकीकरण में विश्वास करती है और हमारा एनर्जी का एजेंडा समेकित है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम ऐसे समय में प्रवेश करने वाले हैं जहां एनर्जी की बहुतायत होगी। लोगों की साफ, सुविधाजनक और दीर्घकालिक ऊर्जा तक पहुंच सुनिश्चित करनी होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ऊर्जा की कीमतों का निर्धारण तर्कसंगत और जिम्मेदारी पूर्ण तरीके से करने का आह्वान किया ताकि सभी को सस्ती ऊर्जा सुलभ हो सके।

तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक के प्रमुख सदस्य सऊदी अरब के पेट्रोलियम मंत्री खालिद अल-फालिह की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऊर्जा की कीमतों को कृत्रिम तरीके से तोड़ – मरोड़ कर निर्धारित करने के प्रयास स्वयं में बहुत घातक हैं।

अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा मंच ( आईईएफ ) के सम्मेलन को यहां संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह ( कीमतों का उचित निर्धारण ) तेल उत्पादक देशों के हित में है क्योंकि (ऊर्जा के ) उपभोग वाले देश बाजार वृद्धि कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को ऐसी ऊर्जा चाहिए जो गरीबों के लिए सस्ती हो और उनकी पहुंच में हो।

उन्होंने कहा कि साफ, सस्ती और सतत ऊर्जा की आपूर्ति और उस तक पहुंच महत्वपूर्ण है। इसलिए तेल एवं गैस की कीमतों का निर्धारण जिम्मेदारी पूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी रेखांकित किया कि भारत ने कम मुद्रास्फीति पर उच्च वृद्धि दर हासिल की है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगले दो से पांच साल में भारत में ऊर्जा की मांग सबसे ज्यादा होगी और प्राथमिक ऊर्जा स्रोत के रुप में कोयले की मांग धीरे-धीरे खत्म हो सकती है। आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) से बाहर के देशों में ऊर्जा का उपभोग बढ़ा है और सौर ऊर्जा सस्ती हुई है।

इस फोरम में दुनिया भर के ऊर्जा मंत्रियों, इंडस्ट्री लीडर्स और महत्वपूर्ण इंटरनेशनल संस्थानों के प्रमुख हिस्सा ले रहे हैं। इस कार्यक्रम में ग्लोबल एनर्जी के भविष्य पर चर्चा होगी।

pm narendra modi ne mahatma jyotiba phule ki jayanti par unhe shraddhanjali di

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधावार को महात्मा फुले की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने महात्मा फुले को सामाजिक सुधारक की संझा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महात्मा के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। उन्होंने देश में चल रही पुरानी कुरितियों को दूर करने में अहम योगदान दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘महात्मा फुले को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। सामाजिक सुधार पर उनके अग्रणी और कठोर प्रयासों के कारण लोगों को मदद मिली। वे महिलाओं की स्थिति में सुधार और युवाओं के बीच शिक्षा को आगे बढ़ाने के प्रति प्रतिबद्ध थे।’


महान विचारक थे फुले

19वीं सदी के एक महान भारतीय विचारक, समाज सेवी, लेखक ज्योतिराव गोविंदराव फुले का जन्म 11 अप्रैल 1827 को हुआ था। उन्हें महात्मा फुले और ज्योतिबा फुले के नाम से जाना जाता है। फुले को महाराष्ट्र में सामाजिक सुधार आंदोलन का सूत्राधार माना जाता है। वह और उनकी पत्नी, सावित्रीबाई फुले, भारत में महिला शिक्षा के अग्रदूत थे। उन्हें महिलाओं और निम्न जाति के लोगों को शिक्षित करने के अपने प्रयासों के लिए सबसे अधिक जाना जाता है।

संघर्षों के साथ आगे बढ़े फुले

ज्योतिराव गोविंदराव फुले का परिवार कई पीढ़ी पहले सतारा से पुणे आकर फूलों के गजरे आदि बनाने का काम करने लगा था। इसलिए माली के काम में लगे ये लोग ‘फुले’ के नाम से जाने जाते थे। फुले ने कुछ समय तक मराठी में अध्ययन किया, बीच में पढ़ाई छूट गई और बाद में 21 वर्ष की उम्र में सातवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने निचली जातियों के लिए ‘दलित’ शब्द को सामने रखा था। साल 1873 के सितंबर माह में उन्होंने ‘सत्य शोधक समाज’ नामक संगठन का गठन किया था। वे बाल-विवाह के मुखर विरोधी और विधवा-विवाह के पुरजोर समर्थक थे। उनकी पत्नी सावित्री बाई फुले भी एक समाजसेविका थीं। उन्हें भारत की पहली महिला अध्यापिका और नारी मुक्ति आंदोलन की पहली नेता कहा जाता है।