Monthly Archives: January 2017

पाकिस्‍तान मौके की तलाश में रहता है : पंजाब के कोटकपुर में रैली में बोले पीएम नरेंद्र मोदी

पंजाब चुनाव के चलते राज्‍य में प्रचार अभियान के तहत आज फरीदकोट के कोटकपुर जिले में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पाकिस्‍तान मौके की तलाश में रहता है. वह हमेशा पंजाब की धरती के इस्‍तेमाल की फ़िराक़ में रहता है. अगर यहां सरकार ढीली-ढाली आ जाए तो सिर्फ पंजाब ही नहीं, बल्कि हिंदुस्‍तान को संकट के दौर से गुजरना होगा. इसलिए पंजाब में एेसी सरकार चाहिए, जो देश की सुरक्षा भी कर सके.

पीएम ने आगे कहा कि ‘किसानों को फसल बीमा योजना दी. यह योजना किसानों की भलाई है. हम चाहते हैं कि पंजाब का किसान दुग्‍ध के उत्‍पादन में भी अव्‍वल रहे. दो साल में हम लोगों को भरपूर काम करने का मौका मिला है. पंजाब को ऊंचाइयों पर ले जाने में बादल साहब ने कोई कसार नहीं छोड़ी है. 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का हमनें संकल्प लिया है’.

पीएम ने आगे कहा कि जिन लोगों ने गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान किया है, उन लोगों को कानून के हिसाब से सजा दी जाएगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि पंजाब की धरती पर जल्द ही इथेनॉल बनाने के कारखाने लगेंगे.

गोवा में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो 50 साल में ना हुआ वो 25 महीनें में किया

गोवा में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पीएम मोदी ने आज पणजी में रैली को संबोधित करते हुए विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला बोला और गोवा के विकास की बात कहते हुए भाजपा को वोट देने की अपील की। पीएम ने कहा कि ये चुनाव गोवा को अस्थिरता की बीमारी से मुक्त करने का चुनाव है और आप हमें बहुमत के साथ सत्ता सौंपिए।

पीएम मोदी ने कहा कि ”गोवा की प्रगति को देख कर संतोष होता है, आनंद होता है। विकास को बढावा देने के लिए हमने अपना पूरा फोकस विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ाने पर किया है।” पीएम ने कहा कि गोवा में 50 साल में जितना विकास नहीं किया गया, उतना हमारी सरकार ने 25 महीने में कर दिया। क्षेत्रीय पार्टियों को वोट ना देने की बात कहते हुए मोदी ने कहा कि वोटकटवा लोग लोकतंत्र के जेबकतरे हैं। ये लोग किसी के नहीं हो सकते है। पीएम ने कहा कि कुछ पार्टियां अभी से बैठी हैं कि एक तारीख को भारत सरकार का बजट आए तो हम ऐसा हमला करें कि सरकार बदनाम हो, ये लोकतंत्र के लिए अच्छी सोच नहीं है।

सारी दुनिया में हो रही भारत की जयकार
उन्होंने कहा कि कुछ लोग तो अभी से ये प्लान बना रहे हैं कि हार के बाद क्या बहाना बनाएंगे। पीएम ने कहा कि विपक्षी पार्टी अपनी हार से डर रहे हैं और व्यवस्था को दोष दे देने की सोच रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब अंपायर पर भरोसा नहीं है तो खेलते ही क्यों हो? पीएम ने कहा कि विपक्षी पार्टियां राजनीति को गिराना चाह रही हैं, ये ठीक नहीं है। सभी को लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करना चाहिए। पीएम ने कहा कि जितनी होशियार देश की जनता है, उससे ज्यादा होशियार गोवा की जनता है और गोवा के लोग कांग्रेस को देख चुके हैं, उनके बहकावे में नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत का जय-जयकार हो रहा है क्योंकि दिल्ली में 30 साल बाद बहुमत की सरकार है।

पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरा देश सर्जिकल स्ट्राइक पर चर्चा कर रहा है कि आखिर ये सब हो कैसे रहा है। ये हमारी सेना ने करके दिखाया है। पीएम ने कहा कि इस देश में गरीबी हटाओ के नारे तो खूब लगे लेकिन कोशिश नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस नेता के घर करोड़ों का कालाधन निकला लेकिन कांग्रेस ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। मोदी ने कहा कि मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई छोड़ी है और ये लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि गरीबों की जिंदगी में बदलाव के लिए वो जान लड़ा देंगे। पीएम ने गोवा के लोगों से भाजपा को वोट देने की अपील की।

‘मन की बात’ में पीएम नरेंद्र मोदी ने छात्रों को दिया मंत्र- ‘स्‍माइल मोर, स्‍कोर मोर’

चुनाव आयोग की हरी झंडी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल की पहली ‘मन की बात’ की. मन की बात की शुरुआत में उन्होंने हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हिमस्खलन की चपेट में आने से जान गंवाने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद पीएम के मन की बात का पूरा फ़ोकस छात्रों की होने वाली परीक्षाओं पर रहा.

प्रधानमंत्री ने छात्रों और उनके अभिभावकों को परीक्षा से पहले तनावमुक्त रहने की सलाह दी. इसके साथ ही कहा कि परीक्षा को उत्सव की तरह मनाएं, इसे जीवन-मरण का सवाल न बनाएं. पीएम ने छात्रों को स्माइल मोर, स्कोर मोर का मंत्र दिया.

पीएम की ‘मन की बात के मुख्‍य अंश…

  • अधिकार और कर्तव्य की दो पटरी पर ही, भारत के लोकतंत्र की गाड़ी तेज़ गति से आगे बढ़ सकती है.
  • शहीदों को सम्‍मान दिया गया है.
  • युवा सोशल मीडिया पर वीर सैनिकों, शहीदों के पराक्रम को लिखें.
  • मैं शहीद हुए जवानों को नमन करता हूं.
  • हिमस्‍खलन में जवानों का खोना दुखद.
  • आज मैं बच्‍चों से बात करने आया हूं.
  • परीक्षा में परेशानी का वातावरण.
  • युवाओं से विस्‍तार से बात करूंगा.
  • बच्‍चों ने अपनी परेशानियों को शेयर की हैं. इन परेशानियों को शेयर कर रहा हूं.
  • परीक्षा अपने आप में, एक खुशी का अवसर होना चाहिए. परीक्षा एक उत्सव है, परीक्षा को ऐसे लीजिए जैसे मानों त्योहार है.
  • ज्‍यादातर के लिए परीक्षा परेशानी हैं.
  • परीक्षा में उत्‍सव का माहौल बने. उत्‍सव से दबाव कम हो जाएगा. माता-पिता बच्‍चों की मदद करें.
  • स्‍माइल मोर, स्‍कोर मोर. जितने ज्‍यादा खुश रहेंगे, उतने ज्‍यादा आपको अंक प्राप्‍त होंगे.
  • तनाव में सारे दरवाजे बंद होते हैं. तनामुक्‍त रहने से परेशानी कम होती हैं.
  • रिलैक्‍स रहेंगे तो चीजें याद रहेंगी. तनाव में ज्ञान नीचे दब जाता है.
  • गुड मार्कशीट के लिए हैप्‍पी माइंड.
  • परीक्षा जीवन की कसौटी नहीं है.
  • परीक्षा जीवन-मरण का सवाल नहीं है.
  • विफलता से घबराना नहीं चाहिए.
  • अधिकार के साथ कर्तव्‍य पर भी ध्‍यान दें.
  • परीक्षा को सही संदर्भों में देखना जरूरी है. हमारे सामने,हमारे पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम  प्रेरक उदाहरण हैं.
  • जीवन को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिस्‍पर्धा काम नहीं आती है. जीवन को आगे बढ़ाने के लिए अनुस्‍पर्धा काम आती है.
  • खुद के साथ मुकाबला करें, दूसरों के साथ नहीं. पीएम ने इस संदर्भ में क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर का उदाहरण भी दिया.
  • प्रतिस्‍पर्धा में पराजय, हताशा, निराशा और ईर्ष्या को जन्म देती है, लेकिन अनुस्‍पर्धा आत्मंथन, आत्मचिंतन का कारण बनती है.
  • अभिभावक अपेक्षा ज्‍यादा करते हैं. बच्‍चों से अपेक्षा कम करें, ठीक रहेगा.
  • मैं अभिभावकों से इतना ही कहना चाहूंगा- तीन बातों पर हम बल दें… स्वीकारना, सिखाना, समय देना.
  • नकल आपको बुरा बनाती है, इसलिए नकल न करें.
  • नकल जीवन को विफल बनाने के रास्‍ते की तरफ घसीटकर ले जाती है.
  • कभी-कभी मुझे लगता है कि अभिभावकों की जो अपेक्षाएं होती हैं, उम्मीदें होती हैं, वो बच्चे के स्‍कूल बैग से भी ज़्यादा भारी हो जाती हैं.
  • स्वीकृति समस्याओं के समाधान का रास्ता खोलती है. अपेक्षाएं राह कठिन कर देती हैं.
  • मैं अभिभावकों से कहना चाहूंगा कि परीक्षा के दिनों में बच्चों को हंसी-ख़ुशी का भी माहौल दें. आप देखिए, वातावरण बदल जाएगा.
  • सर्वांगीण विकास करना है, तो किताबों के बाहर भी एक जिंदगी होती है और वो बहुत विशाल होती है.
  • अपने संकल्प को याद करते हुए, अपने पर विश्वास रखते हुए, परीक्षा के लिए जाइए, मेरी बहुत शुभकामनाएं हैं.
  • हर कसौटी से पार उतरने के लिए कसौटी को उत्सव बना दीजिए. फिर कभी कसौटी, कसौटी ही नहीं रहेगी. इस मंत्र को लेकर आगे बढ़ें.
  • पीएम ने भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारियों और सैनिकों ने देश के प्रति उनकी सेवा के लिए धन्‍यवाद दिया.
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं दीं.

जब राजपथ पर सुरक्षाघेरे को तोड़ पीएम नरेंद्र मोदी पहुंचे लोगों के बीच…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महत्वपूर्ण अवसरों पर जनता से संवाद करना नहीं भूलते. गणतंत्र दिवस पर भी वह प्रोटोकॉल तोड़कर लोगों के बीच पहुंच गए. गुरुवार को भी जब पीएम मोदी का काफिला राजपथ से गुजर रहा था, तभी वह अचानक लोगों के पास पहुंच गए और हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया. पीएम मोदी के चारों ओर सुरक्षाबल थे, लेकिन पीएम अचानक आगे बढ़ते हुए लोगों के पास तक पहुंच गए. पीएम को अपने करीब देखकर लोगों का उत्साह देखने लायक था. दर्शकदीर्घा में मौजूद लोगों को शायद इसकी अपेक्षा नहीं थी इसलिए प्रधानमंत्री को अपने इतने नजदीक पाकर उत्साह से भर उठे.

इससे पहले 68वें गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर भव्य परेड देखने को मिली. राजपथ पर भारत के सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया गया तो वहीं राज्यों की झांकियों में सांस्कृतिक विविधता और एकता की झलक भी देखने को मिली.

68वें गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राजपथ पर तिरंगा फहराया और देश की सैन्य ताकत का प्रदर्शन हुआ.पहली बार परेड में संयुक्त अरब अमीरात के 144 जवानों का दस्ता भी सेना के जवानों के साथ परेड करता दिखाई दिया.  ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि इस साल गणतंत्र दिवस में मुख्य अतिथि अबु धाबी के शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान रहे.

यदि राजपथ पर रिपब्लिक डे परेड को नहीं देख पाए, तो यहां देखें पूरा समारोह

देश के 68वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर विजय चौक से ऐतिहासिक लालकिले तक देश की आन-बान-शान का शानदार नजारा गुरुवार सुबह देखा गया, जिसमें प्राचीन काल से चली आ रही भारत की अनूठी एकता में पिरोई विविधताओं वाली विरासत, आधुनिक युग की विभिन्न क्षेत्रों की उसकी उपलब्धियां और देश की सुरक्षा की गारंटी देने वाली फौज की क्षमता का भव्य प्रदर्शन हुआ। यदि आप इस समारोह को नहीं देख पाएं तो नीचे वीडियो पर क्लिक कर आप राजपथ पर हुए इस भव्‍य परेड को देख सकते हैं।

शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान थे। परेड में यूएई के सैनिकों की एक टुकड़ी ने अपने देश के ध्वज के साथ हिस्सा लिया जिसमें उसका संगीत बैंड शामिल था। सलामी मंच पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की मौजूदगी में राजपथ पर आज भारत की संस्कृति के रंगों और रक्षा क्षेत्र की ताकत का प्रदर्शन किया गया। परेड में जहां सारी दुनिया में सबसे अधिक विभिन्नता वाले देश भारत को एक सिरे में पिरोने वाली उसकी हर कोने की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाया, वहीं अत्याधुनिक हथियारों, मिसाइलों, विमानों और भारतीय सैनिकों के दस्तों ने देश के किसी भी चुनौती से निपट सकने की ताकत का अहसास कराया। सबसे अंत में रोमांच से भर देने वाले वायु सेना के अत्याधुनिक विमानों को राजपथ के उपर से हैरतअंगेज कारनामों के साथ उड़ान भरते देख कर उन विमानों की ताकत के साथ ही वायुसेना के पायलटों का हुनर और जांबाज़ी का अहसास हुआ।

पीएम मोदी ने 68वें गणतंत्र दिवस पर देशवासियों को दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के 68वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर गुरुवार को देशवासियों को बधाई एवं शुभाकामनाएं दी। मोदी ने ट्वीट किया, सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं। गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि अबु धाबी के शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान थे।

परेड में यूएई के सैनिकों की एक टुकड़ी ने अपने देश के ध्वज के साथ हिस्सा लिया जिसमें उसका संगीत बैंड शामिल था। यूएई के दस्ते में 149 जवान शामिल थे जिसमें 35 संगीतकार हैं। समारोह में विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों तथा मंत्रालयों की झांकियां पेश की गई। प्रधानमंत्री मोदी एवं अन्य गणमान्य लोगों ने कार्यक्रम देखा।

चीन, रूस, पाकिस्तान के मुकाबले, ट्रंप ने मोदी से इसलिये की पहले बात

अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने मंगलवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कॉल किया। राष्‍ट्रपति ट्रंप की कॉल कई मायनों में भारत के लिए अहम है। ट्रंप ने बातचीत में भारत को अमेरिका का ‘सच्‍चा दोस्‍त’ कहा है। वहीं ट्रंप की कॉल इस बात को भी बयां करती हैं कि अमेरिका की नई सरकार भारत के साथ संबंधों को पूरी तरजीह दे रही है।

पुतिन को अभी तक कॉल का इंतजार
राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप नवंबर 2016 में चुनाव जीता और फिर 20 जनवरी को आधिकारिक तौर पर ऑफिस संभाल लिया। जब उन्‍होंने चुनाव जीता था तो हर कोई यह कयास लगा रहा था कि ऑफिस संभालते ही वह रूस के राष्‍ट्रपति ब्‍लादीमिर पुतिन को कॉल कर सकते हैं। चुनावों से पहले वह राष्‍ट्रपति पुतिन और रूस की काफी तारीफ कर रहे थे। साथ ही उन्‍होंने वादा किया था कि उनके आने के बाद रूस और अमेरिका के रिश्‍ते भी बेहतर होंगे। फिलहाल अभी तक राष्‍ट्रपति ट्रंप ने क्रेमलिन को कॉल नहीं किया है। यहां यह जानना काफी अहम है कि ट्रंप ने पहले जिन चार राष्‍ट्राध्‍यक्षों से फोन पर बात की है, उनमें इजरायल वह देश है जिसके खिलाफ यूनाइटेड नेशंस में आए प्रस्‍ताव पर ट्रंप काफी नाराज थे। मैक्सिको वह देश है जिससे लगी सीमा पर ट्रंप दीवार बनवाने की बात की थी। इजिप्‍ट वह देश है जहां आईएसआईएस की मौजूदगी है और वहीं कनाडा वह देश है जो व्‍यापार जैसे मुद्दों को लेकर अमेरिका के साथ काफी करीब है और अब टीपीपी को लेकर एक अहम कदम उठाने की तैयारी में है। ऐसे में अगर देखा जाए जो अगला नंबर रूस का हो सकता था लेकिन नंबर आया भारत का। फिर आखिर क्‍यों राष्‍ट्रपति ट्रंप ने रूस, चीन की जगह भारत को चुना।

रिश्‍तों को और मजबूत करने की पहल
राष्‍ट्रपति ट्रंप ने रूस के अलावा अभी तक यूरोपियन यूनियन के किसी सदस्‍य देश को भी फोन नहीं किया है। ऑफिस संभालने के बाद राष्‍ट्रपति ट्रंप भी पूर्व राष्‍ट्रपति बराक ओबामा की तरह चाहते हैं क‍ि अमेरिका और भारत के रिश्‍तों में मधुरता जारी रहे और इसमें और करीबी आए। अमेरिका ने पिछले वर्ष भारत को सबसे बड़े रक्षा खरीदार का दर्जा दिया है।

सबसे पहले पीएम मोदी ने किया था फोन
नवंबर में जब राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने चुनाव जीता था तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के पहले नेता थे जिन्‍होंने ट्रंप को बधाई दी थी। इसके अलावा राष्‍ट्रपति ट्रंप खुद भी पीएम मोदी की कई मौकों पर तारीफ कर चुके हैं। वर्ष 2014 में पहले भारत आने पर और फिर वर्ष 2015 की शुरुआत में उन्‍होंने ब्‍यूरोक्रेसी को सुधारने के लिए पीएम मोदी की पीठ थपथपाई थी। ट्रंप, पीएम मोदी को एक ऊर्जावान नेता बता चुके हैं और उनके साथ काम करने को लेकर काफी उत्‍साहित नजर आए थे।

दो नेता लेकिन एक जैसी कई बातें
राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप की तुलना कई बार पीएम मोदी से की जाती है। चुनावी अभियान में उनका, ‘अबकी बार ट्रंप सरकार’ वाला काफी हिट हुआ। इसके बाद जब 20 जनवरी को उन्‍होंने शपथ ली तो कई लोगों ने उनकी स्‍पीच को पीएम मोदी की स्‍पीच जैसा बताया। ऐसे में शायद ट्रंप खुद भी चाहते थे कि वह पीएम मोदी से ऑफिस संभालने के बाद जल्‍द जल्‍द बात करें।

खुद को बताया हिंदुओं का सच्‍चा दोस्‍त

अक्‍टूबर 2016 में राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान के दौरान जब दीपावली का दिया न्‍यू जर्सी के एडीसन में जलाया तो भारत के लिए एक वादा भी किया। ट्रंप ने यहां पर एक चैरिटी इवेंट में अमेरिका के साथ भारत की स्पेशल रिलेशनशिप की बात की। इस प्रोग्राम को रिपब्लिकन हिंदू कोऑलिशन की ओर से आतंकवाद से पीड़‍ित कश्‍मीर पंडितों और बांग्‍लादेशी हिंदूओं के लिए आयोजित किया गया था। ट्रंप ने कहा, ‘ट्रंप एडमिनिस्‍ट्रेशन के तहत भारत, अमेरिका की दोस्‍ती और बेहतर होगी और हम ‘बेस्‍ट फ्रेंड’ बनेंगे।

प‍ाकिस्‍तान पर सख्‍त ट्रंप
बड़ी हैरानी की बात है कि पूर्व राष्‍ट्रपति बराक ओबामा ने भी आज से दो वर्ष पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत आना तो स्‍वीकार किया लेकिन पाकिस्‍तान जाने से बचे। राष्‍ट्रपति ट्रंप ने भी दो वर्ष बाद पाकिस्‍तान को लेकर अभी तक कोई सकारात्मक इशारा नहीं किया है। हां, उन्‍होंने यह जरूर कहा है कि वह हर उस देश से चरमपंथी इस्‍लामिक आतंकवाद को खत्‍म करके रहेंगे जहां पर इन्‍हें पनाह मिली हुई है। दिलचस्‍प है कि पाकिस्‍तान ने दिसंबर में दावा किया था राष्‍ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को कॉल किया है। वहीं ट्रंप की ट्रांजिशन टीम से इससे साफ इंकार कर दिया।

 

 

 

 

डोनाल्ड ट्रंप ने किया PM मोदी को फोन; अमेरिका आने का दिया न्यौता, भारत को बताया सच्चा दोस्त

भारत को अमेरिका का ‘सच्चा दोस्त’ बताते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साल के आखिर में देश आने का न्यौता दिया। व्हाइट हाउस ने दोनों नेताओं की, फोन पर व्यापार, रक्षा और आतंकवाद के संबंध में हुई बातचीत के बाद यह जानकारी दी।

अमेरिका का 45वां राष्ट्रपति बनने के चार दिन बाद कल रात ट्रंप ने मोदी से फोन पर बात की । व्हाइट हाउस ने बातचीत का ब्यौरा देते हुए बताया, ‘ भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोन पर बातचीत के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका, भारत को अपना सच्चा दोस्त और विश्व में व्याप्त चुनौतियों से निपटने में अपना साझेदार समझता है । ’ उन्होंने कहा, ‘ राष्ट्रपति ट्रंप साल के आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका में स्वागत करने को उत्सुक हैं। ’ दोनों नेताओं ने अमेरिका और भारत के बीच आर्थिक एवं रक्षा जैसे व्यापक क्षेत्रों में साझेदारी को मजबूत करने के अवसरों पर विचार-विमर्श किया।

इसके अलावा उन्होंने दक्षिण और मध्य एशिया क्षेत्र में सुरक्षा के मुद्दे पर भी बात की। राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प जताया कि अमेरिका और भारत आतंक के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेंगे। पिछले साल आठ नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल कर सबको चौंकाने वाले ट्रंप को बधाई देने वाले पहले पांच विश्व नेताओं में मोदी भी शामिल थे। ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान जीत जाने पर भारत और इस्राइल सहित कुछ देशों के साथ संबंध मजबूत करने का इरादा जाहिर किया था।

दिल्ली पहुंचे अबुधाबी के प्रिंस शेख जायद, पीएम मोदी ने किया स्वागत

अबुधाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयान आज शाम दिल्ली पहुंच गए हैं। गणतंत्र दिवस की परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के लिए प्रिंस का प्रधानमंत्री मोदी ने एयरपोर्ट पर बांहे फैलाकर स्वागत किया। दोनों गले लगे और देर तक हाथों में हाथ डाले बात करते रहे। मोदी और शेख मुस्कुराते हुए देर तक बातें करते रहे। पीएम मोदी ने प्रिंस का स्वागत अरबी में भी ट्वीट किया।

यूएई के डिप्टी सुप्रीम कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयान 26 जनवरी तक भारत में रहेंगे। मोहम्मद बिन जायद अल नहयान 68वें गणतंत्र दिवस के मौके पर रिपब्लिक डे परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। तीन दिन के दौरे पर प्रिंस भारत पहुंचे हैं।

अबुधाबी के क्राउन प्रिंस और यूएई के डिप्टी सुप्रीम कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयान का भारत दौरे पहर कार्यक्रम इस तरह है। बुधवार को राष्ट्रपति भवन में प्रिंस का राजकीय सम्मान होगा। इसके बाद शेख जायद महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने राजघाट जाएंगे। इसके बाद बुधवार दोपहर को पीएम मोदी के साथ बातचीत करेंगे। इस बातचीत के बाद यूएई और भारत के बीच कई अहन समझौतों पर दोनों पक्षों के हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। बुधवार की शाम को प्रिंस होटल लीला में भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी से मुलाकात करेंगे। बुधवार रात का भोज प्रिंस राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ करेंगे। 26 जनवरी को शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयान गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे, गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के बाद प्रिंस अबुधाबी लौट जाएंगे।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज रात 11.30 बजे पीएम नरेंद्र मोदी से करेंगे बात

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मंगलवार रात को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात करेंगे. व्हाइट हाउस ने ट्रंप का आज का कार्यक्रम जारी करते हुए यह जानकारी दी है. कार्यक्रम के अनुसार, व्हाइट हाउस ने बताया, ‘राष्ट्रपति भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे.’’ ट्रंप वाशिंगटन डीसी के समय के अनुसार, दोपहर को एक बजे फोन पर पीएम मोदी से बात करने वाले हैं और उस समय भारत में रात के साढ़े ग्यारह बजे रहे होंगे.

अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करने के बाद से अब तक चार विदेशी नेताओं से फोन पर बात कर चुके हैं और और अब पीएम मोदी पांचवें विदेशी नेता होंगे जिनसे वह बात करेंगे.

ट्रंप ने 21 जनवरी को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नितो से बात की थी. उन्होंने रविवार को इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की थी और कल उन्होंने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से फोन पर बात की.