Monthly Archives: September 2018

surgical strike ki 2nd anniversary par pm modi ne Jodhpur me saheedo ko kiya naman

सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी सालगिरह पर पीएम मोदी ने जोधपुर में शहीदों को किया नमन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जोधपुर सैन्य अड्डे के बैटल एक्स मैदान में पराक्रम पर्व प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी भारतीय सेना की ओर से 2016 में की गई सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर आयोजित की गई है। इस प्रदर्शनी में भारतीय सेना की युद्ध क्षमताओं को दिखाया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद शहीदों को श्रद्धांजलि स्वरूप संदेश लिखा और प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने विजिटर्स बुक में अपने संदेश में लिखा, ‘मातृभूमि की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध, समर्पित, वीर सैन्य शक्ति के लिए देश गौरव अनुभव कर रहा है। सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरों को, पीढ़ी दर पीढ़ी प्रेरणा के प्रतीक सभी को, शत् शत् नमन’। पीएम मोदी के साथ रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण व राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी थीं।


गौरतलब है कि उरी में सेना के ठिकाने पर हमले के जवाब में भारतीय सेना ने 29 सितंबर 2016 को नियंत्रण रेखा के पार जाकर आतंकवादियों के सात ठिकानों को तबाह करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की थी। सेना का कहना था कि उसके विशेष दस्ते की इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में वे आतंकवादी मारे गए जो भारतीय सीमा में घुसपैठ की फिराक में थे। रक्षा मंत्री ने पिछले सप्ताह कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर 28 से 30 सितंबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।


प्रदर्शनी के अवलोकन के बाद मोदी व सीतारमण जोधपुर हवाई अड्डे पर एकीकृत सैन्य कमांडर सम्मेलन में भाग लेने चले गए। सैन्य प्रवक्ता के अनुसार इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री, सेना के तीनों अंगों के प्रमुख व अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भाग ले रहे हैं। इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कोणार्क युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और देश के लिए जान न्योछावर करने वाले वीर जवानों को नमन किया।

Pm narendra modi bane Champions of the Earth un ke kiya sammaanit

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बने चैंपियंस ऑफ द अर्थ, UN ने किया सम्मानित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों को संयुक्त राष्ट्र के सबसे बड़े पार्यावरण सम्मान से नवाजा जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों को पॉलिसी लीडरशिप कैटगरी में ‘चैंपियन ऑफ द अर्थ’ अवार्ड मिला है। यह सम्मान इंटरनैशनल सोलर अलायंस और पर्यावरण के मोर्चे पर कई महत्वपूर्ण कामों के लिए दिया गया है।


इस सम्मान की घोषणा होने पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यूएन चैंपियन ऑफ द अर्थ अवार्ड से नवाजा जा रहा है। शाह ने कहा कि यूएन का यह सर्वोच्च सम्मान उन लोगों को दिया जाता है जिनकी कोशिशों का पार्यावरण बदलाव लाने वाला प्रभाव पड़ता है।

फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों को पर्यावरण के लिए वैश्विक समझौते करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2022 तक प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरह खत्म करने की शपथ के लिए यह अवॉर्ड दिया गया है।

भारत के कोच्चि इंटरनैशनल एयरपोर्ट चैंपियन ऑफ अर्थ अवॉर्ड दिया है। कोच्ची एयरपोर्ट को यह अवॉर्ड भी सस्टेनेबल एनर्जी के दिशा में आगे बढ़ते हुए उद्यमी दृष्टि दिखाने के लिए अवॉर्ड दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि क्योंकि समाज की गति में वृद्धि जारी है, ऐसे में दुनिया का पहला पूर्ण सौर ऊर्जा से संचालित एयरपोर्ट इस बात का प्रमाण है कि ग्रीन बिजनस ही अच्छा बिजनस है।

Bjp mahakumbh me pm narendra modi ne karyakartao ko diya jeet ka mantra

बीजेपी महाकुंभ में बोले प्रधानमंत्री मोदी, जितना कीचड़ उछालोगे उतना कमल खिलेगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल के जंबूरी मैदान से मिशन-2019 के लिए मंगलवार को हुंकार भरी। उन्होंने महाकुंभ में आए लाखों कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं को ‘मेरा बूथ-सबसे मज़बूत’ का नारा भी दिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा सबका साथ-सबका विकास के नारे के साथ एक समृद्ध देश और उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करें। कार्यकर्ता संकल्प लें कि वो बीजेपी का झंडा झुकने नहीं देंगे।


इसी के साथ चुनावी रण में जा रही बीजेपी ने भोपाल से अपने अभियान का शंखनाद कर दिया। महाकुंभ के ज़रिए पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह कार्यकर्ताओं में जोश और उमंग भरा। पार्टी के इस महाकुंभ में लाखों कार्यकर्ता आए।

बीजेपी ने इस महाकुंभ के लिए मंगल होगा बीजेपी का महाकुंभ, ये नया नारा दिया था। मंच पर लिखा गया था- लहराएगा परचम फिर से चौथी बार, जनता की पुकार फिर बीजेपी सरकार।

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा जो पार्टी 125 साल से भी ज्यादा पुरानी हो, जिसके पास नेताओं की पूरी फौज हो, जिसने 60 साल तक शासन किया, उसकी इतनी दुर्गति क्यों हुई। कांग्रेस को अब सूक्ष्म यंत्र लेकर निकलना पड़ता है कि कहीं कांग्रेस बची है कि नहीं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस का मजाक उड़ाते हुए कहा कि 125 साल पुरानी पार्टी ऐसी स्थिति में पहुंच गई है कि उसे गठबंधन के लिए छोटे दलों से ‘भीख’ मांगनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस को गठजोड़ के लिए सहयोगी मिल भी जाएं तो भी यह गठबंधन सफल नहीं होगा।

इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा, ‘वह (कांग्रेस) कीचड़ इसलिए उछाल रही है, क्योंकि उसे यह आसान लगता है।।। वह पहले भी छींटाकशी करते रहे हैं। लेकिन मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि आप हमारे ऊपर जितना कीचड़ फेंकोगे, कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न) उतना ही खिलेगा।’

पीएम मोदी ने इस महाकुंभ में लाखों कार्यकर्ताओं का स्वागत किया। उन्होंने कहा, विश्व में हम ही एक ऐसी पार्टी हैं, जिस पार्टी की विचारधारा को एक शब्द में जाना जाता है वो है एकात्म मानववाद। विश्व में और कोई नहीं ऐसा। हम अकेले हैं जो सिर्फ और सिर्फ मानवता के लिए काम कर रहे हैं। ये गौरव की बात है। 19 राज्यों में सरकार, विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होना सौभाग्य है। लेकिन बीजेपी का सदस्य होना उससे बड़ा सौभाग्य है।

उससे पहले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा आज दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर संकल्प लेने का दिन है। आज देश में 11 करोड़ बीजेपी कार्यकर्ता हैं, देश के 22 राज्यों में बीजेपी की सरकार है यानी देश के 70 फीसदी इलाके पर बीजेपी की सरकार है, लेकिन ये सर्वोच्च नहीं हैं। हमें अभी अपना सर्वोच्च लक्ष्य हासिल करना है। हम इस महाकुंभ से बीजेपी का झंडा और ऊपर ले जाने का संकल्प लेकर जाएं। हमें विधानसभा और लोकसभा में भाजपा की सुनामी लानी है।

इस महाकुंभ में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष शाह का स्वागत किया। उन्होंने कहा कांग्रेस गुस्से में आग बबूला है, लेकिन वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ऊटपटांग आरोप लगाकर हमारे कार्यकर्ताओं के धैर्य की परीक्षा ना लें।

मुख्यमंत्री ने राफेल डील पर मोदी पर लगे आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों का जवाब भी दिया। शिवराज ने कहा, ‘राहुल ने मुझे घोषणा मशीन कहा था, लेकिन राहुल खुद तो फन मशीन हैं।’

शिवराज सिंह चौहान ने केंद्र सरकार की तमाम योजनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा, देश को समृद्ध और विकसित बनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी जो काम कर रहे हैं, इसलिए उनका स्वागत है। मोदी सरकार ने मध्य प्रदेश के विकास में भरपूर सहयोग दिया। मध्य प्रदेश में बीजेपी शासन में अभूतपूर्व विकास हुआ।

Pm narendra modi nobel shanti puraskaar ke liye nominates

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट, BJP नेता ने की पहल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम नोबेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया गया है। यह नॉमिनेशन तमिलनाडु में बीजेपी की प्रदेश अध्यक्ष डॉ। तमिलीसाई सुंदरराजन ने किया है। नॉमिनेशन में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने आयुष्मान भारत योजना के रूप में दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना की शुरुआत की है। इसके लिए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए। यह नॉमिनेशन सुंदरराजन के पति ने किया है। वे एक निजी विश्वविद्यालय में नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख हैं।

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पैदा हुए बच्चे को बीजेपी की तमिलनाडु इकाई ने सोने की अंगूठी उपहार में दी थी। पार्टी की प्रदेश इकाई की अध्यक्ष टी सुंदरराजन ने मध्य चेन्नई के पुरासैवक्कम में स्थित सरकारी पीएचसी में नवजात को सोने की अंगूठी दी। उन्होंने केंद्र में पिछले कुछ दिनों में जन्मे अन्य नवजातों को भी अन्य उपहार दिए।

सुंदरराजन ने कहा कि पार्टी ने घोषणा की थी कि पीएचसी में जन्म लेने वाले सभी शिशुओं को सोने की अंगूठी उपहार में दी जाएगी। हालांकि केंद्र में केवल एक ही बच्चे का जन्म हुआ। उन्होंने कहा, ‘मैंने (सोमवार को जन्मे) एक बच्चे को एक सोने की अंगूठी दी। हमने स्वास्थ्य केंद्र के अन्य 17-18 नवजातों को उपहार दिए हैं।’

अमीर स्‍वीडिश उद्योपति और डायनामाइट के आविष्‍कारक अल्‍फ्रेड नोबल ने इन पुरस्‍कारों की स्‍थापना की थी। यह पुरस्‍कार चिकित्‍सा, भौतिकी, रसायन विज्ञान, साहित्‍य तथा शांति के लिए दिया जाता है। सबसे पहला नोबल 1901 में नोबल की मौत के पांच वर्ष बाद दिया गया था। अल्‍फ्रेड नोबल की स्‍मृति में ही इकोनॉमिक अवॉर्ड बैंक ऑफ स्‍वीडन की ओर से दिया जाता है। इसकी शुरुआत 1968 में हुई थी।

नोबल पुरस्‍कार के लिए दुनिया भर में प्रविष्ठियां आती हैं। इसमें विश्‍वविद्यालयों के प्रोफेसर, वकील, कानून निर्माता, पूर्व में नामित हो चुके लोग तथा पुरस्‍कार प्राप्‍त कर चुके लोग भी शामिल होते हैं। यहां तक कि समिति में शामिल लोग भी अपना नाम पुरस्‍कार के लिए दे सकते हैं।

बहुत कम लोगों ने इस बात पर ध्‍यान दिया होगा कि नोबल का शांति पुरस्‍कार नॉर्वे में दिया जाता है, जबकि शेष सभी पुरस्‍कार स्‍वीडन में दिए जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्‍योंकि यह अल्‍फ्रेड नोबल की इच्‍छा थी। हालांकि यह तो कोई नहीं जानता है कि वो ऐसा क्‍यों चाहते थे। गौरतलब है कि 1905 से पहले तक स्‍वीडन और नॉर्वे एक ही संघ का हिस्‍सा थे जो बाद में अलग-अलग हो गए थे।

अबतक भारत में मदर टेरेसा और कैलाश सत्यार्थी को शांति के लिए नोबेल पुरस्कार मिले हैं। इसके अलावा साहित्य के क्षेत्र में रविंद्र नाथ टैगोर, भौतिकी के क्षेत्र में डॉक्टर सीवी रमन, अर्थशास्त्र में अमर्त्य सेन को भी नोबेल पुरस्कार मिल चुका है।

Pm modi ne di sikkim ko pehle airport ki sougaat

प्रधानमंत्री मोदी ने सिक्किम को दी पहले एयरपोर्ट की सौगात, कहा ‘देश ने लगाई सेंचुरी’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (24 सितंबर) सिक्किम को उसके पहले एयरपोर्ट की सौगात दी है। उन्‍होंने पाकयोंग ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का सोमवार को उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ मुख्‍यमंत्री पवन चामलिंग और केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु भी मौजूद रहे। यह एयरपोर्ट 206 एकड़ में फैला है और इससे बनाने में 605।59 करोड़ रुपये की लागत आई है।


पीएम मोदी ने कहा ‘मुझे कई बड़ी-बड़ी योजनाओं का उद्घाटन करने का सौभाग्‍य मिला। मैं सिक्किम का पहला एयरपोर्ट आप लोगों को भेंट करता हूं। हिंदुस्‍तान ने सेंचुरी लगाई है क्‍योंकि अब देश में 100 एयरपोर्ट चालू हालत में हो गए हैं। इस एयरपोर्ट को उड़ान योजना से जोड़ा गया है। लोगों को अब एक घंटे के सफर के लिए ढाई हजार रुपये देने होंगे।आने वाले कुछ दिनों में यहां से पड़ोसी देशों के लिए भी सेवाएं चालू की जाएंगी।’


उन्‍होंने इसे इंजीनियरिंग का अद्भुत कार्य बताया और इसका निर्माण करने वाले इंजीनियरों और कामगारों को धन्‍यवाद दिया। उन्‍होंने कहा ‘नॉर्थ ईस्‍ट में आजादी के बाद पहली बार कई कार्य हो रहे हैं। पहली बार हवाई जहाज पहुंचे, पहली बार रेल पहुंची, पहली बार सड़कों का निर्माण हो रहा है।’


पाकयोंग ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट गंगटोक से करीब 33 किलोमीटर दूर है। इस एयरपोर्ट से सिक्किम आने जाने वाले लोगों को राहत मिलेगी। इससे दिल्‍ली से सिक्कित की दूरी 2 घंटे में तय की जा सकेगी। पीएम मोदी पाकयोंग में सेंट जेवियर्स स्कूल में लोगों को संबोधित भी करेंगे।


पीएम मोदी रविवार को अपने दो दिवसीय दौरे यहां पहुंचे थे। प्रधानमंत्री बागडोगरा से एमआई-8 हेलीकाप्टर से यहां पहुंचे और सेना के लिबिंग हेलीपैड पर राज्यपाल गंगा प्रसाद, मुख्यमंत्री पवन चामलिंग और अन्य ने उनकी अगवानी की थी। रविवार को प्रधानमंत्री की एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग वर्षा के बावजूद सड़क के दोनों ओर जुटे हुए थे। मोदी ने भी अपने वाहन से लोगों की ओर हाथ हिलाया। बाद में प्रधानमंत्री ने राजभवन में भाजपा नेताओं और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।

सिक्किम की राजधानी गंगटोक के ऊंचे पहाड़ी इलाके में बने इस ग्रीनफील्‍ड एयरपोर्ट को हाल ही में सिविल एविएशन विभाग की ओर से कॉमर्शियल उड़ानों की परमीशन मिली है। यह एयरपोर्ट चीन बॉर्डर से सिर्फ 60 किमी दूर है। यहां से उड़ने वाले एयरफोर्स विमानों को चीन सीमा तक पहुंचने में कुछ ही मिनट का समय लगेगा। यह एयरपोर्ट देश का 100वां वर्किंग एयरपोर्ट होगा। हाल ही में भारतीय वायुसेना का एक डोर्नियर 228 इस हवाई अड्डे पर ट्रायल के तौर पर उतारा गया था। इसके अलावा यात्री विमानों की टेस्टिंग के तौर पर स्‍पाइसजेट पहले ही यहां ड्राई रन कर चुकी है।

यह एयरपोर्ट 206 एकड़ में फैला है और इससे बनाने में 605।59 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसमें जियोटेक्निकल इंजीनियरिंग का इस्तेमाल किया गया है और यहां की मिट्टी में एयरपोर्ट की जरूरतों के हिसाब से बदलाव किए गए हैं। साथ ही स्लोप स्टेबलाइजेशन तकनीक भी लगाई गई है। पिछले दिनों एक अधिकारी ने किराए कि बता करते हुए कहा कि स्पाइसजेट को रीजनल कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए ‘उड़े देश का हर नागरिक’ (उड़ान) योजना के तहत ऑपरेशन की इजाजत मिली है, इसलिए किरायों पर दी गई कैप 2,600 रुपये है।

Pm Narendra Modi launched the Ayushman Bharat Scheme

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi Launches Ayushman Bharat) ने आज दुनिया के सबसे बड़े सरकारी की मदद से चलने वाले हेल्थ केयर कार्यक्रम आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat) का शुभारंभ किया। आयुष्मान भारत योजना से करीब 50 करोड़ भारतीय इससे लाभान्वित होंगे। पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से आयुष्मान भारत योजना के लॉन्चिंग की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को झारखंड से केंद्र के महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन का शुभारंभ करेंगे। इस महत्वाकांक्षी योजना का लक्ष्य प्रत्येक परिवार को सालाना पांच लाख रुपये से 10 करोड़ रुपये तक की कवरेज प्रदान करना है। इससे 10।74 करोड़ गरीब परिवार लाभान्वित होंगे। इन परिवारों के लोग द्वितीयक और तृतीयक श्रेणी के तहत पैनल के अस्पतालों में जरूरत के हिसाब से भर्ती हो सकते हैं। वैसे इस योजना का नाम बदलकर प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान कर दिया गया है। यह योजना लाभार्थियों को नकदी रहित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगी। इससे अस्पताल में भर्ती होने पर आने वाले खर्च में कमी आएगी जो लोगों को और निर्धन बना देता है। इससे भयंकर स्वास्थ्य समस्याओं के दौरान उत्पन्न वित्तीय जोखिम कम होगा। पात्र लोग सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।


पीएम मोदी ने कहा कि सत्तर वर्षों में विपक्ष की अधिकतर सरकारों ने देश की गरीब जनता की आंखों में ‘गरीब हटाओ’ के नाम पर धूल झोंका जबकि मेरी सरकार आयुष्मान भारत जैसी योजनायें देश की गरीबी को सचमूच दूर करने के लिए लेकर आयी है ।

पीएम मोदी ने कहा कि सरकार देश के स्वास्थ्य क्षेत्र को सुधारने के लिए Holistic तरीके से कार्य कर रही है। एक तरफ सरकार Affordable Healthcare पर ध्यान दे रही है, तो साथ ही Preventive Healthcare पर भी जोर दिया जा रहा है।


पीएम मोदी ने कहा कि आज 10 वेलनेस सेंटर का शुभारंभ किया गया है। अब झारखंड में करीब 40 ऐसे सेंटर्स काम कर रहे हैं और देशभर में इनकी संख्या 2300 तक पहुंच चुकी है। अगले 4 वर्षों में देशभर में ऐसे डेढ़ लाख सेंटर्स तैयार करने का लक्ष्य है।


पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत का ये मिशन सही मायने में एक भारत, सभी को एक तरह के उपचार की भावना को मज़बूत करता है। जो राज्य इस योजना से जुड़े हैं, उनमें रहने वाले व्यक्ति किसी भी राज्य में जाएं, उन्हें इस योजना का लाभ मिलता रहेगा। अभी तक देशभर के 13,000 से अधिक अस्पताल जुड़ चुके हैं। जो अस्पताल अच्छी सेवाएं देंगे, उन्हें सरकार द्वारा मदद भी दी जाएगी। आयुष्मान भारत योजना का लक्ष्य आर्थिक सुविधा का तो है ही, साल में ऐसी व्यवस्था भी खड़ी की जा रही है जिसमें आपके घर के पास ही इलाज की उत्तम सुविधा मिल जाए। आज 10 वेलनेस सेंटर का शुभारंभ किया गया है।


पीएम मोदी ने कहा कि 5 लाख तक का जो खर्च है उसमें अस्पताल में भर्ती होने के अलावा जरुरी जांच, दवाई, भर्ती से पहले का खर्च और इलाज पूरा होने तक का खर्च भी शामिल है। अगर किसी को पहले से कोई बीमारी है तो उस बीमारी का भी खर्च इस योजना द्वारा उठाया जाएगा।


पीएम मोदी ने कहा कि हेल्प लाइन नंबर 14555 पर आप जानकारी ले सकते हैं कि आपका इस योजना में नाम है या नहीं, आपको क्या लाभ मिल सकता है। देश में तीन कॉमन सर्विस सेंटर हैं। उन सभी जगह पर वह जानकारी ले सकते हैं।


पीएम मोदी ने कहा कि ये योजना कितनी व्यापक है इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि कैंसर, दिल की बीमारी, किडनी और लीवर की बीमारी, डायबटीज समेत 1300 से अधिक बीमारियों का इलाज शामिल है। इन गंभीर बीमारियों का इलाज सरकारी ही नहीं बल्कि अनेक प्राइवेट अस्पतालों में भी किया जा सकेगा।


पीएम मोदी ने कहा कि गरीबी हटाओ के नारे आजादी के समय से ही सुन रहे हैं। गरीबों के आंख में धूल झोंकने वाले लोग अगर आज से तीस-पचास साल पहले लोग गरीबों के नाम पर राजनीति करने वाले अगर गरीबों को सशक्त करने का काम करते तो ऐसी हालत नहीं होती। उनकी गलतियों की वजह से देश को भुगतना पड़ रहा है। वह सोचते हैं कि गरीब कुछ मांगते हैं। यह उनकी सोच है। गरीब जितना स्वाभिमानी होता है, शायद उस स्वाभिमान को नापने की आपके पास कोई तराजू नहीं। मैंने गरीबी को जिया है, गरीबी से निकला हूं। गरीबों के स्वाभिमान को भी जिया है। हर चुनाव में टुकड़े फेंको और राजनीतिक उल्लू सीधा करो, यही चलता है। देश गरीबी से मुक्ति की ओर बढ़ रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि देश में बेहतर इलाज सीमित लोगों तक न रहे। इसी भावना के साथ यह योजना देश को समर्पित कर रहा हूं। ताकि सबको बेहतर इलाज मिले। जब भारत के हेल्थ सेक्टर की बात होती है, तो कहा जाता है कि परिवार में कमाई का ज्यादा हिस्सा बीमारियों में खर्च हो जाता है। बीमारी इंसान को बदहाल कर देता है।

पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से दो महापुरुषों का नाता जुड़ा है। अप्रैल में जब योजना के पहले चरण शुरु हुआ था तो उस दिन बाबा साहेब अंबेडकर का जन्मदिन था। अब इसी कड़ी में, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, दीन दयाल उपाध्याय जी के जन्मदिवस से दो दिन पहले शुरु हुई है।

पीएम मोदी ने कहा कि मैं प्रार्थना करूंगा कि ऐसी बुरी अवस्थान न आए कि किसी को, जिसे आरोग्य योजना का लाभ लेना पड़े, मगर जरूरत पड़ी तो यह आयुष्मान भारत योजना आपकी सेवा में हाजिर रहेगा। अब अमीर की तरह ही गरीब की तरह स्वास्थ्य सेवा मिलेगी। मेरे देश के गरीब को भी वही सुविधा मिलेगी, जो अमिर को मिलेगी।

आरोग्य जगत का मान्यता प्राप्त मैग्जीन ने भी बड़ाई की है कि भारत ने एक गेम चेंजर योजना को आगे बढ़ाने का फैसला किया है। और मुझे यकीन है कि आने वाले दिनों में दुनिया में मेडिकल क्षेत्र में काम करने वाले लोग, आरोग्य की चर्चा करने वाले लोग, हर किसी को इस योजना का अध्ययन करना पड़ेगा। और दुनिया के लिए कौन सा मॉडल बन सकता है, इसके लिए दुनिया में योजना बनानी होगी।

पूरी दुनिया में सरकारी पैसे से इतनी बड़ी योजना किसी भी देश में नहीं चल रहा। इस योजना के लाभार्थियों की संख्या कल्पना नहीं कर सकते। पूरा यूरोपिय यूनियन, 27-28 देश, की जितनी आबादी है, उतने लोगों को यह भारत में आयुष्मान योजना का लाभ मिलेगा। पूरे अमेरिका की जनसंख्या, कनाडा और मैक्सिको देश की जनसंख्या मिला ले, तो उससे भी ज्यादा लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा।

पीएम मोदी ने कहा कि काम कैसे होता है, कितनी तेज गति से होता है, कितना व्यापक होता है, इससे बड़ा कोई उदाहरण नहीं हो सकता। आज आयुष्मान भारत योजना के संकल्प के साथ प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आज से लागू हो रहा है। इसे हर कोई अपने-अपने अनुसार नाम दे रहा है। कोई इसे मोदी केयर कह रहा है। कोई कहता है कि गरीबों के लिए योजना है। मगर मेरे लिए यह हमारे देश के दरिद्र नारायण को सेवा करने का अवसर है। गरीब की सेवा करने का इससे बड़ा कार्यक्रम नहीं हो सकता है। देश के 50 करोड़ से ज्यादा भाई-बहनों तक को 5 लाख तक हेल्थ एंश्योरेंस देने वाली अपनी तरह की यह दुनिया की सबसे बड़ी योजना है।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में सबसे पहले बिरसा मुंडा को याद किया। उन्होंने जो सपना हर परिवार का होता था, हमारे ऋषि-मुनिया ने जो सपना देखा था, आज उसी सपने को पूरा करना है। समाज के आखिर पंक्ति में जो इंसान खड़ा है, गरीब से गरीब को इलाज मिले। स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा मिले, इस सपने को साकार करने का एक अहम कदम इस बिरसा मुंडा की धरती से उठाया जा रहा है। आज पूरे हिंदुस्तान का ध्यान रांची की धरती पर है। आज पूरे देश में करीब 400 जिलों में यह कार्यक्रम चल रहा है। वे भी देख रहे हैं। आज वह इस काम को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।

पीएम मोदी ने झारखंड में आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया। साथ ही उन्होंने 10 हेल्थ व वेलनेस सेंटर का भी शुभारंभ किया। पीएम ने कोडरमा के मेडिकल कॉलेज का भी शिलान्यास किया ।पीएम ने चाइबासा मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया।

जेपी नड्डा ने कहा कि पीएम के बुलंद इरादों को जमीन पर उतारने के लिए हम संकल्प हैं। झारखंड के देवघर में एम्स का काम शुरू हो गया है।

जेपी नड्डा ने कहा कि ये योजना कैशलेस और पेपरलेस होगी। यह स्कीम डिजिटल इंडिया का बड़ा रूप है। कार्यक्रम को जमीन पर उतारने के लिए हम सभी कार्यरत हैं

ये योजना स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति साबित होगी : जेपी नड्डा

पीएम मोदी योजना का शुभारंभ करने के लिए मंच पर पहुंचे

इस योजना के दायरे में गरीब, वंचित ग्रामीण परिवार और शहरी श्रमिकों की पेशेवर श्रेणियां आयेगी। नवीनतम सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना (एसईसीसी) के हिसाब से गांवों में ऐसे 8।03 करोड़ और शहरों में 2।33 परिवार हैं। एसईसीसी के डाटाबेस में वंचना के आधार पर पात्रता तय की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में वंचना की श्रेणियों (डी1,डी2,डी3,डी4,डी5, डी6 और डी7) के आधार पर लाभार्थियों की पहचान की गयी है। शहरी क्षेत्रों में 11 पेशवेर मापदंड पात्रता तय करेंगे। इसके अलावा जिन राज्यों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना है, उसके लाभार्थी भी इस नयी योजना के अंतर्गत आएंगे।

इस योजना के मुख्य शिल्पी नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री 23 सितंबर को इस योजना का शुभारंभ करेंगे लेकिन यह प्रभावी तौर पर 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती से लागू होगी।’ पीएम मोदी 23 सितम्बर को 11।30 बजे पूर्वाह्न झारखंड की राजधानी रांची के प्रभात तारा मैदान में जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ करेंगे। बता दें कि आयुषमान भारत कार्यक्रम को केंद्र की 60 फीसदी मदद मिलेगी और बाकी पैसे राज्य सरकार के मद से आएंगे।

केंद्र सरकार की महात्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के तहत 1 लाख पदों पर भर्ती की जाएगी। आयुष्मान भारत योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए ये भर्तियां की जाएगी। स्वास्थ मंत्रालय के आकलन में मिली जानकारी के मुताबिक अगले 5 साल में 2 लाख पदों पर भर्तियां की जा सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक लाख ”आयुष्मान मित्रों” की भर्ती के लिए कौशल विकास मंत्रालय के साथ एक समझौता किया है। एक अधिकारी ने बताया, ”सभी सूचीबद्ध अस्पताल में रोगियों की सहायता के लिए ”आयुष्मान मित्र” होंगे जो लाभार्थियों औरअस्पताल के बीच समन्वय करेगा।

Pm narendra modi ne delhi me rakhi iicc ki aadharshila

पीएम मोदी ने रखी IICC की आधारशिला, भारत को 2022 तक 5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाएंगे

इंडियन इंटरनेशनल कंवेशन ऐंड एक्सपो सेंटर की नींव रखने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा कि यह दिल्ली के अंदर एक छोटे शहर जैसा होगा। एक ही कैंपस के अंदर कंवेशनल हॉल, एक्सपो हॉल, मीटिंग हॉल, होटल, मार्केट, ऑफिस और अन्य सुविधाएं होगीं। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार देश के हर गांव तक ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी, हर परिवार तक बिजली और ग्रामीण क्षेत्र में सबसे बड़े बैंकिंग नेटवर्क इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक को बनाने का काम कर रही है।


पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस सरकार ने देश के विकास के लिए अभूतपूर्व योजनाओं पर कार्य शुरू किया है – सबसे लंबी सुरंग बनाने का काम, सबसे लंबी गैस पाइपलाइन बिछाने का काम, समंदर पर सबसे लंबा पुल बनाने का काम, सबसे बड़ी मोबाइल मैन्युफेक्चरिंग युनिट बनाने का काम। देश में पिछले चार वर्षों में चौतरफा विकास इसलिए संभव हो पाया, उन्हीं संसाधनों, उन्हीं संसाधनों के रहते सरकार बेहतर काम इसलिए कर पाई क्योंकि राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखा गया, व्यवस्थाओं को सही दिशा की तरफ मोड़ा गया।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम दुनिया में कहीं भी जाएं, अक्सर देखने को मिलता है कि छोटे-छोटे देश भी बड़ी-बड़ी कॉन्फ्रेंस रखने की क्षमता रखते हैं। इस तरह की आधुनिक व्यवस्थाओं के निर्माण की वजह से कई देश कॉन्फ्रेंस टूरिज्म के हब बने हैं। लेकिन हमारे यहां बरसों तक इस दिशा में सोचा ही नहीं गया। बड़ी-बड़ी कॉन्फ्रेंस को सिर्फ प्रगति मैदान जैसे कुछ एक सेंटरों तक ही सीमित कर दिया गया। अब ये सोच बदली है और इसी का परिणाम आज का ये आयोजन है।


आईटी और खुदरा क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोजगार सृजन हुआ है। 80 फीसदी मोबाइल फोन अब देश में बनने लगे हैं, विदेशी मुद्रा खर्च में 3 लाख करोड़ रुपये की बचत हुई है। भारतीय अर्थव्यवस्था आठ प्रतिशत से अधिक दर से कर रही वृद्धि, अगले 5-7 साल में पांच हजार अरब डॉलर की हो जाएगी अर्थव्यवस्था।


तीन सरकारी बैंकों के विलय की घोषणा का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि इस सरकार के पास कड़े फैसले लेने का साहस है। भारत को 2022 तक पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य, विनिर्माण और कृषि क्षेत्र से आएंगे एक-एक हजार अरब डॉलर।


इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को इंडियन इंटरनेशनल कॉन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर की नींव रखने के लिए धौला कुआं से द्वारका तक मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन में सफर किया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उनका सफर 18 मिनट में पूरा हुआ।

Modi sarkar ki nai yojana naukri jane par milegi aarthik sahayata

मोदी सरकार की नई योजनाः नौकरी जाने पर भी मिलेगी आर्थिक मदद, ताकि आप नई जॉब खोज सकें

मोदी सरकार ने नौकरीपेशा लोगों के लिए अहम योजना शुरू की है। नौकरी गंवा देने की स्थिति में भी व्यक्ति को आर्थिक मदद मिलेगी। यह मदद दूसरी नौकरी या रोजगार की तलाश के दौरान मिलेगा। सरकार बैंक खाते में राहत राशि भेजेगी। इसका लाभ कर्मचारी राज्य बीमा निगम( (ईएसआईसी) सुविधा वाले कर्मचारियों को ही मिलेगी। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) ने बुधवार को इस नई योजना को मंजूरी दी, जिसके तहत बीमित व्यक्तियों के बेरोजगार होने पर नकद राहत मिलेगी। केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना के तहत बीमित व्यक्ति को नौकरी जाने की स्थिति में और नये रोजगार की तलाश के दौरान सीधे बैंक खाते में राहत राशि भेजी जाएगी।

दरअसल कर्मचारी राज्‍य बीमा (ईएसआई) निगम की बुधवार को नई दिल्‍ली में केन्‍द्रीय श्रम एवं रोजगार राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) संतोष कुमार गंगवाल की अध्‍यक्षता में 175वीं बैठक हुई। जिसमें बीमित व्‍यक्तियों एवं उनके आश्रितों को उपलब्‍घ कराई जाने वाली अपनी सेवाओं तथा लाभों में बेहतरी की दिशा में कुछ महत्‍वपूर्ण निर्णय लिए हैं। पीआइबी से जारी सूचना के मुताबिक ईएसआई निगम ने कर्मचारी राज्‍य बीमा अधिनियम 1948 के तहत कवर किये जाने वाले बीमित व्‍यक्तियों के लिए ‘अटल बीमित व्‍यक्ति कल्‍याण योजना’ नामक इस योजना को मंजूरी दी। यह योजना बेरोजगारी एवं नई नौकरी की खोज की स्थिति में उनके बैंक खाते में सीधे भुगतान किये जाने वाले नकदी के रूप में मिलने वाली राहत है।

ईएसआई निगम ने सुपर स्‍पेशियलिटी उपचार का लाभ उठाने के लिए रियायत देने के प्रस्‍ताव को भी मंजूरी दी है, जिसमें पहले के दो वर्षों के बीमा योग्‍य रोजगार अवधि को घटाकर छह महीने कर दिया गया है और इसमें केवल 78 दिनों के अंशदान की आवश्‍यकता होगी। इसके अलावा बीमित व्‍यक्तियों के परिवार के लिए सुपर स्‍पेशियलिटी उपचार का लाभ उठाने की शर्तों में छूट देकर अब इसे एक वर्ष के बीमा योग्‍य रोजगार तक घटा दिया गया है, जिसमें 156 दिनों का अंशदान होगा। इतना ही नहीं ईएसआई निगम ने बीमित व्‍यक्तियों की मृत्‍यु पर भुगतान किए जाने वाले अंत्‍येष्टि खर्च में बढ़ोतरी कर इसे वर्तमान 10,000 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये करने के प्रस्‍ताव को भी मंजूरी दे दी है।

Pm modi se mili Anganwadi karyakarta maandeya me badhotri ke liye diya dhanywaad

प्रधानमंत्री मोदी से मिलीं आगनवाड़ी कार्यकर्ता, मानदेय में बढ़ोतरी के लिए दिया धन्यवाद

देशभर से करीब 100 से भी अधिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और उनके मानदेय, भत्तों में बढोतरी के लिए धन्यवाद भी कहा। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने बच्चों के शारीरिक विकास के लिए पौष्टिक भोजन को जरूरी बताते हुए कहा कि आंगनवाडी कार्यकर्ता इसमें महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं।

बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को आंगनवाड़ी और आशा कर्मियों के मानदेय में वृद्धि को मंजूरी प्रदान कर दी जो अगले महीने से प्रभावी होगी।


आंगनवाड़ी कर्मी को अभी तक 3000 रुपये प्रति माह मिल रहे हैं और अब उन्हें 4500 रुपये प्रति माह मिलेंगे। इसी तरह लघु-आंगनवाड़ी केंद्र पर कार्यरत कर्मियों को अब 2200 रुपये की जगह 3500 रुपये प्रति माह मिलेंगे।

कैबिनेट ने एक विज्ञप्ति में कहा कि आंगनवाड़ी सहायिकाओं के लिए मानदेय 1500 रुपये से बढ़ाकर 2250 रुपये प्रति माह किया गया है।


आईसीडीएस-सीएएस जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को 250 रुपए से लेकर 500 रुपए तक अतिरिक्त कार्य आधारित प्रोत्साहन राशि मिलेगी।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों पर कैबिनेट समिति ने आशा कर्मियों के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत नियमित प्रोत्साहन राशि 1000 रुपये से बढ़ाकर 2000 रुपये प्रति महीने करने के लिए मंजूरी प्रदान कर दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 सितंबर को ही आंगनवाड़ी और आशा कर्मी महिलाओं के लिए मासिक मानदेय बढ़ाने की घोषणा की थी।

Modi sarkar ne paas kiya aadyadesh ab teen talaq dene par hogi saja

मोदी सरकार ने पास किया अध्यादेश, अब तीन तलाक देने पर होगी सजा

केंद्रीय मंत्रीमंडल ने बुधवार को तीन तलाक को दंडनीय अपराध बनाने वाले अध्यादेश को पास कर दिया है। तीन तलाक बिल को संसद के दोनों सदनों में पास कराने में असफल रहने पर केंद्र सरकार ने अध्यादेश का रास्ता चुना है। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी।

इस अध्यादेश में मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक की तरह ही प्रावधान होंगे। इस बिल को पिछले साल दिसंबर में लोकसभा में पारित कर दिया गया था। हालांकि राज्यसभा में जहां सरकार के पास संख्याबल कम है वहां हंगामे के चलते इस बिल पर बहस भी नहीं हो पाई थी।

मोदी कैबिनेट ने भले ही अध्यादेश पास कर दिया है लेकिन इसे संसद में पास कराना सरकार के लिए अनिवार्य होगा। सुप्रीम कोर्ट ने जनवरी 2017 में फैसला दिया था कि अध्यादेश लाने की शक्ति कानून बनाने के लिए समांतर ताकत नहीं है। कोर्ट ने कहा था कि किसी बिल के पास नहीं होने पर उसके लिए अध्यादेश लाना संविधान के साथ धोखाधड़ी है और इसलिए इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती है।

तीन तलाक बिल का राज्यसभा में कड़ा विरोध हुआ था। विपक्षी नेताओं ने मांग की थी कि इस बिल को कड़े परीक्षण के लिए संसदीय समिति के पास भेजा जाना चाहिए। प्रस्तावित कानून पर बढ़ते विरोध को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस मुद्दे पर सभी राज्य सरकारों से राय भी मांगी थी। ज्यादातर राज्य सरकारों ने इसका समर्थन किया था।

इस बिल के तहत तुरंत तीन तलाक (तलाक-ए-बिद्दत) को अपराध की श्रेणी में रखा गया। अपनी पत्नी को एक बार में तीन तलाक बोलकर तलाक देने वाले मुस्लिम पुरुष को तीन साल की जेल की सजा हो सकती है। इस बिल में मुस्लिम महिला को भत्ते और बच्चों की परवरिश के लिए खर्च को लेकर भी प्रावधान है। इसके तहत मौखिक, टेलिफोनिक या लिखित किसी भी रूप में एक बार में तीन तलाक को गैर-कानूनी करार दिया गया है।

पिछले साल अगस्त में सुप्रीम कोर्ट ने एक बार में तीन तलाक को गैर कानूनी और असंवैधानिक करार दिया था। तीन तलाक के संबंध में कई मुस्लिम महिलाओं ने याचिका लगाई थी कि उनके पतियों ने उन्हें स्काइप या वॉट्सऐप के जरिये तलाक दिया है और उन्हें बेसहारा छोड़ दिया है।