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दो साल में 700 से ज्यादा योजनाएं शुरू कीं, देश को गलत दिशा में नहीं जाने दूंगा : पीएम मोदी

केंद्र सरकार के कामकाज की आलोचना करने वालों को आड़े हाथ लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि उनकी दो साल पुरानी सरकार ने 700 से ज्यादा योजनाएं शुरू की हैं। यदि कुछ काम नहीं भी हो सके हैं तो भी ‘मैं देश को गलत राह पर नहीं जाने दूंगा।’

अपनी सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर ‘विकास पर्व’ के तहत एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि वह ‘पाप के पथ पर कभी नहीं जाएंगे।’ उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकार डीजल और पेट्रोल सहित अन्य लॉबियों के दबाव में ‘झुक’ गई थी।

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पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने अपना दफ्तर भी ठीक से नहीं देखा था और कुछ लोगों ने उनके काम पर सवाल उठाना शुरू कर दिया। आलोचकों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के कार्यक्रम मुख्य रूप से किसानों और गरीबों के लिए हैं और उनमें बिचौलियों की भूमिका खत्म की जा रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मेरी सरकार ने एक हफ्ता भी पूरा नहीं किया था और कुछ लोगों ने इसके काम पर सवाल उठाना शुरू कर दिया। हमें हिसाब देने को कहा गया। ये देश के कुछ ऐसे लोग हैं जो लोकतंत्र की बात करते हैं, लेकिन लोगों की ओर से चुनी गई सरकार में यकीन नहीं करते। वे (एनडीए का सत्ता में आना) पचा नहीं पा रहे। मैं आपकी सरजमीं से आया हूं, आपके बीच से आया हूं।’

जिन्‍होंने इस देश को लूटा वो इस सरकार को पसंद नहीं करते : मेगा इवेंट में पीएम मोदी

अपनी सरकार की दूसरी वषर्गांठ मनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि सुशासन के माध्यम से पिछले दो सालों में बदलाव आया है। उन्होंने भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने तथा सालों से लूट का शिकार बने लोगों के लिए जीवन आसान बनाने की प्रतिबद्धता जतायी।

Program Nayi Subah in Pm Modi

कांग्रेस का नाम लिए बगैर उन्होंने विपक्षी दल पर अवरोध खड़ा करने के एजेंडे पर चलने का आरोप लगाया और कहा कि लोग इसे देख सकते हैं और सच ढूंढ सकते हैं।

कोयला ब्लॉक आवंटन समेत यूपीए सरकार के दौरान के घोटालों और स्कैंडलों को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार की बुराई पर अंकुश लगाना इस सरकार का मुख्य ध्येय रहा है और लोग पिछले शासन से तुलना कर इसे देख सकते हैं।

कामकाज का तुलनात्मक अध्‍ययन होता है
उन्होंने कहा, ‘‘जबतक हम पिछली सरकार के दिनों के दौरान किए गए कामकाज को याद नहीं करेंगे, हम इस बात अहसास नहीं कर पायेंगे कि कौन सा बड़ा कार्य हुआ है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं देश के लोगों के सामने संतोष के भाव के साथ खड़ा हूं। हम अपने कामकाज का बारीक मूल्यांकन होने के बावजूद लोगों का विश्वास और उत्साह हासिल करने में समर्थ रहे हैं। लोगों का विश्वास दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। इससे हमारा भी विश्वास बढ़ता है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘मैं उन लोगों के बारे में ऐसा नहीं कह सकता जिनके लिए हमारा विरोध करना राजनीतिक कारणों से जरूरी है। यह तो स्वभाविक है। लेकिन मैं एक बात कहना चाहता हूं। एकतरफ विकासवाद है तो दूसरी तरफ विरोधवाद है।’’ वार्ता के रूप वाले ‘एक नयी सुबह’ नामक कार्यकम में प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने दुर्भावना से कोई फैसला नहीं किया। छह घंटे तक चले इस कार्यक्रम में ज्यादातर मंत्री हाजिर हुए।

विश्‍वास पर खरा उतरने के लिए सबकुछ कर रहे हैं
मोदी ने कहा, ‘‘मैं आपको यह आश्वस्त करने के लिए यहां हूं कि लोगों ने हमपर जो विश्वास व्यक्त किया, हम उस पर खरा उतरने के लिए हरचीज कर रहे हैं। और देश ने देखा है कि कोई भी फैसला दुर्भावना से नहीं किया गया, कठोर परिश्रम में कोई कोताही नहीं की गयी और हमने लोगों और राष्ट्र के हित को सर्वोपरि रखते हुए अपने आप को उनकी भलाई में समर्पित कर दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह सच है कि जिन्होंने पैसे बनाए हैं, वे मुश्किलों का सामना करेंगे और वे परेशानी महसूस करेंगे। किसने पैसे बनाए, कब बनाए, यह मेरा विषय नहीं है यह गरीबों का पैसा है और उसे दूसरों के पास नहीं जाने दिया जाएगा।’’ आंकड़े देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विभिन्न कार्यक्रमों में पैसे को गलत हाथों में जाने से रोककर सलाना करीब 36,000 करोड़ रुपये बचाए गए और भ्रष्टाचार से जिन लोगों को फायदा हो रहा था, उन्हें ही परेशानी हो रही है।

लोग पूछते हैं इतना विरोध क्‍यों होता है
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि मैं इतना अधिक काम करता हूं, फिर भी इतना विरोध का सामना करता हूं और गालियां सुनता हूं। वे मुझे मीडिया से अधिक संवाद करने और संचार रणनीति सुधारने की सलाह देते हैं। मैं उन्हें कैसे समझाउं कि जो लोग 36,000 करोड़ रुपये के लाभार्थी थे, जब मैंने सरकारी धन के इस लूट को रोक दिया तो वे मुझे गालियां देंगे ही न।’’ उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा बदलाव लोगों में विश्वास जगाना और उनकी आकांक्षा पूरी करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम करना रहा है।

पीएम मोदी ने कहा, अगर मैं अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाने लगूं तो इन दूरदर्शन वालों को यहां एक हफ्ते तक रुकना पड़ेगा, उन्होंने कहा, लेकिन मैं आपसे वादा करता हूं कि हमारी कोशिशों में कोई कमी नहीं आएगी। यह देश आगे बढ़ रहा है और बढ़ेगा।

कठिन परिश्रम में कोई कोताही नहीं की
दो साल में मोदी सरकार द्वारा कुछ नहीं करने की कांग्रेस की आलोचना को खारिज करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने देखा है कि उनके प्रशासन ने कठिन परिश्रम में कोई कोताही नहीं की और राष्ट्र एवं आमजन के लिए काम करने के प्रति खुद को पूरी तरह समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘लोग विकास के एजेंडे और अवरोध के एजेंडे के बीच तुलना कर सच ढूंढने में समर्थ हैं। सरकार के हर कदम का बारीकी से मूल्यांकन होना चाहिए लेकिर मेरी चिंता यह है कि ऐसा कुछ न किया जाए जिससे देश निराशा के भंवर में पहुंचे।’’ यह उल्लेख करते हुए कि कभी कभी उनकी ऐसी आलोचन होती है जिसका कोई आधार नहीं होता, मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का मूल्यांकन पिछली सरकारों के कामकाज के संदर्भ में हो।

कोयला ब्लॉक आवंटन में पारदर्शी निविदा प्रणाली लाने का दावा करते हुए उन्होंने याद दिलाया कि पिछली सरकार इस क्षेत्र में भ्रष्टाचार के चलते बदनाम हुई थी और तब मीडिया में यह बात खूब आयी थी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उनकी सरकार की कोशिश का महत्व समझा जा सकता है यदि इस बात का परीक्षण हो कि पहले इस मुद्दे पर इतना बड़ा भ्रष्टाचार क्यों हुआ।

भ्रष्टाचार दीमक की तरह हमारे देश को खोखला बना रहा है
उन्होंने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार दीमक की तरह हमारे देश को खोखला बना रहा है। यदि कोई ऐसी चीज है जो देश के विकास के हमारे सपने को चकनाचूर कर सकता है तो वह भ्रष्टाचार का दीमक है और हम उसे उखाड़ फेंकने के लिए कटिबद्ध हैं। धन को गलत हाथों में जाने से (लीकेज) रोकने में अपनी सरकार की उपलब्धि का ब्योरा देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एलपीजी सब्सिडी के फर्जी लाभार्थियों को खत्म कर 15,000 करोड़ रुपये बचाए गए। सरकार ने 1.62 करोड़ फर्जी राशनकार्ड का पता लगाया। उन्होंने भाजपा शासित राज्यों के कुछ कदमों का भी हवाला दिया और कहा, ‘‘यह बस एक शुरुआत है। यह एक नयी सुबह है। सरकार अपने कार्यकाल के अगले तीन सालों में ऐसे कदम जारी रखेगी।’’ उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि उनके आह्वान पर 1.13 करोड़ लोगों ने एलपीजी पर सब्सिडी छोड़ दी। उन्होंने कहा कि यह उल्लेखनीय है क्योंकि साल में नौ सिलेंडर दिए जाएं या 12, जैसे मुद्दे ही राजनीतिक विमर्श पर छाये रहते थे।

मोदी ने कहा कि यदि उन्होंने एक लाख करोड़ रुपये के निवेश से एक बिजली संयंत्र की घोषणा की होती तो यह बड़ी खबर बनती लेकिन कुछ लोग आश्चर्य से सवाल करते कि इसके लिए धन कहां से आएगा। लेकिन तथ्य यह है कि उनकी सरकार 500 शहरों में एलईडी बल्ब देकर इतना ही धन बचाने जा रही है पर, ऐसे में जो 20 हजार मेगावाट बिजली बची, वह खबर नहीं बनती।

बिना आराम काम करने वाले PM मोदी की सैलरी के बारे में सुनकर चौंक जाएंगे आप

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता में रहते हुए हुए 2 साल हो गए हैं। दो साल पूरे होने का जश्न शानदार तरीके सम मनाया जा रहा है। PM Modi के बारे में जानने वाले कहते हैं कि वो बिना थके लगातार काम करने में यकीन रखते हैं। पीएम मोदी की ऊर्जा और लगातार काम करने के कारण विरोधी भी उनकी तारीफ करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिन में 12 घंटे से ज्यादा काम करने वाले पीएम मोदी की सैलरी कितनी है।

PM-Modi-Salaryआपको बताते हैं कि पीएम मोदी दिन में कितना समय पीएमओ में गुजारते हैं। आधिकारिक तौर पर सुबह 9 बजे से शाम 5.30 बजे तक वो दफ्तर में रहते हैं। दिन भर में मोदी कुल मिलाकर 12 से 18 घंटे तक काम करते हैं। खबरों के मुताबिक वो केवल 3 घंटे की नींद लेते हैं। इतना काम करने के बाद जो उनको सैलरी मिलती है वो हैरान करती है। PM Modi को सालाना 19.2 लाख रूपए सैलरी मिलती है। यानि लगभग 1 लाख 60 हजार रूपए प्रतिमाह। इसी सैलरी में पर्सनल स्टाफ, घर और दूसरी चीजें शामिल हैं।

दुनिया के दूसरे राष्ट्राध्यक्षों की सैलरी से PM Modi की सैलरी की तुलना करें तो पता चलता है कि उनकी सैलरी बहुत कम है। रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को सालाना 90 लाख रूपए मिलते हैं, यानि 7.5 लाख पर मंथ। ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन को सालाना 1 करोड़ 31 लाख रूपए मिलते हैं, यानि 10 लाख रूपए प्रति माह। जर्मन चांसलर एंजेला मार्केल को प्रति माह 16.8 लाख रूपए मिलते हैं। तो वहीं बराक ओबामा को सालाना 2 करोड़ 42 लाख रूपए यानि पर मंथ करीब 20 लाख रूपए मिलते हैं। इसके मुताबिक ओबामा पीएम मोदी से 12 गुना ज्यादा कमाते हैं।

अगर प्रति घंटे कमाई की बात करें तो इस में भी PM Modi दुनिया के बड़े नेताओं से काफी पाछे हैं। नरेंद्र मोदी जहां प्रति घंटे 320 रूपए कमाते हैं, वहीं डेविड कैमरन की प्रति घंटे की कमाई 2 हजार 193 रूपए है। पुतिन की प्रति घंटे की कमाई 1 हजार 505 रूपए है। एंजेला मार्केल की प्रति घंटे की कमाई 3 हजार 348 रूपए है। बराक ओबामा की प्रति घंटे की कमाई 4 हजार 36 रूपए है। इन आंकड़ों से साफ है कि दिन में इतना काम करने के बाद भी पीएम मोदी को काफी कम सैलरी मिलती है।

मेघालय: आदिवासियों के बीच पहुंचे PM मोदी, बजाया नगाड़ा, वीडियो

पीएम मोदी नार्थ इंडिया दौरे के दूसरे दिन शनिवार को मेघालय के गांव मावफ्लांग पहुंचे, जो कि एशिया का सबसे स्वच्छ गांव है। यहां मोदी का पारंपरिक रूप से स्वागत हुआ लेकिन इस दौरान एक अलग सी चीज देखने को मिली।

modi-in-meghalayजब खासी आदिवासी अपना परंपरागत नृत्य और संगीत पेश कर रहे थे तो पीएम मोदी भी एक कलाकर से ड्रम लेकर उस पर हाथ आजमाने लगे। मोदी का ये रूप देखकर हर कोई बस मंत्रमुग्ध हो गया।

मेघालय दौरे के दूसरे दिन पीएम ने एलिफेंट फॉल्स का भी दौरा किया। मोदी ने शिलांग में एक फुटबाल स्टेडियम की आधारशिला भी रखी. जिसका निर्माण शिलांग में 38 करोड़ रुपये की लागत से कराया जा रहा है।

 

जो कहते हैं मोदी ने कुछ नहीं किया वो खबर पढ़कर शर्म से डूब मरेंगे

प्रधानमंत्री मोदी ने आज इंडिया गेट से एक नयी सुबह के कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने बहुत की बारीकी से देशवासियों को अपने कामकाज से रूबरू कराया। कुछ लोग जो कह रहे हैं कि मोदी से दो वर्षों में कुछ नहीं किया वो लोग इस खबर को पढ़कर शर्म से डूब मरेंगे। खासकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता देश में नकारात्मकता फैलाने के लिए कह रहे हैं कि मोदी ने दो वर्षों में कुछ नहीं किया। आज मोदी ने बहुत ही इत्मीनान से बताया कि उन्होंने दो वर्षों में क्या किया है और उनके कामकाज से देश कैसे बदल रहा है, देश कैसे आगे बढ़ रहा है।

मोदी ने कहा कि जनता जनार्दन के हमपर दिनों दिन आशीर्वाद बढ़ते जा रहे हैं तो हमारे काम का उत्साह भी बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि मै उन लोगों के लिए कुछ नहीं कह सकता जिसका राजनीतिक रूप से विरोध करना अनिवार्य होता है। उन्होंने कहा कि उनका विरोध करना स्वाभाविक भी है और लोकतंत्र में ऐसी बातें चलती रहती हैं।

उन्होंने कहा कि देश ने पिछले 15 दिन में दो बातें स्पष्ट देखी हैं – एक तरफ विकासवाद है तो दूसरी तरफ विरोधवाद है, विकासवाद और विरोधवाद के बीच में जनता जनार्दन दूध का दूध और पानी का पानी करके क्या सत्य है और कितना सत्य है इसको भली भाँती नाप सकती है।

मोदी ने कहा कि विरोध की अनेक बातें हो रही हैं जिन्हें वे दोहराना नहीं चाहते लेकिन चिंता इस बात की जरूर होती है कि मुद्दों के आधार पर, हकीकतों के आधार पर, हर काम का कठोर तरीके से मूल्यांकन होना लोकतंत्र के लिए आवश्यक है लेकिन कहीं हम ऐसी गलती ना कर दें जो देश को बिना कारण निराशा की गर्त में धकेलने का प्रयास करती है।

उन्होंने कहा कि कहीं कहीं पर ये बातें सामने आती हैं जिनमें हकीकतों का कोई आधार नहीं होता है, लेकिन उसपर इस प्रकार की स्थितियां सवार हो जाँय, ये कभी कभी चिंता पैदा करती हैं।

modi-work-in-2-yearउन्होंने कहा कि सरकार के कामकाज का लेखा जोखा पुरानी सरकारों के कामकाज के सन्दर्भ में होता है, पहले क्या होता था, अब क्या हो रहा है, इसका तुलनात्मक अध्ययन होता है, अगर हम बीती हुई सरकारों की बातों को भुला दें और अचानक ही चीजों की चर्चा शुरू कर दें तो सही मूल्यांकन नहीं हो सकता।

कोयले की समस्या से देश को बाहर निकालना छोटा काम नहीं था: मोदी

उन्होंने कहा कि अगर हम यह कहें कि हमने कोयले की समस्या को हल कर दिया। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर अचानक ही सुप्रीम कोर्ट कोयले की खदानों के लाइसेंस रद्द कर दे और बिजली के कारखानों में कोयले का संकट पैदा हो जाय तो क्या होगा।

उन्होंने कहा कि ऐसी घटना जिसमें पूरी सरकार जो कोयले के भ्रष्टाचार के कारण बदनामी भुगत चुकी हो, दो वर्ष पहले कोई अख़बार, कोई टीवी, कोई चैनल, कोई चर्चा, कोई भाषण और कोई दिन ऐसा नहीं था जिसमें भ्रष्टाचार की बातें ना बोली जाती हों।

उन्होंने कहा कि हमने कोयले की पारदर्शी तरीके से नीलामी की, अब तक इसपर कोई सवालिया निशान नही लगा है, देश के खजाने में लाखों करोड़ रुपये आना तय है, राज्यों के खजाने में भी पैसा जा रहा है, इसके अलावा कोयले की खदानों के आसपास गरीब आदिवासी रहते हैं, उनके कल्याण के लिए फण्ड निकलने वाला है। उन्होंने कहा कि यह सभी बातें अगर मै ऐसे ही कह दूँ तो लगता है कि चलो भाई मोदी ने यह काम कर दिया लेकिन इसकी ताकत तब समझ में आती है जब आप सोचते हैं कि सुप्रीम कोर्ट को ऐसा क्यों करना पड़ा था, कोयले में इतना बड़ा भ्रष्टाचार क्यों हुआ था, वो कौन से तरीके थे जिसमें जमकर लूट हुई थी और उसमें से देश को बाहर लाना, तब जाकर समझ में आता है कि काम कितना बड़ा हुआ है, काम कितना महत्वपूर्ण हुआ है।

हमने भ्रष्टाचार के दीमक को ख़त्म कर दिया: मोदी

उन्होंने कहा कि जब तक हम बीती हुई सरकार के दिनों को स्मरण करके वर्तमान के निर्णयों को परखेंगे तो हमें ध्यान आएगा कि बदलाव कितना बड़ा आया है। इस बात से कौन इनकार कर सकता है कि दीमक की तरह भ्रष्टाचार ने इस देश को अन्दर से खोखला कर दिया है, तबाह कर दिया है, हमारे हर सपने को चूर चूर करने की ताकत अगर किसी दीमक में है तो उसका नाम भ्रष्टाचार है।

मोदी ने कहा कि मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ बहुत ही सटीक तरीके से एक के बाद एक कदम उठाकर हिन्दुस्तान के जन मन को आंदोलित करने वाला ठोस प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि जब आप इनकी गहराई में जाओगे तो चौंक जाओगे।

जो बेटियां पैदा भी नहीं होती थी उसे विधवा बनाकर पेंशन दिया जाता था

मोदी ने कहा कि आप कल्पना कर सकते हो कि देश कैसे चला है, वो बेटी जो कभी पैदा भी नहीं हुई है, देश की सरकारों की फाइलों में वह बेटी विधवा भी हो जाती है और उस विधवा बेटी को पेंशन भी मिलना शुरू हो जाती है और उसे वर्षों तक पेंशन मिलती रहती है। उन्होंने कहा कि कभी ऐसे भ्रष्टाचारों की चर्चा भी नहीं होती।

फर्जी गैस कनेक्शन ख़त्म करके 15 हजार करोड़ रुपये बचाए

उन्होंने कहा कि हमने जब डायरेक्ट बेनिफिट ट्रान्सफर (DBT) के अंतर्गत रसोई गैस की सब्सिडी डायरेक्ट पहुँचाना शुरू किया, उसे जनधन और आधार कार्ड से लिंक किया तो बहुत ही गहरा राज सामने आया। उन्होंने कहा कि देशवासियों को जानकार हैरानी होगी कि अकेले रसोई गैस में इतने फर्जी नाम मिले, इतने फर्जी सिलेंडर दिए गए कि सुनकर पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। उन्होंने कहा कि जब हमने इन फर्जीवाड़े को ख़त्म किया तो करीब करीब 15 हजार करोड़ रूपया, जिसपर आपका हक था उसे हमने बचा लिया।

मोदी ने कहा कि अगर किसी के यहाँ रेड हो जाय और उसके यहाँ से 50 करोड़ रुपये भी मिल जाँय तो सभी अख़बारों में बड़ी हेडलाइन बन जाती है लेकिन हमने बड़ी मेहनत करके और योजना बनाकर देश के 15 हजार करोड़ बचा लिए जिसे देखकर मेरा देश कहेगा कि मोदी आपने सही काम किया।

मोदी ने कहा कि आपको हैरानी होगी कि राशन कार्ड जिससे गरीबों के लिए सस्ते में अनाज मिलता है, कैरोसीन आयल मिलना है, उसकी थाली में जब चावल जाता है तो एक किलो पर 27 रूपया भारत सरकार के खजाने से जाता है और एक रुपये प्रति किलो उससे लिया जाता है लेकिन उस गरीब को यह बात पता नहीं है कि केंद्र सरकार उसके एक किलो चावल पर 27 रुपये खर्च कर रही है।

 मोदी ने कहा कि अभी मेरा काम चल रहा है लेकिन जितना हुआ है अबतक, 1 करोड़ 62 लाख से भी ज्यादा फर्जी राशन कार्ड हमने खोजकर निकाले हैं। उन्होंने कहा कि उन राशन कार्डों पर जो भी राशन जाता था वह किसी के घर तो जाता था, कहीं तो बेईमानी होती थी, उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने एक DBT योजना के तहत एक मुहिम चलाई, मुझे बताया गया कि हरियाणा में फर्जी केरोसिन लेने वालों की संख्या 6 लाख निकली। इन 6 लाख लोगों के नाम पर सब्सिडी वाला केरोसिन जाता था, वो कैरोसिन कहाँ जाता होगा, डीजल में मिक्स करने के लिए जाता होगा, प्रदुषण करने के लिए जाता होगा, किसी केमिकल फैक्ट्री में जाता होगा। सरकार के खजाने से हजारों करोड़ रुपये गरीब के नाम से लूट लिया जाता होगा।

मोदी ने बताया कि 6 लाख केरोसिन कार्ड, 1 करोड़ 62 लाख राशन कार्ड फर्जी मिले हैं, अभी हमने इसी योजना के तहत एक राज्य में 540 करोड़ रुपये बचाए हैं, वहां पर फर्जी टीचर के नाम पर 1 हजार करोड़ रुपये की लूट रुक गयी है। ये भ्रष्टाचार हो रहा था लेकिन अब रुक गया है।

मोदी ने कहा कि हजारों करोड़ रूपया केवल एक वर्ष नहीं बल्कि हर वर्ष बचने वाला है। अभी तो यह शुरुआत है, एक नयी सुबह है, आगे तो बहुत कुछ होना है।

मोदी ने बताया कि कुछ लोग मुझसे कहते हैं, मुझे बहुत समझाते हैं कि मोदी जी आप इतना मेहनत करते हैं, काम में लगे रहते हैं तो रोज आपका विरोध क्यों होता रहता है, इतना तूफ़ान क्यों चलता रहता है, आप अपना कोई संपर्क नीति बनाओ, मीडिया से बात करो, अब ऐसे लोगों को मै कैसे समझाऊं कि भाई जिन लोगों की जेब में 36 हजार करोड़ रुपये जाता है उसे मोदी ने बंद करवा दिया तो मोदी गाली नहीं खाएगा तो क्या खाएगा।

मोदी ने कहा कि लूट चलाने वालों को कैसी कैसी परेशानियां होती होंगी इसका अंदाजा हम भली भाँती कर सकते हैं। मै कई ऐसे विषय बताता हूँ जिसमें हमने सटीक तरीके से काम किये हैं जिसका हमें आज परिणाम देखने को मिला है।

उन्होंने कहा कि आप देखिये, पहले LED Bulb कितने रुपये में मिलता था, आज कितने रुपये में मिलता है, कहीं पर 200, 300, 350 रुपये LED की कीमत थी लेकिन आज वह 60, 70, 80 रुपये में आ गया है।

उन्होंने कहा कि अगर हम किसी स्थान पर बिजली का कारखाना लगाएं और हम घोषणा करें कि 2 लाख करोड़ के बिजली के कारखाने लगेंगे, इस घोषणा को करने के बाद हमारे देश के सभी अखबार इसे हेडलाइन बनाएंगे कि मोदी ने बहुत भारी सपना देखा है कि दो लाख करोड़ के बिजली के कारखाने लगायेंगे। कोई यह भी लिखेगा कि मोदी बातें करता है लेकिन रुपये कहाँ से आयेंगे। ऐसी बहुत सी बातें हो सकती हैं लेकिन इस बात की चर्चा नहीं होगी कि LED बल्ब के अभियान के कारण जिन पांच सौ शहरों को हमने टारगेट किया है, अगर हम शत प्रतिशत LED पहुँचाने में सफल हो जाएंगे और हम सफल होने भी वाले हैं, जिन दिन भी यह काम पूरा होगा इस देश में करीबी करीब 20000 मेगावाट की बिजली बचने वाली है जिसका मतलब यह हुआ कि एक लाख करोड़ की बिजली बच जाएगी, मतलब देश का 1 लाख करोड़ रूपया जो बिजली का कारखाना लगाने में खर्च होना था वह बच गया।

उन्होने कहा कि 60-70 रुपये का LED बल्ब क्या कोई न्यूज का विषय हो सकता है क्या, उसमे क्या खबर है जी, न्यूज चैनल नहीं दिखाएगा। उन्होंने कहा कि हम लोग जो तेज गति से बदलाव ला रहे हैं, उसे यह देश अनुभव कर रहा है।

मोदी ने कहा कि पिछले चुनावों में एक चर्चा होती रहती थी कि गैस सिलेंडर 12 होने चाहियें कि 9 होने चाहियें, बड़े बड़े नेता घोषणा करते थे और अख़बारों में हेडलाइन बनती थी कि अब 9 की जगह 12 सिलेंडर दिए जाएंगे। ये नेता 9 सिलेंडर से 12 सिलेंडर करने के वोट मांगते थे। उन दिनों को याद कीजिये जब सांसदों को गैस सिलेंडरों के 25 कूपन मिलते थे और वो 25 कूपन से अपने साथियों और कार्यकर्ताओं को खुश करता था।

उन्होंने कहा कि जिस देश में सांसदों को गैस सिलेंडरों के 25 के मिलते थे उस देश के लोगों से हमने रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ने का आग्रह किया और करीब करीब 1 करोड़ 13 लाख लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ दी।

हमने तय किया है कि आने वाले तीन वर्षों में हम पांच करोड़ लोगों को फ्री गैस कनेक्शन दे देंगे, हमने पिछले वर्ष 3 करोड़ लोगों गैस कनेक्शन दे दिया। जहाँ सांसदों को केवल 25 गैस सिलेंडरों के कूपन मिलते थे और उसे बहुत गर्व होता था उसी देश में हम 5 करोड़ लोगों को फ्री गैस कनेक्शन देने का ऐलान किया है।

मोदी ने कहा कि अगर हमारी पिछली सरकार की तुलना में स्पीड देखी जाय, स्केल देखा जाय, काम करने का ढंग देखा जाय, टार्गेटेड ग्रुप देखा जाय तो समझ में आएगा कि हमने कितना काम किया है और देश में कितना बदलाव आ रहा है।

मोदी सरकार के 2 साल की पूर्ति पर बना यह वीडियो हो रहा है वायरल

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई में बनी भाजपा सरकार ने अपने 2 वर्ष पूरे कर लिए हैं जो पूर्ण रूप से देश हित में सफल नज़र आ रहे हैं। भाजपा सरकार के 2 वर्ष के कार्यकाल को लोग काँग्रेस के 40 वर्षों से ज़्यादा के कार्यकाल से बेहतर मान रहे हैं । इन कार्यों पर एक कार्टूनिक विडियो बना है ।

 

मोदी सरकार के दो साल : इंडिया गेट पर आज होगा भव्य कार्यक्रम, बॉलीवुड सितारों का लगेगा जमावड़ा

मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर दिल्ली के इंडिया गेट पर आज एक भव्य कार्यक्रम होने जा रहा है। शाम 4:15 से शुरू होने वाला यह कार्यक्रम पांच घंटे तक चलेगा। इस अवसर पर अमिताभ बच्चन, अनिल कपूर, काजोल, रवीना टंडन, कैलाश खेर समेत बॉलीवुड के सितारों का जमावड़ा भी लगेगा।

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सरकार के कई मंत्री और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। कार्यक्रम के समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचेंगे। पनामा पेपर में अमिताभ बच्चन का नाम आने के बाद कांग्रेस ने कार्यक्रम में उनकी मौजूदगी पर सवाल उठाए गए थे जिस पर अमिताभ बच्चन की ओर से सफ़ाई भी आई थी कि वह पूरे कार्यक्रम को नहीं बल्कि बेटियों को लेकर एक ख़ास सेगमेंट को होस्ट करने वाले हैं।

कार्यक्रम इस प्रकार होगा :
शाम 4.15 बजे: आर माधवन का मंच संचालन, संगीत नाटक अकादेमी की ओर से डांस
शाम 5 बजे: मंच पर युवा सांसद, किरन रिजिजू, बाबूल सुप्रियो, राज्यवर्द्धन राठौड़
शाम 5.15 बजे: मंच पर अरुण जेटली
शाम 6 बजे: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के लिए मंच पर अमिताभ बच्चन
शाम 6.20 बजे: मंच पर मेनका गांधी, रवीना टंडन
शाम 6.20 बजे: करनाल से मनोहर लाल खट्टर
शाम 6.40 बजे: मुंबई से विद्या बालन
शाम 7 बजे: कैलाश खेर- स्वच्छता के संदेश का गाना
शाम 7.20 बजे: जयपुर से वसुंधरा राजे सिंधिया
शाम 7:40 बजे: शिलांग के ग्रुप का परफॉर्मेंस
रात 8 बजे: मंच पर नितिन गडकरी, सुरेश प्रभु
रात 8:20 बजे: गेट वे ऑफ़ इंडिया, डिज़िटल इंडिया पर बात
रात 8:40 बजे: मंच पर मनोहर पर्रिकर, देवेंद्र फडणवीस, अनिल कपूर
रात 9 बजे: मुंबई से काजोल
रात 9.15 बजे: मंच पर फिर अमिताभ बच्चन
रात 9.30 बजे: मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
रात 10 बजे: समापन

दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए उत्तर-पूर्व प्रवेश द्वार है : शिलांग में बोले पीएम नरेंद्र मोदी

उत्तर-पूर्व में बीजेपी सरकार के बढ़त हासिल करने के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के दो साल के कार्यकाल की उपलब्धियों एवं नॉर्थ-ईस्‍ट क्षेत्र के विकास को लेकर मेघालय की राजधानी शिलांग में आयोजित रैली को संबोधित किया।

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पीएम के भाषण की मुख्‍य बातें…

  • मेघालय में बड़ी संख्‍या में फुटबॉल क्‍लब और संगठन हैं।
  • संभवत आप प्रतिस्‍पर्धी कार्यक्रमों को आयोजित कर U17 वर्ल्‍ड कप का नेतृत्‍व कर सकते हैं।
  • हम जानते हैं कि दुनिया में चेरापूंजी में सबसे अधिक वर्षा होती है।
  • चेरापूंजी में डॉपलर रडार राष्ट्र को समर्पित कर दिया गया है। मैं इसरो और भारतीय मौसम विभाग को बधाई देता हूं।
  • नॉर्थ-ईस्‍ट ने हाल के दिनों में बारिश और भूस्खलन के कारण कई प्राकृतिक आपदाओं को देखा है। यह मौसम रडार सिस्‍टम नॉर्थ-ईस्‍ट क्षेत्र के लिए बेहतर पूर्वानुमान कर सकेगा। यह चरम मौसम की स्थिति में खतरे को कम करने में मदद करेगा।
  • मैंने सरकार के प्रमुखों से मुलाकात कर विकास कार्यों पर चर्चा की।
  • बहुत कुछ किया जा रहा है, बहुत कुछ किया जाना चाहिए। मेरी सरकार की ओर से लगातार एक्ट ईस्ट नीति का पालन किया गया है।
  • मैं नॉर्थ-ईस्‍ट रिजन को दक्षिण-पूर्व का प्रवेश द्वार मानता हूं।

FB पर सबसे ज्यादा सक्रिय हैं मोदी, राजनाथ सिंह दूसरे नंबर पर

मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर सोशल नेटवर्किंग साइट्स फेसबुक ने अपने दो साल का डेटा जारी किया है जिसके हिसाब से पीएम मोदी फेसबुक पर सबसे ज्यादा एक्टिव रहने वाले नेता हैं तो वहीं होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने इस मामले में दूसरी पोजिशन हासिल की है।

 फेसबुक की रिपोर्ट के मुताबिक मोदी सरकार के मंत्रियों ने आम जनता और स्टूडेंट से जुड़ने के लिए फेसबुक पर सक्रियता दिखायी है जिसके कारण पिछले दो साल में एनडीए के मंत्री FB को यूज करना शुरू किया है।

Modi and rajnath singh

क्या कहती है FB रिपोर्ट 

  • 26 मई 2014 से लेकर 23 मई 2016 तक में पीएम मोदी की पोस्ट पर सबसे ज्यादा लाइक्स आये हैं।
  • फेसबुक पर पीएम मोदी की उस पोस्ट पर सबसे अधिक लाइक्स 34,047,024 आये हैं जिसमें उन्होंने अपनी मां को पीएम आवास दिखाते हुए तस्वीरें पोस्ट की थीं।
  • दूसरी सबसे ज्यादा लाइक की जानी वो पोस्ट है जिसमें वो फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जकरबर्ग के साथ है इस पोस्ट को 34,047,070 लाइक्स मिले।
  • लोकप्रियता के मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बाद वे दूसरे नंबर पर हैं।
  • होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने इस मामले में दूसरी पोजिशन हासिल की है।
  • इसके अलावा मोदी कैबिनेट के फेसबुक पर एक्टिव रहने वाले मंत्रियों में स्मृति ईरानी और अरुण जेटली हैं।
  • सरकार के तीन अभियानों को फेसबुक पर सबसे ज्यादा पसंद किया है और वो हैं ‘मेक इन इंडिया’, ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘स्किल इंडिया’।

दो वर्ष के बाद क्या आपने कभी सुना है कि मोदी सरकार ने पैसा खाया है : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि दो वर्ष पहले देश में निराशा का माहौल था अब उत्सव का माहौल है। देश आगे बढ़ना चाहता है। नौजवान विकास चाहते हैं। विकास ही सारी समस्याओं का समाधान है। बाकी बातें वोट बैंक के लिए होती हैं। प्रधानमंत्री ने दावे के साथ कहा कि बहुत ही जल्द उत्तर प्रदेश के सभी गांवों में बिजली पहुंचाने का काम पूरा करूंगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना से गरीब से गरीब लोगों को बैंक से जोड़ने का काम किया है। मुसीबत में यह योजना गरीबों का सहारा बनेगी।

केंद्र में सरकार के दो वर्ष पूरे होने के मौके पर सहारनपुर में ‘विकास रैली’ को सम्बोधित करते हुए यह बातें कही।

प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं ने स्वच्छता के अभियान को अपना बना लिया है। छोटा बच्चा भी आज जागरुक हो चुका है। यह अभियान अमीरों के लिए नहीं है। यह गरीबों के लिए है। गरीब बीमार होता है तो उसका रोजगार बंद हो जाता है। गंदगी से बीमारी आती है तो गरीबों का ज्यादा खर्च होता है।

उन्होंने चिकित्सकों से अनुरोध किया कि हर महीने की 9 तारीख को कोई भी गरीब प्रसूता मां आती है तो वे नि:शुल्क उसका इलाज करेंगे। गर्भावस्था में कभी-कभी इलाज के आभाव में महिला की मौत हो जाती है। 12 महीने में 12 दिन तो डॉक्टर माताओं के नाम कर सकते हैं।

मोदी ने कहा कि चिकित्सकों के रिटायरमेंट की उम्र अब 65 वर्ष की जाएगी। इसका फैसला जल्द ही केंद्रीय कैबिनेट में लिया जाएगा।

इससे पूर्व मोदी ने कहा कि यह देश बदल रहा है लेकिन कुछ लोगों का दिमाग नहीं बदल रहा है। उन्होंने कहा कि दो वर्ष बाद अपने काम का हिसाब देने आया हूं। प्रधान सेवक के रूप में देशवासियों की सेवा करने का निरंतर प्रयास करता रहा हूं।

मोदी ने कहा, “सरकारें आती हैं और जाती हैं। चुनाव होते हैं। लेकिन सरकार बनती है, जन सामान्य के सपनों को पूरा करने के लिए। दो वर्षों के दौरान देश ने भली भांति केंद्र सरकार के काम को देखा है और परखा है। संसद में जब एनडीए के सभी सांसदों ने नेता के रूप में चुना था तभी मैंने कहा था कि यह सरकार देश के गरीबों को समर्पित है।”

उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों के दौरान उन कामों को हाथों में लिया है जो गरीबी के खिलाफ लड़ाई लड़ने की ताकत दें। कोई मां-बाप नहीं चाहता है कि उसकी संतानों को विरासत में गरीबी मिले।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की हमेशा ही कोशिश रही है कि राज्यों को हमेशा ताकतवर बनाया जाए। सरकारें जनता की भलाई के लिए काम करें। पहले 65 प्रतिशत धन केंद्र के पास और 35 प्रतिशत धन राज्यों के पास होता था।

उन्होंने कहा कि हमने सबसे काम यही किया है कि अब केंद्र सरकार के पास केवल 35 प्रतिशत पैसा रहेगा जबकि 65 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकारों को मिलेगा। यह ऐतिहासिक फैसला था। इससे राज्य को मजबूती मिली है।

मोदी ने कहा कि ग्राम पंचायतों को 2 लाख करोड़ रुपये देने की योजना बनाई है। केंद्र सरकार की ओर से हर वर्ष कहीं 80 लाख रुपये कहीं एक करोड़ रुपये की धनराशि ग्राम पंचायतों में पहुंच रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसका मुख्य मकसद गांवों का विकास करना है। सरकार ने उन योजनाओं को हाथ लगाया है जिससे गरीबों के जीवन में बदलाव आएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय ऐसा था जब 14 हजार करोड़ रुपये गन्ना किसानों का बकाया था। इसकी चिंता किसी को नहीं थी। गन्ना किसानों को ताकत देने के लिए पिछली सरकारों ने कभी चिंता नहीं की। उन्होंने कहा कि अलग-अलग योजनाओं के माध्यम से इसका इसका भुगतान कराया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों की आय 2022 तक दो गुना करने का संकल्प लिया है। यह सिर्फ जुमला नहीं है। हमने पहला काम हाथ में लिया है। वैज्ञानिक तरीके से जमीनों का रखरखाव जरूरी है।

मोदी ने कहा कि जिन राज्यों में पानी का संकट है, वहां के मुख्यमंत्रियों से बात की है। उन्होंने आग्रह किया कि इस वर्ष बरसात में अधिक से अधिक पानी की बचत की जाए। इससे प्राकृतिक आपदा से निपटने में मदद मिलेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले आधी फसल खराब होती थी तो उसे मुआवजा मिलने का हकदार माना जाता था। अब किसान के खेत में यदि एक तिहाई नुकसान हुआ तो किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खेत से फसल काटकर रखी हो और इसी समय प्राकृतिक आपदा आ गई उस स्थिति में भी उसको बीमा योजना का लाभ मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि दो वर्ष पहले की स्थिति काफी भयावह थी। आए दिन भ्रष्टाचार की खबरें आती थी। बड़े बड़े लोग इसमें लिप्त पाए जाते थे। क्या कुर्सी पर जनता का पैसा लूटने के लिए ही बैठाया जाता है।

मोदी ने कहा कि दो वर्ष के बाद क्या आपने कभी सुना है कि मोदी सरकार ने पैसा खाया है। क्या विरोधियों ने कभी इस तरह का मुद्दा उठाया है। लाखों लोगों के बीच खड़ा होकर अपना हिसाब देने की हिम्मत किसी में नहीं थी।

Modi in Saharanpur
उज्‍जवला योजना का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि क्या गरीबों को लकड़ी के चूल्हे पर खाना बनाते हुये जिंदगी गुजारनी पड़ेगी। देशवासियों से ही काम करने की प्रेरणा मिलती है।

उन्होंने कहा कि देश के एक करोड़ से अधिक परिवार ने रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ दिया है। पिछले वर्ष ही 3 करोड़ लोगों को गैस का कनेक्शन दे दिया गया है और आने वाले समय में पांच करोड़ लोगों को दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इतना बड़ा निर्णय पिछले 50 वर्षों में किसी भी सरकार ने नहीं लिया है।