Monthly Archives: November 2018

pm modi ne kaha yoga bharat or argentina ke logo ko jod raha hai

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, योग भारत और अर्जेंटीना के लोगों को जोड़ रहा है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि योग अर्जेंटीना और भारत के बीच नजदीकियां बढ़ा रहा है साथ ही दोनों देशों के लोगों को जोड़ भी रहा है। उन्होंने ये बातें अर्जेंटीना में G-20 समिट से पहले कही। एक योग कार्यक्रम में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि योग स्वास्थ्य और शांति के लिये भारत की ओर से दुनिया को तोहफा है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘मैं 24 घंटे से ज्यादा समय में 15000 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करके महज कुछ घंटे पहले यहां पहुंचा हूं। आपके प्रेम और उत्साह की वजह से मैं महसूस कर रहा हूं कि मैं भारत के बाहर नहीं हूं।’’


‘योग फॉर पीस’ कार्यक्रम के आयोजकों की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि इससे बेहतर नाम के बारे में सोचना मुश्किल है। उन्होंने कहा, ‘‘योग आपके शरीर और दिमाग दोनों को स्वस्थ रखता है। ये आपके शरीर को मजबूत बनाता है और आपके मस्तिष्क को शांत रखता है।’’

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर दिमाग शांत होगा तो परिवार, समाज, देश और दुनिया में भी शांति रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘योग स्वास्थ्य, तंदरुस्ती और शांति के लिये भारत की ओर से दुनिया को तोहफा है। ये तंदरुस्ती और खुशी से हमें जोड़ता है।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘योग भारत और अर्जेंटीना के बीच विशाल दूरी को पाट रहा है। ये दोनों देशों और उनके लोगों को जोड़ रहा है।’’

उन्होंने कहा कि जहां अर्जेंटीना की भारत की कला, संगीत और नृत्य में गहरी दिलचस्पी है, वहीं हमारे देश में अर्जेटीना के फुटबॉल खिलाड़ियों के लाखों प्रशंसक हैं। माराडोना का नाम हमारी दैनिक बातचीत का हिस्सा बन गया है।

उन्होंने ओडिशा में चल रहे हॉकी विश्व कप के पहले मैच में जीत के लिये अर्जेंटीना की हॉकी टीम को भी बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘ये हमारे लिये गर्व और खुशी की बात है कि अर्जेंटीना जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। वैश्विक अर्थव्यवस्था, सतत विकास, जलवायु परिवर्तन और भगोड़े आर्थिक अपराधियों जैसे मुद्दों पर शिखर सम्मेलन के दौरान चर्चा होगी। ये न सिर्फ भारत और अर्जेंटीना बल्कि समूची दुनिया के हित में हैं।’’

Pm narendra modi se milna hua aasaan

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना हुआ आसान, बस आपको करना होगा ‘नमो ऐप’ पर यह काम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में काफी लोकप्रिय नेता के तौर पर देखे जाते हैं। उनसे मिलने की तमन्ना लगभग हर देशवासी के जहन में रहती है। हालांकि आम लोगों की पीएम तक पहुंच काफी सीमित है। लेकिन अब पीएम से मिलना काफी आसान हो गया है। आम नागरिक अब मात्र पांच रुपये खर्च करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकता है।

दरअसल, नरेंद्र मोदी (नमो) ऐप के जरिए पीएम से मिलना लोगों के लिए साकार हो सकता है। इसके लिए लोगों को नमो एप पर जाकर बीजेपी को डोनेशन देना होगा। आम नागरिक 5 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक की डोनेशन इस ऐप के सहारे बीजेपी को कर सकते हैं। हालांकि इस डोनेशन को करने के बाद पीएम मोदी से मिलने के लिए एक शर्त भी है।

यह है शर्त

पार्टी फंड में डोनेशन देने के बाद यूजर को एक रेफरल कोड मिलेगा। इस रेफरल कोड को 100 लोगों के साथ शेयर करना होगा। अगर वो 100 लोग इस रेफरल कोड की मदद से डोनेशन करते हैं तो आपकी मुलाकात पीएम मोदी से हो सकती है। वहीं अगर यूजर के जरिए भेजे गए इस कोड का इस्तेमाल कम से कम 10 लोग भी करते हैं तो यूजर को नमो टीशर्ट और कॉफी मग फ्री में मिल सकता है।

वहीं इस नए फीचर को लेकर पार्टी का कहना है कि पीएम मोदी से बहुत ही कम लोग मिल पाते हैं। ऐसे में इस नए प्रयोग के जरिए लोगों के बीच पीएम मोदी का संवाद बढ़ाया जा सकेगा। इससे लोगों की पीएम तक पहुंच बनेगी।

ऐसे करें इंस्टॉल

अगर आप भी पीएम मोदी से मिलना चाहते हैं और इस ऐप को इंस्टॉल करना चाहते हैं तो सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर या आईओएस प्ले स्टोर में जाएं। वहां नमो ऐप या नरेंद्र मोदी ऐप सर्च करें। इसके बाद इसे इंस्टॉल करें। फिर इसमें आपको अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। वहीं इसमें आपका लॉगिन आईडी और पासवर्ड होगा, जिससे आप इस ऐप का इस्तेमाल कर सकेंगे।

Pm narendra modi ko mile tohphe honge nilaam

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले तोहफे होंगे नीलाम, आप भी खरीद सकते हैं जानें कैसे

पिछले 4 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जो तोहफे मिले हैं, उनकी ऑनलाइन नीलामी होने जा रही है। 2014 में प्रधानमंत्री बने मोदी को अब तक देश-विदेश से करीब 1900 तोहफे मिले हैं। इन सभी को ई-ऑक्शन के साथ बेचने की तैयारी पूरी कर ली गई है।

तोहफों में प्रधानमंत्री जी को मिली पगड़ियां, हाफ जैकेट, पेंटिंग्स और धनुष जैस उत्पाद शामिल हैं। धागे से बनी फ्रेम पेंटिंग, हनुमान जी की गदा और सरदार पटेल की मेटैलिक मूर्ति शामिल है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले तोहफों की नीलामी दिसंबर के दूसरे हफ्ते में शुरू होगी। ऑनलाइन नीलामी की तैयारी पूरी हो गई है। हालांकि इसकी पूरी जानकारी जल्द पीएमओ अपनी वेबसाइट पर जारी करने वाला है।

देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब प्रधानमंत्री को मिले तोहफे की नीलामी हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी को मिले तोहफों को खरीदने के लिए आपको openauction।gov।in पर बोली लगानी होगी।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने इन तोहफों का बेस प्राइस तय कर दिया है। सोशल मीडिया ट्रेंड के मुताबिक, प्रधानमंत्री को मिली पगड़ियां, शॉल और पेंटिंग की सबसे ज्यादा मांग हो सकती है। क्योंकि, अक्सर लोग सोशल मीडिया के जरिए पीएम मोदी से इसकी मांग कर चुके हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने आज तक जो पगड़ियां पहनी हैं, उनकी नीलामी होगी। नीलामी में बेस प्राइस से शुरुआत होगी। पगड़ियों की नीलामी 800 रुपये के बेस प्राइस से शुरू होगी। वहीं, शॉल का बेस प्राइस 500 रुपये तय किया गया है। पेटिंग और फोटो फ्रेम के लिए भी बोली 500 रुपये से शुरू होगी। 3डी पेंटिंग, टेक्स्टाइल पेंटिंग, मंदिर की नक्काशी वाले वुडन फ्रेम का बेस प्राइस 4 से 5 हजार रुपये तय हुआ है।

पीएम नरेंद्र मोदी को मिले गिफ्ट्स में सबसे आकर्षक सरदार वल्लभ भाई पटेल की मेटैलिक मूर्ति बताई जा रही है। यह 42 सेंटीमीटर ऊंची है। नीलामी में इसका बेस प्राइस 10 हजार रुपये रखा गया है। वहीं, सरदार वल्लभ भाई पटेल के फोटो फ्रेम का बेस प्राइस 5 हजार रुपये है। शीशे में बंद 7 घोड़ों वाले चांदी के रथ की नीलामी 1 हजार रुपये से शुरू होगी। वहीं, ग्राम उदय से भारत उदय अभियान में 4 घोड़े वाले रथ की बोली 4 हजार रुपये से शुरू होगी।

पीएम मोदी को मिले तोहफों में भगवान राम का धनुष और हनुमान की गदा भी है। धनुष का बेस प्राइस 500 रुपये रखा गया है। वहीं, गदा का बेस प्राइस 2500 रुपये है। गदा की लंबाई 147 सेंटीमीटर है। नीलामी से मिली रकम को लोक कल्याण के कामों में खर्च किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लगातार लोग फेसबुक, ट्विटर और नमो ऐप के माध्यम से तोहफों की मांग करते रहे हैं। लेकिन अब पीएम मोदी को मिली गिफ्ट को अपना बनाने का मौका है। फिलहाल इन सभी तोहफों को दिल्ली की नेशनल गैलरी ऑफ मॉर्डन आर्ट्स में प्रदर्शनी के लिए रखा गया है।

Pm narendra modi ne mann ki baat ke 50ve episode me ki logo se baat

मन की बात में बोले पीएम मोदी, ‘भारत का मूल-प्राण राजनीति नहीं, बल्कि समाज-शक्ति है’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 50वीं बार ‘मन की बात’ की। पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात 130 करोड़ भारतीयों के मन की आवाज है। पीएम ने कहा कि भारत का मूल-प्राण राजनीति अथवा राजशक्ति नहीं है बल्कि भारत का मूल-प्राण समाजनीति और समाज-शक्ति है। उन्होंने मन की बात कार्यक्रम में संविधान निर्माताओं को याद किया। उन्होंने मन की बात कार्यक्रम की सफलता के लिए देशवासियों को शुक्रगुजार कहा। 2014 में प्रसारित इस कार्यक्रम के पहले अंक में प्रधानमंत्री मोदी ने नागरिकों से कहा था कि वे कम से कम खादी के एक उत्पाद का प्रयोग करें ताकि गरीब बुनकरों की सहायता हो सके।

मन की बात कार्यक्रम की मुख्य बातें पढ़ें:-

  • पीएम मोदी बोले- लोगों का कहना है कि अक्सर लोग आपको latest technology, Social Media और Mobile Apps के साथ जोड़ते हैं, लेकिन आपने लोगों के साथ जुड़ने के लिये रेडियो को क्यों चुना?
  • पीएम मोदी बोले- आपकी ये जिज्ञासा बहुत स्वाभाविक है कि आज के युग में, जबकि करीब रेडियो भुला दिया गया था उस समय मोदी रेडियो लेकर के क्यों आया ? मैं आपको एक किस्सा सुनाना चाहता हूं।
  • पीएम मोदी बोले- Communication की reach और उसकी गहराई, शायद रेडियो की बराबरी कोई नहीं कर सकता ये उस समय से मेरे मन में भरा पड़ा है और उसकी ताकत का मैं अंदाज करता था।
  • पीएम मोदी बोले- जब मैं प्रधानमंत्री बना तो सबसे ताकतवर माध्यम की तरफ़ मेरा ध्यान जाना बहुत स्वाभाविक था।
  • पीएम मोदी बोले- हाल ही में आकाशवाणी ने ‘मन की बात’ पर survey भी कराया। जिन लोगों के बीच survey किया गया है, उनमें से औसतन 70% नियमित रूप से ‘मन की बात’ सुनने वाले लोग हैं।
  • पीएम मोदी बोले- अधिकतर लोगों को लगता है कि ‘मन की बात’ का सबसे बड़ा योगदान ये है कि इसने समाज में positivity की भावना बढ़ायी है।
  • कब किसी सरकार की इतनी ताक़त होगी कि #selfiewithdaughter की मुहिम हरियाणा के एक छोटे से गाँव से शुरू होकर पूरे देश में ही नहीं, विदेशों में भी फैल जाए।
  • समाज का हर वर्ग, celebrities सब जुड़ जाएँ और समाज में सोच-परिवर्तन की एक नयी modern language में, जिसे आज की पीढ़ी समझती हो ऐसी अलख जगा जाये।
  • कभी-कभी ‘मन की बात’ का मजाक भी उड़ता है लेकिन मेरे मन में हमेशा ही 130 करोड़ देशवासी बसे रहते हैं। उनका मन मेरा मन है।
  • ‘मन की बात’ सरकारी बात नहीं है – यह समाज की बात है। मन की बात’ एक aspirational India, महत्वाकांक्षी भारत की बात है।
  • भारत का मूल-प्राण राजनीति नहीं है, भारत का मूल-प्राण राजशक्ति भी नहीं है। भारत का मूल-प्राण समाजनीति है और समाज-शक्ति है।
  • T।V। channels ने इसको most watched radio programme बना दिया। मैं media का हृदय से अभिनन्दन करता हूं। आपके सहयोग के बिना ‘मन की बात’ की यह यात्रा अधूरी ही रहती।
  • कभी-कभी हमारे पूर्वाग्रह ही संवाद के लिए सबसे बड़ा संकट बन जाते हैं। स्वीकार-अस्वीकार और प्रतिक्रियाओं की बजाय किसी की बात को समझना मेरी प्राथमिकता रहती है।
  • कल ‘संविधान दिवस’ है। उन महान विभूतियों को याद करने का दिन जिन्होंने हमारा संविधान बनाया। 26 नवम्बर, 1949 को हमारे संविधान को अपनाया गया था।संविधान draft करने के इस ऐतिहासिक कार्य को पूरा करने में संविधान सभा को 2 वर्ष, 11 महीने और 17 दिन लगे।
  • कल्पना कीजिये 3 वर्ष के भीतर ही इन महान विभूतियों ने हमें इतना व्यापक और विस्तृत संविधान दिया। इन्होंने जिस असाधारण गति से संविधान का निर्माण किया वो आज भी time management और productivity का एक उदाहरण है।
  • संविधान सभा देश की महान प्रतिभाओं का संगम थी, उनमें से हर कोई अपने देश को एक ऐसा संविधान देने के लिए प्रतिबद्ध था जिससे भारत के लोग सशक्त हों, ग़रीब से ग़रीब व्यक्ति भी समर्थ बने।
  • हमारे संविधान में खास बात यही है कि अधिकार और कर्तव्य यानी Rights and Duties, इसके बारे में विस्तार से वर्णन किया गया है।
  • नागरिक के जीवन में इन्हीं दोनों का तालमेल देश को आगे ले जाएगा। अगर हम दूसरों के अधिकार का सम्मान करेंगे तो हमारे अधिकारों की रक्षा अपने आप हो जायेगी। अगर हम संविधान में दिए अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे तो भी हमारे अधिकारों की रक्षा अपने आप हो जायेगी।
  • वर्ष 2020 में एक गणतंत्र के रूप में हम 70 साल पूरे करेंगे और 2022 में हमारी आज़ादी के 75 वर्ष पूरे हो जायेंगे।
  • आइये, हम सभी अपने संविधान के मूल्यों को आगे बढ़ाएँ और अपने देश में Peace, Progression, Prosperity यानी शांति, उन्नति और समृद्धि को सुनिश्चित करें।
  • संविधान सभा के बारे में बात करते हुए उस महापुरुष का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता जो संविधान सभा के केंद्र में रहे। ये महापुरुष थे पूजनीय डॉ। बाबा साहेब अम्बेडकर। 6 दिसम्बर को उनका महा-परिनिर्वाण दिवस है।
  • मेरे प्यारे देशवासियों, दो दिन पहले 23 नवम्बर को हम सबने श्री गुरु नानक देव जी की जयंती मनाई है और अगले वर्ष यानी 2019 में हम उनका 550वाँ प्रकाश-पर्व मनाने जा रहे हैं।
  • देश अगले वर्ष गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती समारोह को भव्य रूप से मनायेगा। इसका रंग देश ही नहीं, दुनिया-भर में बिखरेगा।
  • भारत सरकार ने एक बड़ा महत्वपूर्ण निर्णय किया है करतारपुर corridor बनाने का ताकि हमारे देश के यात्री आसानी से पाकिस्तान में, करतारपुर में गुरु नानक देव जी के उस पवित्र स्थल पर दर्शन कर सकें।
  • मेरे प्यारे देशवासियो, 50 episode के बाद हम फिर एक बार मिलेंगे अगले ‘मन की बात’ में।
  • मुझे विश्वास है कि आज ‘मन की बात’ के इस कार्यक्रम के पीछे की भावनाओं को मुझे पहली बार आपके समक्ष कहने का मौका मिला क्योंकि आप लोगों ने ऐसे ही सवाल पूछे लेकिन हमारी यात्रा जारी रहेगी।
  • आपका साथ जितना ज्यादा जुड़ेगा, उतनी यात्रा हमारी और गहरी होगी और हर किसी को संतोष देनेवाली मिलेगी।

पिछले दिनों प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा था कि ‘मन की बात’ के प्रसारण के बाद से खादी उत्पादों की बिक्री में 120 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो गई। श्रोताओं की प्रतिक्रियाओं को देखते हुये मोदी ने दिसम्बर 2014 को प्रसारित अंक में भारत को नशीले सामानों से मुक्त करने का आह्वान किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर सक्रिय लोगों से आग्रह किया कि वे इस बारे में अभियान चलाएं।

जनवरी 2015 के अंक में पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ भारतीय प्रधानमंत्री ने मिलकर लोगों को संबोधित किया। एक अंक में प्रधानमंत्री ने बच्चों से यह भी कहा कि परीक्षा की तैयारी को वे एक उत्सव की तरह देखें। मई 2015 के अंक में प्रधानमंत्री ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर अपनी बात कही।

पिछले दिनों प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा था कि मन की बात के 50 एपिसोड पूरे हो रहे हैं। ‘मैं आपसे आग्रह करता हूं कि इस कार्यक्रम के बारे में हो रहे सर्वेक्षण में हिस्सा लें। आपके विचार बहुत उपयोगी होंगे।’ यह सर्वेक्षण नरेंद्र मोदी एप पर किया जा रहा है।

मन की बात सर्वेक्षण में प्रतिभागियों से यह जानने का प्रयास किया गया है कि क्या वे कार्यक्रम को नियमित सुनते हैं ? क्या वे दो..तीन महीने में एक बार सुनते हैं, या वर्ष में एक बार सुना या कभी नहीं सुना है। कार्यक्रम सुनने का उनका माध्यम रेडियो, टीवी, इंटरनेट या मोबाइल में से क्या है।’

सर्वे में यह भी पूछा जा रहा है कि मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री की ओर से उठाये गए विषयों स्वच्छता, खेल, योग, परीक्षा में छात्रों को समर्थन, पर्यावरण संरक्षण, पर्यटन में से कौन का विषय लोगों से जुड़ने में सबसे अगे रहा। क्या मन की बात कार्यक्रम लोगों में सकारात्मक भाव पैदा करने में सफल रहा ? क्या आप मानते हैं कि मन की बात लोगों को सामुदायिक सेवा से जुड़ने के लिये प्रेरित कर सका ?

सर्वेक्षण में पूछा गया है कि सेल्फी विद डॉटर, इन्क्रेडिबल इंडिया, फिट इंडिया, संदेश टू सोल्जर, एग्ज़ाम वारियर, इंडिया पॉजिटिव में से किस अभियान ने आपके मन पर गहरा प्रभाव छोड़ा? कौन सा ऐसा विषय है जिसे प्रधानमंत्री अब तक नहीं उठा पाए ? क्या आप मानते हैं कि मन की बात कार्यक्रम के कारण रेडियो लोगों में लोकप्रिय हुआ ? मन की बात में सुझाव देने का सबसे बेहतर माध्यम कौन सा है ? क्या आप स्वयंसेवा के किसी कार्य से जुड़े हैं ?

‘मन की बात क्विज’ में शीर्ष अंक हासिल करने वालों को ‘मन की बात’ संबंधित पुस्तक दी जायेगी। नरेन्द्र मोदी एप पर ऑनलाइन माध्यम से तैयार क्विज प्रतियोगिता में प्रत्येक प्रश्न के जवाब 30 सेकेंड में देने होंगे।

Pm modi ne kiya kmp express way ka udghatan

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया केएमपी एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुग्राम में कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया। कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे का निर्माण दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों का बोझ कम करने के उद्देश्य से किया गया है। इसे वेस्‍टर्न पेरीफेरल एक्‍सप्रेस वे भी कहा जा रहा है।


पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक्‍सप्रेस वे के लिए बहुत-बहुत बधाई। इस प्रोजेक्‍ट के साथ जो भी हुआ है वो भ्रष्‍टाचार का उदाहरण है। पीएम मोदी ने कहा ‘लोग वही हैं, काम करने वाले वही हैं, लेकिन जब इच्छाशक्ति हो, संकल्पशक्ति हो, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। यही वजह है कि जहां साल 2014 से पहले देश में एक दिन में सिर्फ 12 किलोमीटर हाईवे बनते थे, आज लगभग 27 किलोमीटर हाईवे का प्रतिदिन निर्माण हो रहा है।’


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान कहा कि अटकाने, लटकाने और भटकाने की संस्‍कृति ने हरियाणा का विकास रोका। अगर इसे समय पर पूरा कर लिया गया होता तो दिल्‍ली के ट्रैफिक का यह हाल न होता। हरियाणा का बल्‍लभगढ़ भी अब मेट्रो के नक्‍शे पर आ रहा है। बल्‍लभगढ़ मेट्रो लिंक से समय और पैसे बचेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि इस वेस्‍टर्न पेरीफेरल एक्‍सप्रेस वे के जरिये प्रदूषण से लड़ने में मदद मिलेगी। इससे प्रदूषण घटेगा। इस लिहाज से यह एक्‍सप्रेस वे अर्थव्‍यवस्‍था, पर्यावरण, पर्यटन और रहन-सहन में मदद देगा।

उन्‍होंने कहा ‘अभी कुंडली- मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे को देश को समर्पित करने का मौका मिला है। इसका पहला चरण 2 साल पहले पूरा हो गया था। दूसरा चरण, जो कुंडली से मानेसर तक, 83 किलोमीटर लंबा है, उसका आज लोकार्पण किया गया है। इसके साथ ही अब 135 किमी का ये एक्सप्रेस वे पूरा हो गया है।’


पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का ये अवसर दो तस्वीरों को याद करने का भी है। एक तस्वीर वर्तमान की है। ये तस्वीर बीजेपी सरकारों की कार्यसंस्कृति की है, हमारे काम करने के तरीके की है। वहीं दूसरी तस्वीर हमें पहले की सरकार के समय में कैसे काम होता था, इसकी याद दिलाती है। वो तस्वीर याद दिलाती है कि इस एक्सप्रेस वे पर 12 साल से काम चल रहा था। वो तस्वीर याद दिलाती है कि ये एक्सप्रेसवे आपको 8-9 साल पहले ही मिल जाना चाहिए था। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। पहले की सरकारों के जो तौर-तरीके थे, उसने इस एक्सप्रेसवे को पूरा होने में 12 साल लगा दिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले की सरकार में जिस तरह काम हुआ, वो एक केस स्टडी है कि कैसे जनता के पैसे को बर्बाद किया जाता है। जब ये प्रोजेक्ट शुरू हुआ था, तो अनुमान लगाया गया था कि इस पर 1200 करोड़ रुपए खर्च होंगे। आज इतने वर्षों की देरी की वजह से इसकी लागत बढ़कर 3 गुना से ज्यादा हो गई। इस एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल कामनवेल्थ गेम्स में होना था। लेकिन कामनवेल्थ खेल का जो हश्र किया गया, वही कहानी इस एक्सप्रेस वे की भी है। मुझे ध्यान है कि जब प्रगति की बैठकों में मैंने इस प्रोजेक्ट की समीक्षा करनी शुरू की थी, तो कितने सारे पेंच पता चले थे।


कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुल्तानपुर गांव में बल्लभगढ़ मेट्रो लिंक का भी उद्घाटन किया। उनके साथ हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी थे। दोनों ने एस्‍कॉर्ट मुजेसर से बल्‍लभगढ़ के मेट्रो सेक्‍शन की शुरुआत मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर की।

एक्सप्रेस वे परियोजना पर कुल 6,400 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, जिसके लिए 2,788 करोड़ की लागत से 3,846 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया। इस एक्सप्रेस वे का निर्माण एस्सेल इंफ्रा ने रिकॉर्ड समय में पूरा किया है। इसका उद्घाटन तय डेडलाइन से करीब 4 महीने पहले ही हो रहा है।

इस एक्‍सप्रेस वे के जरिये लोग 90 मिनट में पलवल से कुंडली जा सकेंगे। इसके जरिये दिल्‍ली के बाहर के बहार होते हुए वाहनों को निकाला जा सकेगा। कहा जा रहा है कि इससे दिल्‍ली के प्रदूषण से लड़ने में मदद मिलेगी। वहीं बल्‍लभगढ़ मेट्रो स्‍टेशन से लोग मेट्रो के जरिये सीधे कश्‍मीरी गेट मेट्रो स्‍टेशन जा सकेंगे।

कुंडली से मानेसर तक एक्सप्रेस वे की लंबाई 83 किलोमीटर है। इस रास्ते में 14 बड़े-छोटे पुल, 56 अंडरपास, सात इंटरसेक्शन और सात टोल प्लाजा हैं। इसी तरह मानेसर से पलवल तक के एक्सप्रेस वे की लंबाई 52 किलोमीटर से ज्यादा है और इसमें 32 अंडरपास, तीन इंटरसेक्शन और चार टोल प्लाजा हैं।

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सिंगापुर में पीएम मोदी ने 23 देशों के दो अरब लोगों को जोड़ने वाला बैंकिंग सॉल्यूशन लॉन्च किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार रात दो दिन के दौरे पर सिंगापुर पहुंचे। उन्होंने यहां तीसरे फाइनेंस टेक्नोलॉजी (फिनटेक) उत्सव में हिस्सा लिया। यह फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी पर दुनिया का सबसे बड़ा उत्सव है। इसमें फाइनेंशियल कंपनियों के 30 हजार से ज्यादा विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे हैं। पीएम मोदी ने यहां दुनिया के सबसे बड़े बैंकिंग सॉल्यूशन में से एक ‘एपिक्स’ को लॉन्च किया। यह सॉल्यूशन भारत समेत दुनिया के उन 23 देशों के लोगों के लिए बनाया गया है, जिनके पास बैंक खाते नहीं हैं। यह दो अरब लोगों को जोड़ेगा।


एपिक्स को हैदराबाद, कोलंबो और लंदन के विशेषज्ञों ने बनाया है। एपिक्स भारत और आसियान के सभी 10 देशों समेत 23 राष्ट्रों में दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को जोड़ेगा। एपिक्स सभी 23 देशों की बैंकों को हर तरह का तकनीकी सपोर्ट मुहैया कराएगा ताकि वे जरूरतमंद लोगों के बैंक खाते खोल सकें।

‘भारत में वित्तीय क्रांति से 130 करोड़ लोगों की जिंदगी में बदलाव’

फिनटेक उत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘भारत में भी एक वित्तीय क्रांति चल रही है और 130 करोड़ लोगों की जिंदगी बदल रही है। उन्होंने कहा- अभी हमने दिवाली का त्योहार मनाया। सिंगापुर में भी एक तरह की दिवाली मनाई जा रही है। यह युवाओं के ऊर्जा और बेहतर काम की दिवाली है। फिनटेक एक फाइनेंस और टेक्नोलॉजी का उत्सव है। सिंगापुर फाइनेंस का ग्लोबल हब है। भारत और सिंगापुर मिलकर आसियान देशों के मध्यम और छोेटे बिजनेसमैन को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।

‘अब तकनीक ही असली ताकत’

पीएम मोदी ने कहा, आज तकनीक की मदद से वैश्विक अर्थव्यवस्था बदल रही है। नई दुनिया में तकनीक ही असली ताकत है। 2014 में हमने विकास के सिद्धांत पर सरकार बनाई। सरकार का मकसद है कि देश के हर व्यक्ति और दूरदराज स्थित एक गरीब को भी योजनाओं का लाभ मिले। हमने कुछ सालों में 1.2 अरब लोगों का बायोमीट्रिक डेटा तैयार किया है। हमने 30 लाख नए खाते खोले।

यूपीआई से लेनदेन 1500 गुना बढ़ा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुताबिक भारत में रुपे और भीम ऐप के जरिए डिजिटल ट्रांजैक्शन बढ़ा है। देश के 128 बैंक यूपीआई से जुड़े हैं। बीते 24 महीनों में यूपीआई से ट्रांजैक्शन में 1500 गुना का इजाफा हुआ है। हर महीने डिजिटल ट्रांजैक्शन 30% बढ़ रहा है।

पूर्व एशिया समिट: 18 सदस्य देश, हिंद प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर बातचीत

पूर्वी-एशिया समिट हिंद-प्रशांत देशों का मंच है। इसमें 10 आसियान देश और आठ डायलॉग पार्टनर देश- भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, रूस सदस्य हैं। गठन 2005 में हुआ था। संगठन हिंद-प्रशांत क्षेत्र में राजनीतिक, सुरक्षा, ट्रेड आदि क्षेत्रों में अहम भूमिका निभा रहा है। मोदी समिट में 5वीं बार हिस्सा ले रहे हैं। वह सदस्य देशों के साथ सूचना, स्मार्ट सिटी, समुद्री सहयोग, शिक्षा, वित्त, पर्यावरण, ऊर्जा, आतंकवाद पर चर्चा करेंगे।

आसियान-इंडिया ब्रेकफास्ट: भारत का अासियान देशों के निर्यात में 11.28% हिस्सा

पीएम मोदी ने आसियान-इंडिया ब्रेकफास्ट समिट में 10 सदस्य देशों के साथ आपसी संबंधों की समीक्षा की। 2017-18 में भारत और आसियान देशों के बीच छह लाख करोड़ रुपए का ट्रेड हुआ। इसमें भारत का योगदान 10.58% रहा। जबकि आसियान देशों को निर्यात हुए सामान में 11.28% हिस्सा भारत का रहा। जनवरी में भारत आसियान देशों के साथ पार्टनरशिप के 25 साल होने पर समिट का आयोजन करेगा। 26 जनवरी को सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष चीफ गेस्ट बनेंगे।

आरसीईपी: 16 सदस्य देशों में दुनिया का 40% ट्रेड

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आरसीईपी समिट में सदस्य देशों के बीच आपसी समझौतों की समीक्षा करेंगे। सदस्य देशों के बीच फ्री ट्रेड समझौते का प्रस्ताव देंगे। आरसीईपी में 10 आसियान सदस्य देश ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, सिंगापुर, थाईलैंड, फिलीपींस, लाओस और वियतनाम और छह एफटीए देश भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, आॅस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड हैं। यदि इन देशों के बीच फ्री ट्रेड समझौता होता है, तो इससे दुनिया की करीब 45% आबादी कवर होगी। सदस्य देशों के बीच दुनिया का 40% ट्रेड होता है। यह दुनिया की जीडीपी का 34% है। इसकी कुल आय 155 लाख करोड़ रु. है। फ्री ट्रेड को लेकर सदस्यों में 2012 से 24 बार वार्ता हो चुकी है।

इंडिया-सिंगापुर हेकाथॉन: दुनिया की 40 टीमें, मोदी के सुझाव पर हो रहा इवेंट

पीएम नरेंद्र मोदी पहली इंडिया-सिंगापुर हेकाथॉन-2018 के विजेताओं को सम्मानित करेंगे। इसमें 40 टीमें शिरकत कर रही हैं। इसका शुभारंभ सोमवार को हुआ। मोदी ने इसी साल जून में सिंगापुर दौरे पर प्रधानमंत्री ली सीन लोंग को हेकथॉन का सुझाव दिया था। सिंगापुर से नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी और भारत से अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) हेकाथॉन का नेतृत्व कर रही हैं। दुनिया की 40 टीमें हेकाथॉन में हिस्सा ले रही हैं।

क्वाड बैठक: मोदी क्वाड समूह के सदस्य देशों के संयुक्त सचिव स्तरीय बैठक में भी भाग लेंगे। क्वाड में भारत, जापान, अमेरिका, और ऑस्ट्रेलिया सदस्य हैं।

मोदी ने कहा- यह भारत की शक्ति को प्रदर्शित करने का मौका

यात्रा पर रवाना होने से पहले मोदी ने कहा- आसियान-भारत और पूर्वी एशिया सम्मेलनों में उनकी भागीदारी आसियान के सदस्‍य देशों और व्‍यापक भारत-प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंधों को मजबूत बनाने के भारत के निरंतर संकल्‍प का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वित्‍तीय तकनीकी पर विश्‍व के सबसे बड़े आयोजन वाला यह उत्‍सव तेजी से बढ़ रहे इस क्षेत्र में न सिर्फ भारत की शक्ति को प्रदर्शित करने का उचित मंच है बल्कि नवाचार और विकास को बढ़ाने के लिए वैश्विक साझेदारी करने का भी मंच है।

Pm modi ne varanasi me kiya desh ke pehle multi Model terminal ka udghatan

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में किया देश के पहले मल्टी मॉडल टर्मिनल का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में देश के पहले मल्टी मॉडल टर्मिनल का उद्घाटन किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने गंगा पर बने मल्टी-मोडल टर्मिनल का किया निरीक्षण किया। इस मौके पर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी को 2413 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी।


इसके बाद जनसभा को भी संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वाराणसी और देश, विकास के उस कार्य का गवाह बना है, जो दशकों पहले हो जाना चाहिए था। पीएम मोदी ने कहा कि देश ने जो सपना देखा था वो आज साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि बाबतपुर हवाई अड्डे से शहर को जोड़ने वाली सड़क, रिंग रोड, कनेक्टिविटी से जुड़े प्रोजेक्ट, बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने से जुड़ी परियोजना, मां गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के प्रयासों को बल देने वाली अनेक परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब हमने हल्दिया घाट पर जल मार्ग से व्यापार करने का प्रस्ताव रखा था तब मेरा मजाक बनाया गया था, लेकिन आज जब कंटेनर कोलकाता से यहां आया तो सबका मुंह बंद हो गया है।

पीएम मोदी ने कहा कि 800 करोड़ रुपये की लागत से बाबतपुर एयरपोर्ट को शहर से जोड़ने वाली सड़क ना सिर्फ चौड़ी हो गई है, बल्कि देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करने लगी है। उन्होंने कहा कि बीते 4 वर्षों में तेजी के साथ आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है। दुर्गम स्थानों पर नए एयरपोर्ट, नॉर्थईस्ट के दूर दराज के इलाकों में पहली बार ट्रेन पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने नदियों के जीवनदान का भी संकल्प लिया है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि नमामि गंगे मिशन के तहत अब तक 23 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी जा चुकी है। गंगा के किनारे के करीब-करीब सारे गांव अब खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं। ये प्रोजेक्ट्स गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक गंगा को अविरल, निर्मल बनाने के हमारे संकल्प का हिस्सा हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आस्था, पवित्रता के पर्व छठ की बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस बार मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे दीपावली के दिन बाबा केदारनाथ के दर्शन करने का अवसर मिला। अब बाबा विश्वनाथ की नगरी में आशीर्वाद लेने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि काशी के लिए, पूरे भारत के लिए आज का ये दिन ऐतिहासिक है।