Monthly Archives: March 2018

pm narendra modi ne kiya nadiyon ko aapas me jodane ka samarthan

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया नदियों को आपस में जोड़ने का समर्थन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश भर की नदियों को आपस में जोड़ने का समर्थन किया और कहा कि इस कदम से अधिक जल वाले क्षेत्रों तथा जल की कमी से जूझने वाले क्षेत्रों के बीच असंतुलन को समाप्त करने में सहायता मिल सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन के दौरान एक छात्र के प्रश्न के उत्तर में कहा कि दुनिया की 17 प्रतिशत आबादी भारत में है जबकि देश के पास जल का केवल चार प्रतिशत है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी आबादी के लिहाज से पानी सीमित है…. कुछ ऐसे छेत्र हैं जहां बाढ़ आती है। कई जगह नदियां सूखी पड़ी हैं। अगर इन्हें आपस में जोड़ दिया जाए तो यह समस्या हल हो सकती है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि नदियों को जोड़ना सरकार की परिकल्पना है और एक दिन यह हकीकत बनेगी।
इससे पहले उन्होंने अलग-अलग जगहों से जुड़े एक लाख प्रतिभागियों को वीडियो कान्र्फेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा किसी के भी पास दुनियाभर का ज्ञान नहीं होता।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह सरकार पर भी लागू होता है.. सरकारें यह सोच कर सबसे बड़ी गलती करती है कि वे अकेले बदलाव ला सकती हैं। जबकि बदलाव लाता है, भागीदारीपूर्ण शासन।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सभी समस्याओं का मूल जानना जरूरी है और उन्हें हल करने के लिए अलग तरह से सोचने की जरूरत है। उनका मानना है कि नवोन्मेष महज एक शब्द भर नहीं है। उन्होंने कहा कि नवोन्मेष एक सतत प्रक्रिया है। प्रश्न करना नवोन्मेष का अहम पहलू है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आईपीपीपी…’इनोवेट, पेटेंट, प्रोड्यूस और प्रॉस्पर’… ही आने वाले दिनों में नवोन्मेष को संचालित करेंगी।

pm narendra modi ne deshvasiyo ko hanuman jayanti ki shubhkamnae di

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को हनुमान जयंती की शुभकामनाएं दीं

हनुमान जयंती को पूरे भारत में उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को हनुमान जयंती की शुभकामनाएं दी हैं। शुभकामना संदेश के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हनुमान मंदिर में दर्शन करते हुए एक तस्वीर भी शेयर की है।

पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, ‘हनुमान जयंती के पावन अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।’


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर जो तस्वीर शेयर की है, वह अहमदाबाद के कैंप हनुमान मंदिर की है। साल 2010 में गुजरात के सीएम रहते हुए मोदी हनुमान जयंती पर बजरंगबली के दर्शन करने पहुंचे थे। श्रीकैंप हनुमान मंदिर भारत के बड़े हनुमान मंदिरों में से एक है। यह हनुमान मंदिर अहमदाबाद के शाहीबाग कैंटोनमेंट एरिया में स्थित है। इस मंदिर में देश के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी भी दर्शन कर चुके हैं।

प्रत्येक वर्ष हनुमान जयंती चैत्र मास (हिन्दू माह) की पूर्णिमा को मनाई जाती है। ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी का जन्म चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को ही हुआ था। हनुमान भक्तों के लिए यह सबसे बड़ा पर्व है। इस दिन सुबह से ही मंदिरों में बजरंगबली के दर्शन करने के लिए भक्तों की भीड़ लग जाती है।

smart india hackathon me bole pm narendra modi samasya samjhen or kare innovation

स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में बोले पीएम नरेंद्र मोदी, समस्या समझें और करें इनोवेशन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन ग्रांड फिनाले में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। उन्होंने इस कार्यक्रम में देश को आगे ले जाने के लिए प्रतिभागियों को गुरु मंत्र दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज की जनरेशन जब नेशन बिल्डिंग के लिए इस तरह के प्रयास में जुड़ती है तब न्यू इंडिया का इरादा और मजबूत हो जाता है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान 17 राज्यों के 28 केंद्रों के कुल 11 हजार विद्यार्थियों बात की। इस कार्यक्रम के प्रतिभागियों ने जंगल की आग पर नियंत्रण, फोरेस्ट मैनेजमेंट, बाढ़ नियंत्रण समेत सरकारी मंत्रालयों के कामकाज में आने वाली अड़चनों को दूर करने के लिए नए आइडियाज और विचार दिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा कि 4 साल पहले मोबाइल की 2 फैक्ट्रियां थी, आज 120 फैक्ट्री काम कर रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि इस कार्यक्रम के आने वाले एडिशन में सॉफ्टवेयर के साथ हार्डवेयर इनोवेशन को भी जोड़ा जा रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि टेक्नॉलजी मैनेजेमेंट के जिस रास्ते पर हम चल रहे हैं, उससे जल्द अपने लक्ष्य तक पहुंचेंगे।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज के युवा ज्ञान को विस्तार देने के लिए जितना इनोवेटिव होंगे, उतना ही देश का विकास होगा। इनोवेशन एक प्रक्रिया है जो निरंतर चलती रहती है। आप तभी इनोवेशन कर पाएंगे जब आप समस्या को समझ सकेंगे।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार उनकी सरकार पेटेंट और ट्रेड मार्क रजिस्ट्रेशन को बढ़ावा दे रही है। ऐसे में पिछले साल 11 हजार 300 पेटेंट हुए। वहीं 3 साल में ट्रेड मार्क रजिस्ट्रगेशन की संख्या भी 3 गुणा बढ़ी है।


पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि आईआईटी, आईआईएससी, एनआईटी जैसे संस्थानों के लिए पीएम रिसर्च फैलोशिप की शुरुआत की गई है। साथ ही टॉप 10 सरकारी शिक्षण संस्थानों को वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए 10 हजार करोड़ रुपये की सहायता की जाएगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के सराहनीय कार्यों की वजह जहां पिछले साल इस कार्यक्रम में 40 हजार स्टूडेंट्स ने भाग लिया था, इस बार संख्या 1 लाख से ज्यादा पहुंच गई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने छात्रों के ड्रोन प्रोजेक्ट की भी सराहना की और केदारनाथ प्रोजेक्ट का उदाहरण भी दिया।


इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के डेवलपमेंट को लेकर स्टूडेंट्स से सवाल किए। साथ ही वॉटर मैनेजमेंट और पर्यटकों के लिए एक ऐप का सुझाव भी दिया।

pm modi aaj hackathon me video conferencing ke jariye chhatro ko sambodhit karenge

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज हैकाथन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए छात्रों को संबोधित करेंगे देंगे ‘गुरु मंत्र’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम को हैकाथन इंडिया ग्रांड फिनाले के प्रतिभागियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे। वह इस दौरान यूपी के चार केंद्रों सहित देशभर के 17 राज्यों के 28 केंद्रों के उन 11 हजार विद्यार्थियों से जुड़ेंगे जिन्होंने सरकारी मंत्रालयों के कामकाज में आने वाली अड़चनों को दूर करने के अपने आइडियाज दिए हैं।


एआईसीटीई की ओर से तकनीकी कॉलेजों के विद्यार्थियों के लिए आयोजित हैकाथन के दूसरे चरण में नई खोज करने वाले विद्यार्थियों और उनके आइडिया चुने जाने हैं। जिले के दो शिक्षण संस्थानों में ग्रेनो के एनआइईटी और नोएडा के जेएसएस कॉलेज में हैकॉथन का ग्रांड फिनाले आयोजित किया जा रहा है।

अगले दो दिनों तक लगातार 36 घंटे तक केंद्रों में प्रतियोगिता चलेगी। एनआईईटी में 55 कॉलेजों के करीब 464 विद्यार्थी इसमें हिस्सा ले रहे हैं। शुक्रवार को शाम करीब 7.45 से लेकर करीब 8.30 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन विद्यार्थियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जुड़ेंगे। इसके बाद मानव संसाधन केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी संबोधित करेंगे।

हैकाथन के जरिए युवा सरकार की स्टार्ट अप योजना पर अपने विचार देंगे। सरकारी कामकाज को व्यापक और सरल बनाने के सुझाव देंगे और विद्यार्थियों की टीम ऐसे साफ्टवेयर बनाएगी जिनसे विभागों के काम में पारदर्शिता लाने में मदद मिलेगी।

ek desh ek chunav par bjp ne pm modi ko soupi report

‘एक देश, एक चुनाव’ पर बीजेपी ने पीएम मोदी को सौंपी स्टडी रिपोर्ट, मध्यावधि और उपचुनाव को किया खारिज

‘एक देश, एक चुनाव’ के आइडिया पर बीजेपी ने अपनी स्टडी में मध्यावधि और उपचुनाव की प्रक्रिया को खारिज कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपी गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में एक साथ चुनाव कराने से अविश्वास प्रस्ताव और सदन भंग करने जैसे मामलों में भी देश को काफी मदद मिलेगी।

देश में एक साथ चुनाव कराने के विचार पर पब्लिक डिबेट की अध्यक्षता करने वाले बीजेपी उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि बीजेपी और सरकार का मानना है कि सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाते हुए विपक्षी पार्टियों को अगली सरकार के समर्थन में विश्वास प्रस्ताव भी जरूर लाना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘ऐसे में समय से पहले सदन भंग होने की स्थिति को टाला जा सकता है। आगे, उपचुनाव के केस में दूसरे स्थान पर रहने वाले व्यक्ति को विजेता घोषित किया जा सकता है, अगर किसी कारणवश सीट खाली होती है।’

पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी और अपने काडर से इस बात पर विमर्श खड़ा करने को कहा था कि देश में एक साथ चुनाव कराए जाने चाहिए। एक साथ चुनाव कराने का आशय लोकसभा और राज्यों के विधानसभा चुनाव एक साथ कराने का विचार है।

हर साल चुनाव होने से विकास कार्यों पर प्रतिकूल असर

इसके लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी समूह ने भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद के साथ मिलकर एक सेमीनार का आयोजन किया, जिसमें 16 विश्वविद्यालयों और संस्थानों के 29 अकादमी सदस्यों ने इस विषय पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।

सेमीनार में राजनीतिक दलों के 24 प्रतिनिधियों, कानूनी और संविधान विशेषज्ञों ने भी इस विषय पर अपनी राय रखी। एक बीजेपी नेता ने कहा कि 26 राज्यों के 210 डेलीगेट्स ने इस सेमीनार में हिस्सा लिया। इसके साथ ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार, संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप, जेडीयू लीडर केसी त्यागी और बीजेडी के पूर्व नेता बैजयंत पांडा भी शामिल हुए।

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और इसका राजनीतिक माहौल हर समय चुनावी मोड में रहता है। जहां हर साल लगभग 6 राज्यों में चुनाव होते हैं। एक ऐसी स्थिति, जो विकास कार्यों पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है। साथ ही इसका देश के शासन पर भी काफी असर पड़ता है।

एक साथ चुनाव होने पर 4,500 करोड़ तक पहुंचेगा चुनावी खर्च

रिपोर्ट में आम चुनाव में होने वाले खर्च का जिक्र करते हुए कहा गया है कि साल 2009 और साल 2014 में अनुमान के तौर पर 1,115 करोड़ और 3,875 करोड़ रुपये क्रमशः खर्च हुए। अगर 31 विधानसभाओं में चुनाव हो, तो ये आंकड़ा कई गुना बढ़ सकता है।

हालांकि पैनल का मानना था कि अगर एक साथ चुनाव कराएं तो ये चुनावी खर्च 4,500 करोड़ तक हो सकता है। साल 2014 में 16वीं लोकसभा के लिए 7 अप्रैल से 12 मई के बीच 9 चरणों में चुनाव कराए गए थे। इसी साल 9 राज्यों में भी विधानसभा के चुनाव हुए। इनमें आंध्र प्रदेश, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र, ओड़िशा, तेलंगाना और सिक्किम शामिल हैं।

सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 16वीं लोकसभा के चुनावों में 1 करोड़ लोग चुनाव अधिकारी के रूप में 9 लाख 30 हजार पोलिंग बूथों पर लगाए गए थे, वहीं, सेंट्रल सिक्योरिटी फोर्स की 1,349 कंपनियों के जवान सुरक्षा में तैनात थे।

नीति आयोग ने दो चरणों में चुनाव कराए जाने का रखा विमर्श पत्र

बता दें कि नीति आयोग ने भी इस मसले पर अपना विमर्श पत्र रखा। इसे बिबेक देबरॉय और किशोर देसाई ने लिखा था। रिपोर्ट में हर साल होने वाले चुनावों की वजह से पब्लिक लाइफ पर पड़ने वाले असर की कड़े शब्दों में आलोचना की गई है।

रिपोर्ट में देश में दो चरणों में चुनाव कराए जाने की सिफारिश करती है। पहला लोकसभा और कम से कम आधे राज्यों के विधानसभा चुनाव एक साथ साल 2019 में कराए जाने का प्रस्ताव है, तो दूसरा साल 2021 में बाकी के राज्यों में विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने का प्रस्ताव रिपोर्ट में किया गया है।

हालांकि बीजेपी को छोड़ अन्य राजनीतिक पार्टियों कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी और सीपीआई ने एक साथ चुनाव कराए जाने पर आपत्ति जताई है।

गौर करने वाली बात है कि अक्टूबर 2017 में इलेक्शन कमिश्नर ओपी रावत ने कहा था कि चुनाव आयोग सितंबर 2018 तक संसाधनों के स्तर एक साथ चुनाव कराने में सक्षम हो जाएगा। लेकिन ये सरकार पर है कि वो इस बारे में फैसला लें और अन्य कानूनी सुधारों को लागू करे।

modi sarkar ka bada faisla corrupt adhikariyo ko nahi milega passport

मोदी सरकार का बड़ा फैसला, भ्रष्ट अधिकारियों को नहीं मिलेगा पासपोर्ट

सरकारी विभागों से करप्शन को कम करने के लिए मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार अफसरशाही में व्याप्त भ्रष्टाचार के लिए सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है। सरकार ने निर्णय लिया है कि भ्रष्टाचार के मामले में दोषी या आरोपी अधिकारियों को पासपोर्ट नहीं दिया जाएगा या रोक दिया जाएगा।

खबर के अनुसार, यदि किसी अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में कोई जांच चल रही है या वह दोषी पाया गया है, अथवा उसके खिलाफ इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज की गई है, तो उसे पासपोर्ट नहीं दिया जाएगा। सरकार ने पासपोर्ट के लिए जो संशोधित गाइडलाइन जारी किया है उसके मुताबिक ऐसे अधिकारियों को पासपोर्ट जारी करने के लिए सतर्कता मंजूरी नहीं दी जाएगी।

उस अधिकारी के खिलाफ भी सतर्कता मंजूरी रोकी जा सकती है, जिस पर किसी मामले में संदेह हो, जिसके खिलाफ चार्जशीट जारी तो हो गया हो, लेकिन अनुशासनात्मक कार्यवाही लंबित हो।

गौरतलब है कि किसी अधिकारी के खिलाफ कोई आपराधिक मामला चल रहा हो तो उसका पासपोर्ट रोक देने का नियम पहले से है, लेकिन अब भ्रष्टाचार के मामले में भी ऐसा किया जा रहा है।

नए नियम में कहा गया है कि यदि किसी अधिकारी के खिलाफ कोई निजी एफआईआर दर्ज किया गया है तो किसी सक्षम एजेंसी द्वारा चार्जशीट दाखिल हुआ हो तो ही उसे पासपोर्ट देने से इंकार किया जाएगा।

कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी नए नियमों से सिर्फ उन्हीं अधिकारियों को छूट मिल सकती है, जिनको खुद के या अपने करीबी परिजन के मेडिकल इमरजेंसी के लिए विदेश जाने की सख्त जरूरत हो।

rajasthan diwas par pm narendra modi ne rajasthan ke logo ko di badhai

राजस्थान दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के लोगो को दी बधाई

आज राजस्थान अपना स्थापना दिवस मना रहा हैं।राजस्थान दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह प्रदेश की जनता को बधाई दी है। पीएम मोदी ने कहा यह एक समृद्ध इतिहास और जबरदस्त सौंदर्य वाली भूमि है। इस देश के महिलाओं और पुरुषों ने हमारे देश में बहुत योगदान दिया है में राजस्थान की समृद्धि के लिए प्रार्थना करता हूं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर कर कहा, वीर-वीरांगनाओं की भूमि राजस्थान के स्थापना दिवस पर प्रदेश की जनता को हार्दिक बधाई। अपने ट्वीट में उन्होंने प्रदेश के समृद्धि की कामना की है।


राजस्थान स्थापना दिवस 30 मार्च को मनाया जाता हैं। राजस्थान स्थापना दिवस की शुरूआत 30 मार्च 1949 से हुई थी इस दिन भारत को एक ऐसा राज्य मिला जिस पर हेमशा राजपूताना का कब्जा रहा हैं राजस्थान का नाम ही इस बात को साबित करता हैं कि इस राज्य। पर सिर्फ राजाओं का ही राज रहा हैं इसलिए अगर इस शब्द का अर्थ अगर हम जानेगें तो इसका अर्थ यहीं निकलेगा यानि की राजाओं का स्थान क्योकि यें राजपूत राजाओं से रक्षित भूमी ती। इस वजह से ही इसे राजस्थान कहा गया।

good friday par pm narendra modi ne sabhi deshvasiyo ko badhai di

Good Friday पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी देशवासियों को बधाई दी।

ईसाई धर्मों के महत्वपूर्ण पर्व गुड फ्राइडे आज देश भर में मनाया जा रहा है। ईसाई धर्म में गुड फ्राइडे पर्व का विशेष महत्व है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी देशवासियों को बधाई दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुड फ्राइडे के दिन यीशु मसीह की सेवाओं और त्याग को याद किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर पर लिखा कि “आज गुड फ्राइडे को हम यीशु मसीह की सेवाओं और त्याग को याद करते हैं। उनका जीवन मानवीय दुखों को कम करने के लिए समर्पित था।”


माना जाता है कि इसी दिन ईसाइयों के आराध्‍य प्रभु यीशु ने मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान कर दिया था। गुड फ्राइडे हर साल अप्रैल या मई महीने में मनाया जाता था। इस बार यह त्‍योहर आज मनाया जा रहा है। इस दिन ईसाई धर्म को मानने वाले चर्च जाकर प्रभु यीशु को याद करते हैं।

pm modi london me karenge bharat ki baat sabke saath paricharcha satra ko sambodhit

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लंदन में करेंगे ‘भारत की बात, सबके साथ’ परिचर्चा सत्र को संबोधित

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 18 अप्रैल को लंदन में ‘भारत की बात, सबके साथ’ शीर्षक से एक परिचर्चा सत्र को संबोधित करेंगे। भाजपा के विदेश मामलों के विभाग के प्रभारी विजय चौथाईवाले ने ट्वीट के जरिये यह जानकारी दी।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘लंदन में 18 अप्रैल को एक अनोखे कार्यक्रम की योजना बनाई गई है। इसका शीर्षक ‘भारत की बात, सबके साथ’ है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ लाइव संवाद का कार्यक्रम होगा।’


समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कार्यक्रम ऐसे समय में रखा गया है, जब लंदन में ही 16 से 20 अप्रैल तक द्विवार्ष‍िक राष्ट्रमंडल सरकार प्रमुखों (CHOGM) का शिखर सम्मेलन आयोजित हो रहा है, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। इस शिखर सम्मेलन के दौरान समूह के 53 सदस्य राष्ट्र अपने समक्ष अवसरों और चुनौतियों, लोकतंत्र और शांति तथा समृद्धि को आगे बढ़ाने के बारे में साझा रूख तय करेंगे। इस सम्मेलन के आयोजन स्थल के तौर पर पहली बार विंडसर कैसल का चयन किया गया है।

इससे पहले ब्रिटेन ने साल 1997 में चोगम की मेजबानी की थी। वर्ष 2018 चोगम में ब्रिटेन इस समूह के प्रमुख की जिम्मेदारी लेगा और वह इस समूह का वर्ष 2020 तक प्रमुख रहेगा। इस सम्मेलन की तैयारियों के क्रम में चोगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टीम हिचेन्स ने इस वर्ष जनवरी में भारत का दौरान किया था।

राष्ट्रमंडल सरकार प्रमुखों के शिखर सम्मेलन के दौरान सदस्य देशों के नेताओं के बीच पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन, कानून आधारित व्यवस्था, साइबर सुरक्षा जैसे नये उभरते खतरे, हिंसक चरमपंथ एवं उनसे निपटने के उपाय तथा आतंकवाद से निपटने के उद्देश्य से सुरक्षा सहयोग जैसे विषयों पर चर्चा होने की संभावना है। इसमें युवाओं समेत नागरिकों के बेहतर भविष्य से जुड़ी चुनौतियों पर भी चर्चा होगी।

चोगम शिखर सम्मेलन का आयोजन संयुक्त रूप से मेजबान देश तथा राष्ट्रमंडल सचिवालय द्वारा किया जाता है।

time ki sarwadhik prabhavshaali shakhsiyaton ki suchi me pm modi putin or trump davedaar

टाइम मैगजीन की सर्वाधिक प्रभावशाली शख्सियतों की सूची में पीएम नरेंद्र मोदी, पुतिन और ट्रंप दावेदार

टाइम मैगजीन की 100 सबसे प्रभावशाली शख्सियतों की फाइनल लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर जगह पा सकते हैं। इसके दावेदारों में उनका नाम है। इस लिस्ट में माइक्रोसॉफ्ट के भारतीय मूल के सीईओ सत्या नडेला, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग का नाम भी चुना गया है। इसकी फाइनल लिस्ट अगले महीने जारी की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले साल 2015 में इस लिस्ट में शामिल किए जा चुके हैं।

किन लोगों को इस लिस्ट में शामिल किया जाता है?

इस लिस्ट में उन लोगों को शामिल किया जाता है जो मौजूदा मुद्दों को लेकर दुनिया पर असर डाल रहे हैं। टाइम मैगजीन की यह सालाना लिस्ट एक दशक से भी ज्यादा वक्त से जारी की जाती रही है। इसमें अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने वाले नेताओं, कलाकारों, वैज्ञानिकों, कारोबारियों और कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाता है।

एडिटर्स करते हैं आखिरी फैसला

इस लिस्ट में नाम शामिल करने के बारे में आखिरी फैसला टाइम मैगजीन के एडिटर्स करते हैं, लेकिन मैगजीन ने अपने पाठकों से इस साल ऑनलाइन वोट करने की अपील की है।

साल 2015 में फाइनल लिस्ट में भी था पीएम मोदी का नाम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम साल 2016 और साल 2017 में भी दावेदारों की लिस्ट में था। साल 2015 की फाइनल लिस्ट में उनका नाम था। तब मैगजीन के लिए अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पीएम नरेंद्र मोदी पर एक लेख भी लिखा था।

तानाशाह किम जोंग-उन भी है दावेदार

दावेदारों में नॉर्थ कोरिया का तानाशाह किम जोंग-उन, पाकिस्तानी-अमेरिकी एक्टर कुमैल नंजियानी, डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी इवांका, दामाद जारेद कुशनेर, फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग, अमेजन के चीफ जेफ बेजोस और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का नाम भी शामिल है। इनके अलावा ब्रिटेन के शाही परिवार से प्रिंस विलियम्स, उनकी पत्नी डचेज ऑफ कैम्ब्रिज कैथेरिन, प्रिंस हैनरी और उनकी मंगेतर मेघन मार्केल का भी नाम है।