आज देशभर में महावीर जयंती मनाई जा रही है। महावीर जयंती जैन समुदाय का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अौर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशवासियों को बधाई दी है।
महावीर के संदेश हम लोगों के लिए प्रेरणा स्रोतः पीएम नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वीडियो ट्वीट कर कहा कि भगवान महावीर के शांति, अहिंसा और समरसता के संदेश हम लोगों के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं।
Greetings on Mahavir Jayanti.
Bhagwan Mahavir’s message of peace, non-violence and harmony is a source of great inspiration for us. pic.twitter.com/LnLLtXiv3A
— Narendra Modi (@narendramodi) March 29, 2018
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी ट्वीट कर महावीर जयंती की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि महावीर जयंती के अवसर पर, मैं सभी देशवासियों, विशेषकर जैन समुदाय को, बधाई देता हूं। भगवान महावीर की शिक्षाएं आज के युग के लिए प्रासंगिक और महत्वपूर्ण हैं।
महावीर जयंती के अवसर पर, मैं सभी देशवासियों, विशेषकर जैन समुदाय को, बधाई देता हूं। भगवान महावीर की शिक्षाएं आज के युग के लिए प्रासंगिक और महत्वपूर्ण हैं। आइए, विश्व में प्रेम और सौहार्द की स्थापना के लिए भगवान महावीर के जीवन से प्रेरणा प्राप्त करें — राष्ट्रपति कोविन्द
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 29, 2018
जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर के रूप में पूजा जाते हैं
भगवान महावीर का जन्म 599 ईसा पूर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की 13वीं तिथि को हुआ था। इसी वजह से जैन धर्म को मानने वाले इस दिन को महावीर जयंती के रूप में मनाते हैं। भगवान महावीर को जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर के रूप में पूजा जाता है। इनके बचपन का नाम वर्धमान था।
भगवान महावीर के आधारभूत सिद्धांत
भगवान महावीर के तीन आधारभूत सिद्धांत हैं- अहिंसा, अपरिग्रह और अनेकान्त हैं। ये युवाओं को आज की भागम-भाग और तनाव भरी जिंदगी में सुकून की राह दिखाते हैं। महावीर की अहिंसा केवल शारीरिक या बाहरी न होकर, मानसिक और भीतर के जीवन से भी जुड़ी है। दरअसल, जहां अन्य दर्शनों की अहिंसा समाप्त होती है, वहां जैन दर्शन की अहिंसा की शुरुआत होती है। महावीर मन-वचन-कर्म, किसी भी जरिए की गई हिंसा का विरोध करते हैं।