प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना देश के गरीब परिवारों के लिए जीवन दायिनी बन गई है। हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें इस योजना के माध्यम से एक बुजुर्ग दंपत्ति को जीने की एक नई उम्मीद से जोड़ दिया है।
देश के निर्धन और लाचार मरीजों के लिए वरदान बन चुकी आयुष्मान भारत योजना के तहत पटना जिले के पालीगंज थाना अंतर्गत बाली पाकड़ गांव निवासी किशुन साह पिछले कुछ समय से हर्निया की बीमारी के असहनीय दर्द से परेशान थे। घर की आर्थिक स्थिति अच्छी ना होने के कारण वे इलाज नहीं करवा पा रहे थे। ऊपर से दृष्टिहीन हो चुकी पत्नी मुन्नी देवी की सेवा की ज़िम्मेदारी भी उन्हीं के कंधो पर थी। इसी बीच मार्च 2019 से उनकी पुरानी बीमारी हर्निया का दर्द असहनीय हो गया।
ऐसी परेशानियों भरी जिंदगी से जूझ रहे माता पिता के लिए सहारा बनी उनकी मंझली बेटी रीना। रीना अपने पिता को इलाज के लिए आरा के सदर अस्पताल लेकर गई। जहाँ डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन के बिना इलाज संभव नहीं है। ऑपरेशन और उस पर होने वाले खर्च के बारे में जानकर परिवार ने इलाज़ की उम्मीद ही छोड़ दी थी।
लेकिन, सदर अस्पताल के प्रबंधक श्री मनोज कुमार ने उन्हें प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना की जानकारी दी और उनका निबंधन करने में भी सहयोग किया। जिसके पश्चात् बीते सोमवार को शहर के मशहूर सर्जन डॉ. विकास सिंह ने उनका सफल ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद किशन साहू की सेहत में सुधार से उनके चेहरे पर आई चमक देखते ही बन रही थी।
अस्पताल से डिस्चार्ज होने के दौरान उन्होंने दैनिक जागरण नामक मीडिया ग्रुप के पत्रकारों से से बात करते हुए बताया कि “ऑपरेशन तो दूर, दवा का खर्च उठाना तक मेरे बूते की बात नहीं थी। जबकि अस्पताल में इलाज के दौरान न तो डॉक्टर की फीस देनी पड़ी, न ही दवा के पैसे देने पड़े। अस्पताल में खाना-पीना भी मुफ्त में मिल रहा था। यही नहीं अस्पताल से मुक्त होने के बाद उन्हें पर्याप्त मात्रा में दवाएं भी मिली हैं और दृष्टिहीन पत्नी के इलाज का आश्वासन भी मिला।”
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत सदर अस्पताल में इस सप्ताह में 4 मरीजों का जटिल ऑपरेशन कराया जा चुका है। तीन दिन पहले मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बेलघाट गांव निवासी रामेश्वर प्रसाद की पुत्री खुशी कुमारी के अपेंडिक्स का ऑपरेशन भी डॉ. विकास सिंह ने किया था। जबकि दो अन्य ऑपरेशन डॉ. अरुण कुमार एवं डॉ. अमृता राय ने किया था। खुशी के पिता प्राइवेट गाड़ी चला कर पत्नी समेत पांच बच्चों का भरण पोषण करते हैं। दो माह पहले जब उन्हें पता चला कि सबसे छोटी बेटी खुशी के अपेंडिक्स का ऑपरेशन कराना है, तो उनके होश उड़ गए थे। किंतु सदर अस्पताल के प्रबंधक की पहल पर आयुष्मान भारत योजना के तहत हुए सफल ऑपरेशन के बाद खुशी की जिंदगी की ख़ुशियाँ वापस लौट चुकी है।
271st Day of #AyushmanBharat #PMJAY
1,24,012 beneficiary e-cards generated, bringing the total to 3.83 Cr e-cards.
13,256 hospital admissions across the country bringing the total to >29.99 lakhs. #PMJAY24HrUpdate
— National Health Authority (NHA) (@AyushmanNHA) June 23, 2019
साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, इन राज्यों में पिछले सप्ताह में #AyushmanBharat #PMJAY योजना के तहत, सबसे अधिक लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया।@PMOIndia @MoHFW_INDIA @NITIAayog @drharshvardhan @ibhushan @amitabhk87 @drdineshias pic.twitter.com/3zwFFFUgB5
— National Health Authority (NHA) (@AyushmanNHA) June 22, 2019