pm narendra modi ne sochi me russia president putin se ki mulaakaat

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोची में रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन से की मुलाक़ात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार सुबह अपने अनौपचारिक दौरे पर रूस के सोचि पहुंचे और वहां के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन को चौथी बार रूस के राष्ट्रपति बनने के लिए बधाई दी। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने व्लादिमीर पुतिन को उनके पहले भारत दौरे और तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी से मुलाकात की भी याद दिलाई।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन से कहा, ‘मुझे फोन पर बधाई देने का अवसर मिला था, लेकिन आज मिलकर बधाई देने का सौभाग्य मिला। भारत के सवा सौ करोड़ देशवासियों की ओर से भी आपको बहुत-बहुत बधाई। साल 2000 में पदभार संभालने के बाद से आपका भारत के साथ अटूट रिश्ता रहा है।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन से कहा कि पहली बार रूस के राष्ट्रपति बनने के बाद आप भारत गए थे, उस समय अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। उस दौरान आपने भारत को जीवंत लोकतंत्र बताया था। इसको लेकर भारत के लोग आज भी आपको याद करते हैं। भारत और रूस बहुत पुराने दोस्त हैं। इनका रिश्ता अटूट है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मेरे बेहद करीबी दोस्त भी हैं। सोचि में अनौपचारिक मुलाकात के लिए आमंत्रित करने के लिए राष्ट्रपति पुतिन का शुक्रिया।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) की स्थायी सदस्यता दिलाने में रूस ने अहम भूमिका दिलाई। हम इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर (INSTC) और ब्रिक्स (BRICS) के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।


दोनों देशो के नेताओं के बीच कई विस्‍तृत एजेंडों पर चर्चा होगी। इन में अंतरराष्‍ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों के साथ ही आतंकववाद, अफगानिस्‍तान-पाकिस्‍तान के हालात और सीरिया के साथ ही आईएसआईएस पर भी चर्चा होने की संभावना है।

रूस में भारत के राजदूत पंकज सरन ने दोनों नेताओं की मुलाकात के बारे में रविवार को विस्‍तृत जानकारी दी। उन्‍होंने बताया कि दोनों नेता एक दूसरे की अर्थव्‍यवस्‍था को बेहतर करने के लिए आपसी सहयोग और अंतरराष्‍ट्रीय क्षेत्र में प्रभाव बढ़ाने पर बातचीत करेंगे। द्विपक्षीय वार्ता के अलावा पुतिन और पीएम मोदी दोनों देशों के संबंधों पर भी विस्‍तार से चर्चा करेंगे। सरन ने आगे जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पुतिन जब सोची में अनौपचारिक मुलाकात करेंगे तो उनके बीच इरान न्‍यूक्लियर डील से अमेरिका के हटने के बाद होने वाले प्रभावों पर भी बात होगी। भारत और रूस दोनों ही आतंकवाद को सामना कर रहे हैं और ऐसे में दोनों पक्ष आईएसआईएस के बढ़ते खतरे के साथ ही अफगानिस्‍तान और सीरिया पर भी चर्चा करने वाले हैं।

सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस अनौपचारिक मुलाकात का एक बड़ा हिस्‍सा वन-टू-वन होगा और प्रतिनिधिमंडल के सिर्फ कुछ ही सदस्‍यों को मंजूरी दी जाएगी। मुलाकात के दौरान शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) में भारत-रूस के आपसी सहयोग पर बात की जाएगी। इसके अलावा ब्रिक्‍स यानी ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका की भागीदारी पर भी चर्चा होगी। पुतिन और मोदी इसके साथ ही तीसरे देश में असैन्‍य परमाणु सहयोग पर भी बात करेगे। दोनों की मुलाकात करीब पांच घंटे की होगी। इस अनौपचारिक मुलाकात का कोई खास एजेंडा नहीं है और न ही कोई नियमित प्रोटोकॉल है। राष्‍ट्रपति पुतिन की ओर से पीएम मोदी के सम्‍मान में लंच भी आयोजित किया जाएगा।

रूस रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर इस दौरे के बारे में जानकारी दी। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी वार्ता से दोनों देशों के बीच संबंधों में और मजबूती आएगी।

रूस के दौरे पर जाने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘रूस के मित्रतापूर्ण लोगों का अभिनंदन, मैं कल (सोमवार) सोचि के दौरे पर जाने और राष्ट्रपति पुतिन से अपनी मुलाकात का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। उनसे मिलना हमेशा सुखद होता है।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मेरा विश्वास है कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ वार्ता से भारत और रूस के बीच विशिष्ट रणनीतिक साझेदारी में मजबूती आएगी।’

D Ranjan
By D Ranjan , May 21, 2018

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