स्विट्जरलैंड के दावोस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने विश्व आर्थिक मंच के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए देश के लिए एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य भी पेश किया है। उन्होंने भारत में निवेश की संभावनाओं का जिक्र करते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था का भी बखान किया। उन्होंने कहा कि भारत साल 2025 तक पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में बढ़ रहा है।
इस तरह पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीयों और भारतीय कारोबार जगत के सामने एक तरह का लक्ष्य रख दिया है कि 2025 तक भारतीय अर्थव्यवस्था को 5 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचाना है। यह एक काफी महत्वाकांक्षी लक्ष्य है, क्योंकि अगले आठ साल में ही अर्थव्यवस्था को दोगुना करना कम चुनौती की बात नहीं है।
नौकरी देने वाला देश बनेगा भारत
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यदि हम ऐसा कर पाए तो नौकरी खोजने वालों को भूल जाइए, भारत नौकरी देने वाला बनेगा। पीएम नरेंद्र मोदी का यह लक्ष्य देश के लिए एक और चुनौती है, क्योंकि अभी देश पर्याप्त संख्या में नौकरियां पैदा करने के लिए जूझ रहा है।
दावोस के स्की रिजॉर्ट में बर्फबारी और जमा देने वाली ठंड के बाद एकतरफ, सूरज की चमक और गर्मी बढ़नी शुरू हुई तो दूसरी तरफ, वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम भारतीय सदाचार, संस्कृति, सिद्धांतों और पीएम नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षाओं के ताप को महसूस कर रहा था।
दावोस में करीब 30 साल के बाद की सबसे ज्यादा बर्फबारी देखी गई। 72 घंटे तक की बर्फबारी में चार फीट तक बर्फ जम गई थी। जिससे इस छोटे से शहर में हर तरफ परेशानी और ट्रैफिक जाम का माहौल था। मौसम खराब होने की वजह से खुद पीएम नरेंद्र मोदी जी को ज्यूरिख एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर की जगह सड़क मार्ग से दावोस जाना पड़ा।
भारत को निवेश का आकर्षक स्थल बताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो लोग धन के साथ तंदुरुस्ती और समृद्धि के साथ शांति चाहते हैं उन्हें भारत आना चाहिए।
दावोस में विश्व आर्थिक मंच सम्मेलन में शरीक होने वाले मोदी दो दशक में पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। इस बार ये सम्मेलन इस मायने में खास रहा क्योंकि उद्घाटन भाषण पीएम नरेंद्र मोदी ने दिया। अपने भाषण में उन्होंने जहां अर्थव्यवस्था और निवेश पर बात रखी, वहीं दुनिया के सामने खड़ी तीन सबसे बड़ी चुनौतियां भी बताईं।
सुधार, प्रदर्शन और बदलाव
पीएम नरेंद्र मोदी ने ये भी कहा कि मौजूदा वक्त में भारत का सकल घरेलू उत्पाद लगभग 2.2 लाख करोड़ डॉलर है। और 2025 तक देश पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के सिद्धांत का पालन कर रही है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आज कहा, ‘हमने भारत में निवेश, उत्पादन और काम करने को आसान बनाया है। हमने लाइसेंस और परमिट राज को जड़ से उखाड़ फेंकने का फैसला किया है। हम लालफीताशाही को लाल कालीन से बदल रहे हैं.’