दक्षिण अफ्रीका की राजधानी जोहान्सबर्ग में पांच राष्ट्राें के प्रमुखों की औपचारिक मुलाकात के साथ 10वें शिखर सम्मेलन का शुभारंभ हो गया है। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने कि लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा मौजूद हैं।
PM @narendramodi is speaking at the BRICS Summit in South Africa. https://t.co/7TIgPPyWVj
— PMO India (@PMOIndia) July 26, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सम्मेलन के दौरान कहा कि हमें अपने स्कूलों और विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम को इस तरह से बदलना होगा जिससे कि वह भविष्य के लिए युवाओं को तैयार करे। हमें यह सुनिश्चित करना है कि प्रौद्योगिकी में बदलाव की गति को हमारे पाठ्यक्रम में जगह मिले। बता दें कि दक्षिण अफ्रीका इस उत्सव की दूसरी बार मेजबानी कर रहा है। इस शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स से जुड़े पांचों देश समावेशी विकास, स्वास्थ और सतता विकास, अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा समेत कई वैश्विक महत्व के मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
School और University पाठ्यक्रम को इस तरह बनाना होगा जिससे ये हमारे युवाओं को भविष्य के लिए तैयार कर सकें।
हमें बहुत सजग रहना होगा कि technology के क्षेत्र में आने वाले तेज बदलाव कम से कम उसी गति से पाठ्यक्रमों में स्थान पा सकें: PM
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बता दें कि तीन अफ्रीकी देशों की यात्रा के अंतिम पड़ाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार सुबह दक्षिण अफ्रीका की राजधानी जोहान्सबर्ग पहुंचे। ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी यहां दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ द्पिक्षीय बैठक भी करेंगे। यात्रा के दौरान रक्षा, व्यापार, संस्कृति, कृषि और डेरी क्षेत्र मे समझौते पर हस्ताक्षर हो सकते हैं।
Prime Minister @narendramodi with other BRICS leaders at the Summit in Johannesburg. pic.twitter.com/eMKQqIkkYF
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दक्षिण अफ्रीका में बड़ी संख्या में मौजूद भारतीय समुदाय ‘गतिशील विकास भागीदारी’ में महत्वपूर्ण भुमिका निभा रहे हैं। प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के दौरान यहां भी शिरकत करेंगे। यह शिखर सम्मेलन दोनों देशों के लिए बेहद खास इसलिए भी है क्यों कि अफ्रीका से भारत के कूटनीतिक संबंध फिर स्थापित होने का यह 25वां और पीटरमारित्जबर्ग रेवले स्टेशन पर महात्मा गांधी के साथ हुई घटऩा का 125वां वर्ष है। बता दें कि ब्रिक्स पांच देशों का संगठन है। सभी देशाे के राष्ट्राध्यक्ष यहां शिरकत कर रहे हैं। ब्रिक के नाम से जाना जाता था साल 2010 में यह ब्रिक्स हो गया। दुनिया की 50 फीसद आबादी यही बसती है।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात होगी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच अमरीकी व्यापार संरक्षणवाद और साझा हित के अन्य मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी की 25-27 जुलाई को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अलग से बैठक होगी। पिछले तीन महीनों में दोनों नेताओं की यह तीसरी मुलाकात होगी। इससे पहले अप्रैल में चीनी शहर वुहान में दोनों नेताओं की दो दिवसीय अनौपचारिक बैठक हुई थी। वह बैठक डोकलाम गतिरोध के बाद द्विपक्षीय संबंधों को फिर से पटरी पर लाने तथा प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के इरादे से हुई थी।