बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना आज से पूरे देश में लागू कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान के झूंझनू जिले से इसका एलान किया। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के शुरू होने के तीन साल पूरे होने के मौके पर इस समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने नेशनल न्यूट्रिशियन मिशन की भी शुरूआत की। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मुहिम के तीन साल पूरा होने का जश्न मनाने के लिए झूंझनू को इसलिए चुना गया क्योंकि सेक्स रेश्यो के मुद्दे पर यहां सबसे ज्यादा सुधार किया है।
PM Shri @narendramodi mingling with families of girl children born after the #BetiBachaoBetiPadhao scheme in Jhunjhunu, Rajasthan. pic.twitter.com/UVceEVZEyb
— BJP (@BJP4India) March 8, 2018
झूंझनू उन 161 जिलों में शामिल है जहां बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ स्कीम लागू है। साल 2011 की जनगणना में झूंझनू में 1000 लड़कों के मुकाबले 837 लड़कियां थी लेकिन अभियान के बाद यह फासला कम रह गया है। झूंझनूं में अब 1000 लड़कों के मुकाबले 955 लड़कियां हैं यानि 118 अंकों का उछाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन दस जिलों को भी सम्मानित करेंगे जहां सेक्स रेश्यों में सबसे ज्यादा सुधार हुआ है।
इन दस जिलों में शामिल हैं राजस्थान के सीकर और झूंझनू, महाराष्ट्र का रायगढ़, हरियाणा का सोनीपत, तेलंगाना का हैदराबाद, कर्नाटक का बीजापुर, पंजाब का तरनतारन, जम्मू-कश्मीर का ऊधमपुर, गुजरात का अहमदाबाद और सिक्किम का नॉर्थ सिक्किम। इन जिलों को सम्मानित करने के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी नेशनल न्यूट्रिशियन मिशन की शुरूआत भी करेंगे।
इस मिशन का मकसद कुपोषण, कम वजन और एनिमिया के शिकार बच्चों की हालत में सुधार लाना है। महिलाओं और किशोर लड़कियों में भी एनिमिया की शिकायत पाई जाती है। नेशनल न्यूट्रिशियन मिशन का फोकस इनकी हालत में सुधार लाना होगा।