प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार देशों की यात्रा पर रवाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी, स्पेन, रूस और फ्रांस की चार देशों की यात्रा पर सोमवार को रवाना हो गए. इस यात्रा का उद्देश्य इन देशों के साथ भारत की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाना तथा और निवेश आकर्षित करना है.
पीएम मोदी सबसे पहले जर्मनी जाएंगे, जहां वह भारत-जर्मनी अंतर सरकारी विमर्श (आईजीसी) की रूपरेखा के तहत चांसलर एंजेला मर्केल से बातचीत करेंगे. वह जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रैंक-वाल्टर स्टीनमिएर से भी मुलाकात करेंगे.
वह मर्केल से व्यापार में सहयोग, सुरक्षा और आतंकवाद रोधी कार्यकलाप, नवोन्मेष और विज्ञान एवं तकनीक, कौशल विकास, शहरी ढांचा, रेलवे और नागरिक उड्डयन, स्वच्छ उर्जा, विकास, स्वास्थ्य तथा वैकल्पिक औषधि के क्षेत्रों में बातचीत करेंगे. बर्लिन में मोदी और मर्केल व्यापार और निवेश संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोनों देशों के शीर्ष कारोबारी नेताओं से बातचीत करेंगे.
मंगलवार को मोदी आधिकारिक दौरे पर स्पेन जाएंगे जो करीब तीन दशकों में भारतीय प्रधानमंत्री की इस देश की पहली यात्रा होगी. वह स्पेन के राजा फिलिप षष्टम से मुलाकात करेंगे और राष्ट्रपति मार्यानो राहॉय से बातचीत करेंगे. मोदी द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने, खासतौर से आर्थिक क्षेत्र में और साझा हितों के अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सहयोग विशेषतौर से आतंकवाद से लड़ने के तरीकों पर चर्चा करेंगे.
वह स्पेनिश उद्योग के शीर्ष सीईओ से भी मुलाकात करेंगे और उन्हें ‘‘मेक इन इंडिया’’ पहल में साझेदार बनने के लिए प्रेरित करेंगे. स्पेन से प्रधानमंत्री 31 मई को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग जाएंगे जहां वे 31 मई से दो जून तक चलने वाले 18वें भारत-रूस वाषिर्क सम्मेलन में शिरकत करेंगे.
दो जून को मोदी और पुतिन सेंट पीटर्सबर्ग अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच (एसपीआईईएफ) को भी संबोधित करेंगे जहां भारत ‘मेहमान देश’ है. रूस यात्रा की शुरुआत में मोदी लेनिनग्राद पर कब्जे के दौरान मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने पिस्कारोव्स्कोये स्मारक जाएंगे.
वह विश्व प्रसिद्ध हर्मिटेज म्यूजियम और इंस्टीट्यूट ऑफ ओरिएंटल मैन्युस्क्रिप्ट का भी दौरा करेंगे. यात्रा के अंतिम चरण में वह फ्रांस के नव निर्वाचित राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रोन से आधिकारिक मुलाकात के लिए दो से तीन जून तक फ्रांस जाएंगे.
फ्रांस रक्षा, अंतरिक्ष, परमाणु तथा नवीकरणीय ऊर्जा, शहरी विकास और रेलवे के क्षेत्रों में भारत की विकासात्मक पहलों में नौवां सबसे बड़ा निवेशक और अहम साझेदार है.