Monthly Archives: May 2018

pm narendra modi ne di garibo ko sougaat 2018 tak sabko milega apna ghar

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी गरीबों को सौगात, 2018 के अंत तक सबको मिलेगा अपना घर

अपने घर का सपना देख रहे ग्रामीण और शहरी इलाकों के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। मोदी सरकार अपनी महत्वकांक्षी योजना ‘सबके लिए घर’ को पूरा करने की तैयारी में है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2 करोड़ घर का तोहफा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देंगे। केंद्र की योजना है कि साल 2018 के अंत तक शहरी और ग्रामीण इलाकों में गरीबों को 2 करोड़ घर बनाकर दिए जाएं। उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल के अंत तक 1 करोड़ घर का निर्माण पूरा हो जाएगा।

इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, शहरों में कुल 1.18 करोड़ घरों का निर्माण साल 2022 के बजाए साल 2020 तक पूरा हो जाएगा। वहीं, ग्रामीण इलाकों में 1 करोड़ घरों का निर्माण इस साल के अंत तक आवंटित कर दिए जाएंगे। आवंटन करने के पीछे मकसद है कि लोगों को भरोसा होगा कि उनको मकान मिलने वाले हैं। बता दें, इससे पहले 45 लाख घरों को मंजूरी दी जा चुकी है।

सरकार की योजना के तहत गरीबों को घर देने का मकसद प्रधानमंत्री आवास योजना को ग्रामीण इलाकों तक लेकर जाना है। पहले इन्हीं इलाकों में घर दिए जाएंगे। गरीबों को घर मिलने से एक बड़ा बदलाव आएगा और न्यू इंडिया का निर्माण होगा।

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सबसे ज्यादा घर उत्तर प्रदेश में बनाए गए हैं। राज्य के ग्रामीण इलाकों में घरों की कमी सबसे ज्यादा थी। यही वजह है कि पिछले एक साल में उत्तर प्रदेश सरकार ने 8 लाख घर बनवाएं हैं। यह किसी भी राज्य से ज्यादा हैं। यही नहीं राज्य में घर लेने वाले लोगों को 1.2 लाख रुपए की सब्सिडी भी दी गई है।

पिछले एक साल में मध्य प्रदेश ने 6 लाख घरों का निर्माण किया है। वहीं, राजस्थान में 3.5 लाख घरों का निर्माण किया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अभी तक 40 लाख से ज्यादा घरों का निर्माण पूरा हो चुका है। जून तक हमारा लक्ष्य 60 लाख घर बनाने का है। बाकी 40 लाख घरों का निर्माण दिसंबर 2018 तक बनाने का लक्ष्य है।

प्रधानमंत्री आवास योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2016 में लॉन्च किया था। इसकी डेडलाइन मार्च 2019 रखी गई थी। एक तरफ ग्रामीण इलाकों में जहां 40 लाख घर बनाए जा चुके हैं। वहीं, शहरी इलाकों में जमीन और पैसे की समस्या के चलते 5 लाख घरों का ही निर्माण हुआ है। यहां अभी 22 लाख घरों का निर्माण और होना है।

pm narendra modi ke kaamkaaj se 85 percent log khush

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामकाज से 85% लोग खुश, 2019 में दोबारा खिलेगा ‘कमल’

मोदी सरकार के चार साल के कामकाज पर देश के सबसे बड़े सर्वे के नतीजे आ चुके हैं। भास्कर के द्वारा किये गए सर्वे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता उभरकर सामने आई है। हालांकि, बढ़ती महंगाई और घटती नौकरियां आम लोगों की नाराज़गी का सबसे बड़ा कारण बनकर उभरे। सर्वे में हिस्सा लेने वाले 70% लोगों के अनुसार मोदी अब भी लोकप्रिय हैं। इनमें से 47% के अनुसार तो वे इस समय साल 2014 से भी ज्यादा लोकप्रिय हैं। महंगाई और घटती नौकरियों को 54% लोगों ने सरकार की सबसे बड़ी विफलता के रूप में चुना है। 2 लाख 81 हजार 292 पाठकों ने भास्कर सर्वे में हिस्सा लिया। सर्वे में प्राप्त जानकारियों का आकलन प्रोफेशनल सर्वे एजेंसी मार्केट सेपियंस ने किया है।

85% ने माना- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल 2019 में दोबारा सरकार बना लेंगे

सर्वे में 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से दुष्कर्म के अपराधियों को फांसी देने के फैसले को 80% लोगों ने सराहा। 85 फीसदी लोगों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल 2019 में होने वाले आम चुनाव में दोबारा सरकार बना लेंगे। 53 फीसदी का मानना है कि विपक्ष अगर एकजुट भी हो जाए तो भी मोदी को हरा नहीं पाएगा। यूं ओवरऑल देखा जाए तो मोदी के चार सालों में सबसे बड़ा काम सर्जिकल स्ट्राइक रहा। सर्वाधिक 82 फीसदी लोगाें ने इसे अच्छा बताया।

Pradhanmantri

Source:- Dainikbhaskar

वहीं एक अन्य प्रमुख सवाल के जवाब में 52 फीसदी लोगों ने कहा- राहुल गांधी पहले के मुकाबले ज्यादा परिपक्व हुए हैं, हालांकि इनमें 22 फीसदी लोग ही ऐसे हैं जो मानते हैं कि वे मोदी को टक्कर दे सकते हैं। ट्रिपल तलाक का खात्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए मुस्लिम भरोसे का आधार बना। 68 फीसदी लोग मानते हैं कि इस बड़े कदम के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुस्लिम महिलाओं का भरोसा जीता है।

Modi

Source:- Dainikbhaskar

Pm Narendra Modi

Source:- Dainikbhaskar

7 बड़े कदमों और 6 बड़ी योजनाओं पर क्या है लोगों की राय

भास्कर के सर्वे में मोदी सरकार के ओवरऑल काम को काफी सराहा गया। उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि के रूप में विदेश में देश की साख बढ़ने को 56% लोगों ने पसंद किया। वहीं, महंगाई न रोक पाना और बेरोजगारी को 54% लोग मोदी सरकार की सबसे बड़ी विफलता मानते हैं।

Pm Narendra Modi

Source:- Dainikbhaskar

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 6 बड़ी योजनाओं में सबसे पीछे मुद्रा योजना और स्मार्ट सिटी रही। स्वच्छ भारत योजना को जहां सबसे अधिक 90%, वहीं मुद्रा योजना को सबसे कम 58% लोगों ने पसंद किया। स्मार्ट सिटी को 11% और मुद्रा योजना को 21% लोग जानते ही नहीं। मुद्रा योजना को न जानने वालों में कारोबारियों की संख्या (16%) काफी अधिक रही। वहीं, उज्ज्वला योजना से 11% लोग अनजान है।

Pm Narendra Modi

Source:- Dainikbhaskar

मोदी सरकार के इन चार साल के सबसे बड़े 7 कदमों में सबसे अधिक 82 फीसदी लोगों ने सर्जिकल स्ट्राइक को पसंद किया। साल 2017 के सर्वे में भी सबसे अधिक 83% लोगों ने सर्जिकल स्ट्राइक पर खुशी जाहिर की थी। वहीं दूसरे नंबर पर 12 साल से कम की बच्चियों से दुराचार करने वालों को फांसी के प्रावधान को पसंद किया गया। 80% लोगों ने इसे सराहा। तीसरे नंबर पर तीन तलाक खत्म करने का फैसला रहा।

Pm Narendra Modi

Source:- Dainikbhaskar

Pm Narendra Modi

Source:- Dainikbhaskar

नोटबंदी और जीएसटी का विरोध अब पहले से कम हो गया है। साल 2017 के सर्वे में 52% लोगों ने नोटबंदी के तरीके पर नाराजगी जाहिर की थी और 57% ने जीएसटी को अच्छा माना था। इस सर्वे में 64% लोगों ने नोटबंदी को सफल बताया, वहीं 70% ने जीएसटी को सफल माना है।

Pm Narendra Modi

Source:- Dainikbhaskar

इन सवालो पर सबसे ज्यादा लोगों ने जवाब दिए:-

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता?

सर्वाधिक 2,80,136 लोगों ने इस सवाल का जवाब दिया। सबसे ज्यादा राजस्थान से 75,787 लोगों ने इसका जवाब दिया।

सर्वे में हिस्सा लेने वाले…

18-35 साल के युवाओं ने सबसे ज्यादा सर्वे में हिस्सा लिया है। कुल 61% इसी आयु वर्ग के हैं।

इनमें 65% ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कैटेगरी के हैं। 36% लोग नौकरीपेशा, 23% कारोबारी और 22% छात्र हैं।

इस तरह हुआ देश का सबसे बड़ा सर्वे

मोदी सरकार पर भास्कर का यह चौथा सर्वे है। सर्वे के परिणाम इसलिए भी अहम हैं, क्योंकि ये चुनाव से ठीक साल पूर्व देश के मन की बात को सामने रखते हैं। पहला सर्वे जहां युवाओं पर आधारित था, वहीं दूसरा सर्वे महिलाओं की राय पर आधारित था।

साल 2017 में भास्कर ने मोदी सरकार के कामकाज पर देश का सबसे बड़ा सर्वे किया। इसी तरह इस वर्ष 29 राज्यों और सात केन्द्र शासित प्रदेशों में यह सर्वे किया गया।

पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 38 फीसदी ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। सात दिन चले सर्वे में रेकॉर्ड 2 लाख, 81 हजार 292 पाठकों ने हिस्सा लिया। यह किसी भी अख़बार द्वारा कराए गए सर्वे में हिस्सा लेने वालों की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।

pm narendra modi ne twitter par deshvasiyo ko di ramzan ki badhai

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियो को ट्विटर पर दी रमजान की बधाई

देश में रमजान के पाक महीने की शुरुआत हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को रमजान की ढेर सारी शुभकामनाएं दी हैं। खास बात यह भी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर उर्दू में ट्वीट कर लोगों को रमजान की बधाई दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा कि सभी को पवित्र महीने के लिए रमजान पर बधाई। उन्होंने लिखा कि पैगम्बर मुहम्मद के विचारों को नहीं भूलना चाहिए जिन्होंने सद्भावना, दया और उदारता के रास्ते पर चलने के महत्व को बतलाया। रमजान इस्लाम का सबसे पाक महीना होता है। इस्लाम कैलेंडर के मुताबिक यह नौंवा महीना होता है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ट्वीट के साथ एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर डाला है। इस वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों को रमजान की बधाई दे रहे हैं और उन्हें रमजान के पाक महीने के महत्व से भी परिचित करा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आवाज में इस वीडियो संदेश के जरिए लोगों को शुभकामनाएं दी गई है।


इससे पहले बुधवार (16 मई) को आसमान में चांद के नजर आते ही रमजान का ऐलान कर दिया गया। जमीयत उलेमा-ए-हिंद की तरफ से यह ऐलान किया गया। इस बार उत्तर भारत में मौसम खराब होने की वजह से कहीं-कही चांद नजर नहीं भी आया। जिसे लेकर फतेहपुरी मस्जिद के इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने गुरुवार से ही रमजान का महीना शुरू होने का ऐलान किया उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत के राज्यों में चांद दिखने की तस्दीक को मान लिया गया है। दिल्ली के कई मस्जिदों में भी घोषणा की गई कि गुरुवार को ही पहली रोजा रखी जाएगी। रमजान में मुस्लिम संप्रदाय के लोग पूरे एक महीने के लिए रोजा रखते हैं। इस दौरान सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक कुछ भी खाने-पीने की मनाही होती है। रमजान में बुरी आदतों से दूर रहने के लिए कहा गया है।

रमजना में इबादत का अपना अलग ही महत्व होता है। मान्यताओं के मुताबिक इस महीने में अपनी गलतियों को सुधारने का मौका भी मिलता है। गलतियों के लिए तौबा करने एवं अच्छाइयों के बदले बरकत पाने के लिए ही इस महीने में इबादत का खास महत्व है।

modi cabinet ne liye bade faisle sena par kharch honge 11 hajaar crore

मोदी कैबिनेट ने लिए बड़े फैसले, सेना पर खर्च होंगे 11 हजार करोड़

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। इनमें सेना के लिए स्पेक्ट्रम मुहैया करने का प्लान भी शामिल है। कैबिनेट ने इस पर 11 हजार करोड़ रुपये खर्च करने का फैसला लिया है। साथ ही, माइक्रो इरिगेशन यानी सिचाई के लिए 5000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। साथ ही, मेट्रो को नोएडा सिटी सेंटर से नोएडा सेक्टर 62 तक विस्‍तारित किया जाएगा, जो कुल 6.75 किमी है। 1967 करोड़ रुपए इस पर खर्च होंगे।

कैबिनेट कमिटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स के फैसले

सेना के लिए जो स्पेक्ट्रम मुहैया करवाने का प्लान है, उसके लिए 11 हजार तीन सौ करोड़ रुपए को मंजूरी दी गई है।

डीएमआईसी यानी दिल्ली मुंबई तक का रास्ता बनाने में और तेजी लाई जाएगी। 1500 किलोमीटर के इस रास्ते में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिकल हब यानि फ्रेट विलेज जगह जगह बनेंगे, अभी पहला हरियाणा में बनाया जाएगा।

पांच हजार करोड़ रुपये माइक्रो इरिगेशन पर खर्च होंगे. इससे राज्यों में बेहतर इरीगेशन सिस्टम डेवल्प होगा।

झारखंड के देवघर में नया एम्स स्थापित होगा 750 बेड होंगे और मेडिकल कालेज होंगे, देवीपुर ब्लाक में बनेगा ये एम्स, झारखंड सरकार ने जमीन दे दी है, 45 महीने में पूरा होगा ये और 1100 करोड़ खर्च होंगे।

आंध्र प्रदेश में केन्द्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना होगी, जिसमें 902.7 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

मोदी कैबिनेट के फैसले

भारत और ब्रुनेई के बीच में सूचना के आदान प्रदान जिसमें टैक्स इग्जामिनेशन है, उस योजना को मंजूरी दे दी गई है।

नेशनल पालिसी आन बायो फ्यूल को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी गई। सिर्फ 17 फीसदी फ्यूल भारत उत्पादन कर पाता है, बाकी की कमी को पूरा करने के लिए इस योजना को मंजूरी दी गई है।

पब्लिक सेक्टर संस्थानों के बीच कोई विवाद होगा तो पहले वो संबधित सेकेट्री के पास जाएंगे, अगर रिजाल्व नहीं होगा तो कैबिनेट सेकेट्री के पास वो जाएंगे। कोर्ट नहीं जाएंगे ये लोग.. ये फैसला लिया गया है।

नेशनल इंस्टीट्यूट आफ मेंटल हेल्थ डेवलपमेंट संस्थान भोपाल में खोला जाएगा।

pm narendra modi ne ki taarif to artist ne banaai aisi tasveer

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की तारीफ तो आर्टिस्ट ने बनाई ऐसी तस्वीर, कहा कुछ ऐसा

गुस्से वाली हनुमान की तस्वीर काफी वायरल हुई। कार के पीछे और सोशल मीडिया पर काफी देखी गई। तस्वीर इतनी वायरल हुई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी जमकर तारीफ की। इस तस्वीर को बनाया था आर्टिस्ट करण आचार्य ने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तारीफ सुन वो काफी एक्साइटेड हो गए थे। अब करण ने पीएम नरेंद्र मोदी को अलग तरह से धन्यवाद दिया है। उन्होंने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर बनाई है। जिसमें वो मुस्कुराते नजर आ रहे हैं।

6 मई को उन्होंने सबसे पहली फोटो डाली थी। जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आंखें बनाई थीं। जिसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधे स्कैच को दिखाया। 11 मई को उन्होंने फिर आधी-अधूरी स्कैच की तस्वीर डाली और 15 मई को पूरी तस्वीर शेयर की।

तस्वीर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा- ”सर, नरेंद्र मोदी, मेरे काम को देखने और सराहना करने के लिए धन्यवाद। आपको धन्यवाद देने का छोटा सा टोकन है। उम्मीद है आपको पसंद आएगा।” बता दें, पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा था- ‘करण आचार्य ने हनुमान जी की जो तस्वीर बनाई उसकी देशभर में गूंज उठी। देश भर में उसकी चर्चा हुई और वह बहुत प्रशंसनीय है। मैंने देखा कि देशभर के टीवी वाले करण आचार्य का इंटरव्यू लेने के लिए कतार लगाकर खड़े थे। यह करण आचार्य की कला की ताकत थी। उसकी कल्पना शक्ति की ताकत थी।’

कैसे बनाई गई थी गुस्से वाले हनुमान की तस्वीर

हनुमान जी की गुस्‍से वाली तस्‍वीर किस तरह बनाई गई इस पर करण आचार्य कहते हैं, ‘गणेश चतुर्थी के दौरान मेरे दोस्तों ने एक ऐसी तस्वीर बनाने को कहा जो काफी यूनीक हो। हमने कुछ अलग आर्टवर्क करने की सोची। गूगल में सर्च करने पर भगवान हनुमान की कई तस्वीरें आती हैं। मैंने उनसे कुछ अलग करने की सोची। मैंने एक ही रंग से हनुमान की तस्वीर बनाने के बारे में सोचा। मैंने ऑरेंज कलर सिलेक्ट किया क्योंकि ये रंग भगवान हनुमान का प्रतीक माना जाता है। इस आर्ट को बनाने में आधे घंटे का समय लगा। मुझे यकीन नहीं था कि ये तस्वीर इतनी वायरल हो जाएगी।’

nai car khareedane par modi sarkar degi 25 lakh ki subsidy

नई कार खरीदने पर मोदी सरकार देगी 2.5 लाख की सब्सिडी, करना होगा यह काम

अगर आप नई कार लेने का प्लान कर रहे हैं तो कुछ दिन और रुक जाइये। कुछ दिन का इंतजार आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है और आप सरकार की सब्सिडी योजना के तहत ढाई लाख रुपये तक का फायदा उठा सकते हैं। सरकार इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड गाड़ियों के लिए 9,400 करोड़ रुपये के पैकेज के तहत नई ई-कार खरीदने वालों के लिए ढाई लाख रुपये तक की सब्सिडी का ऐलान कर सकती है। दरअसल केंद्र सरकार बढ़ते प्रदूषण को कम करने और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए जल्द बड़ी योजना की घोषणा करने का प्लान कर रही है।

टू-व्हीलर पर 30 हजार की सब्सिडी

टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के अनुसार सरकार की डीजल या पेट्रोल से चलने वाली कार को स्क्रैप करके इलेक्ट्रिक कार खरीदने पर सब्सिडी देने की प्लानिंग है। इसी तरह टू-व्हीलर लेने पर भी सब्सिडी का फायदा मिलेगा। पुरानी कार को स्क्रैप करके नई इलेक्ट्रिक कार खरीदने पर 2.5 लाख रुपये तक की मदद सरकार की तरफ से दी जाएगी। वहीं 1.5 लाख रुपये तक का टू-व्हीलर खरीदने पर करीब 30 हजार रुपये की सब्सिडी मिलेगी। खबर है कि सरकार ने इसे लेकर एक ड्रॉफ्ट तैयार कर लिया है।

बस मालिकों के लिए अतिरिक्त सब्सिडी का प्रावधान

सरकार के इस प्लान में कैब एग्रीगेटर और बस मालिकों के लिए अतिरिक्त सब्सिडी का प्रावधान है। टैक्सी के लिए ई-कार खरीदने वालों को 15 लाख रुपये तक की कार पर 1.5 लाख से लेकर 2.5 लाख रुपये की छूट दी जाएगी। इसके अलावा प्री-बीएस III वाहनों को स्क्रैप करके नई इलेक्ट्रिक कार खरीदने पर यह छूट मिलेगी। कार को स्क्रैप करने पर मान्यता प्राप्त स्क्रैपिंग सेंटर से मिला सर्टिफिकेट ही मान्य होगा।

पांच साल में खर्च होंगे 1500 करोड़

दोपहिया और चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की तरफ से आने वाले पांच सालों में 1500 करोड़ रुपये खर्च करने की उम्मीद है। इसमें से 1000 करोड़ रुपये से चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना है और बाकी से इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद पर छूट देने का प्लान है। भारी उद्योग विभाग की तरफ से जारी किए गए प्रस्ताव के अनुसार मेट्रो सिटीज में हर 9 वर्ग किलोमीटर एरिया पर एक चार्जिंग स्टेशन लगाने की योजना है।

हाइवे पर हर 25 किमी पर होगा चार्जिंग स्टेशन

वहीं 10 लाख से ज्यादा आबादी और स्मार्ट सिटी के साथ ही दिल्ली-जयपुर हाइवे, दिल्ली-चंडीगढ़, चेन्नई बेंगलुरु और मुंबई-पुणे हाइवे पर प्रत्येक 25 किलोमीटर के बाद चार्जिंग की सुविधा मिलेगी। आपको बता दें कि फरवरी 2018 में आयोजित ऑटो एक्सपो में कार निर्माता कंपनियों ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर ज्यादा फोकस किया था। कार निर्माताओं का कहना है कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सरकार को मदद करनी चाहिए।

modi sarkar ke saath internship kar har mahine kamaye 10 hajaar

मोदी सरकार के साथ करें 2 महीने की इंटर्नशिप, हर महीने होगी 10 हजार की कमाई

इस गर्मी में अगर आप ढूंढ रहे हैं पैसे कमाने का कोई रास्ता तो हम आपको बता रहे हैं एक अच्छे मौके के बारे में। खास बात ये है कि यह मौका आपको सरकार दे रही है। सरकार का उद्देश्य युवाओं में स्किल बढ़ाना है। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री ने डिजिटल इंडिया इंटर्नशिप स्कीम शुरू की है। इसके लिए चुने गए स्टूडेंट्स को दो माह की इंटर्नशिप और उस दौरान 10 हजार रुपए प्रति माह मिलेंगे।

इंटर्नशिप स्कीम पोर्टल:

सरकार ने युवाओं को इंटर्नशिप कराने के लिए डिजिटल इंडिया इंटर्नशिप स्कीम का पोर्टल लॉन्च किया है। गर्मियों में इंटर्नशिप की शुरुआत जून से होगी। वहीं सर्दियों में दिसंबर से जनवरी के बीच इंटर्नशिप होगी।

डिजिटल इंडिया इंटर्नशिप का मकसद युवाओं को सरकार की निर्णय प्रक्रिया से जोड़ते हुए उन्हें अनुभव प्राप्त करने का अवसर देना है। इसका उद्येश्य यह भी है कि स्टूडेंट्स को ट्रांसफॉर्मेटिव डिजिटल इंडिया कार्यक्रम से जोड़ा जाए और उन्हें बताया जाए कि सरकार कैसे काम करती है। योजना के तहत गर्मियों और सर्दियों के मौसम में 25-25 स्टूटेंड्स का चयन किया जाएगा।

ये लोग कर सकते हैं अप्लाई:

बीई और बीटेक कर रहे दूसरे औऱ तीसरे साल के स्टूडेंट्स के अलावा पांच साल का इंटीग्रेटेड डिग्री कोर्स करने वाले बीई, बीटेक, एमई या एमटेक के चौथे औऱ पांचवें साल के स्टूडेंट आवेदन कर सकेंगे।

ये हैं टर्म्स एंड कंडीशन:

इसके लिए शर्त यह है कि उनके कम से कम 60 फीसदी अंक होने चाहिए। उम्मीदवार के परफॉर्मेंस के आधार पर दो महीने की इंटर्नशिप को बढ़ाकर तीन महीने किया जा सकता है। गर्मियों में इंटर्नशिप की शुरुआत जून से होगी।

होंगे ये फायदे:

इंटर्नशिप के दौरान स्टूडेंट्स को डिजिटल गवर्नेंस, डिजिटल लिटरेसी, डिजिटल पेमेंट, साइबर सुरक्षा को समझने का मौका मिलेगा।

karnataka chunav natije par bole modi gumrah karne walo ko logo ne diya jawaab

कर्नाटक चुनाव नतीजे पर बोले पीएम मोदी, गुमराह करने वालों को लोगों ने दिया जवाब

कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बीजेपी ने राज्य में सत्ता बनाने के लिए दावा पेश कर दिया है। इसके बाद दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के अलावा सभी बड़े नेता पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं को पहले अमित शाह ने संबोधित किया और इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले बनारस में हुए हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की खुशी है, लेकिन बनारस में हुए हादसे से मन भारी है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘कर्नाटक की विजय असामन्य और असाधारण विजय है। जनता जनार्दन भगवान का रूप होता है। कर्नाटक की जनता ने गुमराह करने वालों को जवाब दिया है। में कर्नाटक की जनता को बधाई देता हूं। कोई सोच नहीं सकता था कि इस चुनाव में, कांग्रेस सिर्फ अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए भारत के संविधान को चोट पहुंचाने का हीन कृत्य करेगी। इस चुनाव ने मेरे मन को प्रभावित किया है।’


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘संगठन की शक्‍ति से किस प्रकार से चुनाव लड़ा जाता है ये अध्‍यक्ष जी (अमित शाह) से सीखा जा सकता है। कर्नाटक में जीत के लिए अमित शाह को बधाई।’ पधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘कर्नाटक में जिस प्रकार से कार्यकर्ताओं ने मेहनत की है उनको सौ-सौ सलाम है। कर्नाटक के उज्जवल भविष्य में भाजपा कहीं पीछे नहीं रहेगी। मैं ये कर्नाटक की जनता को विश्वास दिलाता हूं।’


पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘बंगाल में बीजेपी के निर्दोष कार्यकर्ताओं की हत्‍या हुई। महान लोगों की धरती बंगाल को राजनीतिक स्वार्थ के लिए लहू-लुहान कर दिया गया है। लोकतंत्र के सीने में जो घाव पड़े हैं उस से उभरने के लिए सभी राजनीतिक दलों को, सिविक सोसाइटी को और न्यायपालिका समेत, हम सभी को सक्रिय भूमिका अदा करनी ही होगी।’


वहीं, अमित शाह ने कहा, ‘मैं कर्नाटक की जनता को ह्रदय से बधाई देना चाहता हूं। जनता ने कर्नाटक को कांग्रेस मुक्त करने का काम बड़े मन से किया है। आजादी के बाद कांग्रेस ने कर्नाटक का ये चुनाव सबसे अनैतिक तरीके से लड़ा। कर्नाटक का ये चुनाव लोकतंत्र में भरोसा रखने वाली जनता का एक संदेश है। हमारा ये विजय रथ रुकने वाला नहीं है। नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आने वाले सभी चुनाव और साल 2019 का चुनाव इससे भी अधिक बहुमत में साथ NDA की सरकार बनाने का काम भाजपा करने जा रही है।’


फिलहाल कांग्रेस 78 सीटों पर या तो जीत दर्ज कर चुकी है या फिर आगे चल रही है। लेकिन उसने बीजेपी को रोकने के लिए जेडीएस को समर्थन का ऐलान कर दिया है। दोनों दलों ने राज्यपाल से भी मुलाकात की है। इधर येदियुरप्पा ने भी राज्यपाल से मुलाकात कर बहुमत साबित करने के लिए 48 घंटे मांगे हैं।

modi ke pm banne ke baad 4 saal me bjp 8 se 21 rajyo me pahunchi

मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 4 साल में भाजपा-एनडीए 8 से 21 राज्यों में पहुंची

भाजपा या उसके गठबंधन की सरकारों का दायरा साल 2014 के बाद से लगातार बढ़ रहा है। अभी 20 राज्यों में भाजपा की सरकार है। 21वें राज्य कर्नाटक में सरकार बनाना तय है। मई में जब मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी तब भाजपा या एनडीए की सिर्फ 8 राज्यों में और कांग्रेस की 14 राज्यों में सरकार थी। कर्नाटक में भाजपा की सरकार बनी तो कांग्रेस सिमटकर सिर्फ पुड्डुचेरी, पंजाब और मिजोरम में रह जाएगी। दिल्ली समेत बाकी 7 राज्यों में दूसरे दलों की सरकार है।

Siyasi Naksha 2

Source: Bhaskar

मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 21 राज्यों में चुनाव हुए, भाजपा ने 14 में सरकार बनाई

Siyasi Naksha 1

Source: Bhaskar

2014: महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड, जम्मू-कश्मीर
2015: दिल्ली, बिहार
2016: असम, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी
2017: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर, गोवा, गुजरात, हिमाचल
2018: त्रिपुरा, नगालैंड, मेघालय

14 राज्य जिनमें भाजपा ने सरकार बनाई: महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, असम, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा, गुजरात, हिमाचल, त्रिपुरा, नगालैंड, मेघालय।

Siyasi Naksha

Source: Bhaskar

बिहार में एनडीए के सहयोगी दल जदयू की सरकार है। हालांकि, यहां भाजपा हारी थी। डेढ़ साल बाद उसका जदयू से गठबंधन हुआ और सत्ता में आई।

68% आबादी और 59% इकोनॉमी वाले राज्यों में भाजपा की सरकार।

pm narendra modi ne apni nepal yatra ko bataya aitihaasik

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी नेपाल यात्रा को बताया ऐतिहासिक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन की अपनी नेपाल यात्रा को आज ‘ऐतिहासिक’ करार दिया। उन्होंने कहा कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के साथ उनकी बातचीत ‘उपयोगी’ रही और उनकी यात्रा से भारत-नेपाल संबंधों को नया बल मिलेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल की अपनी यात्रा के बाद ट्वीट किया है, ‘मेरी नेपाल यात्रा ऐतिहासिक रही। इससे मुझे नेपाल की निराली जनता से संवाद का अवसर मिला।’


वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद मोदी की यह तीसरी नेपाल यात्रा रही। प्रधानमंत्री ओली के साथ अपनी वार्ताओं को ‘उपयोगी’ बताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी इस यात्रा से भारत-नेपाल संबंधों को नया बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि वे नेपाल के विकास एजेंडे में भारत के मजबूत समर्थन के वादे को दोहराते हैं।

आज जारी संयुक्त बयान के अनुसार दोनों प्रधानमंत्रियों ने इस यात्रा से आई तेजी को आगे भी बनाए रखने पर सहमति जताई और अब तक हुए समझौतों व सहमतियों के कार्यान्वयन के लिए प्रभावी कदम उठाने की बात की। इसके साथ ही दोनों नेताओं ने कृषि, रेल संपर्क व अंतर्देशीय जलमार्ग विकास क्षेत्र में द्विपक्षीय पहलों के प्रभावी कार्यान्वयन पर सहमति जताई। प्रधानमंत्री ओली की हाल ही की भारत यात्रा के दौरान इस बारे में सहमति बनी थी।

बयान के अनुसार दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में मौजूदा सहयोग को मजबूत बनाते हुए द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने वायु, जल व थल मार्ग के जरिए संपर्क और मजबूत बनाने पर रजामंदी व्यक्त की। द्विपक्षीय बिजली व्यापार समझौते के तहत बिजली क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत बनाने पर भी सहमति बनी।