Monthly Archives: April 2018

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्‍वीडन में करेंगे कुछ ऐसा, जो अब तक बराक ओबामा ही कर पाए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्‍वीडन और ब्रिटेन के पांच दिवसीय दौरे के पहले चरण में सोमवार शाम को स्‍वीडन की राजधानी स्‍टॉकहोम पहुंच रहे हैं। इस दौरान वह 17 अप्रैल को पहले इंडिया-नोर्डिक शिखर सम्‍मेलन में शिरकत करेंगे। स्‍वीडन, नॉर्वे, फिनलैंड, डेनमार्क और आइसलैंड देशों को सामूहिक रूप से नोर्डिक देश भी कहा जाता है। इस लिहाज से भारत के लिए यह बड़ा मौका है कि इस क्षेत्र के 5 राष्‍ट्रप्रमुखों के साथ पीएम नरेंद्र मोदी की बैठक होगी। इससे पहले यह सम्‍मान केवल अमेरिका के पूर्व राष्‍ट्रपति बराक ओबामा को मिला था। उनके कार्यकाल के दौरान इस तरह नोर्डिक देशों के प्रमुखों के साथ अमेरिका-नॉर्डिक शिखर सम्‍मेलन आयोजित हुआ था। उसके बाद इस तरह का आयोजन दूसरी बार हो रहा है।

इस तरह का प्रयास इस मायने में भी खास है क्‍योंकि परंपरागत रूप से भारत यूरोप के देशों के साथ इस तरह की बातचीत के लिए यूरोपीय संघ के मंच का इस्‍तेमाल करता रहा है, लेकिन इस बार यूरोपीय देशों के साथ बातचीत के लिए भारत पहली बार इस तरह का अभ्‍यास कर रहा है। इस दौरे को कूटनीतिक रूप से भारत के बढ़े कद के रूप में इस लिहाज से भी देखा जा सकता है कि भारत-नोर्डिक शिखर सम्‍मेलन का प्रस्‍ताव भारत की तरफ से दिया गया था और नोर्डिक क्षेत्र के सभी देशों ने इसको स्‍वीकार कर लिया। दोनों तरफ परिपक्‍व लोकतंत्र के समान मूल्‍यों और विरासत के कारण इसे स्‍वीकार करने में उनको कोई झिझक नहीं हुई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए यह दौरा इसलिए भी अहम है क्‍योंकि सन 1988 के बाद वह स्‍वीडन जाने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। इस शिखर सम्‍मेलन के दौरान द्विपक्षीय व्‍यापार, निवेश के अलावा नवाचार और नवीकरणीय ऊर्जा पर बातचीत होने की उम्‍मीद है।

स्वीडन और ब्रिटेन की अपनी यात्रा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह व्यापार, निवेश और स्वच्छ ऊर्जा समेत विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय साझेदारी गहरा बनाने को लेकर आशान्वित हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘भारत और स्वीडन के बीच दोस्ताना रिश्ता है। हमारी साझेदारी लोकतांत्रिक मूल्यों तथा खुले, समावेशी एवं नियमों की बुनियाद पर टिकी वैश्विक व्यवस्था के प्रति कटिबद्धता पर आधारित है। स्वीडन हमारे विकास पहलों में एक मूल्यवान साझेदार है।’’

भारत और स्वीडन मिलकर मंगलवार को स्टॉकहोम में भारत-नोर्डिक सम्मेलन आयोजित करेंगे जिसमें फिनलैंड, नार्वे, डेनमार्क और आइसलैंड के प्रधानमंत्रियों के हिस्सा लेने का कार्यक्रम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘स्वच्छ प्रौद्योगिकियों, पर्यावरण हल, बंदरगाह आधुनिकीकरण, कोल्ड चेन, कौशल विकास और नवोन्मेष में नोर्डिक देशों की ताकत का लोहा विश्व मान चुका है। नोर्डिक क्षमता भारत के परिवर्तन के हमारे दिशादृष्टि में सटीक बैठती है।”

स्वीडन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को ब्रिटेन जायेंगे जहां वह अपनी ब्रिटिश समकक्ष टेरीजा मे के साथ द्विपक्षीय भेंटवार्ता के अलावा राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों की बैठक में हिस्सा लेंगे। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”लंदन की मेरी यात्रा दोनों देशों को इस बढ़ती द्विपक्षीय साझेदारी में एक नई गति पैदा करने का एक मौका प्रदान करती है। मैं स्वास्थ्य, नवोन्मेष, डिजिटलीकरण, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, स्वच्छ ऊर्जा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्रों में भारत-ब्रिटेन साझेदारी बढ़ाने पर बल दूंगा।”

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मोदी आज स्वीडन-ब्रिटेन दौरे पर : 87 साल बाद किसी भारतीय का लंदन के ऐतिहासिक हॉल में संबोधन होगा

प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी साेमवार को पांच दिन की विदेश यात्रा पर रवाना होंगे। वे पहले स्वीडन और उसके बाद ब्रिटेन जाएंगे। पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार को स्टॉकहोम में स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टेफान लोफवेन से कई मुद्दों पर बातचीत करेंगे। इसके बाद कॉमनवेल्थ समिट में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार रात ही लंदन पहुंचेंगे। वे बुधवार को ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल वेस्टमिंस्टर में भारतीयों के साथ ही दुनियाभर के लोगों को ‘भारत की बात, सबके साथ’ कार्यक्रम में संबाेधित करेंगे। इसी हॉल में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान सन 1931 में महात्मा गांधी जी ने समसामयिक मुद्दों पर बहस में हिस्सा लिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अप्रैल को भारत लौटते वक्त कुछ वक्त के लिए जर्मनी के बर्लिन शहर में रुकेंगे।


स्वीडन और भारत अच्छे दोस्त


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वीडन में भारत-नोर्डिक समिट में हिस्सा लेंगे। इसमें फिनलैंड, नार्वे, डेनमार्क और आइसलैंड के प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने दौरे से पहले कहा, ”भारत और स्वीडन के बीच लंबे वक्त से दोस्ती है। हमारी साझेदारी लोकतांत्रिक मूल्यों और वैश्विक नियमों की बुनियाद पर टिकी है। स्वीडन हमारे विकास का मूल्यवान साझेदार है। ‘मैं और प्रधानमंत्री लोफवेन स्वीडन के बिजनेस लीडर्स के साथ निवेश, साइंस एंट टेक्नोलॉजी, क्लीन एनर्जी और स्मार्ट सिटी के मुद्दे पर रोडमैप तैयार करने के लिए चर्चा करेंगे।”

दुनियाभर में होगा पीएम मोदी के कार्यक्रम का प्रसारण


ब्रिटेन दौरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए सबसे खास है। लंदन के सेंट्रल हॉल वेस्टमिंस्टर में बुधवार को उनका कार्यक्रम महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग जैसे नेताओं के नक्शेकदम पर होगा। इसे यूरोप इंडिया फोरम आयोजित कर रहा है। इसका पूरी दुनिया में प्रसारण किया जाएगा। सेंट्रल हॉल वेस्टमिंस्टर कार्यक्रम में मोदी दुनियाभर के लोगों का सोशल मीडिया के जरिए पूछे जाने वाले सवालों का जवाब भी देंगे। इस कार्यक्रम के लिए 2 हजार लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के जरिए चुना गया है। इसी हॉल में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान सन 1931 में महात्मा गांधी जी ने समसामयिक मुद्दों पर बहस में हिस्सा लिया था। इसके अलावा यहां मार्टिन लूथर किंग, दलाई लामा और प्रिंस डायना जैसे नामी हस्तियां भी संबोधन दे चुकी हैं।

सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी को लिमोजीन कार में सफर की इजाजत


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कॉमनवेल्थ समिट में आने वाले 52 देशों के प्रमुखों में से मोदी अकेले प्रधानमंत्री होंगे, जिन्हें वहां लिमोजीन कार से सफर करने की इजाजत होगी। अन्य देशों के नेता समिट के दौरान कोच (बस) से सफर करेंगे। साल 2009 के बाद से कॉमनवेल्थ समिट में हिस्सा लेने वाले नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे।

थेरेसा मे से मोदी की द्विपक्षीय बातचीत


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे के बीच द्विपक्षीय बातचीत होगी। दोनों प्रधानमंत्री दूसरी बार एक इवेंट में मिलेंगे, इसे पीएम नरेंद्र मोदी के लिए ही आयोजित किया जा रहा है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन तीन नेताओं में से भी एक हैं, जिन्हें बकिंघम पैलेस में महारानी एलिजाबेथ से निजी मुलाकात के लिए निमंत्रण दिया गया है। राष्ट्रमंडल सरकार की बैठक (चोगम) में पाक के प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी और राष्ट्रपति ममनून हुसैन भी शामिल होंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कब कहां पहुंचेंगे?

17 अप्रैल: स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में वहां के पीएम से मुलाकात करेंगे।
18 अप्रैल: लंदन के ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में दुनियाभर के लोगों को संबोधित करेंगे।
19 और 20 अप्रैल: लंदन में कॉमनवेल्थ समिट में शामिल होंगे।
20 अप्रैल: भारत लौटते वक्त बर्लिन में रुकेंगे और चांसलर एंजेला मर्केल से मिलेंगे।

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सरकार के इन 1 लाख से ज्यादा सेंटर्स पर मुफ्त में मिलेंगी दवाएं और जांच भी मुफ्त

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में ‘आयुष्मान भारत’ योजना के तहत पहले हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का इनॉगरेशन किया। मोदी सरकार देशभर में ऐसे 1.5 लाख सेंटर्स शुरू करेगी। इन सेंटर्स पर हेल्थ केयर की फेसिलिटी तो मिलेगी ही साथ ही जरूरी दवाएं और जांच फ्री होगी। सरकार ने बजट में इसके लिए खासतौर पर 1200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। इस फाइनेंशियल ईयर में 18,840 हेल्थ क्लब सेंटर को वेलनेस सेंटर में बदला जाना है।

टाइम पर पता चल सकेंगी बीमारियां

देश में मधुमेह, हृदय रोग, सांस की बीमारियां, कैंसर के चलते 60% मौतें होती हैं। ये बीमारियां वक्त रहते पता चल जाएं तो इन्हें बढ़ने से रोका जा सकता है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सभी जांचें मुफ्त में करने का प्रयास किया जाएगा। सही समय पर होने वाली जांच फायदेमंद होती है। मान लीजिए 35 साल का कोई युवा जांच कराए और ब्लडप्रेशर की समस्या का पता चल जाए तो भविष्य में होने वाली गंभीर बीमारियों से वो बच सकेगा।

कितने तरह की स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में 12 तरह की स्वास्थ्य सुविधा होगी। यहां इलाज के साथ-साथ जांच की भी सुविधा भी होगी। यही नहीं जिला अस्पताल में मरीज को जो दवा लिखी जाएगी। वह दवा मरीज को अपने घर के पास के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में उपलब्ध हो, इस पर भी काम चल रहा है। मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा और संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान व गले से संबंधित बीमारी के इलाज के लिए अलग से यूनिट होगी।

इसके अलावा बुजुर्गों के इलाज की सुविधा भी होगी। बता दें कि बजट में आयुष्मान भारत की घोषणा की गई है। इसके दो कंपोनेट हैं। पहला 10.74 लाख परिवारों को मुफ्त 5 लाख रु का स्वास्थ्य बीमा। दूसरा, हेल्थ वेलनेस सेंटर। इसमें देशभर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपडेट होंगे। इन सेंटर में इलाज होगा और मुफ्त दवाइयां मिलेंगी।

कहां-कहां खुलेंगे वेलनेस सेंटर

महाराष्ट्र- 1450
गुजरात- 1185
छत्तीसगढ़- 1000
पंजाब- 800
मध्यप्रदेश- 700
झारखंड- 646
बिहार- 643
राजस्थान- 505
हरियाणा- 255

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना लॉन्च की कहा, अंबेडकर की वजह से आज एक पिछड़ा बना PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अंबेडकर जयंती के मौके पर छत्तीसगढ़ के बीजापुर में आयुष्मान भारत योजना के तहत पहले स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया। उन्होंने बस्तर इंटरनेट योजना के पहले चरण का भी शुभारंभ किया जिसके तहत आदिवासी क्षेत्र के सात जिलों में फाइबर ऑप्टिक्स केबल के 40,000 किलोमीटर लंबे नेटवर्क को बिछाया जाएगा।

उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जांगला में कहा, ”आयुष्मान भारत योजना के पहले चरण को शुरू किया गया है जिसमें प्राथमिक स्वास्थ्य से जुड़े विषयों में बड़े बदलाव लाने का प्रयास किया जाएगा। देश की हर बड़ी पंचायत में, लगभग डेढ़ लाख जगहों पर सब सेंटर और प्राइमरी हेल्थ सेंटर्स को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा।”

उन्होंने कहा, ”मैं आज इसलिए आया हूं, ताकि आपको बता सकूं, कि जिनके नाम के साथ पिछड़ा जिला होने का लेबल लगा दिया गया है, उनमें अब नए सिरे से, नई सोच के साथ बड़े पैमाने पर काम होने जा रहा है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”14 अप्रैल का आज का दिन देश के सवा सौ करोड़ लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आज भारत रत्न बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की जन्म जयंती है। आज के दिन आप सभी के बीच आकर आशीर्वाद लेने का अवसर मिलना, मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है।”

…इसलिए मैं बना पीएम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”विकास की दौड़ में पीछे छूट गए और पीछे छोड़ दिए गए समुदायों में आज जो चेतना जागी है, वो चेतना बाबा साहब की ही देन है। एक गरीब मां का बेटा, पिछड़े समाज से आने वाला आपका ये भाई अगर आज देश का प्रधानमंत्री है, तो ये भी बाबा साहेब की ही देन है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर इशारों-इशारों में निशाना साधते हुए कहा, ”स्वतंत्रता के बाद, इतने वर्षों में भी ये जिले पिछड़े बने रहे, इसमें उनकी कोई गलती नहीं। बाबा साहेब के संविधान ने इतने अवसर दिए, आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया, लेकिन फिर भी बीजापुर जैसे जिले, विकास की दौड़ में पीछे क्यों छूट गए?”

उन्होंने कहा, ”क्या इन जिलों में रहने वाली माताओं को ये अधिकार नहीं था, कि उनके बच्चे भी स्वस्थ हों, उनमें खून की कमी न हो, उनकी ऊँचाई ठीक से बढ़े? क्या इन जिलों के लोगों ने, आपने, देश से ये आशा नहीं रखी थी उन्हें भी विकास में साझीदार बनाया जाए?”

नक्सलियों के गढ़ को और क्या मिला सौगात?

मोदी दूसरे प्रधानमंत्री हैं जो आदिवासी जिले बीजापुर आए हैं। उन्होंने गुदुम और भानुप्रतापपुर के बीच एक नई रेल लाइन और एक यात्री ट्रेन का भी उद्घाटन किया जिससे उत्तर बस्तर क्षेत्र रेलवे के मानचित्र पर आ गया है।

प्रधानमंत्री के रूप में मोदी का छत्तीसगढ़ का यह चौथा दौरा है। छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। वह मई 2015 में दंतेवाड़ा , फरवरी 2016 में नया रायपुर और राजनंदगांव तथा नवंबर 2016 में नया रायपुर आए थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात जिलों में बैंक की शाखाओं का भी उद्घाटन किया और भारत बीपीओ प्रोमोशन योजना के तहत विकसित ग्रामीण बीपीओ केंद्र का भी निरीक्षण किया। बस्तर इंटरनेट योजना द्वारा बीपीओ केंद्र को इंटरनेट मुहैया कराया जाता है। उन्होंने 1,700 करोड़ रुपये की सड़क और पुल परियोजनाओं की भी नींव रखीं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता की जबकि स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा मुख्य अतिथि रहे।

क्या है आयुष्मान भारत योजना?

आयुष्मान भारत योजना तहत भारत के 10 करोड़ गरीब परिवारों को पांच लाख रुपए तक की स्वास्थ्य बीमा की सुरक्षा मिलेगी। योजना के तहत जिनका बीमा होगा वह अस्पतालों में गंभीर बीमारियों का फ्री इलाज करवा सकेंगे।

आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकार का मकसद वर्ष 2022 तक 1.5 लाख स्वास्थ्य और वेलनेस केंद्र खोलना है जहां रक्त चाप , मधुमेह , कैंसर और वृद्धावस्था जनित रोगों समेत कई बीमारियों का इलाज किया जाएगा। इस योजना के तहत सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना ( एनएचपीएस ) की व्यापक रूपरेखा तैयार की है और लाभार्थियों की पहचान करने के मापदंड तय करने का काम चल रहा है।

Modi sarkar ka plan 5 crore pf khaatadharako ko khush kar degi yaha khabar

मोदी सरकार का प्लान, 5 करोड़ PF खाताधारकों को खुश कर देगी यह खबर

अगर आप भी नौकरीपेशा है तो यह खबर आपको खुश कर देगी। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के 5 करोड़ से अधिक ग्राहकों को जल्द ही अपने भविष्य निधि कोष में से एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) के जरिये शेयरों में निवेश बढ़ाने या घटाने का विकल्प मिल सकता है। ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) की बैठक में इस बारे में संभावना तलाशने का फैसला किया। फिलहाल ईपीएफओ के अंशधारकों के पास ऐसा कोई विकल्प नहीं है। यह निकाय अपनी निवेश योग्य जमाओं का 15 प्रतिशत हिस्सा ईटीएफ में निवेश करता है।

अभी 15 फीसदी होता है निवेश

सीबीटी की बैठक में शेयर धारकों को शेयर बाजार से ज्यादा से ज्यादा रिटर्न देने पर चर्चा हुई। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि पीएफ अकाउंट होल्डर को यह ऑप्शन मिल सकता है कि वे अपने फंड का 15 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा शेयर बाजार में निवेश कर सकें। इसके अलावा आप शेयर मार्केट में निवेश की सीमा को घटा भी सकते हैं। यानी अब शेयर मार्केट में आपके फंड का कितना हिस्सा होगा, यह आप तय कर सकते हैं। अभी तक खाताधारकों के पास यह विकल्प नहीं होता था।

शेयर बाजार से मिला अच्छा रिटर्न

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने पिछले 2 साल के दौरान खाताधारकों के पीएफ का पैसा शेयर बाजार में लगाकर अच्छा रिटर्न लिया है। ईपीएफओ की तरफ से जारी किए डाटा के मुताबिक ईपीएफओ ने अगस्‍त 2015 से 28 फरवरी 2018 के बीच ईटीएफ में 41967.51 करोड़ रुपये का निवेश किया था। इस दौरान ईपीएफओ को 17.23 फीसदी का रिटर्न मिला। शेयर बाजार से मिल रहे बेहतर रिटर्न को देखते हुए ईपीएफओ ने निवेश की सीमा को बढ़ाने की मांग की थी।

साल 2015 से शुरू हुआ था शेयर बाजार में निवेश

ईपीएफओ ने अगस्त 2015 से शेयर बाजार में निवेश शुरू किया था। वित्त वर्ष 2015-16 में पीएफ का 5 फीसदी निवेश किया गया। इस निवेश को अगले साल 2016-17 में बढ़ाकर 10 प्रतिशत किया गया। अगले फाइनेंशियल ईयर 2017-18 में इसे बढ़ाकर 15 फीसदी कर दिया गया।

पेंशनधारकों को मिल सकती है खुशखबरी

पिछले दिनों खबर आई थी कि सरकार पेंशनधारकों को एम्प्लॉई पेंशन स्कीम के तहत मिलने वाली न्यूनतम राशि को दोगुना कर सकती है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ के तहत ईपीएस सब्सक्राइबर्स के लिए मासिक पेंशन को दोगुना करके 2,000 रुपये किया जा सकता है। इससे करीब 40 लाख सब्सक्राइबर्स को फायदा होगा और सरकार पर सालाना 3000 करोड़ रुपये का बोझ बढ़ेगा। इस पर अंतिम फैसला अगले साल होने वाले चुनाव से पहले लिया जा सकता है।

pm narendra modi ne aadivasi mahila ko pehnai chappal

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत के आगाज से पहले आदिवासी महिला को पहनाई चप्पल

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक आदिवासी महिला को एक जोड़ी चप्पल भेंट की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन देश के सवा सौ करोड़ लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आज भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्म जयंती है। आज के दिन आप सभी के बीच आकर आशीर्वाद लेने का अवसर मिलना, मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है। इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने सभा में मौजूद लोगों से हाथ उठवाकर जय भीम के नारे लगवाए।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विकास की दौड़ में पीछे छूट गए और पीछे छोड़ दिए गए समुदायों में आज जो चेतना जागी है, वो चेतना बाबा साहब की ही देन है। एक गरीब मां का बेटा, पिछड़े समाज से आने वाला आपका ये भाई अगर आज देश का प्रधानमंत्री है, तो ये भी बाबा साहेब की ही देन है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने हमेशा पिछड़ों के लिए काम किया। आज यहां आने का मकसद बीजापुर के लोगों में विश्वास जगाना है। बाबा साहेब की वजह से मैं प्रधानमंत्री बन सका। ये साबित हो गया है कि अगर कमजोर लोगों को प्रोत्साहन मिले, तो वे आगे निकल सकते हैं।

उन्होंने कहा कि देश के सौ से ज्यादा जिले विकास की दौड़ में पिछड़े है। तमाम चीजें होने के बावजूद 100 से ज्यादा जिलों का पिछड़ा होना हैरत की बात है। मैं बीजापुर जिले के उन अधिकारियों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने 100 दिनों में ये साबित कर दिया कि वे विकास की दौड़ में महत्वाकांक्षी हैं। बीजापुर में 100 दिनों में बहुत प्रगति हुई है। पिछड़े जिलों में नई सोच के साथ बड़े काम हो रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि क्या इन क्षेत्रों के बच्चों को, बेटियों को, पढ़ाई का, अपने कौशल के विकास का अधिकार नहीं था, उम्मीद नहीं थी? क्या इन जिलों में रहने वाली माताओं को ये अधिकार नहीं था, कि उनके बच्चे भी स्वस्थ हों, उनमें खून की कमी न हो, उनकी ऊँचाई ठीक से बढ़े? क्या इन जिलों के लोगों ने, आपने, देश से ये आशा नहीं रखी थी उन्हें भी विकास में साझेदार बनाया जाए?


उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद, इतने वर्षों में भी ये जिले पिछड़े बने रहे, इसमें उनकी कोई गलती नहीं। बाबा साहेब के संविधान ने इतने अवसर दिए, आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया, लेकिन फिर भी बीजापुर जैसे जिले, विकास की दौड़ में पीछे क्यों छूट गए?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘मैं आज इसलिए आया हूं, ताकि आपको बता सकूं, कि जिनके नाम के साथ पिछड़ा जिला होने का लेबल लगा दिया गया है, उनमें अब नए सिरे से, नई सोच के साथ बड़े पैमाने पर काम होने जा रहा है। मैं इन 115 महत्वाकांक्षी जिलों को सिर्फ आकांक्षी नहीं, महत्वाकांक्षी जिले कहना चाहता हूं।’


इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजापुर में तैनात सुरक्षा बलों का भी आभार जताया, जो छत्तीसगढ़ में ढांचागत विकास में महत्वपूर्ण रोल अदा कर रहे हैं।

देश संविधान निर्माता डॉक्टर अंबेडकर को याद कर रहा

बता दें कि आज देश संविधान निर्माता डॉक्टर भीम राव अंबेडकर को याद कर रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ करने छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। इससे पहले जगदलपुर में मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। मोदी सरकार ने इस साल के बजट में स्वास्थ्य योजना ‘आयुष्मान भारत’ की घोषणा की थी।

आयुष्मान भारत की सबसे ज्यादा चर्चा इस बात को लेकर हुई थी कि सरकार गरीबों परिवारों को मुफ्त में 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराएगी। यह स्वास्थ्य बीमा योजना किस तरह से लागू होगी और इसके लिए अरबों रुपये कहां से आएंगे, इसको लेकर तमाम तरह के सवाल उठाए गए थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजापुर से 12 किलोमीटर दूर जंगला गांव में देश के पहले हेल्थ और वेलनेस सेंटर का उद्घाटन करेंगे। बीजापुर छत्तीसगढ़ के सबसे दुर्गम और पिछड़े इलाकों में से एक है और नरेंद्र मोदी इस जिले में जाने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री हैं। गौर करने की बात यह भी है कि इसी साल के अंत में छत्तीसगढ़ में विधानसभा के चुनाव भी होने हैं।

बीजापुर ही क्यों?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘आयुष्मान भारत’ की शुरुआत करने के लिए छत्तीसगढ़ का बीजापुर जिला ही क्यों चुना, इसके बारे में बताते हुए नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर देशभर में सबसे पिछड़े 115 ऐसे जिले चुने गए हैं, जो विकास के मामले में देश के बाकी हिस्सों से काफी पीछे छूट गए हैं।

इन जिलों की लिस्ट बनाकर सरकार इन्हें आगे लाने के लिए खास तौर पर योजना बना रही है और राज्य सरकारों के साथ इन्हें विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। इन जिलों को आगे बढ़ाने के लिए जो कदम उठाए जा रहे हैं, वह कितने कारगर हो रहे हैं इसकी लगातार मॉनिटरिंग हो रही है।

अमिताभ कांत ने बताया कि 81 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति वाला बीजापुर बुरी तरह से नक्सल प्रभावित होने के बावजूद पिछड़े जिलों की लिस्ट में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाला दूसरा जिला साबित हुआ है।

pm narendra modi pahunche bijapur desh ko aayushman yojana ki di saugaat

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे बीजापुर, देश को आयुष्मान योजना की दी सौगात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के घोर नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के जांगला पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी जांगला के सभा स्थल का मुआयना कर रहे हैं। इसके साथ पीएम​ नरेन्द्र मोदी जिस हेल्थ सेंटर का बीजापुर में शुभारंभ किया, उनके कर्मचारियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चर्चा की। इसके साथ ही सभा स्थल पर लगे स्टॉल का निरीक्षण किया और वहां भी लोगों से चर्चा की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजापुर में हेल्थ सेंटर का उद्घाटन किया। इसके साथ ही देश के लिए आयुष्मान भारत योजना की सौगात दी। इसके साथ ही सभा स्थल पर लगे स्टॉल का निरीक्षण किया और वहां भी लोगों से चर्चा की। पीएम नरेंद्र मोदी सुबह करीब सवा 11 बजे दिल्ली से जगदलपुर पहुंचे थे। इसके बाद वे यहां से बीजापुर के जांगला के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तय कार्यक्रम से करीब 20 मिनट पहले जांगला रवाना हो गए थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजापुर के जांगला में आमसभा को संबोधित करेंगे। इसके साथ ही वे आयुष्मान भारत योजना, रायपुर-बस्तर रेल सेवा, जगदलपुर में एयरपोर्ट का शुभारंभ किया। पीएम नरेंद्र मोदी अपने कार्यक्रम में कई सौगात बीजापुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ को देंगे। पीएम की सभा के लिए बीजापुर के जांगला में भीड़ इकट्ठा हुई है। कुछ देर बाद पीएम सभा को संबोधित करेंगे।


बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जगदलपुर में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित अन्य मंत्रियों ने स्वागत किया। इस मौके पर केबिनेट मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय, बृजमोहन अग्रवाल, राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम सहि​त अन्य उपस्थित थे। घोर नक्सल प्रभावित बीजापुर में पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात हैं।

pm narendra modi ne ambedkar jayanti or phasalon ke tyoharo ki deshvasiyo ko di badhai

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंबेडकर जयंती और फसलों के त्योहारों की देशवासियो को दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को आंबेडकर जयंती व फसलों के त्योहारों की देशवासियो को बधाई दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलित नेता भीमराव आंबेडकर की 127वीं जयंती की बधाई देते हुए ट्वीट कर कहा कि पूज्य बाबा साहेब ने समाज के सबसे गरीब तबके और वंचित वर्ग के लाखों लोगों को आशा दी। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान के निर्माण में उनके प्रयासों के लिए हम सदा ऋणी रहेंगे।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर असम, केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और ओडिशा के लोगों को फसलों के त्योहार और नए वर्ष के जश्न-रोंगली बिहू, विशु, नववर्ष, पुथांडु पीरप्पू और महाविषु व संक्रांति की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि देश को अपनी विविधता पर गर्व है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि देशभर में लोग विभिन्न त्योहार मना रहे हैं। इन विशेष मौकों पर सभी को शुभकामनाएं।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि तमिल लोगों को पुथांडु के खास अवसर पर शुभकामनाएं। मैं आगामी वर्ष में आपकी सभी की इच्छाएं पूरी होने की कामना करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के लोगों को विशु की बधाई दी। उन्होंने कहा कि विशु की बधाई। नया साल नई उम्मीदें, ढेर सारी समृद्धि और अच्छा स्वास्थ्य लेकर आए।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के लोगों को रोंगली बिहू या बिहू की बधाई दी, जो असमिया नववर्ष की शुरुआत का प्रतीक है। उन्होंने बिहू के त्योहार को ऊर्जा और उत्साह का त्योहार बताया और कहा कि यह शुभ दिन हमारे समाज में खुशियां और अच्छा स्वास्थ्य लेकर आए।


पीएम नरेंद्र मोदी ने बंगालियों को पोइला बोइशाख की बधाई दी और कामना की कि नववर्ष सभी के जीवन में शांति, समृद्धि और खुशियां लेकर आए। उन्होंने आगे कहा, “शुभ नववर्ष। अंग्रेजी के अलावा प्रधानमंत्री ने अपने कई संदेशों को क्षेत्रीय भाषा में भी लिखा।


उन्होंने विषुब संक्रान्ति की बधाई देते हुए कहा,” दुनियाभर में बसे हमारे उड़िया मित्रों को महाविषु व संक्रांति की बधाई। आने वाला साल आपके लिए शानदार हो। समृद्ध उड़िया संस्कृति पर हमें बहुत गर्व है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैसाखी की बधाई देते हुए ट्वीट कर कहा, “सबको बैसाखी की बधाई। यह त्योहार सबके जीवन में खुशियां लाए। हम कड़ी मेहनत करने वाले हमारे किसानों के प्रति भी आभार व्यक्त करते हैं, जो राष्ट्र के भरण-पोषण के लिए लगातार काम करते हैं।

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कठुआ-उन्नाव रेप पर बोले पीएम नरेंद्र मोदी, बेटियों को न्याय मिलेगा, अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा

अंबेडकर जयंती से एक दिन पहले दिल्ली के 26 अलीपुर रोड स्थित राष्ट्रीय अंबेडकर मेमोरियल के उद्धाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्नाव और कठुआ गैंगरेप के मामलों पर पहली बार चुप्पी तोड़ी। कठुआ और उन्नाव बलात्कार मामले पर चुप्पी के लिए विपक्ष के हमलों का सामना कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन घटनाओं पर पहली बार अपने सार्वजनिक बयान में कहा कि ऐसी घटनाएं निश्चित तौर पर सभ्य समाज के लिये शर्मनाक हैं। इन मामलों में कोई भी अपराधी नहीं बचेगा और न्याय होकर रहेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्नाव और कठुआ रेप कांड पर संवेदना व्यक्त की है। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा ‘जिस तरह की घटनाएं हमने बीते दिनों में देखीं हैं, वो सामाजिक न्याय की अवधारणा को चुनौती देती हैं। पिछले 2 दिनों से जो घटनाएं चर्चा में है वो निश्चित रूप से किसी भी सभ्य समाज के लिये शर्मनाक हैं। एक समाज के रूप में, एक देश के रूप में हम सब इस के लिए शर्मसार है।


अगले ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा की देश के किसी भी राज्य में, किसी भी क्षेत्र में होने वाली ऐसी वारदातें, हमारी मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देती हैं। मैं देश को विश्वास दिलाना चाहता हूं की कोई अपराधी बचेगा नहीं, न्याय होगा और पूरा होगा। हमारे समाज की इस आंतरिक बुराई को खत्म करने का काम, हम सभी को मिलकर करना होगा।


उधर, 8 साल की बच्ची आसिफ से कठुआ में रेप मामले के आरोपियों के समर्थन में हिंदू एकता मंच के कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले जम्मू कश्मीर सरकार में शामिल भाजपा के दो मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया। दोनों मंत्रियों ने प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सत शर्मा को अपने इस्तीफे सौंपे हैं। कठुआ मामले में पीड़ित बच्ची की पहचान का खुलासा करने पर दिल्ली हाई कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाते हुए 12 मीडिया घरानों को नोटिस जारी करते हुए कहा कि आगे से उसकी पहचान जाहिर ना की जाए। इसी मामले में उच्चतम न्यायालय ने वकीलों द्वारा न्यायिक प्रक्रिया बाधित करने को गंभीरता से लिया और यह कहते हुए स्वत: संज्ञान लेकर एक मामला शुरू किया कि इस तरह से बाधा डालने से ”न्याय व्यवस्था प्रभावित होती है।

इस बीच, 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से बलात्कार के मामले में मौत की सजा का प्रावधान करने के लिये महिला एवं बाल विकास मंत्रालय यौन उत्पीड़न से बाल सुरक्षा (पॉक्सो) एक्ट में संशोधन के लिए सोमवार को एक कैबिनेट नोट पेश करेगा। एक बच्ची से बलात्कार और उसकी हत्या किये जाने की घटना को काफी दुखदायी करार देते हुए केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से बलात्कार के लिए मौत की सजा की वकालत की है और पॉक्सो एक्ट में संशोधन का प्रस्ताव दिया है। फिलहाल पॉक्सो कानून के तहत मौत की सजा का प्रावधान नहीं है। यौन हमले के लिये अधिकतम आजीवन कारावास की सजा दी जा सकती है।

बता दें कि कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने उत्तरप्रदेश और जम्मू कश्मीर में बलात्कार की घटनाओं को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी ने इंडिया गेट पर इन घटनाओं के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला था जिसमें प्रियंका गांधी भी शामिल हुई थीं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में पिछले साल 17 साल की एक लड़की से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने कथित रुप से बलात्कार किया था। जब पीड़िता ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निवास के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया तब यह मामला सामने आया।

pm narendra modi ambedkar smarak ke udghatan karne ke liye metro ki sawari kar pahuche

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंबेडकर स्मारक का उद्घाटन करने के लिए मेट्रो की सवारी कर पहुंचे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लोक कल्याण मार्ग स्टेशन से मेट्रो की सवारी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीपुर रोड पर कार्यक्रम में पहुंचने के लिए दिल्ली मेट्रो की यात्रा की। इस दौरान मेट्रो स्टेशन पर लोगों ने उनके साथ सेल्फी भी ली। पीएम नरेंद्र मोदी अम्‍बेडकर राष्‍ट्रीय स्‍मारक का उद्धाटन करेंगे।


यह स्‍मारक भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अम्‍बेडकर के जीवन और उनके योगदान को समर्पित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 मार्च, 2016 को इसकी आधारशिला रखी थी। भारत रत्‍न बाबा साहब डॉ. भीम राव अम्‍बेडकर का जन्‍म मध्‍य प्रदेश में महू में 14 अप्रैल, 1891 को हुआ था और वह स्‍वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री थे।

वह 1 नवम्बर, 1951 को केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल से इस्‍तीफा देने के बाद, 26, अलीपुर रोड, दिल्‍ली में सिरोही के महाराजा के घर में रहने लगे जहां उन्‍होंने 6 दिसम्‍बर, 1956 को आखिरी सांस ली और महापरिनिर्वाण प्राप्‍त किया। यहीं पर यह स्मारक बना है।


इस इमारत में एक प्रदर्शनी स्‍थल, स्‍मारक, बुद्ध की प्रतिमा के साथ ध्‍यान केन्‍द्र, डॉ. अम्‍बेडकर की 12 फुट की कांस्‍य प्रतिमा है। प्रवेश द्वार पर अशोक स्‍तम्‍भ (11 मीटर ) और पीछे की तरफ ध्‍यान केन्‍द्र बनाया गया है।

इसमें सीवेज शोधन संयंत्र (30 केएलडी ), वर्षा जल सिंचाई प्रणाली और नेट मीटरिंग के साथ छत पर सौर ऊर्जा (50 किलोवाट ) संयंत्र स्‍थापित किया गया है। इमारत 7374 वर्ग मीटर क्षेत्र में खड़ी की गई है और इसका कुल निर्मित क्षेत्र 6758 वर्ग मीटर है।