प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में ‘आयुष्मान भारत’ योजना के तहत पहले हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का इनॉगरेशन किया। मोदी सरकार देशभर में ऐसे 1.5 लाख सेंटर्स शुरू करेगी। इन सेंटर्स पर हेल्थ केयर की फेसिलिटी तो मिलेगी ही साथ ही जरूरी दवाएं और जांच फ्री होगी। सरकार ने बजट में इसके लिए खासतौर पर 1200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। इस फाइनेंशियल ईयर में 18,840 हेल्थ क्लब सेंटर को वेलनेस सेंटर में बदला जाना है।
टाइम पर पता चल सकेंगी बीमारियां
देश में मधुमेह, हृदय रोग, सांस की बीमारियां, कैंसर के चलते 60% मौतें होती हैं। ये बीमारियां वक्त रहते पता चल जाएं तो इन्हें बढ़ने से रोका जा सकता है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सभी जांचें मुफ्त में करने का प्रयास किया जाएगा। सही समय पर होने वाली जांच फायदेमंद होती है। मान लीजिए 35 साल का कोई युवा जांच कराए और ब्लडप्रेशर की समस्या का पता चल जाए तो भविष्य में होने वाली गंभीर बीमारियों से वो बच सकेगा।
कितने तरह की स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में 12 तरह की स्वास्थ्य सुविधा होगी। यहां इलाज के साथ-साथ जांच की भी सुविधा भी होगी। यही नहीं जिला अस्पताल में मरीज को जो दवा लिखी जाएगी। वह दवा मरीज को अपने घर के पास के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में उपलब्ध हो, इस पर भी काम चल रहा है। मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा और संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान व गले से संबंधित बीमारी के इलाज के लिए अलग से यूनिट होगी।
इसके अलावा बुजुर्गों के इलाज की सुविधा भी होगी। बता दें कि बजट में आयुष्मान भारत की घोषणा की गई है। इसके दो कंपोनेट हैं। पहला 10.74 लाख परिवारों को मुफ्त 5 लाख रु का स्वास्थ्य बीमा। दूसरा, हेल्थ वेलनेस सेंटर। इसमें देशभर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपडेट होंगे। इन सेंटर में इलाज होगा और मुफ्त दवाइयां मिलेंगी।
कहां-कहां खुलेंगे वेलनेस सेंटर
महाराष्ट्र- 1450
गुजरात- 1185
छत्तीसगढ़- 1000
पंजाब- 800
मध्यप्रदेश- 700
झारखंड- 646
बिहार- 643
राजस्थान- 505
हरियाणा- 255