Monthly Archives: September 2016

ओबामा ने ‘जीएसटी’ को बताया ‘साहसिक नीति’, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को यहां जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर अमेरिका के राष्ट्रपति से बातचीत की. साथ ही, अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक ‘मुश्किल’ वैश्विक परिदृश्य में ‘जीएसटी’ सुधार को ‘साहसिक नीति’ बताते हुए उसकी सराहना की.
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मोदी ने पहले ओबामा से संक्षिप्त मुलाकात उस वक्त की, जब वे जी-20 शिखर सम्मेलन में एक सामूहिक तस्वीर खिंचवाने के लिए ‘पोज’ दे रहे थे. शाम में एक उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान उन्हें विचारों का आदान-प्रदान करने का एक और अवसर मिला.

जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान ओबामा ने हालिया कर सुधार को लेकर अपने भाषण में मोदी की सराहना की. उन्होंने इसे मुश्किल वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में एक ‘साहसिक नीति’ का उदाहरण बताया.

गौरतलब है कि आठ अगस्त को, वस्तु एवं सेवा कर पर संसद ने ऐतिहासिक 122वां संविधान संशोधन विधेयक, 2014 पारित किया था. सरकार ने जीएसटी शुरू करने के लिए एक अप्रैल 2017 की तारीखतय की है जिसे दीर्घकाल के लिए एक सबसे बड़ा कर सुधार माना जाता है

इससे पहले मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मैलकम टर्नबुल से सम्मेलन से इतर मुलाकात की. वियतनाम से कल यहां पहुंचे मोदी ने सउदी अरब के शहजादा मोहम्मद बिन सलमान से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने तरीकों पर चर्चा की.

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने समुद्री क्षेत्र, बुनियादी ढांचा, कम लागत वाले आवास जैसे क्षेत्रों में साझेदारी मजबूत करने की मांग की और उर्जा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की. मोदी दिल्ली लौटने से पहले कल अपनी ब्रिटिश समकक्ष टेरेसा मेय और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति माउरिसियो मासरी से मुलाकात करेंगे.

जी-20 शिखर सम्मेलन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यहां जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और विश्व के अन्य नेताओं से मुलाकात की. पीएम मोदी और ओबामा की संक्षिप्त मुलाकात उस समय हुई जब वे चीन के इस पूर्वी शहर में समारोह स्थल पर एक सामूहिक फोटो खिचवाने के लिए मंच पर एकत्र हुए थे.

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इससे पहले दिन में शिखर सम्मेलन से इतर पीएम नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिंगपिंग और अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मैल्कम टर्नबुल के साथ मुलाकात की. वियतनाम से कल यहां पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी का आज शाम तक सउदी अरब के शहजादा मोहम्मद बिन सलमान से मिलने का कार्यक्रम निर्धारित है.

दिल्ली रवाना होने से पहले कल प्रधानमंत्री ब्रिटेन की अपनी समकक्ष थेरेसा मे और अर्जेन्टीना के राष्ट्रपति मौरिसियो मैक्री से मुलाकात करेंगे.

एक दूसरे की आकांक्षाओं और चिंताओं का सम्‍मान करना चाहिए : पीएम मोदी ने चीनी राष्‍ट्रपति शी चिनफिंग से कहा

कई मुद्दों पर मतभेदों के बीच रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्‍ट्रपति शी चिनफिंग के बीच द्विपक्षीय बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने चीनी नेता से कहा कि भारत और चीन को एक दूसरे की आकांक्षाओं और चिंताओं का सम्‍मान करना चाहिए.

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  1. पीएम मोदी चीन के हांगझोउ में अहम जी-20 शिखर सम्‍मेलन में हिस्‍सा लेने पहुंचे हैं. वह इस दौरान चीनी राष्‍ट्रपति समेत प्रमुख वैश्विक नेताओं से बातचीत करेंगे. चीनी नेता के साथ तीन महीनों के भीतर वह उनकी दूसरी मुलाकात है.
  2. बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने यह भी कहा, ”आतंकवाद से निपटने में किसी भी राजनीतिक विचार से प्रेरित नहीं होना चाहिए.” पीएम मोदी की इस बात को जैश-ए-मोहम्‍मद प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्‍त राष्‍ट्र द्वारा आतंकी घोषित करने के मामले में चीनी विरोध से जोड़कर देखा जा रहा है.
  3. चीनी राष्‍ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि दोनों देशों को एक-दूसरे के विरोधों को रचनात्‍मक तरीके से निपटाने की पहल करनी चाहिए. चीन की सरकारी न्‍यूज एजेंसी शिन्‍हुआ ने उनको उद्धरित करते हुए उनके हवाल से कहा, ”चीन, भारत के साथ मेहनत से अर्जित किए गए मजबूत संबंधों को बरकरार रखते हुए काम करने का इच्‍छुक है और इस दिशा में आगे सहयोग बढ़ाने का इच्‍छुक है.” दोनों नेताओं के बीच आधे घंटे की मुलाकात हुई.
  4. इस द्विपक्षीय बातचीत के बाद जी-20 बैठक से पहले ब्रिक्‍स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) नेताओं की मुलाकात हुई. उसकी अध्‍यक्षता पीएम मोदी ने की.
  5. पीएम मोदी और राष्‍ट्रपति शी चिनफिंग के बीच मुलाकात ऐसे वक्‍त हुई है, जब दोनों देशों के बीच आतंकवाद और 46 अरब डॉलर के चीन-पाकिस्‍तान आर्थिक कॉरीडोर जैसे अनेक मुद्दों पर द्विपक्षीय संबंधों में गिरावट दर्ज की गई है.
  6. पीएम मोदी और राष्‍ट्रपति शी की पिछली मुलाकात ताशकंद में तीन महीने पहले जून में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की शिखर बैठक के दौरान हुई थी. इन दोनों नेताओं की अगले महीने गोवा में होने जा रहे ब्रिक्‍स शिखर सम्‍मेलन के इतर भी मुलाकात होगी.
  7. दो दिनों की वियतनाम यात्रा के बाद पीएम मोदी, चीन पहुंचे हैं. इससे पहले वियतनाम के हनोई में दोनों पक्षों के बीच 12 समझौतों पर हस्‍ताक्षर हुए.
  8. पीएम मोदी, ऑस्‍ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मैल्‍कम टर्नबुल और सऊदी अरब के डिप्‍टी क्राउन प्रिंस मोहम्‍मद बिन सलमान के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.
  9. सोमवार को पीएम मोदी जी-20 के समापन सत्र में शामिल होंगे और ब्रिटिश प्रधानंत्री थेरेसा मे एवं अर्जेंटीना के राष्‍ट्रपति मोरिसियो माकरी से द्विपक्षीय मुलाकात के बाद स्‍वदेश लौटेंगे.
  10. हालांकि अधिकारियों के मुताबिक पीएम मोदी और अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा मुलाकात का कोई कार्यक्रम नहीं है.

पीएम नरेंद्र मोदी आज वियतनाम और चीन के दौरे पर होंगे रवाना

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वियतनाम की द्विपक्षीय यात्रा पर रवाना होंगे और चीन के हांगझोउ शहर में जी-20 देशों के सालाना शिखर-सम्मेलन में भाग लेने जाएंगे, जहां भारत आतंकवाद के वित्तपोषण पर लगाम लगाने और कर चोरी पर कार्रवाई करने के लिए ठोस कदमों की वकालत कर सकता है.pm-narendra-modi_650x400_41472542567
पीएम मोदी का पहला पड़ाव वियतनाम में होगा जहां से वह 3 सितंबर को हांगझोउ के लिए रवाना होंगे और चार-पांच सितंबर को वहां जी-20 के सम्मेलन में भाग लेंगे. प्रधानमंत्री 5 सितंबर को भारत लौटेंगे और फिर वार्षिक भारत-आसियान और पूर्वी एशिया सम्मेलन में शामिल होने के लिए दो दिन की लाओस यात्रा पर जाएंगे.

वियतनाम में मोदी इस संसाधन संपन्न देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ व्यापक वार्ता करेंगे जिनमें रक्षा, सुरक्षा और व्यापार के क्षेत्रों में संबंध गहरे करना और तेल निकालने में भारत की सहभागिता बढ़ाना शामिल है.

भारत का ओएनजीसी विदेश लिमिटेड तीन दशक से अधिक समय से वियतनाम में तेल निकालने की परियोजनाओं में शामिल है और द्विपक्षीय यात्रा के दौरान क्षेत्र में नई परियोजनाओं की घोषणा हो सकती है जो 15 साल के अंतराल के बाद हो रही है.

जी-20 सम्मेलन में भारत आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने और कर चोरी रोकने समेत कई मुद्दे उठा सकता है.

सम्मेलन से इतर मोदी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे और ब्रिक्स के नेताओं की एक बैठक में हिस्सा लेंगे. विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) सुजाता मेहता ने संवाददाताओं से कहा कि कुछ अन्य द्विपक्षीय बैठक कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

सुजाता मेहता ने कहा कि वैश्विक कर सुधार, जलवायु हितैषी वित्तपोषण और एंटीबायोटिक्स की बाजार तक पहुंच बनाने जैसे मुद्दों पर इन बैठकों में चर्चा हो सकती है. नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया जी-20 के लिए भारत के शेरपा हैं और सम्मेलन से पहले कुछ मुद्दों पर बातचीत की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि जी 20 सम्मेलन में आतंकवाद के वित्तपोषण पर लगाम लगाने पर विचार-विमर्श होगा.

प्रधानमंत्री की वियतनाम यात्रा के दौरान दोनों देश तेल निकालने की नयी परियोजनाओं की घोषणा कर सकते हैं जिसके लिए बातचीत चल रही है. दक्षिण चीन सागर का मुद्दा भी बातचीत में आ सकता है.

चीन चाहता है कि भारत वियतनाम के ब्लॉकों में तेल निकालने के काम से दूरी बनाकर रखे ताकि दक्षिण चीन सागर में शांति और स्थिरता बनी रहे.

8 सितंबर को आयोजित 14वें भारत-आसियान शिखर-सम्मेलन में मोदी इस प्रभावशाली समूह के देशों के साथ व्यापार संबंधों को मजबूत करने और समग्र सहयोग को बढ़ाने की वकालत कर सकते हैं. भारत-आसियान व्यापाक और निवेश संबंध क्रमिक तरीके से बढ़ रहे हैं और आसियान नयी दिल्ली का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है.

अब तक के सबसे बड़े भारतीय पैरालंपिक दल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभकामनाएं दीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ब्रजील के महानगर रियो डी जेनेरो में सात सितंबर से शुरू होने वाले पैरालंपिक खेलों में हिस्सा लेने वाले भारतीय दल को शुभकामनाएं दी हैं. पैरालंपिक खेलों का आयोजन सात से 18 सितंबर तक होगा.

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मोदी ने कहा, “भारत के लोग रियो पैरालंपिक-2016 में हिस्सा लेने वाले अपने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करेंगे, जो सात सितंबर से शुरू हो रहा है.”

उन्होंने कहा, “हम रियो पैरालंपिक खेलों में हिस्सा लेने वाले अपने दल को शुभकामनाएं देते हैं. मुझे भरोसा है कि हमारे खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देंगे और देश को गौरवान्वित करेंगे.”

इन खेलों में भारत के 17 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें से 15 पुरुष और दो महिलाएं हैं. ये खिलाड़ी पांच स्पर्धाओं में हिस्सा लेंगे. यह भारत का पैरालंपिक खेलों में अभी तक का सबसे बड़ा दल है.

पीएम मोदी ने मानी नीतीश की मांग, चार सदस्यीय टीम को भेजा फौरन बिहार

इन दिनों अधिकांश गैर-बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का यही रोना रहता है कि मोदी सरकार उनकी सुनती नहीं है. कुछ भी मांगने पर टालमटोल वाला रवैया अपनाती है. लेकिन ताजा उदाहरण बिहार का है जहां यह लग रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक मांग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मान लिया है. नीतीश ने केंद्र से मांग की थी कि जल्द से जल्द राज्य की नदियों खासकर गंगा नदी में बाढ़ के कारणों और सिल्ट की समस्या के अध्ययन के लिए एक टीम भेजी जाए.

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बृहस्पतिवार को केंद्र की एक चार सदस्यीय टीम पटना आ रही है. इस टीम के प्रमुख हैं, एके सिंह जो गंगा बाढ़ नियंत्रण बोर्ड के सदस्य हैं. उनके अलावा एसके साहू जो केंद्रीय जल आयोग के चीफ इंजीनियर हैं और आईआईटी दिल्ली के प्रोफसर एके गोसाईं व केंद्रीय आपदा प्रबंध प्राधिकरण के सलाहकार रजनीश रंजन शामिल हैं.

नीतीश कुमार की मांग थी कि जो दल भेजा जाए उसमें निष्पक्ष विशेषज्ञ रहें. सबसे बड़ी बात यह है कि इस टीम को अगले दस दिनों तक गंगा नदी में बाढ़ की वजह का पता लगाने के अलावा फरक्का बैराज के निर्माण के बाद सिल्ट की समस्या पर भी अध्ययन कर रिपोर्ट देने को कहा गया है.

पिछले सप्ताह नीतीश-मोदी की मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में राजनीतिक कयास भी लगाए गए थे, लेकिन जानकारों कहना है कि यह मुलाकात केवल बाढ़ तक सीमित थी और इसमें कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई. यह बैठक भी मात्र 25 मिनट चली थी और न ही इस बैठक से किसी अधिकारी को जाने के लिए कहा गया था.

बिहार में बाढ़ से पिछले दस दिनों में 12 ज़िलों के 35 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और अब तक बाढ़ में राज्य के 175 लोगों की जानें जा चुकी हैं. हालांकि राज्य में राहत को लेकर विपक्षी दलों का आरोप है कि सरकार के राहत कैंप में राहत कार्य सही ढंग से नहीं चल रहा, लेकिन अब नीतीश कुमार ने मांग की है कि पानी घटने के बाद केंद्र को बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए भी केंद्रीय टीम जल्द भेजनी चाहिए.

अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी से बोले पीएम मोदी, ‘लगता है कि बारिश ने आपका स्‍वागत गर्मजोशी से किया ‘

देश की राजधानी नई दिल्‍ली में मानसून की बारिश और इसके कारण कुछ जगह बनी ‘बाढ़ की सी स्थिति’ बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के बीच हुईबैठक के दौरान चर्चा का विषय बन गई. केरी और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात और बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने हल्‍के-फुल्‍के अंदाज में कहा,’लगता है कि बारिश ने आपका बेहद गर्मजोशी के साथ स्‍वागत किया.’

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गौरतलब है कि भारी बारिश के कारण जॉन केरी का काफिला करीब दो घंटे तक ट्रैफिक जाम में फंसा रहा. अमेरिकी विदेश मंत्री सोमवार राहत को भारत-अमेरिका सामरिक और वाणिज्‍यिक बातचीत में  शामिल होने के लिए भारत आए हैं. बुधवार को जब वे छात्रों के एक कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे तो भारी बारिश के कारण सड़कों में पानी भरा हुआ था और उनकी कार इसके बीच ऐसे गुजर रही थी मानो किसी बहती हुई नदी के बीच गुजर रही हो.

छात्रों के इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केरी ने मजाकिया मूड में कहा, ‘आप सभी लोग आज यहां पहुंचने के लिए अवार्ड के हकदार हैं. मैं नहीं जानता कि आप यहां बोट (नाव) से आए हैं या किसी सड़क या पानी पर चलने वाले किसी तरह के वाहन से.. लेकिन इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत धन्‍यवाद. ‘ खराब मौसम के कारण केरी कुछ समारोहों में देरी से पहुंचे और उन्हें धार्मिक स्थलों की यात्रा रद्द करनी पड़ी थी.