झारखंड के पलामू जिले के हुसैनागंज अनुमंडल में स्थित प्लस-2 हाईस्कूल हैदरनगर की स्थापना वर्ष 1949 में हुई थी। लेकिन 69 साल बीतने के बावजूद भी यहां बिजली नहीं पहुंची थी। कई प्रधानाध्यपकों ने स्थानीय प्रतिनिधियों से इस मामले पर बात की। समय के साथ प्रधानाध्यापक भी बदले और जनप्रतिनिधि भी, लेकिन विद्यालय में बिजली कनेक्शन नहीं लगा। हालात जस के तस बने रहे। आखिरकार विद्यालय के ही दो छात्रों की कोशिश रंग लायी। उन दोनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर विद्यालय में बिजली कनेक्शन लगवाने का अनुरोध किया। पीएमओ ने उनके पत्र का संज्ञान लेते हुए तत्काल बिजली कनेक्शन लगाने का निर्देश दिया। आज विद्यालय बिजली के बल्ब की रौशनी से जगमग है। यहां पढ़ने वाले विद्यार्थी, पढ़ाने वाले शिक्षक व आसपास के लोग सभी उत्साहित हैं। उनका कहना कि यदि पीएमओ को किसी समस्या के बारे में सीधे बताया जाए तो तुरंत उसका समाधान हो जाएगा। इसके लिए लोगों को खुद जागरूक होना होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्लस-2 हाईस्कूल हैदरनगर में 10 वीं कक्षा के छात्र अमोद कुमार और प्रमोदी कुमार हमेशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम ‘मन की बात’ सुनते थे। अमोद ने बताया कि, “मन की बात कार्यक्रम में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को यह कहते सुना कि यदि किसी भी तरह की सार्वजनिक समस्या है और वह दूर नहीं हो रही है तो सीधे पीएमओ को इससे अवगत कराएं। उन्हें इस कार्यक्रम को सुनकर पीएमओ को खत लिखने का विचार आया। उन्हें पूरा भरोसा था कि पत्र लिखने के बाद इस समस्या का समाधान हो जाएगा।”
अमन और उनके दोस्त अमोद ने मन की बात कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने विद्यालय की समस्या से अवगत करने के लिए जनवरी माह में खत लिखा। एक फरवरी को वह खत पीएमओ द्वारा प्राप्त किया गया। वहां से स्थानीय डीसी से इस बाबत पूछा गया कि अभी तक विद्यालय में बिजली क्यों नहीं पहुंची है। डीसी ने तत्काल इस समस्या का समाधान करते हुए विद्यालय में बिजली कनेक्शन उपलब्ध करवा दिया। 29 जुलाई से विद्यालय बिजली के बल्ब से रौशन है। यहां के विद्यार्थियों ने स्कूल में बिजली अाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार प्रकट किया है।