प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के हर शख्स को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ने के लिए शुरू की गई जनधन योजना में अब तक 80 हजार करोड़ रुपये की राशि जमा हुई है। वहीं, इस योजना के तहत अब तक 31 करोड़ से ज्यादा खाते खुल गए हैं।
वित्त मंत्रालय ने जनधन योजना को लेकर आंकड़े जारी किए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक जनधन योजना के खातो में कुल जमा रााशि 11 अप्रैल 2018 को 80,545.70 करोड़ रुपये हो गई है। सरकार का दावा है कि मार्च 2017 से इसमें लगाातार तेजी जारी है।
वहीं खातों की बात करें, तो 11 अप्रैल 2018 तक इस योजना के तहत खातों की संख्या बढ़कर 31.45 करोड़ हो गई है। साल 2017 की शुरुआत में यह संख्या 26.5 करोड़ पर थी। केंद्र सरकार ने 28 अगस्त 2014 को जनधन योजना की शरुआत की थी।
बता दें कि इससे पहले विश्व बैंक ने भी जनधन योजना की सफलता को सराहा था। हालांकि उसने कहा कि जनधन की सफलता के बावजूद देश के 19 करोड़ युवाओं के पास बैंक खाता नहीं है। पाकिस्तान भी इस मामले में हमसे आगे है। पाकिस्तान में बैंक खाता न रखने वालों की संख्या 10 करोड़ है।
विश्व बैंक के मुताबिक इस मामले में चीन पहले नंबर पर है और भारत दूसरे पायदान पर खड़ा है। विश्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक आधे से ज्यादा बैंक खाते पिछले एक साल से निष्क्रिय पड़े हुए हैं।
विश्व बैंक ने इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड और वर्ल्ड बैंक की एनुअल स्प्रिंग मीटिंग के दौरान ग्लोबल फिंडेक्स डाटाबेस जारी किया। इसमें जनधन योजना को लेकर कहा गया कि इस योजना ने मार्च 2018 तक 31 करोड़ भारतीयों को बैंकिंग व्यवस्था में शामिल किया है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि साल 2011 के बाद बैंक खाते रखने वाले वयस्कों की संख्या दोगुनी होकर 80 फीसदी पर पहुंच गई है।