प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा नर्मदा संरक्षण के लिए सोमवार को जारी किये गये रोडमैप को भविष्य के विजन के लिए ‘परफेक्ट डॉक्युमेंट’ बताया है और मध्यप्रदेश सरकार से कहा है कि वह इसे देश के अन्य राज्यों को भी साझा करे, ताकि वे भी अपने-अपने राज्यों में नदियों के संरक्षण के लिए ऐसी ही पहल शुरू कर सकें. यहां 148 दिनों तक चली ‘नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा’ के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘यह डॉक्युमेंट मुझे पहले ही भेज दिया गया था और मैंने इसे पूरी तरह से पढ़ा है. इसमें वह सभी ब्योरे दिये गये हैं, जिन-जिन कामों को किया जाना है, किसके द्वारा किया जाना है और किस समय तक किया जाना है. मेरे विचार में यह रोडमैप भविष्य के विजन के लिए ‘परफेक्ट डॉक्युमेंट’ है.’’
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जनभागीदारी से नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए चलाये जा रहे अभियान की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है कि नक्शे में देश में कई नदियां है, लेकिन इनमें पानी नहीं है. मोदी ने मंच पर मौजूद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से आहवान किया कि इस डॉक्युमेंट को देश के अन्य राज्यों के साथ साझा करें, ताकि वे भी अपने-अपने राज्यों में नदियों के संरक्षण के लिए ऐसी ही पहल शुरू कर सकें.
इस यात्रा को शुरू करने के लिए प्रदेश की जनता एवं विशेष रूप से चौहान को बधाई देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘नर्मदा संरक्षण का अभियान चलाकर मध्यप्रदेश ने नदी, मानवता एवं पर्यावरण की रक्षा के लिए बहुत बड़ा काम किया है.’’ मोदी ने कहा, ‘‘गुजरात के लोग पानी की एक-एक बूंद के महत्व को जानते हैं. मैं गुजरात, राजस्थान एवं महाराष्ट्र के नागरिकों की ओर से इस अभियान को चलाने के लिए मुख्यमंत्री चौहान एवं मध्यप्रदेश की जनता का अभिनंदन करता हूं.’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘नर्मदा के संरक्षण के लिए चलाये जा रहे ऐसे महान कार्य को हम समझ नहीं सके. यदि यही अभियान दुनिया के किसी देश में 150 दिनों तक चला होता, तो मीडिया एवं अन्य लोग वहां दौड़ पड़ते. लेकिन यह हमारा दुर्भाग्य है कि हम ऐसे मौके गवां देते हैं.’’ इस संबंध में उन्होंने विश्व के किसी भी भाग में सोलर प्लांट लगाये जाने के महत्व का उदाहरण देते हुए कहा कि इसकी चर्चा पूरी दुनिया में होने लगती है.
मोदी ने हाल ही में मध्यप्रदेश के दो शहरों इंदौर एवं भोपाल को देश का क्रमश: पहला एवं दूसरा स्वच्छ शहर मिलने का जिक्र करते हुए कहा कि यह मध्यप्रदेश के लिए गर्व का विषय है. देश के 100 सबसे अधिक स्वच्छ शहरों की रेटिंग में प्रदेश के 22 शहरों ने स्थान पाया है.