प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देशवासियों से ‘मन की बात’ कर रहे हैं। अपने 41वें ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत के महान वैज्ञानिक एवं नोबेल पुरस्कार विजेता सर सी वी रमन को याद किया। उन्होंने कहा कि 28 फ़रवरी को रमन इफ़ेक्ट की खोज किये जाने पर इस दिन को नेशनल साइंस डे के रूप में मनाया जाता है
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के महान वैज्ञानिकों में एक तरफ़ महान गणितज्ञ बोधायन, भास्कर, ब्रह्मगुप्त और आर्यभट्ट की परंपरा रही है तो दूसरी तरफ़ चिकित्सा के क्षेत्र में सुश्रुत और चरक हमारा गौरव हैं। सर जगदीश चन्द्र बोस, हरगोविंद खुराना, सत्येन्द्र नाथ बोस जैसे वैज्ञानिक भारत के गौरव हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से रोबोट, बोट्स और स्पेसिफिक टास्क करने वाली मशीनें बनाने बनायी जाती हैं जो सेल्फ लर्निंग से अपनी इंटेलिजेंस को और अधिक बनाती हैं। इस टेक्नोलॉजी का उपयोग गरीबों, वंचितों या ज़रुरतमंदों का जीवन बेहतर करने के लिए किया जा सकता है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- “क्या कभी हमने सोचा है कि नदी हो, समुन्दर हो, पानी रंगीन क्यों हो जाता है? यही प्रश्न 1920 के दशक में एक युवक के मन में आया था। इसी प्रश्न ने आधुनिक भारत के एक महान वैज्ञानिक को जन्म दिया।”
कार्यक्रम में लोगों से आग्रह करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाव मांगा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के माध्यम से किस तरह दिव्यांग भाइयों और बहनों का जीवन सुगम बनाने में मदद मिल सकती है, प्राकृतिक आपदाओं के बारे में बेहतर अनुमान लगा सकते हैं, किस तरह फ़सलों की पैदावार बढ़ने में सहायता कर सकते हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अहमदाबाद के एक नौजवान ने एक ऐसा यन्त्र बनाया है जिससे AI के माध्यम से अपनी बात लिखते ही वो voice में convert हो जाती है और इस तरह एक बोल सकने वाले व्यक्ति के साथ संवाद किया जा सकता है। AI का उपयोग ऐसी कई विधाओं में किया जा सकता है।
आपको बता दें कि ‘मन की बात’ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विभिन्न विषयों पर जनता से अपने विचार और सुझाव साझा करते हैं। पिछले एपिसोड में पीएम ने महिलाओं के मुद्दे को उठाया था। ‘मन की बात’ के 40वें एपिसोड में पीएम नरेंद्र मोदी ने नारी शक्ति को नमन किया था और एक बेटी को 10 बेटों के बराबर बताया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे स्कंद पुराण में कहा गया है, ‘दस पुत्रम समा कन्या.’ मतलब एक बेटी 10 बेटों के बराबर होती है। हमारे समाज में नारी को शक्ति का दर्जा दिया गया है। यह शक्ति हमारे परिवार को एकता के सूत्र में बांधती है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि शक्तिकरण आत्मनिर्भरता का ही एक रूप है। पीएम ने देश की तीन बहादुर महिलाओं भावना कंठ, मोहना सिंह और अवनी चतुर्वेदी का जिक्र किया, जो फाइटर पायलट बनी हैं और सुखोई 30 में अपनी ट्रेनिंग ले रही हैं।