पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के बजट से मिडिल क्लास भले ही नाखुश बताया जा रहा हो, लेकिन सरकार को पूरी उम्मीद है कि यह बजट उसके लक्ष्यों को पूरा करने में मददगार साबित होगा। बजट पेश किए जाने के बाद बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी सांसदों से कहा कि वे आम लोगों के बीच जाकर आसान भाषा में लोगों को बजट के बारे में जानकारी दें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।
संसद में आम बजट पेश होने के बाद शाम को बीजेपी संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने पार्टी सांसदों से बजट के लोकोन्मुखी कदमों और पहल को जनता के बीच रखने को कहा। नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य ‘सामाजिक न्याय’ है और केंद्रीय बजट में इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि इसमें कमजोर वर्गों के कल्याण के बारे में केवल बातें नहीं कही गई हैं, बल्कि इन पर अमल करने का ठोस मार्ग प्रस्तुत किया गया है।
बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट को ऐतहासिक दस्तावेज बताया और कहा कि यह ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सरकार के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है। बैठक में मौजूद एक सासंद के मुताबिक, मोदी जी ने कहा कि बीजेपी सांसद खुद को सिर्फ फीते काटने तक सीमित न रखें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी सांसदों से जरूरतमंद लोगों के लिए चलाई जा रहीं कल्याण योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने को कहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों से अगले कुछ दिनों तक अपने क्षेत्र में जाने और लोगों से सामान्य भाषा में बजट के बारे में चर्चा करने के लिए कहा। इस संदर्भ में उन्होंने पार्टी सांसद हुकुमदेव नारायण सिंह का उल्लेख किया। गौरतलब है कि लोकसभा का चुनाव को तय वक्त से पहले कराए जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। नरेंद्र मोदी सरकार के बजट में की गई बड़ी घोषणाओं को उसी से जोड़कर देखा गया है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपनी पार्टी के सांसदों को दिए गए इस निर्देश को भी उसी का इशारा माना जा रहा है।