रविवार (27 नवंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन रैली के लिए उत्तर प्रदेश स्थित कुशीनगर आए हुए थे। यहां उन्होंने बड़ी संख्या में मौजूद लोगों को संबोधित किया।
इस दौरान पीएम ने गन्ना किसानों की समस्या से लेकर नोटबंदी तक के प्रकरण पर चर्चा की। आईए आपको बताते हैं पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कौन सी 10 बड़ी बाते कहीं।
विश्वास को कभी नहीं पहुंचने दूंगा चोट
- अपने संबोधन की शुरूआत भोजपुरी में करते हुए पीएम मोदी ने कहा- कुशीनगर की इ पवित्र भूमि के प्रणाम करत बानी। सब काम धाम, खेती बाड़ी, जोतनी – बोवनी छोड़ के रउवा लोगन लोग इतनी बड़ी संख्या में यहां आइल बिड़ी, इ देख के हमार मन गदगद हो गईल बा। आप लोगन के इ प्रधानसेवक कै नमस्कार। इ भगवान बुद्ध कै धरती है, भगवान महावीर कै धरती है।
- पीएम ने कहा कि जब मैं लोकसभा चुनाव के दौरान एक सभा में आया था तो फिलहाल मौजूद लोगों में से आधे लोग भी नहीं आते थे। माताएं-बहने नहीं आती थी। लेकिन आज इतनी बड़ी तादाद में लोग आए हैं, यह दिखाता है लोग मुझ पर विश्वास करते हैं। पीएम ने कहा कि आपके आशीर्वाद से मैं आपके विश्वास को कभी चोट नहीं पहुंचने दूंगा।
नहीं मरने दिया गन्ना किसान को
- पीएम ने कहा कि जब हमारी सरकार आई तो गन्ना किसानों के 22,000 करोड़ रुपए बाकी थे। हमने कोशिश की कि किसानों को उनका पैसा समय पर दे दिया जाए। हमने बहुत हद तक बकाये की राशि खत्म कर दी है। पीएम ने कहा कि गन्ने के किसान को मरने नहीं दिया, ये काम हमने कर के दिखाया। कहा कि गन्ने कि किसानों के बकाया 20,000 करोड़ में केंद्र ने ज्यादातर चुका दिया है। अब सिर्फ कुछ ही पैसे बचे हैं। बाकी सारी पैसे किसान के घर तक पहुंच गए।
- पीएम ने कहा कि हमने गन्ना किसानों को मरने नहीं दिया। ये हमने कर दिखाया। कहा कि हमने चीनी मिलों से कहा कि वो एथनॉल पैदा करें। अगर चीनी की कीमते कम हो जाएं तो एथनॉल बनाइए लेकिन किसान को मरने नहीं दिया जाएगा।