पीएम मोदी ने आज वाराणसी में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के ‘भूकंप’ वाले बयान का जवाब दिया. दरअसल, बुधवार को ही राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि पीएम मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सहारा और बिरला समूहों से पैसे लिए थे और इसकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए!
राहुल गांधी का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा जबसे युवा नेता ने बोलना सीखा और बोलाना शुरू किया है मेरी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है. 2009 में पता ही नहीं चलता था कि इस पैकेट में क्या है. अब पता चला है. अगर वह न बोलते तो भूकंप आ जाता. देश को इतना बड़ा भूकंप झेलना पड़ता कि 10 साल तक भी देश नहीं उभर पाता. अच्छा है उन्होंने बोलना शुरू किया है. अब ‘भूकंप’ का कोई चांस नहीं है.
नोटबंदी को लेकर राहुल गांधी ने पिछले हफ्ते पीएम मोदी पर निजी भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा था कि वह बोलेंगे तो भूकंप आ जाएगा. उन्हें लोकसभा में बोलने नहीं दिया जा रहा.
पीएम मोदी ने कहा कि युवा नेता ने बड़े मजे में कहा कि जिस देश में 60 प्रतिशत लोग अनपढ़ हों वहां पीएम मोदी ऑनलाइन बैंकिंग की बात कैसे कर सकते हैं. क्या मैंने कोई जादू टोना किया है जो कोई अनपढ़ हो गया. ये क्या कर रहे हैं उन्हें भी समझ नहीं आ रहा है. अनपढ़ जनता किसकी देन है, लेकिन किसी का कालाधन खुल रहा है तो किसी का काला मन खुल रहा है.
राहुल ने बुधवार को प्रधानमंत्री के गृह राज्य में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने आरोप लगाया कि आईटी के रिकॉर्ड में सहारा अधिकारियों की नोटिंग में यह दावा किया गया है कि अक्तूबर 2013 से फरवरी 2014 के बीच उन्होंने मोदी को नौ बार भुगतान किया. राहुल ने कहा कि इस बारे में दस्तावेज आईटी विभाग के पास है, जिसने कंपनी पर उस समय छापा मारा था जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.