लखनऊ में बीजेपी की परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इससे पहले मुख्यमंत्री और अब प्रधानसेवक के रूप में कई रैलियां की हैं, लेकिन लखनऊ में आज आयोजित रैली में जितनी भीड़ है, उतनी बड़ी रैली को संबोधित करने का मौका इससे पहले नहीं मिला. पीएम मोदी ने कहा कि ये मेरे जीवन की सबसे बड़ी रैली है!
अटल बिहारी वाजपेयी को संतोष होगा
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसा जनसैलाब कभी नहीं देखा. आज सुबह 10 बजे ही कई ट्वीट के जरिये यहां के दृश्य को खींचा गया था, उसको देखकर मैं हैरान हो गया. उन्होंने कहा कि लखनऊ अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि है. इस भीड़ को देखकर उन्हें संतोष हुआ होगा. अटली जी ने इस धरती के लिए बहुत काम किया. उन्होंने कहा कि यदि अटल जी टीवी देख रहे होंगे तो यहां की भीड़ देखकर आनंदित हो रहेंगे. उन्होंने कल्याण सिंह का जिक्र करते हुए भी कहा कि वे भी जयपुर के राजभवन से आज यदि यहां के कार्यक्रम को देख रहे होंगे तो हम लोगों को आशीर्वाद दे रहे होंगे.
यूपी में बीजेपी का 14 साल का वनवास खत्म होगा
नरेंद्र मोदी ने कहा कि दो-तीन दिन पहले टीवी पर देखा तो वहां लोग कह रहे थे कि बीजेपी का अब यूपी में 14 साल का वनवास खत्म होगा. 14 साल बाद भी लोग आज बीजेपी सरकार को याद करते हैं. उसके विकास के कार्यों की सराहना करते हैं, लेकिन बीजेपी के सत्ता के जाने के साथ ही राज्य में भी विकास का काम रुक गया. उन्होंने कहा कि यदि हिंदुस्तान का भाग्य यदि बदलना है तो सबसे पहले उत्तर प्रदेश का भाग्य बदलना होगा.
दरअसल मुद्दा बीजेपी के वनवास का नहीं है, विकास के वनवास का है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि एक बार जात-पात से ऊपर उठकर वोट करें. उन्होंने राज्य की सपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य सरकार विकास के कार्यों का जिम्मा लेने को तैयार नहीं है.
दलों में राजनीति हो, लेकिन जनता के साथ नहीं
उन्होंने कहा कि पिछले ढाई साल में अकेले यूपी को ढाई लाख करोड़ रुपया दिया गया, लेकिन यहां पर विकास सपा की प्राथमिकता नहीं है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या कारण है कि गन्ना किसानों के पैसे इतने सालों तक क्यों लटके रहे. उन्होंने कहा कि दलों के बीच राजनीति होनी चाहिए लेकिन जनता के साथ राजनीति नहीं की जानी चाहिए.
मैं भ्रष्टाचार हटाना चाहता हूं और वे मुझे
उन्होंने नोटबंदी, काला धन पर बोलते हुए सवाल किया कि क्या आपने आज तक सपा और बसपा को किसी मुद्दे पर एक राय रखते देखा है. अब नोटबंदी के मसले पर ये दोनों दल एक साथ आ गए हैं और ये मिलकर नारा दे रहे हैं कि मोदी को हटाओ.
कांग्रेस की दाल 15 साल से नहीं गल पा रही है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक दल (कांग्रेस) ऐसा है जो पिछले 15 साल से कोशिश कर रहा है लेकिन अभी तक कहीं दाल नहीं गल पा रही है. दूसरा दल (बीएसपी) ऐसा है जो पूरी तरह पैसों को बचाने में लगा है. तीसरा दल (सपा) परिवार में क्या होगा, उसी में लगे हुए है. ऐसे में सिर्फ बीजेपी ही ऐसा दल है जो राज्य में जनता के लिए संघर्ष कर रही है. उन्होंने लोगों का आहवान करते हुए कहा कि बीजेपी को राज्य में स्पष्ट बहुमत से जिताइए.
उन्होंने कहा कि मेरे देश की हाईकमान जनता है. उन्होंने कहा कि राज्य में व्याप्त गुंडागर्दी, जमीनों पर कब्जे और बहू-बेटियों की सुरक्षा के लिए बीजेपी की सरकार बनाइए.
विपक्ष कर रहा है विरोधवाद की राजनीति
उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि विरोधवाद की राजनीति करते-करते इनकी सियासी जमीन खिसक गई है. भारत की राजनीति की दशा-दिशा बदल गई है. उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि अन्य दलों के लिए आगामी यूपी चुनाव सत्ता हथियाने का जरिया होगा लेकिन बीजेपी के लिए यह चुनाव हार-जीत का चुनाव नहीं है बल्कि जिम्मेवारी का चुनाव है.
रैली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, उमा भारती और प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य समेत कई बीजेपी नेता मौजूद थे.
चाचा, भतीजा यूपी का भला नहीं कर सकते : अमित शाह
इस रैली में बोलते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सपा में मचे घमासान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि चाचा भतीजा प्रदेश का भला नहीं कर सकते. इस लिहाज से चुनाव में इनको हराकर बीजेपी को राज्य की सत्ता में लाना होगा तभी राज्य का भला हो सकता है.
पीएम नरेंद्र मोदी पर सबसे बड़ा दावा यूपी का : उमा भारती
बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने कहा कि समाजवादी पार्टी को सिर्फ सत्ता से प्यार है, वहीं मायावती को नोटबंदी से परेशानी हुई क्योंकि उनके माला के नोट तहखाने में रखे रह गए. पीएम नरेंद्र मोदी पर सबसे बड़ा दावा उत्तर प्रदेश का है क्योंकि वे वाराणसी से सांसद हैं.
सुशासन की वापसी बीजेपी ही कर सकती है : राजनाथ सिंह
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सपा बसपा ने यूपी की जनता नाइंसाफी की है. सपा की सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ा है. गन्ना किसानों के बकाये पर सपा सरकार खामोश है. सुशासन की घर वापसी बीजेपी ही कर सकती है.