प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को आवागमन के क्षेत्र में एक नई कार्ययोजना पेश की जिसमें इलेक्ट्रिक वाहनों के विनिर्माण में निवेश और यात्रा के लिये सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल बढ़ाने पर जोर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जाम और भीड़भाड़ से पर्यावरण और अर्थव्यवसथा को होने वाले नुकसान को कम करने के लिये जाम मुक्त परिवहन व्यवस्था काफी महत्वपूर्ण है।
LIVE : PM Modi inaugurates the Global Mobility Summit 2018. https://t.co/pMY6JaI6Jh
— BJP (@BJP4India) September 7, 2018
उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है जहां 100 स्मार्ट शहरों का निर्माण हो रहा है। सड़कों, हवाईअड्डों, रेलवे लाइन और बंदरगाहों को पहले से तेजी से गति से निर्माण कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री यहां वैश्विक मोबिलिटी शिखर सम्मेलन ‘मूव’ का उद्घाटन करते हुए यहां कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिये स्वच्छ ऊर्जा से चलने वाली साफ-सुथरी परिवहन व्यवस्था सबसे शक्तिशाली हथियार हो सकती है।
Indeed, India is on the MOVE:
Our economy is on the MOVE. We are the world’s fastest growing major economy
Our cities and towns are on the MOVE. We are building 100 smart cities
Our infrastructure is on the MOVE. We are speedily building roads, airports, rail lines & ports: PM
— PMO India (@PMOIndia) September 7, 2018
पीएम मोदी ने कहा, ‘हमें स्वच्छ किलोमीटर का विचार आगे बढ़ाना चाहिये। प्रदूषण रहित स्वच्छ परिवहन व्यवस्था से हमारा वातावरण, हवा साफ होगी और हमारे लोगों का रहन सहन स्तर भी बेहतर होगा।’ उन्होंने देश में गतिशीलता को लेकर कहा, ‘भविष्य में आवागमन के साधनों को लेकर मेरी सोच सात ‘सी’ पर आधारित है। ये सात ‘सी’ हैं — कॉमन (साझा), कनेक्टेड (जुड़ा हुआ), कन्विनियेंट (सुविधाजनक), कंजेशन- फ्री (जाम मुक्त), चार्जर्ड (चार्ज किया हुआ), क्लीन (स्वच्छ), कटिंग एज (अत्याधुनिक)।
Charged mobility is the way forward.
We want to drive investments across the value chain from batteries to smart charging to Electric Vehicle manufacturing.
India’s entrepreneurs & manufacturers are now poised to develop and deploy break-through battery technology: PM
— PMO India (@PMOIndia) September 7, 2018
My vision for the future of mobility in India is based on 7 C’s:
Common,
Connected,
Convenient,
Congestion-free,
Charged,
Clean,
Cutting-edge: PM
— PMO India (@PMOIndia) September 7, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सोच अब कारों से आगे की होनी चाहिये। कारों से निकलकर दूसरे वाहनों के बारे में हमें सोचना चाहिये जैसे कि आटो और रिक्शा को हमें देखना चाहिये। हमारी आवागमन सुविधा पहल में साझा सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था अहम होनी चाहिये। प्रधानमंत्री मोदी ने निजी वाहनों का बेहतर इस्तेमाल किये जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने निजी वाहनों में लोगों को सामूहिक तौर पर यात्रा करने की संभावनाओं को तलाशने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘वाहनों के जाम और भीड़-भाड़ से पर्यावरण और अर्थव्यवस्था को होने वाले नुकसान को कम करने के लिये जाम मुक्त परिवहन व्यवस्था महत्वपूर्ण है।’
Congestion free mobility is critical to check the economic and environmental costs of congestion.
Hence, there should be emphasis on de-bottlenecking of networks.
This would result in fewer traffic jams and lower levels of stress for commuters: PM
— PMO India (@PMOIndia) September 7, 2018
Common Public Transport must be the cornerstone of our mobility initiatives.
New business models driven by digitization, are reinventing the existing paradigm.
Our focus must also go beyond cars, to other vehicles such as scooters and rickshaws: PM
— PMO India (@PMOIndia) September 7, 2018
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आवागमन की व्यवस्था सुरक्षित, सस्ती और समाज के सभी वर्गों की पहुंच के भीतर होनी चाहिये।’ मोदी ने कहा कि चार्जिंग आधारित परिवहन व्यवस्था में ही भविष्य का मार्ग है। इसके लिये इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण, बैटरी से लेकर स्मार्ट चार्जिंग सहित समूची मूल्य श्रंखला में निवेश बढ़ाने की आवश्यकता है।
Charged mobility is the way forward.
We want to drive investments across the value chain from batteries to smart charging to Electric Vehicle manufacturing.
India’s entrepreneurs & manufacturers are now poised to develop and deploy break-through battery technology: PM
— PMO India (@PMOIndia) September 7, 2018
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि यात्रा के लिये निजी वाहन के बजाय सार्वजनिक परिवहन को वरीयता दी जाये।’ उन्होंने कहा कि इंटरनेट के जरिये चलने वाली साझा अर्थव्यवस्था आज परिवहन के क्षेत्र में तेजी से उभर रही है। आना-जाना, यात्रा करना, परिवहन अर्थव्यवस्था के लिये महत्वपूर्ण है।
Connected mobility implies integration of geographies as well as modes of transport.
The Internet-enabled Connected Sharing Economy is emerging as the fulcrum of mobility.
We must leverage the full potential for vehicle pooling to improve private vehicle utilization: PM
— PMO India (@PMOIndia) September 7, 2018
उन्होंने कहा कि बेहतर आवागमन की व्यवस्था से यात्रा और परिवहन का बोझ कम हो जाता है और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलता है। यह क्षेत्र पहले ही बड़ा नियोक्ता है और यह नई पीढ़ी के रोजगार भी पैदा कर सकता है। अपनी सरकार की उपलब्धियों बताते हुये प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राजमार्गों का निर्माण कार्य दोगुनी गति से हो रहा है, ग्रामीण सड़क निर्माण कार्यक्रम नई स्फूर्ति के साथ आगे बढ़ रहा है। ईंधन के लिहाज से सक्षम और स्वच्छ ईंधन वाहनों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसके अलावा कम हवाई सुविधा वाले क्षेत्रों में सस्ती विमानन सेवायें बढ़ाई जा रही हैं।