प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए मैत्री पाइपलाइन के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग दुनिया के लिए एक उदाहरण है।
Furthering India-Bangladesh friendship. Watch PM @narendramodi‘s remarks. https://t.co/MI7kOAl9cW
— PMO India (@PMOIndia) September 18, 2018
भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन परियोजना 130 किलोमीटर की है। यह भारत में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी को बांग्लादेश के दिनजपुर जिले के पर्वतीपुर से जोड़ेगी। यह 346 करोड़ रुपये की परियोजना 30 महीने में पूरी होगी। इसकी क्षमता 10 लाख टन सालाना की होगी। दोनों देशों ने अप्रैल में विदेश सचिव विजय गोखले की ढाका यात्रा के दौरान इस पाइपलाइन के निर्माण के लिए करार किया था।
PM @narendramodi and the Prime Minister of Bangladesh, Sheikh Hasina jointly unveiled e-plaques for the ground-breaking ceremony of two projects – India-Bangladesh Friendship Pipeline & Dhaka-Tongi-Joydebpur Railway Project via video conference. pic.twitter.com/EH7imbjmEk
— PIB India (@PIB_India) September 18, 2018
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच सहयोग को दुनिया के लिए एक उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा कि दोनों भौगोलिक और पारिवारिक, भावनात्मक रूप से पड़ोसी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इस प्रस्तावित पाइपलाइन से न केवल बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था बल्कि दोनों देशों के संबंधों को भी ऊर्जा मिलेगी।
पाइपलाइन के अलावा दोनों नेताओं ने बांग्लादेश रेलवे की ढाका -टोंगी खंड और टोंगी जयदेवपुर खंड में तीसरी और चौथी ड्यूल गेज रेल लाइनों का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ढाका-टोंगी-जयदेवपुर रेलवे परियोजना से दोनों देशों के बीच संपर्क सुधरेगा और राजस्व बढ़ेगा।