प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत आसियान स्मारक शिखर सम्मेलन के इतर दक्षिणपूर्वी एशियाई देशों के साथ नौ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद के विरोध, सुरक्षा और संपर्क बढ़ाने पर उनका जोर होगा। एक अप्रत्याशित कार्यक्रम में यहां आसियान देशों के सभी नेता गणतंत्र दिवस की परेड में मुख्य अतिथि होंगे। पीएम नरेंद्र मोदी यहां वियतनाम के प्रधानमंत्री न्गुयेन हुआ फुक, फिलीपीन के राष्ट्रपति रोड्रिगो रोआ दुतेर्ते और म्यांमा की नेता आंग सान सू क्यी से मुलाकात करेंगे। ये नेता 25 जनवरी को होने वाली शिखर बैठक के लिये यहां पहुंच रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी बृहस्पतिवार को थाइलैंड, सिंगापुर और ब्रुनेई के नेताओं के साथ भी द्विपीक्षीय बातचीत करेंगे। मोदी इसके बाद शुक्रवार को इंडोनेशिया, लाओस और मलेशिया के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। भारत आसियान संबंधों के 25 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित इस शिखर बैठक का आयोजन ऐसे समय हो रहा है। जब क्षेत्र में चीन का आर्थिक और सैन्य हटधर्मिता बढ़ती जा रही है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह बैठक भारत के लिये इन देशों के समक्ष व्यापार और संपर्क जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में अपने आप को एक शक्तिशाली सहयोगी के तौर पर प्रस्तुत करने का बेहतर अवसर हो सकता है।
इस दौरान नेताओं के बीच 25 जनवरी को एक बैठक होगी जिसमें वह समुद्री क्षेंत्र में सहयोग और सुरक्षा के मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रख सकेंगे। इसी दिन एक पूर्ण सत्र का भी आयोजन किया जायेगा। आसियान देशों में थाइलैंड, वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन सिंगापुर, म्यांमा, कंबोडिया, लाओस और ब्रुनेई शामिल हैं।