‘भारत सोने की चिड़िया थी’ ये शब्द हमने कई बार किताबों, फिल्मों और बड़े बड़े नेताओं के भाषणों में सुना हैं। कई नेता ऐसा भी कहते मिल जाते हैं कि वे भारत को पुनः सोने की चिड़िया बनाएंगे। पर जब बात आती है प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की तो वे इस बाबत कुछ बोलते तो नहीं हैं, पर इस दिशा में वे सदैव प्रयत्नशील रहते हैं। पिछले साढ़े चार सालों के दौरान केंद्र में और उसके पहले गुजरात में कार्य करते हुए श्री नरेंद्र मोदी जी ने हमेशा देश को आत्मनिर्भर बनाने हेतु कार्य किये। आम लोगों को नौकरी मांगने के बजाय नौकरी देने वाला बनाने के लिए प्रेरित किया। यही कारण है कि आज गुजरात भारत के सफल राज्यों में शुमार होता है और जल्द ही पीएम मोदी जी के नेतृत्व में भारत भी विश्व के तमाम देशों में सबसे अगली पंक्ति में खड़ा नज़र आएगा।
हमारा देश भारत प्राचीन समय में सोने की चिड़िया इसलिए था क्योंकि यहाँ छोटे छोटे उद्योग धंधों की भरमार थी। भारत प्राचीन समय में दुनिया के सबसे बड़े निर्माता देशों में से एक था। यहाँ के कुटीर उद्योगों के समान इंग्लैंड तक में बेचे जाते थे। हर तरफ खुशहाली थी, हर कोई सेल्फ एम्प्लॉयड था। पर आज हमारा देश उस स्थिति में नहीं है, इसका कारण जहाँ एक तरफ सदियों की गुलामी है तो दूसरी तरफ पिछली सरकारों द्वारा स्व-रोजगार को बढ़ावा ना दे पाना भी है। आज़ादी के बाद से भारत में ये मानसिकता बढ़ी है कि नौकरी का मतलब सिर्फ सरकारी नौकरी से है पर ये सब को पता है कि सरकारी नौकरी एक सीमित संख्या में ही सृजित हो सकती है। जबकि हमारी जनसंख्या की गति सरकारी नौकरियों के सृजन से कहीं ज्यादा तेज है। ऐसे में हर किसी को सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती है।
बहरहाल वर्तमान सरकार में स्थितियाँ धीरे धीरे बेहतर हो रही हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश में स्व-रोजगार के लिए युवाओं को बहुत ज्यादा बढ़ावा दिया है। उनका मानना है कि भारत को नौकरी की चाह रखने वाले देश के बजाय नौकरी का सृजन करने वाला देश बनना चाहिए। इसी उद्देश्य को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं का शुभारम्भ किया है। इस योजना के तहत कई युवा सामने आकर अपना स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं और दूसरों को जॉब दे रहे हैं।
नए रोजगारों के सृजन के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी ने, ना सिर्फ देश के लोगों को बढ़ावा दिया है बल्कि देश के बाहर की कंपनियों को भी भारत में आकर निवेश करने हेतु ‘मेक इन इंडिया’ प्रोग्राम की शुरुआत की है। आज कई विदेशी कंपनियां भारत में निवेश कर रही है जिससे नए नए रोजगारों का सृजन हो रहा है। विदेशी कम्पनी भारत में आकर अपना व्यापार बढाए इस हेतु सरकार ने बहुत सारे कार्य किये हैं। इसके लिए इंफ्रास्ट्रचर बेहतर किया और व्यापार के लिए माकूल माहौल दिया। इसी कारण से आज भारत ने ‘ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस’ के मामले में लंबी छलांग लगाई है। आज भारत में व्यापार करना आज़ादी के बाद के वर्षों में सबसे बेहतर है।
पिछले चार-साढ़े चार साल के कार्यों का अच्छा प्रतिफल अगर देश को प्राप्त करना है तो पुनः एक बार श्री नरेंद्र मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाना होगा। मोदी जी की छवी आज पूरे विश्व में एक वैश्विक नेता की है जो भारत को तीव्र गति से आगे बढ़ाने के लिए बहुत ज्यादा आवश्यक है। मुझे पूरा विश्वास है की आने वाले सालों में मोदी जी के नेतृत्व में भारत न सिर्फ वैश्विक शक्ति बनेगा बल्कि दुनिया का नेतृत्व भी करेगा।