चौथे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से पहले एक वीडियो संदेश साझा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे विश्व में योग की बढ़ती लोकप्रियता पर खुशी व्यक्त की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि योग प्राचीन भारतीय संतों की ओर से मानवता को दिया गया बहुमूल्य उपहार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि योग बिना किसी खर्च के केवल फिटनेस की नहीं, वेलनेस की भी गारंटी देता है। उन्होंने कहा कि योग रोग मुक्ति के साथ-साथ भोग मुक्ति का भी मार्ग है। योग विचारों से मनुष्य को श्रेष्ठ बनाता है। यह ज्ञान, कर्म और भक्ति का एक अद्भुत समन्वय है।
जब #4thYogaDay नजदीक आ रहा है, तो आइए, हम सब योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। pic.twitter.com/Y3Uwr4sXqT
— Narendra Modi (@narendramodi) June 18, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि योग जोड़ता है। मन, शरीर और बुद्धि को जोड़, व्यक्ति के अंतर्द्वंद और तनाव को ख़त्म कर आनंद देता है। उन्होंने कहा, “योग “मैं से हम”, “व्यक्ति से समष्टि” की एक यात्रा है।”
Yoga brings about oneness among the mind, body and intellect. We begin to understand ourselves much better, which also makes us understand others better: PM @narendramodi #4thYogaDay
— PMO India (@PMOIndia) June 18, 2018
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज व्यक्ति आधुनिक जीवन शैली से उपजी समस्याओं से ग्रस्त है। तनाव, अवसाद (डिप्रेशन), मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियां अंदर ही अंदर व्यक्ति को मार रही है। योग में इन सभी बीमारियों का समाधान है।
The problems of modern lifestyles are well known. People suffer from stress related ailments and also lifestyle related diseases like diabetes and hyper-tension. Stress and Depression have become silent killers: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 18, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि योग उम्र, लिंग, जाति, पंथ, धर्म और राष्ट्रों के बंधन और सीमाओं से परे है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि योगाभ्यास तनाव से मुक्ति पाने और मन को प्रसन्न व शांति रखने में अत्यंत मददगार है। दिनभर की थकान के बाद पानी से हाथ-मुँह धो लें तो कैसे ताज़गी मिलती है, इसी तरह से आपाधापी के बीच थोड़ा-सा प्राणायाम या कुछ देर का शवासन आराम और ऊर्जा देता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि योग मन की शांति सुनिश्चित करता है। व्यक्ति को परिवार और समाज से जोड़ता है, आपसी स्नेह और मम भाव पैदा करता है। ऐसे ही समरस समाज शांतिप्रिय राष्ट्र का निर्माण करते हैं। ऐसे राष्ट्रों से ही एक सौहार्द और सद्भाव से पूर्ण सुंदर विश्व का निर्माण होता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जब अधिक से अधिक लोग योग को अपने जीवन का एक अहम् हिस्सा बना रहे हैं, तो योग शिक्षकों की मांग भी बढ़ रही है। आज हमारी चुनौती है – प्रशिक्षित योग शिक्षकों को तैयार करना जो योग के प्रति इस लगाव और उत्साह को सही रास्ते में आगे बढ़ा सकें, और विशेष रूप से युवाओं को इसके लिए प्रोत्साहित कर सकें।