प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (सीपीएसई) सम्मेलन को संबोधित किया। इस सम्मेलन में विभिन्न मंत्रालयों और केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों के वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज स्थिति यह है कि कई कामयाब प्राइवेट कंपनियां दो दशक से ज्यादा नहीं टिक पातीं। इसका बड़ा कारण है आने वाले बदलाव, टेक्नोलॉजी में होने वाले परिवर्तन के हिसाब से खुद को ना ढाल पाना। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र ने उस समय भारतीय अर्थव्यवस्था को गति दी जब निजी क्षेत्र में सीमित संभावनाएं थीं।
Private Sector हो या फिर Public Sector, Success के लिए अलग-अलग मंत्र नहीं होते। सफलता के मंत्र की जब मैं बात करता हूं तब, 3 I की एक सोच सामने आती है.
3 I यानि – Incentives, Imagination and Institution Building.— PMO India (@PMOIndia) April 9, 2018
‘5 ‘पी’ फॉर्मूले से बनेगा न्यू इंडिया’
मैं समझता हूं कि New India के निर्माण में आपकी सहभागिता 5 P फॉर्मूले पर चलते हुए और ज्यादा हो सकती है। ये 5 P हैं: Performance + Process + Persona + Procurement और Prepare: PM
— PMO India (@PMOIndia) April 9, 2018
सीपीएसई के समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि निर्णय लेने की लचीली प्रक्रिया, प्रतिभा और तकनीक यानी तीन चीजें जिस संस्थान से जुड़ जाएं तो उसकी तरक्की को कोई भी नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया के निर्माण में आपकी सहभागिता 5 ‘पी’ फॉर्मूले पर चलते हुए और ज्यादा हो सकती है। ये 5 ‘पी’ हैं परफॉर्मेंस (प्रदर्शन), प्रॉसेस (प्रक्रिया), पर्सोना (व्यक्तित्व), प्रोक्युर्मेंट (प्राप्ति) और प्रीपेयर (तैयार करना)।
पीएसई का सही मायने में अर्थ होता है मुनाफा और समाज को फायदा पहुंचाने वाले उद्यम पैदा करना
एक प्रकार से PSE का सही मायनों में अर्थ होता है- Profit and Social benefit generating Enterprise. यानि ना सिर्फ शेयर होल्डर्स के लिए Profit कमाए बल्कि Society के लिए Benefit भी Generate करे: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) April 9, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र ने उस समय भारतीय अर्थव्यवस्था को गति दी जब निजी क्षेत्र में सीमित संभावनाएं थी। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पीएसई का सही मायने में अर्थ होता है मुनाफा और समाज को फायदा पहुंचाने वाले उद्यम पैदा करना। यानी एक ऐसी इकाई जो ना सिर्फ शेयर होल्डरों के लिए मुनाफा कमाए बल्कि समाज के लिए फायदा भी उत्पन्न करे।
‘हम मूल्य प्रतिस्पर्धी हो और गुणवत्ता के प्रति संवेदनशील हों’
मेरा आग्रह है कि ज्यादा से ज्यादा Efficiency पर फोकस हो, Corporate Governance पर जोर हो और Resources का सही उपयोग किया जाए। मैं मानता हूं कि Energy और Experience, Enterprise और Enthusiasm के संगम से अभूतपूर्व नतीजे मिलेंगे: PM
— PMO India (@PMOIndia) April 9, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर हम मूल्य प्रतिस्पर्धी हो और गुणवत्ता के प्रति संवेदनशील हों और ऐसे उत्पादन पर फोकस करें जिनके आयात की बाध्यता है और जिन्हें हम नए नवाचारों के जरिए प्रतिस्थापित कर सकते हैं तो आयात बिल में महत्वपूर्ण कमी आ सकती है।