उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को दिल्ली से लखनऊ लौटते ही एयरपोर्ट से सीधे वीवीआईपी गेस्ट हाउस पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने नवरात्रि और राम नवमी को देखते हुए प्रशासनिक अफसरों को शक्तिपीठों में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. नवरात्र में व्रत रखने के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ में काफी समानता है. दोनों नेता नवरात्र में पूरे नौ दिन व्रत रखते हैं. इस दौरान दोनों अन्न ग्रहण नहीं करते हैं. सीएम आदित्यनाथ नौ दिन के व्रत के बाद नवमी को कन्या पूजन के साथ व्रत का समापन करते हैं.
इकोनॉमिक्स टाइम्स के मुताबिक 28 मार्च से चैत नवरात्र शुरू होने वाला है. पांच अप्रैल को भगवती के देवी सिद्धदात्री स्वरूप का पूजन के साथ व्रत का समापन होगा. यानी 28 मार्च से पांच अप्रैल तक पीएम मोदी और सीएम योगी नवरात्र का व्रत रखेंगे और अन्न ग्रहण नहीं करेंगे.
योगी आदित्यनाथ का आध्यात्म से गहरा नाता है और पूजा पाठ उनकी दिनचर्या का हिस्सा है, लेकिन नवरात्र के समय इसका खास महत्व होता है. बताया जा रहा है कि नवरात्र पर योगी आदित्यनाथ गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर भी जा सकते हैं. अक्टूबर में होने वाले शारदीय नवरात्र के दौरान तो योगी नौ दिन तक गोरखपुर मठ में ही रहते हैं और कई तरह की पूजा करते हैं. सिर्फ एक बार ही ये परंपरा टूटी है जब कुछ वर्ष पूर्व एक ट्रेन हादसे के कारण उन्हें घटनास्थल पर जाना पड़ा था.
मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पूरे नियम से नवरात्र का व्रत रखते हैं. एक बार बतौर पीएम नवरात्र के दौरान अमेरिका यात्रा के दौरान भी उन्होंने अच्छे ढंग से व्रत का पालन किया था. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी नवरात्र पर मां दुर्गा की पूजा करते हैं.