प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपने निवास स्थान से देश भर के भारतीय जनता पार्टी के सांसदों, विधायकों, जन-प्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं से वीडियो ब्रिज तकनीक के माध्यम से नमो एप के जरिये संवाद किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंबेडकर जयंती, 14 अप्रैल से 5 मई तक देश भर में चलाये जा रहे ग्राम स्वराज अभियान के संदर्भ में भाजपा के कार्यकर्ताओं की सक्रिय भूमिका के बारे में कई दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जन-प्रतिनिधियों का आह्वान करते हुए कहा कि पहले विपक्ष के रूप में हम जन-समस्याओं के समाधान के लिए सजग प्रहरी के रूप में कार्य करते थे लेकिन अब जनता ने हमें सत्ता के माध्यम से सेवा करने का अवसर दिया है। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस की गलतियों के कारण सत्ता में नहीं आये बल्कि हमें ये मौका जनता से लगातार जुड़े रहने के कारण मिला है। उन्होंने कहा कि अब जब हम सरकार में हैं, तो हमारा दायित्व सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों को समाज के अंतिम व्यक्ति तक ले जाना है और जन-समस्याओं का निराकरण करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले भाजपा की छवि एक ख़ास वर्ग की पार्टी और शहरी क्षेत्र व उत्तर भारत की पार्टी के रूप में बनी हुई थी लेकिन अब ये धारणा बदल गई है, आज भाजपा को देश के हर कोने में सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है और पार्टी एक सर्वस्पर्शी एवं सर्व-समावेशक राजनैतिक दल के रूप में उभरी है। उन्होंने कहा कि आज सबसे ज्यादा दलित, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग (ओबीसी) के जन-प्रतिनिधि भारतीय जनता पार्टी के हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सिद्धांत के साथ देश के गाँव, गरीब, आदिवासी, मध्यमवर्ग, शहरी, महिला, युवा, किसान, व्यापारी, श्रमिक – सबके कल्याण के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों में हमारा जनाधार लगातार बढ़ रहा है और यही हमारी सबसे बड़ी पूँजी है।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ग्रामीण शक्ति को विकास के कामों से जोड़ने के लिए अब टेक्नोलॉजी का सर्वाधिक उपयोग करना होगा। अब गाँव के विकास के प्रति सोच निरंतर बढ़ रही है और भाजपा के कार्यकर्ताओं को गाँव के गरीब, निम्न मध्यम वर्ग, किसान, मातृ शक्ति और युवाओं के कौशल-विकास को बल देना है। उन्होंने कहा कि यदि कार्यकर्ता सरकारी मशीनरी और गाँव के विकास के बीच सेतु का कार्य करते हैं तथा समाज में सद्भाव बढ़ाने में मदद करते हैं तो विकास द्रुत गति से आगे बढ़ेगा, यही हमारा संकल्प है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं और जन-प्रतिधियों से गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी से दूर रहने का अनुरोध किया। प्रधानमंत्री ने झारखंड में स्थानीय निकायों के चुनाव में भाजपा की बहुत बड़ी जीत के लिए कार्यकर्ताओं का अभिनंदन करते हुए कहा कि हमने गाँव की जनता का विश्वास जीता है, हमारे प्रति जन-समर्थन देश में लगातार बढ़ता जा रहा है और इसके साथ-साथ हमारी जिम्मेवारी भी बढ़ रही है, हमें जनता के सुख-दुःख से जुड़े रहना है और उनकी समस्याओं के समाधान करने के लिए काम करना है। उन्होंने कहा कि गाँव की समस्या का हल सिर्फ बजट के आवंटन से नहीं बल्कि ग्राम-शक्ति को जागृत करने से और उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ने से होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने GST और भीम एप के सर्वाधिक उपयोग के लिए और ग्राम सभा का आयोजन नियमित रूप से करने के लिए सुझाव दिए। ग्राम स्वराज अभियान की सफलता के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि जहाँ अनुसूचित जाति और जनजाति की जनसंख्या अधिक है, ऐसे 20,000 से ज्यादा गाँव में भाजपा सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक और जन-प्रतिनिधि रात्रि निवास कर रहें हैं और सरकार की कई योजनाओं के बारे में लाभार्थियों तक लाभ पहुंचाने के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के 1000 से अधिक अधिकारी 500 से अधिक जिलों में प्रवास कर रहे हैं और सौभाग्य योजना, उज्ज्वला योजना, इन्द्रधनुष टीकाकरण, मुद्रा योजना, बीमा योजनाओं आदि के बारे में जानकारी लोगों तक पहुंचा रहे हैं और लाभार्थियों को योजनाओं से जोड़ा जा रहा है।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने ग्राम स्वराज अभियान में LPG पंचायत की सफलता के बारे में कहा कि एक दिन में 16,000 गाँवों में LPG पंचायत संपन्न हुई, इसमें लगभग 45 से 50 लाख लाभार्थियों ने हिस्सा लिया और एक ही दिन में लगभग 11 लाख LPG कनेक्शन वितरित किये गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ग्राम स्वराज अभियान के शेष दिनों में भारतीय जनता पार्टी के सभी सांसद और विधायक अपने कार्य क्षेत्र के एक-एक गाँव में कम-से-कम 4 से 5 समस्याओं के निदान का संकल्प करें। वे स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाएं, किसानों की कृषि विकास कार्यशाला आयोजित करें, गाँव के युवाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करें और नारी सशक्तिकरण के अभियान को आगे बढायें।
पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के 115 एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्स के सन्दर्भ में सांसदों और विधायकों का आह्वान करते हुए कहा कि इन जिलों को उनके राज्य के औसत विकास के स्तर पर लाना है और फिर उसे राज्य के सर्वाधिक विकसित जिले की विकास दर के बराबर लाना है।
आगामी 26 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी प्रातः 9 बजे कर्नाटक के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ विडियो ब्रिज के माध्यम से संवाद करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने वीडियो ब्रिज के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि पार्टी कार्यकर्ता ग्रामीण जनता को सरकार की योजनओं का लाभ दिलाने में युद्ध स्तर पर सेतु का कार्य करें।
प्रधानमंत्री जी द्वारा कार्यकर्ताओं को दिए गए संबोधन के मुख्य बिंदु:
गाँवों में सद्भाव बढ़ाने की दिशा में पार्टी कार्यकर्ता कार्य करें।
गाँव, गरीब, किसान, दलित, आदिवासी, शोषित और वंचितों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ें।
गाँव के युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण के अवसरों से जोड़ें।
गाँव की महिला शक्ति को स्व-सहायता समूह बनाने में मदद करें तथा आर्थिक व्यवस्था के नए आयामों से अवगत करायें, बैंक से लोन और मुद्रा योजना से जुड़ने का प्रबंध करायें।
अब गाँव में जीवन-शैली और आजीविका के तौर-तरीके बदल गए हैं, रोजगार के आकड़ों की राजनीति जिन्हें करनी है, वे करें, हमें युवाओं का कौशल विकास कर के स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हैं।
पार्टी कार्यकर्ता गाँव में किसान कल्याण कार्यशाला आयोजित करें और ग्रामीणों को स्वायल हेल्थ कार्ड का उपयोग कैसे करें, किसानों पर खेती के खर्च का बोझ कैसे कम करें, सिंचाई के पानी की बर्बादी कैसे रोकें, इसके तौर-तरीके समझाएं। इसके साथ ही मधुमक्खी पालन, पॉल्ट्रीज, फिशरीज, और खेत के किनारे वृक्ष एवं बांस लगाने और फसल के waste का उपयोग कृषि विकास में करने के लिए भी लोगों को प्रेरित करें।
MSP – न्यूनतम समर्थन मूल्य का बहुत बड़ा निर्णय किसानों के फायदे के लिए लिया गया है, इसकी जानकारी किसानों तक पहुंचाए।
गाँव की जन शक्ति को संगठित करके, जाति और असमानता से ऊपर उठ कर विकास के लिए जोड़ें।
Modicare – ‘आयुष्मान भारत मिशन’ को आगे बढ़ाएं, प्रधानमंत्री जन-औषधि योजना की जानकारी गरीब मरीज तक पहुंचाएं।
बच्चों की पढाई, नौजवानों की कमाई और बुजुर्गों की दवाई की हमारी सरकार की योजनाओं के बारें में गाँव-गाँव में जागरुकता फैलाएं।
आयुष्मान भारत के तहत 2022 तक डेढ़ लाख से ज्यादा पंचायतों में वैलनेस सेंटर बनेंगे।
अब तक देश में 3000 जन औषधि केंद्र कार्यरत है, इन केन्द्रों की संख्या और बढ़ेगी।
आयुष्मान भारत के अंतर्गत करीब 10 करोड़ गरीब परिवारों अर्थात् लगभग 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपये तक के स्वास्थ्य बीमा की सुरक्षा मिलेगी।
हर घर में LED लगवाने और खेत में सोलर पंप लगवाने के लिए किसानों को प्रेरित करें।