Monthly Archives: February 2017

पीएम नरेंद्र मोदी का सार्क से किया सैटेलाइट का वादा मार्च में पूरा कर देगा इसरो

आने वाले दो महीनों, यानी मार्च और अप्रैल के महीनों में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन या इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइज़ेशन (इसरो) दो उपग्रहों, यानी सैटेलाइटों के प्रक्षेपण, यानी लॉन्च की योजना बना रहा है, जिनमें से एक दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क या दक्षेस) देशों के फायदे के लिए है.

इसरो के चेयरमैन एएस किरन कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, “हम दो उपग्रहों के प्रक्षेपण की योजना बना रहे हैं, जिनमें से एक का प्रक्षेपण इस साल मार्च में और दूसरे का अप्रैल में किया जाएगा… इसकी तैयारियां पूरे जोरशोर से चल रही हैं…”

इसरो अधिकारियों के अनुसार, सार्क उपग्रह को जीएसएलवी मार्क द्वितीय अंतरिक्ष में लेकर जाएगा और संचार उपग्रह जीएसटी-19 का प्रक्षेपण जीएसएलवी मार्क तृतीय करेगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर, 2014 में नेपाल में सार्क सम्मेलन में टेलीकम्युनिकेशन और टेलीमेडिसिन समेत विभिन्न क्षेत्रों में क्षेत्रीय समूहों के सदस्यों के फायदे के लिए उपहार के तौर पर सार्क उपग्रह के प्रक्षेपण की घोषणा की थी. पाकिस्तान ने इस परियोजना से बाहर रहने का फैसला किया था, और सार्क उपग्रह को अब दक्षिण एशियाई उपग्रह कहा जा रहा है.

इसरो चेयरमैन ने चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण के बारे में बात करते हुए कहा, “हमने वर्ष 2018 की पहली तिमाही में इसके प्रक्षेपण की योजना बनाई है…” इसरो की वेबसाइट के अनुसार चंद्रयान-2 चांद पर पहुंचने का भारत का दूसरा अभियान है, जो पहले के चंद्रयान-1 का उन्नत रूप है. इसमें एक ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर है.

एजेंसी की मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम की योजना के बारे में किरन कुमार ने कहा, “यह अभी हमारी प्राथमिकता में नहीं है…”

इस बीच भारत की अंतरिक्ष व्यापार कंपनी एंट्रिक्स कॉपरेरेशन के सीएमडी राकेश ने कहा कि कंपनी को अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों से 500 से 600 करोड़ रुपये मूल्य के ऑर्डर मिले हैं.

इसरो अधिकारियों ने कहा कि पृथ्वी अवलोकन उपग्रहों कार्टोसैट शृंखला के तहत अप्रैल में कार्टोसैट-2ई के प्रक्षेपण का भी प्रस्ताव है.

अखिलेश जी सोचिए लोगों में आपके लिए इतनी नफरत क्यों- PM

बाराबंकी में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अखिलेश यादव से किए तीखे सवाल, पूछा आखिर क्यों आपके खिलाफ प्रदेश में इतनी नफरत है। पीएम ने कहा कि अगर दलितों पर हिंदुस्तान में सबसे अधिक अत्याचार कहीं होता है तो उस प्रदेश का नाम है उत्तर प्रदेश। अगर दलित थानों में अपनी शिकायत लेकर जाता है तो थानेदार आपकी शिकायत भी दर्ज नहीं करता है। उत्तर प्रदेश के दलितों को कोर्ट में जाना पड़ा, कोर्ट के हुकुम के बाद दलितों के खिलाफ हुए जुल्म के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ ।

पीएम ने कहा कि अखिलेशजी ने थाने को सपा का कार्यालय बना दिया है। थाने के तो दो होते हैं लेकिन सपा के पांच गुंडे वहां बैठे होते हैं। जबतक सपा के गुंडे हां नहीं कहे तबतक थानेदार एक शब्द लिखने की हिम्मत नहीं करता है। लेकिन अगर किसी ने कर दिया तो उसकी तो छुट्टी समझो। पीएम ने कहा कि इस स्थिति को बदलना है, जबतक यह सपा, बसपा और कांग्रेस को सजा नहीं देंगे यह स्थिति नहीं बदलेगी।

पीएम के भाषण के मुख्य अंश

  • विकास- वि से विद्युत, का से कानून व्यवस्था और स से सड़क।
  • मुख्यमंत्रीजी आपके पांच साल का अंधेरराज यूपी की जनता माफ नहीं करने वाली है।
  • अखिलेश जी ये डूबी हुई नाव है, लोकसभा में जनता ने उन्हें नकार दिया है।
  • जो राम मनोहर लोहिया जीवनभर कांग्रेस के खिलाफ लड़ते रहे, वही समाजवादी आ गले लग जा।
  • दो महीने पहले कोई गांव-गांव जाकर कहता था कि 27 साल यूपी बेहाल, अचानक क्या हो गया, गले लग गए।
  • हम आलू, लहसुन और प्याज को भी समर्थन मूल्य पर खरीदेंगे।
  • मैं यूपी के सांसद के नाते आपको भरोसा दिलाता हूं कि चुनाव के नतीजे आने के बाद पहली कैबिनेट की बैठक में किसानों के कर्ज को माफ करने का फैसला करवाउंगा।
  • उत्तर प्रदेश में मेरा माई-बाप है उसने मुझे गोद लिया है, जो खुद का बेटा नहीं कर पाता वह गोद लिया बेटा करके दिखाएगा।
  • छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश में करीब 60 फीसदी फसल समर्थन मूल्य से खरीदती है, लेकिन यूपी में सिर्फ 3 फीसदी फसल समर्थन मूल्य पर खरीदी जाती है।
  • किसानों की फसल समर्थन मूल्य पर सरकार नहीं खरीद रही है, मजबूर होकर किसान अपना अनाज कम दाम पर बेचता है।

मई में अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप से मुलाकात के लिए वॉशिंगटन जा सकते हैं पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मई में अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप से मुलाकात के लिए अमेरिका रवाना हो सकते हैं। इस मीटिंग की फिलहाल संभावना जताई जा रही है और अगर दोनों के बीच यह मुलाकात नहीं हो पाई तो दोनों नेता हैमगबर्ग में होने वाले जी-20 सम्‍मेलन में मुलाकात करेंगे।

फोन
सूत्रों की ओर से कहा गया है कि दोनों देशों की सरकारें जल्‍द से जल्‍द मुलाकात को लेकर उत्‍साहित हैं और द्विपक्षीय वार्ता की ओर देख रहे हैं। पीएम मोदी ने ट्रंप को नंवबर में चुनाव जीतने के बाद बधाई दी थी। इसके बाद जनवरी में जब ट्रंप ने शपथ ली तो पीएम मोदी ने ट्रंप को फिर से बधाई दी और कहा कि उनके साथ मिलकर काम करने की दिशा में देख रहे हैं। इसके बाद ट्रंप ने हॉटलाइन पर पीएम मोदी से फोन पर बात की और उन्‍हें अमेरिका आने का आमंत्रण दिया। पीएम मोदी ने भी ट्रंप को भारत आने का निमंत्रण दिया। दोनों नेताओं ने अमेरिका और भारत के बीच रक्षा और सुरक्षा के अलावा आर्थिक संबंधों की अहमियत पर भी जोर दिया। पिछले हफ्ते अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्‍स मटीस ने भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर से बात की तो वहीं अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्‍स टिलीरसन ने सुषमा स्‍वराज से बात की।

भारत आ रहे हैं 27 सीनेटर्स
भारत के राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) ने अमेरिकी एनएसए माइकल फ्लिन से दिसंबर में अमेरिका जाकर बात की थी। फ्लिन ने हाल ही में अपने पद से इस्‍तीफा दिया है। मटीस और पार्रिकर के बीच बातचीत से इस बात की ओर इशारा मिला कि ट्रंप प्रशासन भारत के साथ रक्षा-सुरक्षा संबंधों को लेकर काफी सकारात्‍मक रवैया रखता है जो हाल ही के दिनों में काफी आगे बढ़ें हैं। इसके अलावा इसी माह अमेरिकी कांग्रेस के 27 सदस्‍य भारत आ रहे हैं। रिपलिब्‍कन और डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्‍य दो अलग-अलग डेलीगेशन में भारत को दौरा करेंगे। इन डेलीगेशन का भारत आना यह बताता है कि भारत और अमेरिका के संबंध किस कदर आने वाले समय में प्रभावशाली होने वाले हैं। अमेरिकी कांग्रेस के 19 सदस्‍यों का दल 20 से 25 फरवरी को नई दिल्‍ली और हैदराबाद में होगा। इस दल से अलग 20 से 23 फरवरी को आठ सांसदों का एक दल बॉब गुडलाटे की अगुवाई में भारत में भारत का दौरा करेगा। बॉब सदन की न्‍यायिक समिति के चेयरमैन हैं और यह समिति काफी ताकतवर मानी जाती है। यह दल बेंगलुरु और दिल्‍ली का दौरा करेगा।

देश को 70 साल लूटने वालों को लौटाना पड़ेगा- नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरदोई में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुस्तान के लोगों का प्यार बोलता है। पहले दो चरण में भारी मतदान हो चुका है और सभी अनुमान लगाने वालों ने कहा है कि भाजपा का घोड़ा बहुत तेज चल रहा है। पीएम ने कहा कि यूपी कितना बड़ा प्रदेश है, समझ लीजिए कि अगर यूपी से गरीबी चली गई तो देश से गरीबी चली जाएगी। उन्होंने कहा कि यूपी में इतने मेहनतकश लोग हैं, इतनी उपजाऊ जमीन है लेकिन फिर भी क्या कमी है कि यूपी से गरीबी जाने का नाम नहीं ले रही है। लोगों में कमी नहीं है, सामर्थ और पैसे की कमी नहीं है, बल्कि यहां की सरकारों की कमी है।

पीएम मोदी ने कहा कि चाहे सपा हो, बसपा हो या कांग्रेस हो इन्होंने कभी इसपर नहीं सोचा कि यूपी का पूरा विकास कैसे हो इसपर नहीं सोचा। सबने अपने वोटबैंक का भला करने की कोशिश की। उत्तर प्रदेश को सपा, बसपा और कांग्रेस के चक्कर से मुक्त किए बिना उत्तर प्रदेश का भाग्य नहीं बदलेगा। पीएम ने कहा कि आपने मुझे सांसद बनाया, उत्तर प्रदेश इतनी ताकत दे गया कि देश को स्थिर सरकार मिली, यह यूपी का आशीर्वाद है कि एक गरीब मां का बेटा देश का प्रधानमंत्री बना। पीएम ने कहा कि भगवान कृष्ण उत्तर प्रदेश की जमीन पर पैदा हुए और गुजरात में आकर कर्मभूमि बनाई, लेकिन मैं गुजरात में पैदा हुआ और उत्तर प्रदेश ने मुझे गोद लिया है, जिन्होंने मुझे गोद लिया है वह मेरा माई-बाप है, यह गोद लिया बेटा उत्तर प्रदेश का बेटा आपकी चिंता करेगा, यहां कि स्थिति को बदलना मेरा कर्तव्य बनता है और इस कर्तव्य को निभाने के लिए मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए।

पीएम के भाषण के मुख्य अंश

  • हमें विकास के लिए वोट चाहिए।
  • देश के जवान अपनी जान की बाजी लगा रहे थे और लोग सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांग रहे थे
  • मैं विश्वास दिलाता हूं कि जिन्होंने 70 साल तक देश को लूटा है उन्हें लौटाना ही पड़ेगा।
  • 8 नवंबर को रात 8 बजे अच्छे-अच्छों को पता चल गया कि कोई आया है जो देश को लुटने नहीं देगा।
  • लोगों को बिजली चाहिए लेकिन आपकी सरकार नाकाम है और ये लोगों तक बिजली नहीं पहुंचा पा रही है।
  • तुम उत्तर प्रदेश में लोगों को मूर्ख बनाते हो।
  • यूपी में मुश्किल से माताएं बहनें मुश्किल में है।
  • पहली बार खाद के दाम में कमी आई है।
  • सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में किसानों की कर्ज माफी का काम मैं करवाउंगा।
  • हम सत्ता के लिए जीने मरने वाले लोग नहीं है, हम यूपी की भलाई के लिए जिंदगी लगाने वाले लोग हैं।
  • अवैध खनन की खबर छापने पर पत्रकार को धमकी  दी जाती है।
  • कोई पत्रकार सच्चाई अखबार में छाप दे तो वह जिंदा रहेगा या नहीं इसकी गारंटी नहीं।
  • अगर घुड़सवार सही हो तो घोड़ा भी सही चलता है।
  • ये कट्टे कौन बनाता है, बारूद कौन पहुंचाता है, क्या पुलिस कुछ नहीं कर सकती है।
  • यहां तो कट्टे का राज चलता है, गैरकानूनी हथियारों की फायरिंग से 3000 लोगों की हत्या की गई।
  • गैंगरेप हो और परिवार के लिए समर्पित नेता लोग जो बयानबाजी करते हैं वह आंखों से पानी निकाल देता है, मां-बहनों को अपमानित करने का काम करते हैं।
  • मैं यूपी सरकार से पूछना चाहता हूं कि आप परिवार वाले हो, परिवारवाद वाले हो, क्या आपको उत्तर प्रदेश अपना परिवार नहीं लगता है क्या।
  • हमारे देश में सबसे अधिक गैंगरेप की घटनाएं उत्तर प्रदेश में होती है।
  • अगर कोई राजनीति में उभरता है तो साल भर के भीतर उसका पत्ता साफ कर दिया जाता है।
  • हमारे देश में जो राजनीतिक हत्याएं होती हैं पूरे देश में, उनमें सबसे ज्यादा हत्याएं कहीं अगर होती है तो उस प्रदेश का नाम है उत्तर प्रदेश, अब ये काम बोलता है कि कारनामा बोलता है।
  • पुलिस कानून से चलनी चाहिए, लेकिन यूपी को ऐसी बीमारी हो गई है कि थानेदार को भी गुनाह रजिस्टर करने से पहले इलाके में सुपर सपा के नेता से पूछना पड़ता है कि यह शिकायत दर्ज करूं कि नहीं करूं।
  • ये बताइए कि पुलिस थाना होना चाहिए या सपा का कार्यालय होना चाहिए।

हंदवाड़ा के शहीदों को पीएम नरेंद्र मोदी ने दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर में मंगलवार को दो अलग-अलग मुठभेड़ों के दौरान शहीद हुए सेना के एक मेजर समेत चार सैन्यकर्मियों को आज श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि देश इनकी बहादुरी और बलिदान को हमेशा याद रखेगा। प्रधानमंत्री ने पालम हवाई अड्डे पर इन सैनिकों के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने प्रधानमंत्री को उन घटनाओं की जानकारी दी जिनमें ये सैनिक शहीद हुए। मोदी ने बाद में ट्वीट किया, ‘जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से मुकाबला करते हुए सर्वस्व न्योछावर करने वाले बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। भारत उनकी बहादुरी और बलिदान को हमेशा याद रखेगा।’

प्रधानमंत्री ने उत्तरप्रदेश के कन्नौज में एक चुनावी रैली को संबोधित करके लौटने के बाद वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी। कश्मीर में कल दो अलग-अलग घटनाओं में मेजर एस. दहिया समेत तीन सैनिक शहीद हो गए थे। दहिया उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के क्रालगुंड क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए। इस मुठभेड़ में सैनिकों ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया। सेना के तीन जवान बांदीपुरा जिले के हाजिन क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए।

इसरो ने बनाया विश्व रिकॉर्ड, एक साथ 104 सैटेलाइट का सफल लॉन्च, रूस को पछाड़ा

भारत के इसरो ने आज मेगा मिशन के जरिए विश्व रिकॉर्ड बना लिया है. PSLV के जरिए एक साथ 104 सैटेलाइट का सफल लॉन्च किया गया है. वैसे अभी तक यह रिकार्ड रूस के नाम है, जो 2014 में 37 सैटेलाइट एक साथ भेजने में कामयाब रहा है. इस लॉन्च में जो 101 छोटे सैटेलाइट्स हैं उनका वजन 664 किलो ग्राम था. इन्हें कुछ वैसे ही अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया जैसे स्कूल बस बच्चों को क्रम से अलग-अलग ठिकानों पर छोड़ती जाती हैं.

44.4 मीटर लंबे और 320 टन वजनी रॉकेट पीएसएलवी-एक्सएल ने सुबह 9.28 बजे आकाश को चीरते हुए उड़ान भरी. पृथ्वी अवलोकन उपग्रह काटरेसैट-2 सीरीज का वजन 714 किलोग्राम है. अन्य उपग्रहों में 101 नैनो उपग्रह हैं, जिनमें से इजरायल, कजाकस्तान, द नीदरलैंड्स, स्विट्जरलैंड व संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के एक-एक और अमेरिका के 96 तथा भारत के दो नैनो उपग्रह शामिल हैं. इन सभी उपग्रहों का कुल वजन लगभग 1,378 किलोग्राम है.

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो के प्रमुख ए एस किरण कुमार ने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 104 उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण पर इसरो दल को बधाई दी.

सैटेलाइट एक दूसरे से टकराए नहीं, इसकी महारथ इसरो ने अपने पिछले प्रक्षेपणों के दौरान हासिल कर ली थी. 27 हजार किमी प्रति घंटे की रफ्तार महज 600 सेकेंड के भीतर सभी 101 सैटेलाइट लॉन्च किए गए.

भारत ने इससे पहले जून 2015 में एक बार में 23 उपग्रहों को प्रक्षेपण किया था. यह उसका दूसरा सफल प्रयास है.पीएसएलवी पहले 714 किलोग्राम वजनी काटरेसेट-2 श्रृंखला के उपग्रह का पृथ्वी पर निगरानी के लिए प्रक्षेपण किया और उसके बाद 103 सहयोगी उपग्रहों को पृथ्वी से करीब 520 किलोमीटर दूर ध्रुवीय सन सिंक्रोनस ऑर्बिट में प्रविष्ट करवाया जिनका अंतरिक्ष में कुल वजन 664 किलोग्राम है. इसरो के वैज्ञानिकों ने एक्सएल वैरियंट का इस्तेमाल किया है, जो सबसे शक्तिशाली रॉकेट है और इसका इस्तेमाल महत्वाकांक्षी चंद्रयान में और मंगल मिशन में किया जा चुका है.

इसरो का मेगा मिशन
PSLV की 39वीं उड़ान
एक मिशन में 104 सैटेलाइट
PSLV का वज़न 320 टन, ऊंचाई 44.4 मीटर
सबसे भारी PSLV का इस्तेमाल
इसरो के 2 नैनो सैटेलाइट भी शामिल
101 छोटे सैटेलाइट भेजे गए
अमेरिका, इज़राइल, कज़ाकिस्तान, नीदरलैंड, स्विटज़रलैंड,यूएई के छोटे सैटेलाइट
अमेरिका के 96 छोटे सैटेलाइट
सैन फ्रांसिस्को की एक कंपनी के 88 छोटे सैटेलाइट
88 छोटे सैटेलाइटों का इस्तेमाल धरती की तस्वीरों के लिए
रॉकेट 15 मंज़िला इमारत इतना ऊंचा
रॉकेट का वज़न 50 हाथियों के बराबर
पहले कार्टोसेट-2 को स्थापित किया
कार्टोसैट-2 का वज़न 714 किलो
फिर दो भारतीय नैनो सैटेलाइट का प्रक्षेपण
विदेशी सैटेलाइट को एक क्रम से भेजा  गया
सब कुछ सही रहा तो विश्व रिकॉर्ड
एक मिशन में सबसे ज़्यादा सैटेलाइट भेजने का विश्व रिकॉर्ड

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई 

जानें, वैलेंटाइन डे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने शादीशुदा अफसरों को दिया क्या खास तोहफा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने सेवा नियमों में ऐसे बदलाव किए हैं, जिससे शादीशुदा आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को एक ही कैडर राज्य मिल सकेगा. अभी ऐसे मामलों के लिए मौजूदा दिशानिर्देशों में कोई प्रावधान नहीं है, जिसमें अखिल भारतीय सेवाओं – भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और भारतीय वन सेवा (आईएफएस) – के अधिकारियों में से कोई भी यानी पत्नी या पति अपने जीवनसाथी का कैडर चुन सके.

इन नियमों में संशोधन की जरूरत 2011 बैच के आईएएस अधिकारी पी पार्थिवन के मामले से पैदा हुई. पार्थिवन ने अपनी बैचमेट और तमिलनाडु कैडर की आईपीएस अधिकारी निशा से शादी की. निशा मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं जबकि पार्थिवन तमिलनाडु के रहने वाले हैं. इस दंपति ने अपनी शादी का हवाला देते हुए एक ही कैडर की मांग की थी, क्योंकि सिविल सेवा नियम इसकी इजाजत देते हैं.

कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के सचिव की अध्यक्षता वाली समिति के सामने इस मामले को रखा गया था. यह समिति अंतर-कैडर तबादले और प्रतिनियुक्ति के मामलों पर फैसला करती है. समिति ने फिर दिशानिर्देशों में बदलाव की सिफारिश की थी, जिसे अब एसीसी ने मंजूरी दे दी.

डीओपीटी के आदेश में कहा गया कि एसीसी ने मंजूरी दी है कि जिन मामलों में कोई अधिकारी यानी पति या पत्नी में से कोई एक अपने जीवनसाथी का कैडर नहीं चुन सके तो ऐसे अधिकारियों को वह कैडर आवंटित किया जा सकता है जिसे उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में कैडर को लेकर अगले विकल्प के तौर पर लिखा हो. सिविल सेवा परीक्षा के दौरान किसी उम्मीदवार को विस्तृत आवेदन फॉर्म भरकर बताना होता है कि चयन होने पर वह किन राज्य कैडरों में जाना पसंद करेगा.

पीएम मोदी बोले- अखिलेश सत्‍ता के नशे में डूबे हैं, उन्‍हें काम नजर नहीं आता

उत्‍तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक चुनाव रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर अखिलेश यादव, सपा, बसपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। पीएम ने कहा कि कहा कि बदलाव और विकास का समय हमारे सामने है।

मोदी ने कहा कि कांग्रेस, सपा, बसपा हर परीक्षा में फेल हुए हैं। अखिलेश यादव से पूछा कि आपने मायावती के शासन के दौरान हुए घोटालों की जांच बंद क्यों कर दी। समाजवादी पार्टी हर परीक्षा में फेल हुई है। सपा, बसपा हर कसौटी पर फेल हो गई। लोकसभा चुनाव में जनता ने सपा को सबक सिखाया। उस चुनाव में जनता बीजेपी के साथ थी। जनता ने कांग्रेस को सजा दी और बसपा को साफ कर दिया।

उन्‍होंने कहा कि अखिलेश जोड़-तोड़ और गठबंधन में लग गए। लोगों को लग रहा था कि अखिलेश कुछ करेंगे लेकिन वे गठबंधन की राजनीति में मशगूल हो गए। यूपी के पहले चरण के चुनाव में सपा, कांग्रेस को करारा परिणाम देने वाला मतदान हुआ है। पहले चरण का रुख साफ जाहिर करता है कि कितने ही कुछ कर लो (गठबंधन) आपके पाप धुलने वाले नहीं हैं। अब काम नहीं, सपा के कारनामे बोलते हैं। मोदी ने सपा कांग्रेस गठबंधन पर साधा निशाना और कहा कि पहले चरण के मतदान ने बता दिया कि चाहे कितना भी गठबंधन कर लो पाप धुलने वाला नहीं है। अखिलेश सत्‍ता के नशे में डूबे हैं, उन्‍हें काम नजर नहीं आता है। जो काम लोगों को दिखता है, वो अखिलेश को नहीं दिखता है।

यूपी में आज कानून व्‍यवस्‍था का आलम यह है कि महिलाएं गले में चेन डालने से डरती हैं। यूपी को गुंडगर्दी ने तबाह कर दिया है। उन्‍होंने यह भी कहा कि गन्‍ना किसानों का हक छीना गया, क्‍या यहीं काम बोलता है। अखिलेश सरकार ने गन्‍ना किसानों के हित में कुछ नहीं किया। पीएम ने लोगों से कहा कि आपने मुझे यूपी से सांसद बनाया है। यूपी में हमारी सरकार बनने पर गन्‍ना किसानों का कर्ज माफ करवा दूंगा। 14 दिनों के अंदर गन्‍ना किसानों का कर्ज माफ करवाएंगे।

मोदी का खुलासा, भारत ने तैयार किया ऐसा मिसाइल डिफेंस सिस्टम जिससे दिक्कत में आएंगे चीन-पाकिस्तान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को उत्‍तर प्रदेश के बंदायूं में एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस जनसभा में पीएम मोदी ने एक ऐसी बात की तरफ इशारा किया है जो वाकई भारत को एक नई ऊंचाईयों पर लेकर जा सकती है।

पीएम मोदी ने दी बधाई
पीएम मोदी ने रैली में कहा कि देश के वैज्ञानिकों ने एक सर्वश्रेष्‍ठ मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम उस समय तैयार कर डाला है जब कई देश जिसमें पाकिस्‍तान भी शामिल है, मिसाइल डेवलप करने में लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने रैली में वैज्ञानिकों को धन्‍यवाद भी दिया। पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों ने सफलतापूर्वक एक नया सिस्‍टम डेवलप कर लिया है और यह नया सिस्‍टम दुश्‍मन की किसी भी मिसाइल को 150 किलोमीटर की ऊंचाई पर ही तबाह कर सकता है। पीएम मोदी ने इसके साथ ही वैज्ञानिकों को बधाई भी दी। अगर पीएम मोदी के इशारे पर यकीन किया जाए तो यह नया डिफेंस सिस्‍टम अमेरिका के थाड यानी टर्मिनल हाई अल्‍टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्‍टम जैसा ही है। अमेरिका ने हाल ही में अपने एंटी-बैलेस्टिक मिसाइल के जखीरे में इसके साथ ही एक नया हथियार भी जोड़ लिया है। थाड को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वह जमीन पर आते समय किसी भी मिसाइल को नष्‍ट करे न कि तब जब वह ऊपर की तरफ जाएं। थाड किसी भी दुश्‍मन मिसाइल को जमीन से 93 मील की ऊंचाई पर ही हिट कर सकता है। पीएम मोदी के बयान के बाद तो लगता है कि भारतीय वैज्ञानिकों ने भी इसी तरह का एक एंटी-मिसाइल सिस्‍टम तैयार कर लिया है।

उत्‍तराखंड में भी किया जिक्र
पीएम मोदी ने इस नए सिस्‍टम के बारे में ज्‍यादा जानकारी तो नहीं दी लेकिन यह जरूर कहा कि विपक्ष अब इस सिस्‍टम को लेकर सुबूत मांगेगा। ठीक उसी तरह जिस तरह से सर्जिकल स्‍ट्राइक का सुबूत मांगा था। पीएम मोदी ने इसके बाद उत्‍तराखंड के रुद्रपुर में भी एक रैली में इसी सिस्‍टम के बारे में बात की। यहां पर उन्‍होंने कहा, ‘अगर कोई भारत की तरफ मिसाइल फायर करता है तो 150 किलोमीटर के दायरे के अंदर इसे किसी भी पल हवा में ही गिरा दिया जाएगा। अब तक सिर्फ चार या पांच बड़े देशों के पास ही इस तरह का सिस्‍टम है और मैं इसके लिए अपने वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं कि उन्‍होंने नागरिकों की सुरक्षा को बेहतर बनाया है।’

खुल गया राज आखिर पीएम नरेंद्र मोदी कैसे करते हैं 18 घंटे लगातार काम?

पीएम नरेन्द्र मोदी के बारे में विरोधीगण चाहे जो कुछ भी कहें लेकिन एक बात का लोहा तो वो भी मानते हैं और वो बात है पीएम के फिटनेस की। पीएम मोदी के साथ काम करने वाले लोग इसलिए परेशान रहते हैं क्योंकि वो लगातार 18 घंटे बिना थके काम कर लेते हैं।

संयमित और अनुशासन वाली जीवन शैली
जिसके पीछे कारण है पीएम मोदी की संयमित और अनुशासन वाली जीवन शैली, जिसके कारण उम्र की इस अवस्था में भी वो फिट हैं और इसी कारण हिट भी हैं। पीएम की फिटनेस के बारे में खुलासा किया पीएम के योग गुरू एच. आर. नागेन्द्र ने।

पीएम के योग गुरू

ईनायडू की वेबसाइट में छपी खबर के मुताबिक पीएम के योग गुरू एच. आर. नागेन्द्र ने कहा कि पीएम मोदी की लाइफ काफी नियमों से चलती है जिसकी वजह से ही वो स्वस्थ रहते हैं।

पीएम तो ‘कर्म योगी’ हैं
एम्स में आयोजित नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन के सम्मेलन में बात करते हुुए योग गुरू ने कहा कि पीएम तो ‘कर्म योगी’ है। जिसके कारण वो बिना थके अपना कार्य बखूबी कर पाते हैं।

सुबह योग जरूर करते हैं
पीएम मोदी चाहे जाड़ा हो, गर्मी हो या फिर बरसात हो, सुबह योग जरूर करते हैं, जिसकी वजह से ही वो तनाव मुक्त रहते हैं और अपने कार्य पर ध्यान केंद्रित कर पाते हैं।

90 के दशक में सिखाया था योग
नागेन्द्र ने कहा कि उन्होंने 1990 के दशक में मोदी को योग सिखाया था और उसके बाद से वह लगातार योग कर रहे हैं, वक्त बदल चुका है लेकिन मोदी का नियम नहीं बदला।