Monthly Archives: June 2016

व्यक्तित्व में असमानता के बावजूद मोदी-ओबामा के बीच अविश्वसनीय दोस्ती : अमेरिकी अखबार

राष्ट्रपति बराक ओबामा भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ह्वाइट हाउस में दूसरी बार मेजबानी की तैयारी कर रहे हैं, जैसे कई वर्ष बाद वह ऐसा कर रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रपट में इन दोनों के बीच जुड़ाव को एक ‘अविश्वसनीय दोस्ती’ करार दिया गया है।

ओबामा की ऐसी दोस्ती किसी से नहीं…
भारतीय प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा के बीच सातवीं बैठक से पहले न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है, “ओबामा की मोदी के साथ जैसी दोस्ती है, वैसी अविश्वसनीय दोस्ती उनकी दुनिया के अन्य नेताओं के साथ बहुत कम है।”

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रपट में कहा गया है कि दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों को ‘सामूहिक कारण ढूंढने के मजबूर करने वाले’ कारण हैं। उदाहरण के तौर पर अमेरिका भारत के उदय को ओबामा की तथाकथित ‘एशिया नीति की धुरी’ और चीन की वैश्विक आर्थिक एवं सैन्य महाशक्ति बनने की महत्वाकांक्षा के जवाब के लिए एक क्षेत्रीय महाशक्ति के रूप में प्रोत्साहित कर रहा है। अखबार के अनुसार, भारत के लिए अमेरिकी जुड़ाव अमेरिकी कंपनियों के निवेश से अपनी अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने की जरूरत है। लेकिन मोदी और ओबामा के बीच रिश्ता फिर भी ‘अविश्वसनीय’ है।

ओबामा अल्पसंख्यक संरक्षक, मोदी दक्षिण पंथी
अखबार का कहना है कि ओबामा ने अल्पसंख्यकों की रक्षा को अपने जीवन का मूल सिद्धांत बनाया है, क्योंकि वह मानते हैं कि लोकतंत्र का मूल सिद्धांत आलोचना और मतभेद है। लेकिन मोदी ने इससे उलट अपने जीवन का अधिकांश समय दक्षिण पंथी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को बढ़ाने में लगाया है, जो भारत में हिंदू बहुलता के लिए जोरदार ढंग से मुहिम चलाता है। इसमें वर्ष 2002 के गुजरात दंगे को याद किया गया है, जब मोदी वहां के मुख्यमंत्री थे। उस दंगे में करीब एक हजार लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकांश मुसलमान थे।

भाजपा ने किया अस्पष्ट कानूनों का बेजा इस्तेमाल
न्यूयॉर्क टाइम्स ने ह्यूमन राइट्स वाच की रपट का उल्लेख करते हुए कहा है कि भारत में भाजपा सरकार ने बोलने की आजादी का गला घोंटने के लिए देश के व्यापक एवं अस्पष्ट कानूनों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया है। अखबार ने ग्रीन पीस जैसे गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) को बंद करने का मुद्दा भी उठाया है। ग्रीन पीस एक वैश्विक सहायता समूह है, जिसके 40 से भी अधिक देशों में कार्यालय हैं।

ओबामा का भरा-पूरा परिवार, मोदी वैवाहिक जीवन से दूर
ओबामा अपने बच्चों से बेहद प्यार करने वाले पिता एवं जिम्मेदार पति हैं। वह अपने बचपन के दोस्तों से करीबी रिश्ता बनाए रखते हैं। मोदी दशकों पहले पत्नी को छोड़ वैवाहिक जीवन से अलग हो चुके हैं और उनका कोई बच्चा नहीं है। दोनों नेताओं के बीच कुछ समानताएं भी हैं। दोनों जमीन से उठे हैं। दोनों के अपने पिता से रिश्ते बहुत मुश्किल भरे रहे और जब निर्वाचित हुए तो बदलाव वाली हस्ती माने गए। मोदी भी ओबामा की तरह सोशल मीडिया का प्रभावी तरीके से इस्तेमाल करते हैं।

पीएम मोदी से स्विस प्रेसीडेंट ने किया एनएसजी में समर्थन का वादा

अपने पांच देशों के दौरे के तीसरे पड़ाव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्विट्ज़रलैंड में हैं। सोमवार को पीएम मोदी ने स्विस राष्ट्रपति जोहान स्निडर अम्मान से मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद स्विस राष्‍ट्रपति ने न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप (एनएसजी) में भारत की एंट्री का समर्थन करने की बात कही है।

pm-modi-4th-visit-to-usकाला धन और टैक्‍स चोरी
प्राथमिकता इस पर पीएम मोदी ने स्विटजरलैंड का शुक्रिया अदा किया। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद एक ज्‍वाइंट मीडिया कांफ्रेंस में पीएम मोदी ने कहा कि कालेधन और कर चोरी की समस्या का मुकाबला करना हमारी साझी प्राथमिकता है।

यूएन सिक्‍योरिटी काउंंसिल में सपोर्ट का वादा
कर नियमों को तोड़ने वालों को न्याय के घेरे में लाने के लिए हमने सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान की जरूरत पर बातचीत की। इसके अलावा दोनों देशों के बीच यूनाइटेड नेशंस सिक्‍योरिटी काउंसिल में एक दूसरे को सपोर्ट देने के बीच भी बातचीत हुई है।

पीएम मोदी ने दिया इनविटेशन
पीएम मोदी ने कहा भारत और स्विट्जरलैंड के बीच आर्थिक साझेदारी पिछले कई वर्षों से मजबूत और कई आयामों को लिए हुए है। पीएम मोदी ने स्विस कंपनियों को भारत आकर यहां की तरक्‍की में साझेदार बनने के लिए इनवाइट किया है।

होंगे अमेरिका के लिए रवाना
स्विट्ज़रलैंड के बाद पीएम मोदी आज अमेरिका के लिए रवाना होंगे, जहां उन्हें कांग्रेस के ज्‍वाइंट सेशन को संबोधित करना है। पिछले दो साल में पीएम मोदी का यह चौथा अमेरिकी दौरा है। पीएम मोदी ने पांच देशों की यात्रा से पहले स्विट्जरलैंड को यूरोप में भारत का अहम साझीदार बताया था।

कानपूर में मुसलमानों ने पूरे शहर में लगा दिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर

यूपी के कानपुर में हाल ही कुछ अलग सा नजारा देखने को मिला। प्रदेश में समाजवादी सरकार के होते हुए भी शहर के मुसलमानों ने पीएम नरेंद्र मोदी के पोस्टर जगह जगह लगा दिए। पूरा शहर पीएम मोदी की होर्डिंग्स से भरा पड़ा है। ये देखकर भाजपा नेता खुशी से नहीं समा रहे हैं।

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पीएम नरेंद्र मोदी के पोस्टर लगाने पर विपक्ष लगाया आरोप

शहर में ऐसे करीब 200 पोस्टर्स मुस्लिम एसोसिएशन द्वारा लगाए गए हैं। यह संस्था कानपुर की सबसे बड़ी मुस्लिम संस्था है। इसे मोदी सरकार की योजनाएं इतनी भा गई हैं कि ये उन्हें बधाई देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के पोस्टर लगा दिए हैं। विपक्षी पार्टियां ये आरोप लगा रही है कि जनता को मोदी ने ठग लिया लेकिन आश्चर्यजनक रूप से बीजेपी के धुर विरोधी माने जाने वाले इस तबके ने मोदी की तारीफ करके सबको चौंका दिया है।

क्या कहा मुस्लिम एसोसिएशन के महामंत्री ने

इस मुस्लिम एसोसिएशन के महामंत्री हाजी अब्दुल हसीब ने कहा कि अगर मोदी हमारे लिए अच्छी योजनाएं बना रहे हैं तो हम उनके लिए नारे क्यों नहीं लगाएं। आपको बता दें कि इस एसोसिएशन के कानपुर में दर्जनों स्कूल, कॉलेज और अस्पताल इत्यादि हैं। हालांकि, उम्मीद के मुताबिक हीं बीजेपी की राजनीतिक विरोधी कांग्रेस पार्टी को मुस्लिमों का मोदी प्रेम जच नहीं रहा है।

मोदी के वादे और अटल इरादे: पिछले दो साल में 71000 करोड़ का काला धन जब्त किया!

मोदी सरकार की कामयाबी और काम काज पर एक मैसेज इनदिनों सोशल मीडिया पर जोर सोर से वायरल हो रहा है, चलिए इस मैसेज का सच हम आपको इस वीडियो में दिखाते है जिसकी पड़ताल ABP न्यूज़ ने की है, इस मैसेज में दिखाया गया है की मोदी सरकार ने काले धन पर बहुत बड़ी कामयाबी हासिल की है!

पूरा सच निचे के वीडियो में देखे – पहला दावा किया गया है की मोदी सरकार ने पिछले 2 साल में 50000 हजार करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी है
– दूसरा दावा है की पिछले दो साल में 21000 करोड़ के अघोसित आय का खुलासा हुआ है
– तीसरा दावा है की लगभग 4000 करोड़ का तस्करी का सामान जब्त किया गया है
– चौथ दावा यह है की 14466 मामलो में क़ानूनी करवाई शुरू की गई है!

जानें आमिर अमानुल्लाह खान पुरस्कार के बारे में, जिससे नवाजे गए मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कल अफगानिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘आमिर अमानुल्लाह खान पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। कल हेरात में ऐतिहासिक अफगान-भारत मैत्री बांध के उद्घाटन के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी द्वारा उन्हें इस सम्मान से नवाजा गया।

modi-in-Qatarइस सम्मान से सम्मानित किए जाने के बाद प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर अपनी भावनाओं को साझा करते हुए कहा कि “आमिर अमानुल्लाह खान पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए मैं अफगानिस्तान की सरकार के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।” आइए आपको बताते हैं इस पुरस्कार के बारे में…

  • आमिर अमानुल्लाह खान पदक अफगानिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
  • इस पुरस्कार का नाम अफगानिस्तान के राष्ट्रीय नायक, अमानुल्लाह खान (गाजी) के नाम पर रखा गया है जो अफगानिस्तान की स्वतंत्रता के शूरवीर थे।
  • अमानुल्लाह, ने अफगानिस्तान के आधुनिकतावादी संविधान की अगुवाई की और उसमें समान अधिकारों और व्यक्तिगत स्वतंत्रताओं को शामिल किया।
  • किंग अमानुल्लाह का स्वतंत्र और आधुनिक अफगानिस्तान का विजन आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना पहले था। 4 जून को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को यह आमिर अमानुल्लाह खान पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले वे पहले भारतीय और विश्व के मुट्ठीभर विदेशी नेताओं में से एक हैं।
  • अफगानिस्तान सरकार ने इस पुरस्कार का वर्ष 2006 में गठन किया था।

 

 

स्विट्जरलैंड पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी, काला धन और न्‍यूक्लियर क्‍लब पर होगा ‘फोकस’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कतर में अपने कार्यक्रम पूरे होने के बाद स्विट्जरलैंड के जिनेवा पहुंचे। प्रधानमंत्री का विमान यहां देर रात करीब 3 बजे (भारतीय समयानुसार) जिनेवा में उतरा।

पीएम के जिनेवा पहुंचने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया। उन्‍होंने लिखा, ‘बॉन सोएर जिनेवा! सुरम्य स्विस शहर में देर रात आगमन प्रधानमंत्री की यात्रा के तीसरे चरण की शुरूआत की निशानी।’

modi-in-switzerlandपीएम कालेधन और न्‍यूक्लियर क्‍लब में भारत की सदस्‍यता के लिए मांग सकते हैं सहयोग
अपने पांच देशों के इस दौरे से पहले, प्रधानमंत्री मोदी स्विट्जरलैंड को यूरोप में भारत का प्रमुख भागीदार बता चुके हैं। स्विटजरलैंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां के राष्ट्रपति जोहान स्निडर अम्मानन समेत स्विस नेतृत्व के साथ वार्ता करेंगे और ऐसी संभावना है कि वे स्विट्जरलैंड में भारतीयों के कालाधन का पता लगाने के लिए उनसे सहयोग मांगेंगे, जिसका वादा वे 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान कर चुके हैं।

सूत्रों के अनुसार, दोनों देशों के अधिकारी एक समझौते को अंतिम रूप देने पर काम कर रहे हैं जो कर से जुड़े मुद्दों पर सूचनाओं के स्वत: आदान प्रदान का मार्ग प्रशस्त करेगा। इसके साथ ही पीएम मोदी 48 सदस्‍यीय न्‍यूक्लियर आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्‍यता के लिए स्विट्जरलैंड का सहयोग भी मांग सकते हैं।

भारत, कतर ने आपसी सहयोग और निवेश बढ़ाने के लिए सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए

भारत और कतर ने वित्तीय खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान, धन शोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने तथा गैस संपन्न खाड़ी देश से बुनियादी ढांचे में विदेशी निवेश आकर्षित करने सहित सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए।

कौशल विकास और शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और खेल के क्षेत्रों में सहयोग और निवेश अन्य समझौते हैं, जिन पर भारतीय और कतर के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए।

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बहु-क्षेत्रीय साझेदारी और भारत-कतर संबंधों को मजबूत करने के लिए मोदी और शेख तमीम के बीच आधिकारिक वार्ता हुई और इसके बाद समझौतों और सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर हुए। प्रधानमंत्री की यात्रा के दूसरे दिन ये हस्ताक्षर हुए।

राष्ट्रीय निवेश और बुनियादी ढांचा कोष में निवेश को लेकर कतर निवेश प्राधिकरण और विदेश मंत्रालय के बीच एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुआ। यह गैस बहुल खाड़ी देश से विदेशी निवेश को बढ़ावा देगा।

पीएम नरेंद्र मोदी अफगानिस्तान में आज करेंगे सलमा बांध का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में वहां के राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ 1,700 करोड़ रुपये की लागत से बने अफगानिस्तान-भारत मैत्री बांध, सलमा बांध का आज (शनिवार को) उद्घाटन करेंगे।

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भारत सरकार ने करवाया है इस परियोजना का निर्माण…
भारत की सरकार ने प्रांत के चिश्त ए शरीफ नदी पर इस बहुद्देशीय परियोजना का निर्माण कराया है, जिससे 75 हजार हेक्टेयर जमीन की सिंचाई हो सकती है और 42 मेगावाट बिजली पैदा की जा सकती है। इसके अलावा स्थानीय लोगों को जलापूर्ति एवं अन्य फायदे होंगे।

केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि ऐतिहासिक परियोजना बताया जा रहा यह बांध हेरात शहर से 165 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। बयान में कहा गया है, ‘सुरक्षा कारणों से परियोजना में लगे भारतीय इंजीनियर और तकनीशियन हेलीकॉप्टर से महीने में एक बार स्थल तक पहुंचते थे।’ मंत्रालय ने कहा कि ‘बांध के काम के लिए जरूरी सभी उपकरण और सामग्री भारत से ईरान के बंदर ए अब्बास बंदरगाह होते हुए 1,200 किलोमीटर लंबे सड़क मार्ग से ईरान..अफगानिस्तान की सीमा इस्लाम किला तक लाया गया और फिर सीमावर्ती चौकी से 300 किलोमीटर सड़क मार्ग से वहां तक ले जाया गया।’

इसने कहा, ‘सीमेंट, स्टील आदि पड़ोसी देशों से अफगानिस्तान में आयात किए गए। बांध की कुल क्षमता 63.3 करोड़ घनमीटर है। बांध की ऊंचाई 104.3 मीटर, लंबाई 540 मीटर और चौड़ाई 450 मीटर है।’ मंत्रालय ने कहा कि बांध परियोजना को पूरा किया जाना बेहद कठिन परिस्थितियों में तकरीबन 1,500 भारतीय और अफगान इंजीनियरों और अन्य पेशेवरों के कठोर परिश्रम को दर्शाता है जो पूरी तरह भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है।’

परियोजना पर वैप्कोस लिमिटेड ने काम किया और इसे पूरा किया जो जल संसाधन मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक उपक्रम है।

अफगान यात्रा के जरिये PM मोदी देंगे पाक को संदेश, ‘हम सहयोगियों के साथ हमेशा खड़े रहते हैं ‘

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अफगानिस्तान की यात्रा करेंगे। पिछले 6 माह में पीएम की यह दूसरी अफगानिस्तान यात्रा होगी। अपनी एक दिन की इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी  वहां अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से बातचीत करेंगे और हेरात प्रांत में अफगानिस्तान-भारत मैत्री बांध का उद्घाटन करेंगे। इससे पहले इसे ‘सलमा बांध’ के नाम से जाना जाता था। यह बांध अफगानिस्तान की ईरान से लगी सीमा के बेहद नजदीक है और इसके निर्माण पर दो अरब डॉलर से अधिक की लागत आई है।

Afgan Rashtrapati Gani and PM Modi
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप के अनुसार, मोदी और गनी के बीच मुलाकात अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने और कैसे दोनों देश उस देश में शांति और स्थिरता को प्रोत्साहन देने के लिए आगे सहयोग कर सकते हैं, इस पर विचार का अवसर प्रदान करेगी। गौरतलब है कि अफगानिस्तान चार जून से शुरू हो रही मोदी की पांच देशों की यात्रा का हिस्सा है। इसके तहत वह कतर, स्विट्जरलैंड, अमेरिका और मेक्सिको भी जाएंगे।

बांध परियोजना को पूरा किया जाना बेहद कठिन परिस्थितियों में तकरीबन 1500 भारतीय और अफगान इंजीनियरों और अन्य पेशेवरों के कठोर परिश्रम को दर्शाता है, इस बात पर जोर देते हुए स्वरूप ने कहा कि यह अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण और विकास के प्रति भारत की सतत प्रतिबद्धता को उजागर करता है।

उन्होंने कहा कि बांध 44000 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई करने में मदद करेगा। पाकिस्तान का परोक्ष तौर पर उल्लेख करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अफगानिस्तान में आतंकवाद और अस्थिरता को प्रोत्साहन देने वालों के विपरीत भारत काबुल के साथ हमेशा खड़ा रहा। पिछले साल, मोदी और राष्ट्रपति गनी ने संयुक्त रूप से नए संसद भवन को अफगान राष्ट्र को समर्पित किया था। इसका निर्माण भारत-अफगानिस्तान सहयोग के तहत किया गया था।

मोदी सरकार के इन कार्यों से किसानों को हुआ फायदा

मोदी सरकार ने किसानों के विकास के लिए अनेक कदम उठाएं हैं। किसानों की खुदकुशी को रोकने के लिए मोदी सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग राज्‍यमंत्री साध्‍वी निरंजन ज्‍योति के साथ सरकार द्वारा उठाए गए अनेक कदमों पर मीडिया के साथ एक इंटरएक्टिव सेशन में प्रकाश डाला।

agriculture-farmerइस दौरान खाद्य आर्थिक व्यवस्था में खाद्य प्रसंस्‍करण के जरिए 32 लाख मीट्रिक टन क्षमता का सृजन किया गया। इसकी कीमत 9 हजार करोड़ रूपये है। इससे हर साल 9200 करोड़ रूपये कीमत की 10 प्रतिशत की दर से अपशिष्‍ट में कमी आयेगी।

उन्‍होंने बताया कि भारत खाद्य अपशिष्‍ट के क्षेत्र में शून्‍य टॉलरेंस से आगे बढ़ना शुरू किया। खाद्य क्षेत्र के सभी विभागों में शून्‍य टॉलरेंस अपशिष्‍ट की जरूरत पर बल देते है। श्रीमती बादल ने कहा कि मंत्रालय ने फल वाले क्षेत्र में अपशिष्‍ट को शून्‍य के स्‍तर तक लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए उन्‍होंने भारत में स्‍वदेशी मल्‍टीब्रांड निर्माण रिटेल में शत प्रतिशत एफडीआई लाने के तरीके पर प्रकाश डाला। इसके जरियें 37 मेगाफूड पार्क और 134 कोल्‍ड चेन परियोजनाएं बनाई गई। इसके साथ ही मंत्री महोदया ने घोषणा की कि चालू वित्‍त वर्ष में 100 कोल्‍ड चेन परियोजना और ‘संपदा’ योजना के तहत बाधारहित कृषि संकुल के विकास पर ध्‍यान दिया जाएगा, जो खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग को अगले स्‍तर तक ले जाएगा।

उन्‍होंने बताया कि सरकार ने 37 मेगाफूड पार्क बनाने की अनुमति दी है जिनमें 8 शुरू हो गई हैं। (6 एनडीए के 2 साल के कार्यकाल में और 2 यूपीए के 10 साल के कार्यकाल में) मंजूर की गई 134 कोल्‍ड चेन परियोजनाओं में 81 पूरी हो गई हैं। (44 एनडीए के 2 साल के कार्यकाल में और 37 यूपीए के 10 साल के कार्यकाल में)। कोल्‍ड चेन परियोजना के जरिये हमने कोल्‍ड स्‍टोरेज की क्षमता में 1.2 लाख मीट्रिक टन, 53.05 मीट्रिक टन प्रति घंटा क्विक फ्रीज (आईक्‍यूएफ), 19 लाख मीट्रिक टन दूध का प्रसंस्‍करण और 240 रीफर वैन में वृद्धि हुई है।

श्रीम‍ती बादल ने कहा कि खाद्य प्रसंस्‍करण रोजगारोन्‍मुखी सेक्‍टर है। इसमें निवेश की सुविधा उपलब्‍ध कराने के लिए विदेशी और घरेलू निवेशकों हेतु एकल खिड़की सुविधा प्रकोष्‍ठ बनाया गया है। देश में कृषि एवं बागवानी उत्‍पादों की कमी और अधिकता की एक फूडमैप की पहचान की गई है जो मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्‍ध है।

नाबार्ड द्वारा 2000 करोड़ रुपये का एक विशेष कोष निदृष्‍ट फूड पार्कों में कृषि प्रसंस्‍करण इकाइयों की स्‍थापना के लिए रियायती कर्ज के लिए बनाया गया है। उन्‍होंने घोषण की कि मंत्रालय किसानों को सूचना देने तथा उद्यमियों को खाद्य प्रसंस्‍करण इकाई स्‍थापित करने के लिए मोबाइल आधारित वन स्‍टोप एप की शुरुआत करेगा।