प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र की एनडीए सरकार की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य योजना ‘आयुष्मान भारत’ की विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सराहना की है। करीब 50 करोड़ लोगों को हर साल 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान करने वाले पीएम नरेंद्र मोदी की इस पहल को डब्ल्यूएचओ ने ‘बड़ी प्रतिबद्धता’ करार दिया है। इसके तहत देश के 10 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को लाभ प्रदान करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इसे दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना माना जा रहा है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेडरोस ग्रेवियेसस ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से पिछले सप्ताह हुई मुलाकात के बाद इस संबंध में ट्वीट किया।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘भारत की पहल ‘आयुष्मान भारत’ या ‘यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज’ से काफी प्रभावित हूं! धन्यवाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। बड़ी प्रतिबद्धता!’ ग्रेवियेसस ने अपने ट्वीट में नड्डा से मुलाकात का भी जिक्र किया और उन्हें इसके लिए धन्यवाद दिया। ग्रेवियेसस और नड्डा की मुलाकात बीते सप्ताह शुक्रवार को हुई।
Very impressed with India’s initiative on Ayushman Bharat or universal Health Coverage! Thank you Prime Minister @narendramodi. Great commitment!
Thank you ?? Minister of Health, @JPNadda, for meeting me today! pic.twitter.com/hUPSD88rk6— Tedros Adhanom Ghebreyesus (@DrTedros) September 6, 2018
इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नड्डा ने भी ग्रेवियेसस को धन्यवाद देते हुए ट्वीट किया और कहा कि सभी को ‘किफायती’ सुविधा मुहैया कराना और इसे सभी के पहुंच के दायरे में लाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच रही है।
Thank you for your kind words @DrTedros & a very fruitful meeting.
Our PM envisions to make healthcare accessible and affordable for all.
Under #PMJAY, an insurance cover of Rs 5 lakh will be extended to 50 Cr people- “equal the size of the population of America, Canada, Mexico“. https://t.co/a5gmTIziir— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) September 7, 2018
उन्होंने यह भी कहा कि इस योजना के तहत जिन 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपये तक का सालना बीमा कवर देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, वह संख्या तीन देशों अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको की आबादी के बराबर है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अपने संबोधन में इस योजना को 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर लागू करने की घोषणा की थी।