गौरक्षा के नाम पर हिंसा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निंदा किए जाने के कुछ घंटे बाद विश्व हिंदू परिषद ने गुरुवार को कहा कि एक रक्षक कभी हत्यारा नहीं हो सकता. विहिप ने प्रधानमंत्री से यह अनुरोध भी किया कि गौरक्षा के लिए सख्त कानून बनाया जाए जिसकी वकालत महात्मा गांधी और विनोबा भावे ने भी की थी.
मोदी ने अपने भाषण में गांधी और विनोबा का जिक्र किया था. विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा,
”हमारे प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी और आचार्य विनोबा भावे के बारे में उल्लेख किया. दोनों ही गौरक्षा के लिए कड़े कानून के पक्षधर थे.”
गौरक्षकों को मोदी के कड़े संदेश के संदर्भ में बंसल ने दावा किया कि गौरक्षक तभी सड़कों पर उतरते हैं जब प्रशासन गौहत्या नहीं रोक पाता. उन्होंने कहा,
”गौरक्षक रक्षक होते हैं. वे हत्यारे कैसे हो सकते हैं. हत्यारे रक्षक नहीं हो सकते.”