udupi me pm modi ne kaha karnataka me congress ne ease of doing murder kiya

उडुपी में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, कर्नाटक में कांग्रेस ने बस ईज ऑफ डूइंग मर्डर किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज से कर्नाटक में चुनाव प्रचार की शुरुआत की है। मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चामराजनगर में रैली को संबोधित किया। जिसके बाद वे अब उडुपी पहुंचे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी आज कुल 3 रैलियों को संबोधित करेंगे। उडुपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की मुख्य बातें-


इस धरती के लाल ने किया नाम रोशन

ये परशुराम की सृष्टि है, ये प्रकृति हमें सहजीवन का संदेश देती है। इसी धरती के बेटे गुरुराज पुजारी ने दुनिया के अंदर हिंदुस्तान का माथा ऊंचा कर दिया है। ऑस्ट्रेलिया में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में कृष्ण की धरती पर पैदा हुए गुरुराज पुजारी ने वेटलिफ्टिंग में मेडल दिलाया। मुझे गुरुराज से मिलने का मौका मिला, उनके पराक्रम की कहानी सुनी।

उडुपी, जनसंघ और भाजपा का पुराना नाता

जब देश में जनसंघ का झंडा कहीं नहीं लहराता था, 40 साल पहले जनसंघ के लोगों को नगरपालिका में चुनकर भेजा जाता था। तब देश की नगरपालिकाओं में उडुपी नगरपालिका नंबर 1 पर आती रहती थी। उडुपी, जनसंघ और भाजपा का नाता सफलता से जुड़ा है। मैं भाजपा और जनसंघ के उन कार्यकर्ताओं को नमन करता हूं। यह दक्षिण कर्नाटक में मंदिरों की धरती के तौर पर जाना जाता है। ये धरती भारत के लिए लैंड ऑफ बैंकिंग भी है। यहीं से देश को नई दिशा और ताकत मिली।

हमने गरीबों को बैंक का दरवाजा दिखाया


आजादी के बाद भी गरीबों के नाम पर बैंकों के राष्ट्रीयकरण किए, सत्ता हथियाने के लिए खेल खेले, लेकिन गरीब कभी बैंक के दरवाजे तक नहीं जा सका। हमें दिल्ली में आने का मौका मिला। उडुपी ने देश को बैंक दिया और हमने गरीबों को बैंकों से जोड़ा। 31 करोड़ से ज्यादा, 40 फीसदी आबादी बैंकिंग व्यवस्था से बाहर थी। हमने जनधन योजना के जरिए लोगों के बैंक खाते जीरो बैलेंस से खोले। लोगों ने 80 हजार करोड़ रुपये बैंकों में जमा कर दिए। इन्हें 40-50 साल पहले मौका मिला होता तो उनका भी विकास हो गया होता और देश की अर्थव्यवस्था का भी।

हमने बैंकों के पैसे नौजवानों को दिए

बैंक में लोन लेने आए लोगों से पूछा जाता था कि गिरवी रखने के लिए क्या है। अगर गरीब के पास कुछ होता तो वह लोन लेने क्यों आता। उसके पास तो जज्बा है, उसे अवसर चाहिए। कांग्रेस के शासनकाल में पांच-छह दशक तक बैंक का पैसा नौजवानों के काम नहीं आया। हमने इस पैसे को नौजवानों से जोड़ा और मुद्रा योजना शुरू की। इससे 12 करोड़ लोन स्वीकृत हुए और करीब 4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रकम नौजवानों के हाथ में दिए। कर्नाटक में ही सवा लाख करोड़ लोन स्वीकृत हुए हैं।

कांग्रेस ने खेला हिंसा का खेल


कर्नाटक में दो दर्जन से ज्यादा भाजपा के कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया। हिंसा का खेल खेला गया। हिंसा की मानसिकता की कर्नाटक से और देश से विदाई होनी चाहिए। कर्नाटक का बहुत नाम था, लेकिन कांग्रेस ने इस नाम को बदनाम कर दिया। मैं बहुत छोटा था, तबसे कर्नाटक का नाम सुना करता था। भारत में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए योजना बन रही है और कर्नाटक में कांग्रेस ने ईज ऑफ डूइंग मर्डर कर दिया। ये मेरा खुला आरोप है।

देवगौड़ा को लेकर साधा राहुल पर निशाना


देवगौड़ा जब भी दिल्ली आए, मैं उनसे मिला। देवगौड़ा जब मेरे घर आते हैं तो मैं उनकी गाड़ी का दरवाजा खोलकर उनका स्वागत करता हूं। जब वे जाते हैं तो मैं उनको गाड़ी में बैठा कर आता हूं. वे हमारे राजनीतिक विरोधी हैं, लेकिन वे हमारे सम्मानीय नेताओं में से एक हैं। मैंने सुना कि कांग्रेस अध्यक्ष (राहुल गांधी) चुनावी सभाओं में देवगौड़ा जी का कैसे उल्लेख कर रहे थे, ये आपका अहंकार है। अभी तो आपके करियर की शुरुआत हुई है। आप उन्हें अपमानित करते हैं। अभी आपकी जिंदगी की शुरुआत है, उनके आने वाले दिन कितने बुरे हो सकते हैं, आप सोच सकते हैं।

गांधी का सपना था- कांग्रेस को बिखेर दो

गांधी जी की आखिरी इच्छा थी कि कांग्रेस को बिखेर दो। देश में जिन भी राज्यों को मौका मिला उन्होंने यह करके दिखाया। अब कर्नाटक की बारी है। अब कर्नाटक को यह काम करने का मौका मिला है। अगर कर्नाटक में यह हो गया तो गांधी जी का आशीर्वाद कर्नाटक के लोगों को ही मिलेगा।

सैंड माफिया के पीछे सरकार का हाथ

कांग्रेस के राज में अपराध सामने ही नहीं आ पाते हैं। हमने बलात्कारियों के खिलाफ कड़ा कानून बनाया और अपराधियों को सजा भी मिलेगी। कर्नाटक में माफियाओं की कहानी सबने सुनी है, लेकिन अब सैंड माफिया सामने आ रहे हैं। कर्नाटक हाई कोर्ट को भी सरकार के खिलाफ कड़ी टिप्पणी करनी पड़ी। गरीब आदमी को घर बनाने के लिए ब्लैक में बालू खरीदनी पड़ती है। इनके पीछे सत्ता में बैठे लोगों का हाथ है। आप लोगों का पास कर्नाटक को बचाने का मौका है।

होनहार छात्रों को छोड़ना पड़ता है घर

कर्नाटक के छात्र हमेशा 10वीं और 12वीं की परीक्षा में अव्वल आते हैं। यहां के एग्जाम सिस्टम में कभी खामी नहीं देखने को मिली। लेकिन 20-22 साल के होते ही इन होनहार छात्रों को अपने बुजुर्ग मां-बाप को छोड़कर बाहर जाना पड़ता है। यहां पर ब्लू रिवोल्यूशन से आसपास के इलाकों में रोजगार मिलना चाहिए। हम मछुआरों के लिए काम कर रहे हैं, तटीय इलाकों में काम कर रहे हैं, रेलवे हार्बर के लिए काम कर रहे हैं, भारतमाला प्रोजेक्ट से डेढ़ लाख करोड़ का निवेश होने जा रहा है, उडुपी को देश के दूसरे हिस्सों से जोड़ा जा रहा है।

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ही कृष्ण मठ का दौरा करेंगे और मठाचार्य से मुलाकात करेंगे। बता दें कि 12 मई को कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले प्रचार में बीजेपी, जेडीएस और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है।

D Ranjan
By D Ranjan , May 1, 2018

RELATED POSTS

Copyright 2018 | All Rights Reserved.