प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को चेन्नई में Defence Expo 2018 का उद्धाटन किया। इस मौके पर संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने हुए कहा ‘तमिलनाडु में कांचीपुरम के इस ऐतिहासिक क्षेत्र में एक उत्साही सभा को देखकर मैं बहुत खुश हूं। यह हमारी महिमापूर्ण समुद्री विरासत की भूमि है।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह देखना आश्चर्यजनक है कि 500 से अधिक भारतीय कंपनियां और 150 से अधिक विदेशी कंपनियां यहाँ हैं। 40 से अधिक देशों ने अपने आधिकारिक प्रतिनिधि मंडल भी भेजे हैं।
This is the land of our glorious maritime legacy.
This is the land from where India Looked East and Acted East thousands of years ago: PM— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2018
It is wonderful to see that over 500 Indian companies & over 150 foreign companies are here.
More than 40 countries have sent their official delegations as well: PM— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2018
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि शांति को लेकर हमारी प्रतिबद्धता उतनी ही मजबूत है जितना की हमारी जनता और सीमा की सुरक्षा को लेकर हमारा निश्चय। उन्होंने कहा कि रणनीतिक रूप से स्वतंत्र रक्षा उद्योग परिसर की स्थापना करने सहित सशस्त्र सेनाओं को हथियारों से लैस करने के लिए हर कदम उठाने को तैयार हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए रक्षा खरीद प्रक्रिया में विभिन्न विशेष प्रावधानों को शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कंपनियों का स्वागत करते हुए कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि इस बार इस प्रदर्शनी में 500 से अधिक भारतीय कंपनियां भाग ले रहीं है जबकि 150 से अधिक विदेशी कंपनियां हिस्सा ले रही हैं।
Our commitment to peace is just as strong as our commitment to protecting our people & our territory. For this we are ready to take all necessary measures to equip our Armed Forces, including through the establishment of a strategically independent defence industrial complex: PM
— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं महान चोला साम्राज्य की भूमि में आकर बहुत खुश हूं। यही वह जगह है जहां से भारत ने पूर्व की ओर देखना शुरू किया। इतनी सारी कंपनियों को देख कर मुझे काफी हर्ष है। यह भारत की रक्षा क्षमताओं को दिखाने का मंच है। देश में निर्माण कर दूसरे देशों को बेचने की रक्षा रणनीति पहले किसी भी समय की तुलना में आज सबसे अधिक सुदृढ़ है।
I am delighted & overwhelmed to see an enthusiastic gathering in this historic region of Kanchipuram in the great State of Tamil Nadu.
I am very happy to be here in the land of the great Cholas who established India’s historical civilization links through trade & education: PM— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2018
उन्होंने कहा कि भारत देशों को जीतने की बजाय, दिल जीतने में यक़ीन रखता है। यह वह भूमि है जहां से बुद्ध की रौशनी पूरे विश्व में फैली। यह वह देश है जिसके एक लाख तीस हज़ार भारतीय सैनिकों ने विश्व युद्ध में अपनी जान दी। भारतीय सैनिकों का संयुक्त राष्ट्र शान्ति सेना में भी महती योगदान है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शान्ति के प्रति हमारा समर्पण वैसा ही है जैसा अपनी सीमाओं की सुरक्षा करने के प्रति है। रक्षा विनिर्माण का क्षेत्र में सरकार की भागीदारी के मामले में यह युग अनूठा है। सरकार इसके लिए लाइसेंस देती है, सुविधाएं देती है। रक्षा उत्पादन के मामले में हमारे नियमन, विधियों और प्रक्रियाओं को उद्योगों के लिये अधिक दोस्ताना बनाया गया है।
We are conscious that defence manufacturing is unique in terms of govt. involvement. You need the govt. to grant a license to manufacture.
Since the govt. is almost the only buyer, you need the govt. to grant an order.
You need the govt. even to grant permission to export: PM— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2018
Over the last few years, we have made a humble beginning.
On defence manufacturing licenses, on defence offsets, on defence exports clearances, on Foreign Direct Investment in defence manufacturing, and on reforming our defence procurement, we have taken many steps: PM— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑफसेट गाइडलाइन्स को आसान बनाया गया है। अनेक प्रक्रियाओं को आसान और सरल बनाया गया है। रक्षा अधिग्रहण की प्रक्रिया का भी नवीनीकरण किया गया है। ताकि लघु और मझौले उपक्रम भी इस क्षेत्र में आ सकें। हम दो औद्योगिक रक्षा कॉरिडोर बनाने के प्रति समर्पित हैं। एक तमिलनाडु में और दूसरा उत्तर प्रदेश में। यह कॉरिडोर आर्थिक विकास का आधार बनेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा निर्माण के क्षेत्र में पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को याद करते हुए सपना देखने और उसको एक्शन में बदलने की बात कही।
We are committed to establishing 2 Defence Industrial Corridors: 1 in TN & 1 in UP. These will utilize defence manufacturing ecosystems in the regions & further build upon it. The corridors will become engines of economic development & growth of defence industrial base: PM
— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट्स की खरीद और वायुसेना के लिए लड़ाकू विमान की खरीद में लेटलतीफ़ी के लिए इशारों ही इशारों में पिछली सरकार पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि आपने देखा होगा सेना के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट्स की दरकार थी जो कई सालों से लंबित थी, हमने अब उसको अंजाम तक पहुंचा कर कामयाब बनाया है। आपने लड़ाकू जहाज़ों की खरीद की कोशिशें भी देखी होंगी, जो कभी अंजाम तक नहीं पहुँच पाई। हम इसको भी कामयाब अंजाम तक पहुंचा रहे हैं।
You would have seen how the issue of providing bullet proof jackets to Indian soldiers was kept hanging for years.
You would have also seen that we have brought the process to a successful conclusion with a contract that will provide a boost to defence manufacturing in India: PM— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2018
You would also recall the long-drawn process of procurement of fighter aircraft that never reached any conclusion.
We have not only taken bold action to meet our immediate critical requirements, but have also initiated a new process to procure 110 fighter aircrafts: PM— PMO India (@PMOIndia) April 12, 2018
इस कार्यक्रम में स्वदेशी तकनीकी से विकसित सैन्य हेलीकॉप्टर, विमान, मिसाइलें, रॉकेट, पनडुब्बियां, जंगी जहाज विकसित करने की क्षमता प्रदर्शित की जाएगी। टाटा, एलएंडटी, कल्याण, भारत फोर्ज, महिंद्रा, डीआरडीओ, एचएएल, ओर्डेनेंस फैक्ट्रीज जैसी निजी एवं सार्वजनिक विशाल कंपनियां प्रदर्शनी में हिस्सा ले रही हैं। इस डिफेंस एक्सपो में कई रक्षा सौदों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसरा भारत निर्मित मिसाइलों में कई देशों ने दिलचस्पी दिखाई है। अब तक भारत दूसरे देशों से रक्षा उपकरणों का आयात करता रहा है लेकिन अब भारत रक्षा उपकरणों के निर्माण और निर्यात करने में सक्षम है। रक्षा मंत्री ने निजी क्षेत्र की कंपनियां से भारतीय तकनीक को बढ़ावा देने की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चेन्नई के अड्यार स्थित कैंसर संस्थान का भी दौरा करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी इस अवसर पर हीरक जयंती भवन, श्रीपेरंबदूर स्थित उपशामक देखभाल केंद्र (महावीर आश्रय) और अड्यार कैंसर संस्थान स्थित डे केयर सेंटर एवं नर्सों के क्वार्टर का उद्घाटन करने वाली पट्टिका का अनावरण करेंगे।