राष्ट्रीय पर्यटन नीति के संबंध में पर्यटन मंत्रालय का ढुलमुल रवैया देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक शीर्ष स्तरीय बैठक बुलाकर नीति के प्रस्तावित प्रावधानों का जायजा लिया। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री की इस बैठक के बाद मंत्रालय जल्द ही पर्यटन नीति को अंतिम रूप दे सकता है।
सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री ने प्रस्तावित ‘राष्ट्रीय पर्यटन नीति’ के प्रावधानों को परखने के बाद अब तक हुई प्रगति का जायजा लेने के लिए गुरुवार को उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में प्रधानमंत्री कार्यालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ-साथ केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री महेश शर्मा और पर्यटन मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए। राष्ट्रीय पर्यटन नीति के प्रावधानों को लेकर बैठक में चर्चा हुई। माना जा रहा है कि सरकार आने वाले दिनों में नीति घोषित करेगी।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय पर्यटन नीति का मसौदा 2015 से यथावत है। अब तक इसे अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है।उद्योग जगत भी सरकार से राष्ट्रीय पर्यटन नीति जारी करने की मांग कर रहे हैं। हाल में उद्योग संगठन फिक्की ने कहा था कि सरकार को राष्ट्रीय पर्यटन नीति इसी वर्ष घोषित करनी चाहिए। ऐसे में प्रधानमंत्री निवास पर हुई यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण है।
सूत्रों के मुताबिक, प्रस्तावित नीति में एक राष्ट्रीय पर्यटन प्राधिकरण गठित करने का प्रावधान किया गया है। इस नीति में वैश्विक पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए भारत को ‘मस्ट सी’ डेस्टिनेशन के रूप में पेश करने पर बल दिया गया है।