48 घंटे और अमेरिका के व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति बराक ओबामा के नाम के पूर्व राष्ट्रपति लिखा जाने लगेगा। आठ वर्षो के कार्यकाल में राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दुनिया के तमाम देशों और तमाम नेताओं के साथ एक अलग केमेस्ट्री कायम की। इन केमेस्ट्री में से ही एक है उनकी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई ‘दोस्ती’।
जब पीएम मोदी को दी ओबामा ने बधाई
दोस्ती की शुरुआत हुई थी वर्ष 2014 में जब देश में बीजेपी के अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन को लोकसभा चुनावों में एतिहासिक जीत मिली थी। राष्ट्रपति ओबामा ने खुद फोन करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का अगला पीएम बनने की बधाई दी थी। जब यह फोन आया और इसकी भनक मीडिया को लगी तभी सबको अहसास हो गया था कि दोनों देशों के रिश्ते बदलने वाले हैं।
कुल आठ बार मीटिंग
दो वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ओबामा के बीच औपचारिक और अनौपचारिक कुल मिलाकर आठ मुलाकातें हो चुकी हैं। यह दोस्ती का ही नतीजा था जो अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा पीएम मोदी के बुलावे पर वर्ष 2015 में गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनने को तैयार हो गए थे। आइए आपको इसी दोस्ती और इससे जुड़ी खास तस्वीरों से रूबरू करवाते हैं।
व्हाइट हाउस पहुंचे पीएम मोदी
वर्ष 2014 में जब पीएम मोदी ने चुनाव जीता तो राष्ट्रपति ओबामा ने उन्हें व्हाइट हाउस आने का निमंत्रण दिया। पीएम मोदी जब उस वर्ष संयुक्त राष्ट्रसंघ महासभा के अधिवेशन में भाग लेने के लिए अमेरिका पहुंचे तो ओबामा ने उस समय उनका व्हाइट हाउस में रेड कार्पेट वेलकम किया। पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति बराक ओबामा की यह पहली मुलाकात थी जिसने देश विदेश में सुर्खियां बटोरीं।
गर्मजोशी से मिले दोनों नेता
दोनों की यह पहली मुलाकात थी लेकिन पहली ही मुलाकात में दोनों नेता काफी गर्मजोशी के साथ मिले। इस मुलाकात की तस्वीरें जब मीडिया में आईं तो पाकिस्तान तक में हलचल मच गई।
पहले स्टेटमेंट फिर ज्वाइंट एडीटोरियल
व्हाइट हाउस में पीएम मोदी और राष्ट्रपति ओबामा के बीच हुई मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने एक ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी किया। इसके अलावा इन दोनों ने वाशिंगटन पोस्ट में एक ज्वाइंट एडीटोरियल भी लिखा। यह पहला मौका था जब किसी भारतीय पीएम ने अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ मिलकर एडीटोरियल लिखा।
पीएम मोदी को दिखाया मार्टिन लूथर किंग मेमोरियल
राष्ट्रपति ओबामा खुद पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग मेमोरियल लेकर गए। दोनों ने कुछ समय साथ बिताया और काफी देर तक बात भी करते रहे। विशेषज्ञों ने इसे पीएम मोदी के लिए एक बड़ी डिप्लोमैटिक जीत करार दिया।
दूसरी मुलाकात
फिर जी20 में हुई मुलाकात दोनों नेता इसके बाद ब्रिसबेन, ऑस्ट्रेलिया में जी20 समिट के दौरान मिले। इस समिट से पहले राष्ट्रपति ओबामा ने पीएम मोदी को एक चमत्कारी नेता बताया था।
मोदी ने बुलाया तो चले आए राष्ट्रपति ओबामा
मोदी सरकार को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब राष्ट्रपति ओबामा ने गणतंत्र दिवस परेड में बतौर मुख्य अतिथि आने का निमंत्रण स्वीकार किया। ओबामा पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बने जिन्होंने मुख्य अतिथि के तौर पर गणतंत्र दिवस परेड में शिरकत की।
ओबामा के लिए ‘चायवाला’ बने
राष्ट्रपति ओबामा जनवरी में जब भारत आए तो दोनों नेताओं ने हैदराबाद हाउस में काफी वक्त साथ बिताया। इस दौरान पीएम मोदी ने ओबामा के लिए चाय भी बनाई। दोनों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई और विशेषज्ञों ने ओबामा की बॉडी लैंग्वेज को देखकर कहा कि शायद वह अपने कार्यकाल में पहली बार किसी दौरे पर इतने आरामतलब नजर आए हैं।
अब हॉटलाइन पर होती है बात
भारत अब रूस, ब्रिटेन और चीन के बाद चौथा ऐसा देश बन गया है जिसके साथ हॉटलाइन पर शीर्ष अमेरिकी अधिकारी तो बात कर ही सकते हैं साथ ही साथ पीएम और राष्ट्रपति भी आपस में बात कर सकते हैं। यही हॉटलाइन कुछ दिनों पहले ही ऑपरेशनल हुई है।
‘मैं और बराक’
राष्ट्रपति ओबामा और पीएम मोदी ने जब जनवरी में ज्वाइंट प्रेस कांफ्रेस की तो एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ओबामा को सिर्फ ‘बराक’ कहकर संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि उनके और ओबामा के बीच की बातों को व्यक्तिगत ही रहने दें।
पीएम मोदी के साथ मन की बात
जिस तरह से वाशिंगटन में एक ज्वाइंट एडीटोरियल पब्लिश हुआ था उसी तरह से नई दिल्ली में पीएम मोदी और राष्ट्रपति ओबामा ने एक साथ अपने-अपने ‘मन की बात’ की।
मैं और मोदी एक जैसी पृष्ठभूमि वाले’
राष्ट्रपति ओबामा ने भारत दौरे पर कहा कि पीएम मोदी और मैं एक ही जैसी साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं। उन्होंने कहा कि यह अमेरिका और भारत की विविधता ही है जो एक आम नागरिक को इतना प्रतिष्ठित दर्जा दिलाती है।
ऐसी दोस्ती देखी नहीं
जून में पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा के बुलावे पर फिर व्हाइट हाउस पहुंचे। अमेरिका के लीडिंग न्यूजपेपर न्यूयॉर्क टाइम्स ने इन दोनों नेताओं की दोस्ती और दोनों के रिश्ते को एक ‘अविश्वसनीय दोस्ती’ करार दिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि राष्टप्रति ओबामा के यूं तो दुनिया के कई नेताओं से अच्छे रिश्ते हैं लेकिन जो केमेस्ट्री और दोस्ती पीएम मोदी के साथ नजर आती है, वैसी अविश्वसनीय दोस्ती उनकी दुनिया के अन्य नेताओं के साथ बहुत कम है।