प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदर्श गांव नागेपुर की बेटियां आत्मनिर्भर बनकर अपने हौसले को उड़ान देने के लिए तत्पर हैं। इसके लिए वे सिलाई-कढ़ाई, ब्यूटीशियन, इंग्लिश स्पीकिंग और कंप्यूटर के साथ बाइक चलाने का हुनर सीख रही हैं।
नागेपुर और आसपास के गांवों की युवतियों के इनके सपनों को साकार करने में मददगार की भूमिका निभा रही है सामाजिक संस्था लोक समिति। संस्था की ओर से नागेपुर में आयोजित समर कैंप में युवतियां आत्मनिर्भर बनने के गुर सीख रही हैं।
बाइक ड्राइविंग सीख रही रवीना सिंह का कहना है कि वह स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी करने के बाद शहर में नौकरी करना चाहती है। बाइक चलाना सीख लूंगी तो आने-जाने के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
बीएससी की छात्रा पूनम मौर्या और सोनी बानो कहती हैं कि कॉलेज, बाजार अथवा कहीं भी जाने के लिए घर के पुरुषों पर निर्भर रहना पड़ता है। ड्राइविंग सीखने के बाद वे कहीं भी जा सकेंगी।
लोक समिति संयोजक नंदलाल मास्टर ने बताया कि 15 मई से चल रहे किशोरी समर कैंप में 80 युवतियां प्रशिक्षण ले रही हैं। हमारा उद्देश्य गांव की युवतियों को हुनरमंद बनाना है ताकि वे अपने पैरों पर खड़ी हो सकें।