प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ धाम में 29 अप्रैल को अपने दौरे से पहले बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यो की समीक्षा करेंगे। केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट का हिस्सा है। उत्तराखंड में भाजपा सरकार बनने के बाद अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जितनी बार भी राज्य के दौरे पर आए, उन्होंने केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यो पर अपनी नजरें गड़ाए रखी हैं।
आपदा से बुरी तरह ध्वस्त हुई केदारपुरी के नव निर्माण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में लिया है। बीते वर्ष 20 अक्टूबर को केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के मौके पर वहां पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद को बाबा केदारनाथ का बेटा बताकर ड्रीम प्रोजेक्ट के प्रति अपनी मंशा भी जाहिर कर दी थी। चालू वर्ष में बीती 28 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ड्रोन तकनीक की मदद से केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यो का बारीकी से मुआयना किया था। ड्रोन के जरिये तकरीबन 20 मिनट तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य मंदिर और पुराने चबूतरे के आकार से ढाई गुना से ज्यादा बड़े नए चबूतरे के निर्माण, वर्ष 2013 की आपदा में कहर ढहाने वाली मंदाकिनी और सरस्वती नदियों पर बनाई जा रही सुरक्षा दीवारों समेत पुनर्निर्माण कार्यो के साथ केदारपुरी के चप्पे-चप्पे का जायजा लिया था। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर के ठीक सामने दिव्यांगों के लिए अलग पैदल मार्ग बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने आपदा से ध्वस्त हुए गरुड़ चट्टी, गौरीकुंड-रामबाड़ा वैकल्पिक मार्ग बनाने के निर्देश भी दिए थे।
अब 29 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां पहुंच रहे हैं। इससे ठीक चार दिन पहले यानी बुधवार को दोपहर 12 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यो की समीक्षा करेंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह समेत अन्य उच्चाधिकारी सचिवालय में मौजूद रहेंगे।