प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश दौरे पर रवाना होने से पहले शुक्रवार को कहा कि अमेरिका की आगामी यात्रा के दौरान उनका लक्ष्य द्विपक्षीय साझेदारी के लिए ‘भविष्योन्मुखी विजन’ विकसित करना और पहले से सुदृढ़ रिश्तों को और मजबूत बनाना होगा. पीएम मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से पहली मुलाकाल 26 जून को वॉशिंगटन में होनी है. मोदी ने कहा कि वह विचारों की गहराई से आदान-प्रदान के इस अवसर को लेकर बेहद उत्साहित हैं.
पीएम ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि उनके अमेरिकी दौरे का मकसद दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाना है. उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका के मजबूत संबंधों से हमारे राष्ट्रों को और विश्व को लाभ होता है. मोदी ने बताया कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के न्योते पर 25 जून से दो दिन के लिए वॉशिंगटन यात्रा पर जा रहे हैं.
उन्होंने लिखा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप और मेरी इससे पहले फोन पर बातचीत हो चुकी है. हमारी बातचीत में अपने लोगों के परस्पर फायदे के लिए सर्वागीण सकारात्मक संबंधों को आगे ले जाने की समान मंशा पर चर्चा हुई. मैं भारत और अमेरिका के बीच व्यापक और विस्तृत साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए गहराई से विचारों के आदान-प्रदान के इस अवसर को लेकर उत्साहित हूं.
उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका के साथ भारत की साझेदारी बहुस्तरीय और बहुमुखी है, जिसका न सिर्फ दोनों देशों की सरकारें बल्कि दोनों ही जगहों के पक्षकार भी समर्थन करते हैं. मोदी ने कहा कि वह ट्रंप प्रशासन के साथ साझेदारी के लिए भविष्योन्मुखी दृष्टिकोण विकसित करने को लेकर उत्सुक हैं.
अमेरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नॉर्ट ने कहा कि अमेरिका पीएम मोदी के दौरे का इंतजार कर रहा है, यह दौरा अमेरिका और भारत के बीच रिश्तों को और मजबूत करेगा. वहीं पीएम मोदी के दौरे से पहले विदेश सचिव जयशंकर अमेरिकी विदेश सचिन रेक्स टिलरसन से मुलाकात करेंगे, यह मुलाकात शुक्रवार को ही होगी.