प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसद में गैरमौजूदगी पर विपक्षी दल अक्सर हंगामा करते रहते हैं. गुरुवार को एक दुर्लभ नजारा देखने को मिला. हुआ यूं कि नोटबंदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री की कथित टिप्पणी को लेकर उनसे माफी की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक शून्यकाल में 15 मिनट के लिए स्थगित हुई लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सीट पर ही बैठे रहे. इस दौरान वह विभिन्न दलों के सदस्यों के साथ बातचीत करते दिखे.
प्रश्नकाल के दौरान आज सूचीबद्ध प्रश्नों में प्रधानमंत्री कार्यालय से संबंधित प्रश्न थे. लिहाजा प्रधानमंत्री 12 बजे प्रश्नकाल शुरू होने पर उच्च सदन में मौजूद थे. विपक्षी सदस्य 500 रुपये तथा 1000 रुपये के नोट अमान्य किए जाने की वजह से उत्पन्न हालात के चलते आम लोगों को हो रही परेशानी के मुद्दे पर अधूरी रही चर्चा को बहाल करने के लिए सदन में प्रधानमंत्री की मौजूदगी की मांग करते रहे. यह चर्चा 16 नवंबर को संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने पर पहले ही दिन विपक्ष की मांग पर शुरू हुई थी लेकिन अब तक यह अधूरी है. विपक्षी सदस्यों की मांग है कि चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री सदन में रहें, पूरी चर्चा को सुनें और जवाब दें.
आज मोदी प्रश्नकाल शुरू होने से कुछ पहले सदन में पहुंच गए, लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग के मामले तृणमूल पार्टी के सांसदों ने जमकर हंगामा काटा. विपक्षी सदस्यों के हंगामे और नारेबाजी के कारण बैठक करीब सवा बारह बजे 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई.
स्थगन के दौरान प्रधानमंत्री अपनी सीट पर ही बैठे रहे. ऐसे में सत्ता पक्ष सहित विपक्षी दलों के कई सदस्यों भी सदन से बाहर नहीं निकले. कई सदस्यों ने पीएम के पास जाकर बातचीत की. प्रधानमंत्री उनसे बात करते और मुस्कुराते दिखे. उनके पास जा कर बात करने वालों में अभिनेत्री और सपा सदस्य जया बच्चन, प्रख्यात बॉक्सर तथा मनोनीत सदस्य मैरीकोम, सपा के नीरज शेखर, अन्नाद्रमुक सदस्य तथा वाम दलों के विभिन्न सदस्य शामिल थे.
बाद में, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने टिप्पणी की: “पीएम मोदी लंच के बाद भी सदन में बैठे रहे लेकिन विपक्ष को चर्चा में दिलचस्पी नहीं है.”