प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली से ही मेघालय के शिलॉन्ग में आयोजित भारत सेवाश्रम संघ के शताब्दी समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सेवाश्रम संघ के जनकल्याणकारी कार्य काफी प्रशंसनीय हैं। संकट के समय सेवाश्रम संघ के लोग मानव सेवा में जुड़ जाते हैं।
आपको बता दें कि भारत सेवाश्रम संघ का गठन 1917 में आचार्य श्रीमत स्वामी प्रणवानंदजी महाराज द्वारा किया गया था। उनके सम्मान में मोदी ने कहा कि उन्होंने राष्ट्र निर्माण के लिए शिष्यों को सेवा और आध्यात्म से जोड़ा। उन्हें युवा शक्ति पर पूरा भरोसा था। उन्होंने सामाजिक न्याय की बात बहुत पहले उठार्इ थी आैर जनशक्ति को प्रेरित कर गांव तक सड़कें बनवाई थीं।
मोदी ने यह भी कहा कि उच्च आदर्शों की स्थापना कर मानव की सच्ची सेवा की जा सकती है। हमारा युवा चरित्र चेतना व चिंतन से सशक्त होगा।
समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने स्वच्छ भारत की अभियान की भी वकालत की। उन्होंने लोगों से कहा कि स्वच्छाग्रह को अपनी सेवा का अभिन्न अंग बनाएं। स्वच्छ भारत, स्वच्छ उत्तर-पूर्व के लिए सभी काम करें। मोदी ने तकनीक पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि तकनीक के जरिए ही वो दिल्ली से शिलॉन्ग जुड़े हैं। वहीं उत्तर-पूर्व के विकास को प्राथमिकता बताया।