नरेंद्र मोदी रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने वाला आम इंसान देश का प्रधानमंत्री बन गया। उनका जीवन स्टूडेंट्स के अलावा हर किसी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। लेकिन क्या आप जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कितनी पढ़ाई की है?
जानिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्टूडेंट जीवन और करियर के बारे में अनोखी बातें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के वड़नगर स्थित महाराज श्री भगवताचार्य नारायणाचार्य हाईस्कूल से पढ़ाई शुरू की। इसी स्कूल ने मोदी को जीवन का ककहरा सिखाया।
शुरुआत में वह पढ़ाई लिखाई में काफी औसत ही रहे, लेकिन स्कूल के नाटकों में वह बढ़-चढ़ कर भाग लेते थे। वाद-विवाद प्रतियोगिता में वह हमेशा अव्वल आते थे। इसी दौरान उन्होंने स्कूल में एनसीसी भी ज्वॉइन किया।
पारिवारिक स्थिति खराब होने की वजह से वह अपने पिता के साथ रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते थे। स्कूल का कोई पीरियड खाली होने पर मोदी स्टेशन पहुंचकर चाय बेचने में पिता की मदद करते और पीरियड खत्म होते ही वापस आकर पढ़ाई करते। चाय के माध्यम से ही मोदी की आरएसएस के लोगों से जान-पहचान बढ़ी।
एक दिन आरएसएस के लक्ष्मण राव इनामदार मोदी की दुकान में चाय पी रहे थे। मोदी की बातचीत की शैली से वह इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने मोदी को आरएसएस से जुड़ने की सलाह दे डाली। उसके बाद मोदी आरएसएस से जुड़े लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी। मोदी ने अपनी पढ़ाई आगे जारी रखी।
जहां तक नरेंद्र मोदी की पढ़ाई की बात है। चुनाव में दाखिल हलफनामे के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए किया है। उन्होंने वर्ष 1978 में बीए किया है।
इसके बाद मोदी ने गुजरात यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। उन्हें एमए प्रथम श्रेणी में पास किया है। दो साल के इस कोर्स में मोदी के पास यूरोपियन पॉलिटिक्स, इंडियन पॉलिटिकल एनालिसिस और साइकॉलजी ऑफ पॉलिटिक्स जैसे विषय थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एमए में 62.3 फीसदी नंबर मिले थे। गुजरात विश्वविद्यालय के अनुसार मोदी को एमए के पहले साल में 400 में से 237 अंक मिले थे जबकि दूसरे साल 400 में से 262 अंक मिले थे और एमए में कुल 800 में से 499 अंक मिले थे।