26 मई को नरेंद्र मोदी सरकार अपने चार साल पूरे कर रही है। इसके साथ ही सरकार अपने शासन के पांचवें और अंतिम साल में प्रवेश कर जाएगी। चार साल पूरे होने के मौके पर सरकार अपनी उपलब्धियों का खाका तैयार करने में लगी है। इसको लेकर सरकार ने नया नारा दिया है, ‘साफ नियत, सही विकास’.
देश के हर क्षेत्र और तबके के विकास को मोदी सरकार चार साल की सबसे बड़ी उपलब्धि मानती है और इसी को केंद्र में रखकर सरकार ने नया नारा ‘साफ नियत, सही विकास ‘ तैयार किया है। नारे से साफ़ है कि मोदी सरकार अपनी साफ छवि को जनता के सामने बड़ी उपलब्धि के तौर पर पेश करना चाहती है।
सूत्रों के मुताबिक सीधे पीएमओ ने ये नारा तैयार कर सभी मंत्रालयों को निर्देश दिया है कि अपनी अपनी उपलब्धियों की सूची इसी के दायरे में तैयार किया जाए। मंत्रालयों से कहा गया है कि उनकी फ्लैगशिप योजनाओं से जिन लोगों को लाभ मिला है, उन लाभार्थियों का ब्यौरा भी अपनी उपलब्धियों में शामिल करें। इस मुद्दे पर कल कैबिनेट की बैठक में भी चर्चा हुई। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मंत्रियों के साथ चार साल पूरा होने पर होने वाले कार्यक्रमों की समीक्षा की।
मिली जानकारी के मुताबिक, कई मंत्रालय अपने कामकाज की रिपोर्ट में 48 सालों तक चली कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों और 48 महीनों की मोदी सरकार की उपलब्धियों का तुलनात्मक आंकड़ा पेश करेंगे।
माना जा रहा है कि इसमें एक राजनीतिक सन्देश भी छिपा होगा। उदाहरण के लिए, एक मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में आधिकारिक नारे के साथ-साथ ’48 Years – Family First , 48 months – Nation First’ के ज़रिए न सिर्फ अपनी उपलब्धियां गिनवाईं हैं, बल्कि सीधे तौर पर गांधी परिवार पर हमला भी किया है।