अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्हाइट हाउस में मुलाकात के बाद साझा बयान दिया. इसमें भारत पीएम नरेंद्र मोदी ने व्हाइट हाउस में स्वागत किए जाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति का दिल से आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप और मेरे बीच बातचीत अत्यंत महत्वपूर्ण रही है. क्योंकि यह बातचीत परस्पर विश्वास पर आधारित थी. बातचीत के केंद्र में हमारे मूल्य, प्राथमिकताएं और चिंतन शामिल थे. क्योंकि दोनों देशों और समाजों का चौमुखी आर्थिक विकास तथा इनकी सांझी प्रगति राष्ट्रपति ट्रंप और मेरा मुख्य लक्ष्य था.’
पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद जैसी वैश्विक चुनौतियों से अपने समाजों की सुरक्षा अमेरिका और भारत की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है. क्योंकि विश्व के दो विशाल लोकतंत्रों का साझा सशक्तीकरण हमारा साझा उद्देश्य है. हमारी ऐसी मजबूत सामरिक भागेदारी है कि मानव प्रयासों से लगभग सभी क्षेत्रों स्पर्श किया है.
उन्होंने कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के इतिहास में महत्वपूर्ण पृष्ठ साबित होगी. उन्होंने कहा कि दोनों देश आगे आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए सहभागी हैं. दोनों देशों के बीच आतंकियों से लड़ना, आतंकवाद की सुरक्षित पनाहगाहों से निपटना, आतंकवाद से जुड़ी सूचनाओं का आदान-प्रदान करने पर चर्चा हुई. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच अफगानिस्तान के आतंकवाद पर भी चर्चा हुई. दोनों ही देश वहां के आतंकवाद को लेकर चिंतित हैं. अफगानिस्तान में सुरक्षा-शांति बढ़ाना और वहां के विकास के लिए दोनों देश परस्पर सहयोग बनाए रखेंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देश ग्लोबल इंजन ऑफ ग्रोथ हैं और मेरा न्यू इंडिया का विजन तथा राष्ट्रपति ट्रंप का ग्रेट अमेरिका का विजन, दोनों एक जैसे ही हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को सपरिवार भारत आमंत्रित किया. उन्होंने ट्रंप की बेटी द्वारा न्यौता स्वीकार करने पर उनका आभार व्यक्त किया.