भारत अब पूर्णत: बिजली से रोशन देश बन गया है। मणिपुर के लीसांग गांव के घर बिजली बल्बों से रोशन होने के साथ ही भारत ने शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है। मणिपुर के सेनापति जिले का लीसांग गांव भारत वह आखिरी गांव था, जहां बिजली नहीं पहुंची थी लेकिन, 28 अप्रैल, शनिवार को इस गांव को भी नेशनल पावर ग्रिड से जोड़ दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा कि हमने विद्युतीकरण के लक्ष्य को समय से पहले ही हासिल कर लिया है। सरकार का अगला लक्ष्य अब मार्च, 2019 तक हर घर को बिजली देने का है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘28 अप्रैल, 2018 को भारत की विकास यात्रा में एक ऐतिहासिक दिन के रूप में याद किया जायेगा। कल हमने एक वादा पूरा किया जिसके कारण अनेकों भारतीयों के जीवन में हमेशा के लिये बदलाव आयेगा।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि अब भारत के हर गांव में बिजली सुलभ होगी।’ मोदी ने कहा कि भारत के विकास की यात्रा में यह ऐतिहासिक दिन के रूप में याद किया जायेगा और इससे आने वाली पीढ़ियों को लाभ होगा।
28th April 2018 will be remembered as a historic day in the development journey of India. Yesterday, we fulfilled a commitment due to which the lives of several Indians will be transformed forever! I am delighted that every single village of India now has access to electricity.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 29, 2018
बता दें कि सरकार ने कल घोषणा की थी कि देश के 18 हजार से अधिक गांवों में बिजली पहुंच गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2015 को लाल किले की प्राचीर से एक हजार दिन के भीतर इन गांवों में बिजली पहुंचाने का ऐलान किया था। समयसीमा पूरी होने से 12 दिन पहले शनिवार को ही यह लक्ष्य हासिल कर लिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘मैं सशक्त भारत को हकीकत बनाने की दिशा में जमीन पर कार्य करने वाले सभी लोगों के प्रयासों को सलाम करता हूं जिसमें अधिकारियों की टीम, तकनीकी कर्मी और अन्य लोग शामिल हैं। उनका यह प्रयास आने वाले वर्षो में हमारी पीढ़ियों को बहुत फायदा पहुंचायेगा।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संदर्भ में मणिपुर के लीसांग गांव का उल्लेख किया और कहा कि इस जैसे हजारों उन अन्य गांवों में बिजली पहुंच गई जो अब तक इस सुविधा से वंचित थे।
I salute the efforts of all those who worked tirelessly on the ground, including the team of officials, the technical staff and all others, to make this dream of a #PowerfulIndia a reality. Their efforts today will help generations of Indians in the coming years. pic.twitter.com/t8WjZgpNuT
— Narendra Modi (@narendramodi) April 29, 2018
Leisang village in Manipur, like the thousands of other villages across India has been powered and empowered!
This news will make every Indian proud and delighted. https://t.co/UCPEEITbIM #PowerfulIndia
— Narendra Modi (@narendramodi) April 29, 2018
अगला लक्ष्य हर घर बिजली
भारत सरकार से मिले आंकड़ों के मुताबिक़, अब भारत के सभी 5 लाख, 97,464 गांवों में बिजली पहुंच चुकी है। एनडीए ने जब शासन संभाला तक देश 18,452 गांवों में बिजली नहीं पहुंची थी। सरकार ने सभी गांवों के विद्युतिकरण के लिए दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत 75,893 करोड़ के बजट का आवंटन किया गया था। सरकार का अब अगला कदम हर घर को बिजली देना है। इसके लिए प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना (सौभाग्य) शुरू की गई है। इस का लक्ष्य भारत के 40 लाख से अधिक घरों में बिजली पहुंचाना है। इसके लिए मार्च, 2019 तक का समय तय किया गया है।
सौभाग्य योजना
‘सौभाग्य’ के तहत तीन करोड़ ग्रामीण घरों में बिजली पहुंचाने का प्लान है। ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत 1.5 करोड़ घरों तक पहले ही बिजली पहुंचाई जा चुकी है. दरअसल, सरकार 24 घंटे सभी गांवों तक बिजली पहुंचाने के लिए तेजी से काम कर रही है और सभी को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने के लिए साल 2019 का टारगेट बनाया गया है। ‘सौभाग्य’ योजना के तहत ट्रांसफॉर्मर्स, मीटर्स और तारों के लिए सरकार द्वारा सब्सिडी उपलब्ध कराई जाएगी। पिछले हफ्ते इस संबंध में हुई कैबिनेट मीटिंग के एजेंडे में इस योजना को शामिल किया गया था। केंद्र सरकार इस योजना के लिए 75 प्रतिशत फंड मुहैया करेगी और बाकी 25 प्रतिशत राज्यों या ऋण के माध्यम से एकत्र किया जाएगा।
लीसांग गांव
लीसांग गांव मणिपुर के सेनापति जिले में आता है और यह सरदार हिल्स पर बसा हुआ एक छोटा सा गांव है। लीसांग में महज 19 घर हैं और यहां की आबादी मात्र 65 हैं, जिनमें 34 पुरुष और 31 महिलाएं हैं।